हाय एवरीवन एंड वेलकम टू अपना कॉलेज और आज हम बात करने वाले हैं वेब डेवलपमेंट रोड मैप के बारे में तो वेब डेवलपमेंट वन ऑफ द मोस्ट वर्सटाइल स्किल्स है अगर हम टेक के अंदर जाना चाहते हैं तो अगर हमें वेब डी आता है तो उसको यूज करके हम एज अ कॉलेज स्टूडेंट अपने लिए प्रोजेक्ट्स बना सकते हैं हम इंटर्नशिप्स एंड प्लेसमेंट्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं हम फ्रीलांसिंग अपॉर्चुनिटी को ढूंढ सकते हैं हम ओपन सोर्स में कंट्रीब्यूट कर सकते हैं अगर हमें खुद के लिए वेबसाइट पोर्टफोलियो या अपने स्टार्टअप का प्रोजेक्ट बनाना है
उसे हम बना सकते हैं नहीं तो हम इसे एज अ हॉबी भी सीख सकते हैं मैं खुद का अगर एग्जांपल लूं तो मेरी दोनों जो माइक्रोसॉफ्ट के अंदर इंट न शिप्स थी मेरा जो google's का प्रोग्राम था या फिर अगर फुल टाइम जॉब था माइक्रोसॉफ्ट में सब में वेब डेवलपमेंट ही यूज़ हुआ था तो आज हम बात करने वाले हैं वेब डेवलपमेंट का क्या स्टेप बाय स्टेप पाथ होगा अगर हम इसे एज अ स्टूडेंट सीखना चाहते हैं तो इसके साथ-साथ रिसोर्सेस को डिस्कस करेंगे एंड आल्सो बाद में जाकर हम एवरेज सैलरीज को डिस्कस करेंगे जिनको
हम एक्सपेक्ट कर सकते हैं अगर इस फील्ड में हम एज अ फ्रेशर जाना चाहते हैं तो अब स्टेप बाय स्टेप रोड मैप को डिस्कस करने से पहले तीन टर्म्स हैं जिनके बारे में हमें पता होना चाहिए इनमें से पहली दो है फ्रंट एंड एंड बैक एंड कि किसी भी वेबसाइट का वो हिस्सा जिसके साथ हम एज अ यूजर इंटरेक्ट कर पाते हैं उसे हम फ्रंट एन कहते हैं जैसे फॉर एग्जांपल अगर हम paytm-in इसे हम बैक एंड कहते हैं जैसे यह वीडियो youtube2 पे हमारे बैंक से पैसे डिडक्ट होके हमारे दोस्त के बैंक अकाउंट में
चले जाते हैं तो इस पार्ट को हम बैक एंड कहते हैं इसके अलावा वेबसाइट्स में डेटा बेसेस भी होते हैं डेटा बेसेस का काम होता है डेटा को स्टोर करके रखना आज की डेट में जो बड़ी-बड़ी टेक कंपनीज हैं हर किसी के पास लाखों करोड़ों यूजर्स का डाटा है हमारा जो हम whatsapp's भेजते हैं ये सारा का सारा डेटा कंपनीज के अंदर स्टोर होता है डेटा बेसेस के अंदर तो ये तीन मेजर कंपोनेंट हैं पिलर्स हैं जिनके ऊपर हमारा पूरा वेब डेवलपमेंट चलता है तो अब वेब डेवलपमेंट के स्टेप बाय स्टेप रोड मैप की बात
करते हैं इसमें से सबसे पहला स्टेप होता है हमारे फ्रंट एंड का फ्रंट एंड को सीखने के लिए तीन टेक्नोलॉजीज हैं जिनको हम सीखते हैं इसमें से पहला है html4 है जावास्क्रिप्ट अब ये तीनों नाम अगर हम फर्स्ट टाइम सुन रहे हैं तो हमें सुनने में थोड़े से अजीब लग रहे होंगे बट ये काफी बढ़िया काफी यूज़फुल एंड काफी इजी टेक्नोलॉजीज है टू लर्न एंड एज अ प्रो ग्रामर अगर वेब डेवलपमेंट पहली चीज है जो आप सीखते हैं प्रोग्रामिंग के अंदर कोडिंग के अंदर तो डेफिनेटली आपको काफी मजा आने वाला है इसमें से एटीएमएल गगा
लॉजिक में अब इन तीनों का मतलब क्या होता है जैसे हम किसी भी वेबसाइट को एक घर की तरह इमेजिन कर सकते हैं जब भी कोई घर बनता है तो पहले नीव डाली जाती है ईट लगाई जाती है सीमेंट लगाया जाता है तो इससे बेसिक ढांचा बेसिक स्ट्रक्चर बनता है वैसे ही एक वेबसाइट का बेसिक स्ट्रक्चर बनाता है हमारे लिए एचटीएमएस इट के ऊपर क्या-क्या कंटेंट होना चाहिए क्या कितने बटन होने चाहिए कहां पे होने चाहिए इस तरीके की चीजें उसके बाद आता है हमारा सीएसएस हमारे घर के अंदर दीवारों पे कौन सा कलर होना
चाहिए अगर हमें दीवार के ऊपर बटंस लगाने हैं या स्विच बोर्ड लगाना है तो वो कहां पे लगाना चाहिए टीवी कहां पे प्लेस करना चाहिए ये सारी की सारी चीजें स्टाइल ऐड करती है तो वैसे ही वेबसाइट पे स्टाइल ऐड करने का काम करता है सीएसएस एंड तीसरा आता है हमारा जावास्क्रिप्ट जावास्क्रिप्ट का काम होता है एक वेबसाइट के अंदर लॉजिक ऐड करना मतलब घर में सिर्फ बटंस नहीं होना चाहिए बटन को प्रेस करके पंखा चलना चाहिए दूसरे बटन को प्रेस करके हमारी लाइट ऑन ऑफ होनी चाहिए तो इस तरीके की जो फंक्शनल हम ऐड
करते हैं वेबसाइट में वो ऐड होती है यूजिंग जावास्क्रिप्ट html4 हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज सीएसएस स्टैंड्स फॉर कैस्केडिंग स्टाइल शीट पर इतना डिटेल में हम नहीं जाएंगे अगर हमें html4 बनाया हुआ है जिसमें कंप्लीट html4 बनाया हुआ है जिसमें आपको नोट्स असाइनमेंट क्वेश्चंस वगैरह भी मिल जाएंगे और जावास्क्रिप्ट हम वेब डेवलपमेंट की प्लेलिस्ट से अपना कॉलेज से जाकर सीख सकते हैं अब ये तीनों बहुत इंपॉर्टेंट टेक्नोलॉजीज हैं और हर एक वेब डेवलपर को आनी चाहिए और इन तीनों को कंप्लीट करने में हमें करीबन डेढ़ से दो महीने लगेगा अगर हम कॉलेज के साथ में या अपने
फुल टाइम जॉब के साथ में इनको कर रहे हैं तो अब जनरली हमारे जो वीडियो ट्यूटोरियल्स होते हैं या फिर हमारे जो रोड मैप्स होते हैं उसके अंदर एडवाइस होता है कि तीनों को सीख लो उसके बाद कोई हम फ्रेमवर्क या लाइब्रेरी सीख लें जैसे रिएक्ट हो गया जैसे एंगुलर हो गया जैसे व्यू जेएस हो गया पर यहां पर मैं आपको ऐसी कोई एडवाइस नहीं दूंगी इन तीनों को करने के बाद हमें किसी फ्रेमवर्क या लाइब्रेरी की तरफ नहीं भागना है सबसे पहले इन्हीं तीनों को हमें अच्छे से प्रैक्टिस करना है कैसे हम प्रैक्टिस करेंगे
विद द हेल्प ऑफ प्रोजेक्ट्स हमारा जो स्टेप टू होगा दैट विल बी टू मेक प्रोजेक्ट्स हम कैसे प्रोजेक्ट्स बना सकते हैं सबसे इसमें जो आइडियल प्रोजेक्ट्स होते हैं जो हमें काफी अच्छी स्टाइलिंग का एक्सपीरियंस देंगे एचटीएमएल ऐड करने का जावास्क्रिप्ट ऐड करने का एक्सपीरियंस देंगे वो हमारे क्लोन बेस्ड प्रोजेक्ट्स होते हैं क्योंकि एक तो इसमें हमें कुछ डिजइन नहीं करना पड़ता क्लोन कहने का मतलब है कि ऑलरेडी amazonbusiness.in डिजाइन कर रखा है उन्होंने काफी ज्यादा टाइम लगा के उसे हम रेप्ट करने की कोशिश करेंगे तो क्लोन की टर्म्स में एक शुरुआत में एक सिंगल पेज
आप बनाइए सिंगल पेज वेबसाइट जिसके अंदर अपने बारे में हम इंफॉर्मेशन ऐड कर सकते हैं एंड प्रोजेक्ट्स करने के बाद जो तीसरी चीज हम सीख सकते हैं वो होते हैं हमारे सीएसएस के फ्रेमवर्क्स सीएसएस के फ्रेमवर्क्स कहने का मतलब है कि ये सीएसएस को स्टाइलिंग को ही लिखने का एक और इजियर तरीका होते हैं अब फ्रेमवर्क्स के अंदर जनरली जो सबसे पॉपुलर फ्रेमवर्क है इंडस्ट्री के अंदर जो सबसे ज्यादा यूज होता है वो होता है बूटप तो हम बूटप को सीख सकते हैं वरना कई सारे स्टूडेंट्स ऐसे भी हैं जो टेल विंड को भी सीख
सकते हैं आप चाहें तो इसे भी सीख सकते हैं बट ये हमें जरूर याद रखना है कि सारे फ्रेमवर्क्स नहीं सीखने होते इनमें से एक ही सीखना होता है अच्छे से क्योंकि बाकी सारे ऑलमोस्ट सिमिलर ही होते हैं यूसेज में तो इसीलिए कोई भी एक के साथ हम स्टार्ट कर सकते हैं उसको हम इंप्लीमेंट कर सकते हैं एक बार हमारा स्टेप टू कंप्लीट हो जाता है उसके बाद हम बात करेंगे आ जाएंगे अपने स्टेप थ्री पर स्टेप थ्री के अंदर अब हम फाइनली सीखेंगे अपना बैक एंड अब बैक एंड के अंदर हमारे पास काफी सारी
चॉइसेज होती हैं या तो हम नोट जेएस सीख सकते हैं या हम जैंगो सीख सकते हैं या हम पीएचपी या जावा में से कुछ एक सीख सकते हैं ये सारे नहीं सीखने इनमें से एक ही चॉइस लेनी है अब वैसे तो ये अजीब से नाम देखकर हमें लग रहे होंगे कि नोड जेएस क्या होता है जंगो क्या होता है बट एक बार आप फ्रंट एंड सीख लेंगे तो हमें और ज्यादा क्लेरिटी मिलेगी कि डेवलपमेंट के अंदर किस-किस तरीके की चीजें होती है किस-किस तरीके से उनको हमें सीखना होता है अब अगर आप फर्स्ट टाइम बैक
एंड सीख रहे हैं तो मैं इसमें आपको जेनुइनली एडवाइस करूंगी दैट यू स्टार्ट विद नट जेएस नट जेएस को सीखने के कई सारे बेनिफिट्स हैं सबसे पहला ये है कि जावास्क्रिप्ट आप ऑलरेडी सीख चुके हैं फ्रंट एंड के लिए और नोड जेएस का मतलब भी जावास्क्रिप्ट के अंदर ही कोड लिखना होता है तो नट जेएस हमारा जावास्क्रिप्ट रन टाइम एनवायरमेंट होता है जिसके अंदर जावास्क्रिप्ट ही यूज़ होती है तो सिंटेक्स हमारे लिए इजी रहेगा प्रोसेस सीखने का इजी रहेगा प्लस नट जए काफी पॉपुलर है इंडस्ट्री के अंदर कई सारी नई वेबसाइट्स हैं जो नट जए
को यूज़ करके बिल्ड होती हैं तो उसमें जॉब अपॉर्चुनिटी की हमें एज सच वरी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी एंड इसके साथ-साथ नट जस काफी सारे पॉपुलर स्टैक्स के अंदर होता है तो इसके रिसोर्सेस भी हमें आसानी से मिल जाएंगे नहीं तो अगर करते हुए एंड फिर हम इनके ऊपर शिफ्ट हो रहे हैं बाकी जनरली जो हमारी मॉडर्न वेबसाइट्स होती हैं वो जंगो या नट जस के ऊपर ही वर्क करती हैं पीएचपी पहले काफी ज्यादा पॉपुलर होता था वेबसाइट्स को बिल्ड करने के लिए अब जब हम बैक एंड सीख रहे होंगे तो बैक एंड का
मतलब ये नहीं है कि सिर्फ हमें बैक एंड की टेक्नोलॉजी सीखनी है उसका मतलब ये भी है कि हमें डेटा बेसेस के बारे में भी सीखना पड़ेगा और इंडस्ट्री के अंदर डेटा बेसेस के लिए दो सबसे पॉपुलर ऑप्शंस होते हैं एक होता है एसक्यूएल और एक दूसरा ऑप्शन होता है जिसको हम कहते हैं नो एसक्यूएल एसक्यूएल का मतलब कि डाटा को हम टेबल्स की फॉर्म में स्टोर करा रहे हैं जैसे हम एक्सेल शीट के अंदर अपनी टेबल बनाते हैं वैसे से ही हम अपने डटा को टेबल्स की फॉर्म में स्टोर कराते हैं उसको हम एसक्यूएल
कह देते हैं स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज और नो एसक्यूएल मतलब डटा को कैसे भी स्टोर कराओ बस टेबल में नहीं स्टोर कराना उसमें सबसे पॉपुलर होता है मोंगो डीबी डेटाबेस अब अगर आप नट जेएस को सीख रहे हैं तो हम प्रेफर कर सकते हैं कि हम मंगो डीबी को यूज़ करें जंगो को सीख रहे हैं तो हम प्रेफर कर सकते हैं कि हम एसक्यूएल एसक्यूएल लाइट को यूज़ करें अब इसमें अगर आप एक्सक्लूसिवली डेटा बेसस को सीखना चाहते हैं तो एसक्यूएल के लिए कंप्लीट कोर्स हमने डाला हुआ है उसमें हम कंप्लीट एसक्यूएल जाकर सीख सकते हैं
बेनिफिट एसक्यूएल को सब सबसे पहले सीखने का ये होता है कि एक बार अगर हमें एसक्यूएल आ जाता है तो उसके बाद मोंगो डीवी को समझना और ज्यादा आसान हमारे लिए हो जाता है तो इसमें यू कैन स्टार्ट विद एसक्यूएल हम थोड़ा सा बेसिक सीख सकते हैं देन वी कैन स्विच टू मंगो डीबी अगर आपको मोंगो डीबी का भी ट्यूटोरियल चाहिए तो उसके बारे में आप मुझे नीचे कमेंट करके बता सकते हैं एंड एक बार बैक एंड सीखने के बाद हमारा स्टेप थ्री कंप्लीट हो जाएगा उसके बाद हम आ जाएंगे अपने स्टेप फोर पर स्टेप
फोर में हम सीख रहे होंगे अपने एसेंशियल्स अब वेब डेवलपमेंट सीखने का मतलब ये बिल्कुल नहीं होता कि हमने सिर्फ अपनी टेक्नोलॉजी सीखी लैंग्वेजेस सीखी फ्रेमवर्क सीखे और और उनको प्रोजेक्ट की फॉर्म में इंप्लीमेंट कर लिया वेब डेवलपर बनने का मतलब है कि हम टेक के अंदर टेक्नोलॉजी के अंदर प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर सकते हैं और इन प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के लिए कुछ-कुछ टूल्स एंड टेक्नोलॉजीज हैं जिनको हमें एक्स्ट्रा जाके सीखना पड़ेगा इन्हें आप कभी भी सीख सकते हैं इन्हें फ्रंट एंड सीखते टाइम भी सीख सकते हैं बैक एंड सीखते टाइम भी बेसिकली ये
डेवलपमेंट से रिलेटेड नहीं है ये इन जनरल प्रोग्रामिंग से रिलेटेड है इनमें से सबसे पहले हैं बेसिक टर्मिनल कमांड्स बेसिक टर्मिनल कमांड्स कहने का मतलब है कि हम कैसे अपने कंप्यूटर को चाहे वो विंडोज हो गया कंट्रोल कर सकते हैं टर्मिनल्स को यूज़ करके फाइल्स को कैसे एक्सेस किया जाता है डेटा को कैसे मैनिपुलेट किया जाता है इस तरीके की चीजें सेकंड चीज जो हमें सीखनी पड़ेगी वो है गिट एंड गिट हब अब गिट एंड गिट हब वर्जन कंट्रोल सिस्टम होते हैं वर्जन कंट्रोल सिस्टम क्या होता है उसके मैं डिटेल में नहीं जाऊंगी क्योंकि वो
थोड़ा सा कॉम्प्लेक्शन हो जाएगा अभी के लिए पर अगर आपको गेट एंड गेट अप सीखना है तो हमने कंप्लीट ट्यूटोरियल अपना कॉलेज चैनल के ऊपर डाला हुआ है उसको जाकर आप सीख सकते हैं एंड थर्ड चीज जो हमें आनी चाहिए वो है डिप्लॉयड डेप्लॉयमेंट कहने का मतलब है कि हम जितने भी प्रोजेक्ट्स बनाएंगे वेब डी को यूज करके शुरुआत में वो सारे के सारे प्रोजेक्ट सिर्फ हमारे ल टॉप या कंप्यूटर पे ही चलेंगे हम अपने दोस्तों को कैसे वो भेजें प्रोजेक्ट हम कैसे ऐसा लिंक बना दें जैसे हम google.com सर्च करके google2 तक स्टेप फाइव
तक आने में हमें करीबन चार 45 महीने लगेंगे क्योंकि ये सारी जो हमने टेक्नोलॉजीज की बात करी वो ऐसे तो मैंने सिंगल वर्ड बोल दिया पर उसमें हम बहुत सारी चीजें सीख रहे होते हैं अगर हम बैक एंड की बात करें तो सिर्फ उसमें एक लैंग्वेज नहीं है सिर्फ उसमें एक फ्रेमवर्क नहीं है बैक एंड के अंदर एपीआई कैसे बनती है प्रोटोकॉल्स कैसे काम करती हैं रिक्वेस्ट रिस्पांस साइकिल एरर हैंडलिंग कैसे होती है टेंप्लेट ंग कैसे होती है बहुत सारी चीजें हैं जो हम वहां पर सीखते हैं अब इसके बाद फाइनली जब हमने फ्रंट एंड
बैक एंड डेटाबेस से सीख लिए तो हम फुल स्टैक प्रोजेक्ट्स के ऊपर काम करेंगे जिसमें हम फ्रंट एंड भी बनाएंगे बैक एंड भी बनाएंगे एंड डेटा बेसेस भी बनाएंगे तो हमें एंड टू एंड प्रोजेक्ट्स बनाने हैं तीनों को यूज करके और एटलीस्ट दो से तीन अच्छे प्रोजेक्ट्स पर हमें काम करना है फिर उनको हम अपने रिज्यूमे के अंदर डाल रहे होंगे जो हमारी प्रोफाइल को और ज्यादा स्ट्रांग बनाएंगे अब ये पूरा प्रोसेस करते टाइम अगर आपको फ्रंट एंड में बहुत ज्यादा इंटरेस्ट आता है तो आप फ्रंट एंड में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं और अपने दो
से तीन प्रोजेक्ट्स आप फ्रंट एंड के अंदर बना सकते हैं या आपको बैक एंड में बहुत ज्यादा इंटरेस्ट आता है तो आप दो से तीन प्रोजेक्ट्स अपने बैक एंड के भी अंदर बना सकते हैं बाकी बेनिफिशियल ये होगा कि हम दोनों टेक्नोलॉजीज को अच्छे से यूज़ करें और अपने फुल स्टैक प्रोजेक्ट्स के ऊपर काम करें तो ये तो हो गया हमारा स्टेप फाइव एंड इसके बाद फाइनली आता है हमारा स्टेप सिक्स यानी एक बार प्रोजेक्ट बन गए रेजूम के अंदर डल गए तो अब हमें अप्लाई करना है फिर चाहे वो इंटर्नशिप के लिए हो फिर
चाहे वो जॉब्स के लिए हो या फिर चाहे वो फ्रीलांसिंग अपॉर्चुनिटी के लिए हो क्योंकि जो भी प्रोजेक्ट्स हमने बिल्ड किए हैं वो बहुत अच्छा तरीका है लोगों को दिखाने के कि हमें डेवलपमेंट को करना आता है क्योंकि जब तक हमारे पास कोई इंटर्नशिप या जॉब एक्सपीरियंस नहीं होता तब तक प्रोजेक्ट सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट पार्ट होते हैं हमारे रिज्यूमे के जो हमें पता होनी चाहिए तो इस तरीके से सिक्स स्टेप्स को कंप्लीट करके हम एक अच्छे वेब डेवलपर बन सकते हैं हम वेब डेवलपमेंट को बढ़िया तरीके से सीख सकते हैं और उसे अप्लाई कर सकते
हैं अब इसके बाद कुछ-कुछ नेक्स्ट स्टेप्स हैं जो हम ले सकते हैं जैसे फॉर एग्जांपल इतना अगर हमने पार्ट कर लिया तो उसके साथ हम कुछ और नई चीजें जिनको सीख सकते हैं जैसे हम किसी फ्रंट एंड के फ्रेमवर्क या लाइब्रेरी को सीख सकते हैं जो और ज्यादा बेटर हमारे पोर्टफोलियो को बनाएगा इसमें से रिएक्ट या एंगुलर में से कोई एक हम सीख सकते हैं वो काफी पॉपुलर ऑप्शन होगा अगर आप अभी भी कंफ्यूज हैं देन गो फॉर रिएक्ट इससे क्या होगा हमारा मर्न स्टैक कंप्लीट हो जाएगा तो जो भी हम टेक्नोलॉजी सीखते हैं उनके
हम कुछ-कुछ स्टैक्स बोल सकते में जैसे मर्न हो गया जैसे मीन हो गया तो मर्न के अंदर एम का मतलब होता है मोंगो डीबी डेटाबेस ई का मतलब होता है एक्सप्रेस जेएस जो नोड जेएस के अंदर ही होता है n का मतलब नोड जेएस होता है r का मतलब होता है रिएक्ट जेएस इसी तरीके से ये तीनों सेम रहते हैं और ए का मतलब होता है एंगुलर तो अगर आपको ये चारों आते हैं तो मतलब आपने एक टेक्स टैक है एक ऐसी चीज है एक टेक्नोलॉजीज का हिस्सा है जो सीख लिया है जिसको यूज़ करके
आप पूरी की पूरी वेबसाइट बना सकते हो या फिर अगर आपने इन्हें सीख लिया है तो फिर आप इनको भी यूज़ करके बना सकते हो ऐसे कई सारे और टेक्स्ट टैक्स होते हैं लैंप भी उनमें से एक होता है तो मैं टेक्स टैक्स को इतना ज्यादा डिटेल में डिस्कस नहीं करूंगी थोड़ा सा कॉम्प्लेक्शन से एंड साथ के साथ हम जावास्क्रिप्ट के बाद उसका एक और स्ट्रिक्ट वर्जन टाइप स्क्रिप्ट है उसे सीख सकते हैं तो इस तरीके से हमारी एंड टू एंड तैयारी हो जाएगी एक अच्छे वेब डेवलपर बनने की अब अगर हम एवरेज सैलरीज की
बात करें तो ये ग्लास डोर के फिगर्स हैं 2023 के अंदर जो एक फ्रंट एंड डेवलपर की एवरेज सैलरी इंडस्ट्री के अंदर एज अ फ्रेशर यानी अगर आप इंडस्ट्री के अंदर शुरुआत कर रहे हैं तो दैट इज गोइंग टू बी 5.75 एलपीए एंड फॉर अ बैक एंड डेवलपर इट इज गोइंग टू बी 7 एलपीए बट क्योंकि ये इतनी वर्सटाइल फील्ड है इसके अंदर अगर आपको अच्छा एक्सपीरियंस है इसमें अगर आपको अच्छे से काम करना आता है तो आपके सैलरी पैकेजेस की लिटरली कोई लिमिट नहीं है कई सारे ऐसे डेवलपर्स होते हैं जिनको शुरुआत में ही
इससे भी काफी ज्यादा हाई पैकेजेस मिल जाते हैं क्यों क्योंकि उन्हें अच्छे से अपना काम करना आता है उन्होंने रिज्यूमे अच्छे से बनाया होता है अपने प्रोजेक्ट्स को अच्छे से क्रिएट किया होता है इंप्रेसिव लेवल ऑफ स्किल उनके पास ऑलरेडी होता है तो जब हम भी टारगेट करेंगे तो हमें अच्छे लेवल के स्किल लेवल को टारगेट करना जिसको करने में हो सकता है हमें कई महीने लग जाए पर वो एट दी एंड हमारे लिए बेस्ट रिजल्ट्स लेकर आएगा और यह हमेशा याद रखना है कि चाहे हम डेवलपमेंट की बात करें चाहे हम कोडिंग के अंदर
किसी और भी चीज की बात करें कोडिंग का प्रोग्रामिंग का जो प्रोसेस होता है इट इज अ वेरी प्रैक्टिकल प्रोसेस इट इज लाइक ड्राइविंग अ कार यानी दूसरे लोगों को हम कितना भी गाड़ी ड्राइव करते हुए देख लें हमें ड्राइविंग तभी आएगी जब हम खुद से गाड़ी को चलाएंगे वैसे ही कोडिंग के ट्यूटोरियल या वीडियोस हम कितने भी देख ले हमें खुद कोडिंग तब आएगी जब हम खुद से बैठ के कोड लिखेंगे उसके लॉजिक को समझेंगे और उस लॉजिक को अप्लाई करेंगे तो सिर्फ ट्यूटोरियल्स को देखना नहीं है उन्हें एक्चुअली बैठ के कोड करके इंप्लीमेंट
करना है और उनको समझने की हमें कोशिश करनी है तो आज के लिए इतना ही अगर आप चाहते हैं हम किसी और टॉपिक को कवर करें तो उसके बारे में आप मुझे नीचे कमेंट करके बता सकते हैं आज के लिए इतना ही मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में टिल देन कीप लर्निंग एंड कीप एक्सप्लोरिंग