दोस्तों इस वीडियो में हम आपके साथ छह ऐसी टिप्स शेयर करने वाले हैं जिन्हें फॉलो करके आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल को नेक्स्ट लेवल पर ले जा सकते हो अगर आप एक स्टूडेंट हो जॉब करते हो या फिर एक बिजनेसमैन हो अगर आपको अपने पेरेंट्स को किसी चीज के लिए मनाना हो या फिर अपने बॉस को किसी चीज के लिए कन्वेंस करना हो और या फिर अपने कस्टमर को कोई स्पेसिफिक प्रोडक्ट सेल करनी हो तो ये स्किल आपको अपनी फील्ड में बहुत आगे लेकर जा सकता है अगर आप इसे अच्छी तरह से मास्टर कर लो और
इस वीडियो के एंड होने तक आप कम्युनिकेशन की आर्ट को मास्टर कर भी लोगे अगर आप अच्छे से इन छह स्टेप्स को समझ कर उन्हें अपनी लाइफ में इंप्लीमेंट करते हो तो ये टिप्स आपको एक अट्रैक्टिव पर्सन तो बनाएंगे ही पर साथ ही आपके अंदर के शर्मीले और डरपोक इंसान को मारकर आपको एक कॉन्फिडेंट पर्सन भी बनाएंगे लेकिन अगर आपने इनमें से कोई एक भी स्टेप मिस कर दिया तो यह आपकी पर्सनालिटी पर एक बहुत ही बड़ा दाग छोड़कर जाएंगी इसलिए हर स्टेप को ध्यान से सुनना रूल नंबर वन स्पीक अकॉर्डिंग टू योर ऑडियंस इस
रूल के अकॉर्डिंग आप जब भी कम्युनिकेट करने वाले हो तो सबसे पहले आपको अपनी ऑडियंस को देखना है उन्हें ऑब्जर्व करना है उनकी नेचर को समझना है कि वो खुद किस तरह से बात कर रहे हैं वो किस तरह से बात को सुनना पसंद करते हैं उनका नॉलेज लेवल क्या है उनका इंटरेस्ट क्या है पहले आपको यह सब कुछ जानना होगा और इसके बाद ही बोलना स्टार्ट करना है वरना अगर आप किसी पर्सन से कम्युनिकेट करते हो अपना बेस्ट देते हो लेकिन उस पर्सन का वो इंटरेस्ट ही नहीं है तो यह आपको और ज्यादा अनअट्रैक्टिव
और फ्रस्ट्रेटेड पर्सन दिखाएगा और सामने वाला यह सोचेगा कि आपको इस एक टॉपिक के अलावा किसी और टॉपिक पर बात करनी ही नहीं आती या फिर आपके अंदर नॉलेज की कमी है एक अच्छी कन्वर्सेशन स्टार्ट करने के लिए सबसे पहले आपको सामने वाले का स्स पता होना चाहिए और फिर उसी के अकॉर्डिंग ही आपको अपनी कन्वर्सेशन को आगे बढ़ाना होगा इससे आपकी ऑडियंस आपके साथ ज्यादा इंगेज्ड भी रहेगी और इसके बाद अगर आप उनके इंटरेस्ट से हटकर भी कोई बात करोगे तब भी वह आपकी बात को ध्यान से सुनेंगे बस सबसे पहले आपको सामने वाले
की अटेंशन हासिल करनी है और इसके बाद जब आप अपना मैसेज डिलीवर करोगे तो ये उसको और ज्यादा इंगेजिंग बना देगा रूल नंबर टू मेक आई कांटेक्ट दोस्तों अपनी बात को सामने वाले पर्सन के लिए और ज्यादा अपीलिंग बनाने के लिए आई कांटेक्ट बनाना बहुत जरूरी है एक रिसर्च के अकॉर्डिंग जब भी आप किसी पर्सन के साथ आई कांटेक्ट बनाते हो तो ये आपके लिंक मिरर सिस्टम को एक्टिवेट कर देता है जिससे आपके ब्रेन में भी वही न्यूरॉन्स फायर होने लगते हैं जो कि उस वक्त सामने वाले पर्सन के ब्रेन में फायर हो रहे होते
हैं यानी कि जब सामने वाले की आंखों में खुशी होगी तो आपके दिमाग के न्यूरॉन्स भी आपको खुशी महसूस करवाएंगे और इसी वजह से ये आपका सामने वाले पर्सन के साथ ट्रस्ट और अच्छा रिलेशन बिल्ड करने में भी हेल्प करता है और हां ये याद रहे कि आपको बस कुछ ही सेकंड्स के लिए आई कांटेक्ट बनाना है ना कि सामने वाले को घूरना स्टार्ट कर देना है बस इतना आई कॉन ट होना चाहिए कि सामने वाला यह नोटिस कर ले कि आप उसे देख रहे हो और फिर जब आप आईकॉन टैक्ट तोड़ने लगो तो कभी
भी नीचे देखकर मत तोड़ो बल्कि जब भी आपको आई कांटेक्ट तोड़ना हो तो साइड पर देखकर तोड़ो वरना जब आप नीचे देखकर आई कांटेक्ट तोड़ोगे तो यह आपको बहुत ही ज्यादा नर्वस इंसान दिखाएगा आई कांटेक्ट ना सिर्फ आपको सामने वाले का भरोसा जीतने में हेल्प करता है बल्कि साथ ही आपको वो कन्वर्सेशन याद करने में भी हेल्प करता है science.com की एक स्टडी के अकॉर्डिंग कुछ स्टूडेंट्स और टीचर्स पर एक रिसर्च की गई जिसमें यह देखने को मिला कि जिन स्टूडेंट के साथ टीचर ज्यादा आई कॉन्टेक्ट बनाते थे उन्हें पढ़ी हुई चीजें ज्यादा देर तक
याद रहती थी एज कंपेयर्ड टू द स्टूडेंट्स जिनके साथ टीचर आई कॉन्टेक्ट नहीं बनाते थे और एक और स्टडी के अकॉर्डिंग जब आप किसी के साथ आई कांटेक्ट बनाकर रखते हो तो सामने वाले के आपको मैनिपुलेट करने के चांसेस बहुत ही कम हो जाते हैं और आप अच्छी तरह से सोच समझकर बिना दूसरों की बातों में आए सही डिसीजन ले सकते हो इसलिए अगर आप अभी तक अपनी कन्वर्सेशन में आई कांटेक्ट नहीं बना रहे थे तो आज से बनाना स्टार्ट कर दो रूल नंबर थ्री बी अ मास्टर लिसन इस रूल को फॉलो करने के लिए
आपको करना योग कि सिर्फ साइलेंट रहकर सामने वाले की बातों को पूरी तवज्जो से सुनना होगा उस वक्त तक जब तक कि सामने वाला आपको यह नहीं कहता आप चुप क्यों हो आप भी तो कुछ बोलो वेले इससे होगा यह कि सबसे पहले आपको इस बात का अंदाजा हो जाएगा कि सामने वाला कैसा टेंपरामेंट रखता है कैसी बातें सुनना पसंद करता है और किस तरीके से वह बात करता है इससे आपको दो फायदे होंगे अपनी ऑडियंस का भी पता चल जाएगा और सामने वाले पर यह इंप्रेशन पड़ेगा कि आप उसकी रिस्पेक्ट में खामोश हो और
उसकी बात को ध्यान से सुन रहे हो क्योंकि जब भी कोई इंसान बात कर रहा होता है तो वो यह चाहता है कि सामने वाला मेरी बात को गौर से सुने और अगर आप उसकी बात को ध्यान से नहीं सुनेंगे तो वो इसे अपनी इंसल्ट समझेगा और आपको नापसंद करेगा ऑन द अदर हैंड अगर आप किसी की बात को गौर से सुनते हो तो वो इससे बहुत ही ज्यादा रिस्पेक्टेड और वैल्यूड फील करता है और वह आपको भी वैसे ही रिस्पेक्ट देने की कोशिश करता है आपने वो कोट तो सुना ही होगा अ गुड लिस्नर
इज ऑलवेज अ गुड स्पीकर क्योंकि बोलते वक्त आप सिर्फ वही चीजें दोहरा रहे होते हो जो ऑलरेडी आपके नॉलेज में होती हैं लेकिन सुनने से आपको और ज्यादा नॉलेज मिलता है और जब आपके पास नॉलेज होता है एक टॉपिक के बाद बारे में सुनने वाले इंसान के बारे में तो आप उसे अपनी बात को और भी ज्यादा अच्छे और बेहतर तरीके से समझा सकते हो इसलिए एक अच्छा स्पीकर बनने के लिए पहले एक अच्छे लिसन बनो रूल नंबर फोर डोंट यूज 10 वर्ड्स व्हेन वन विल डू दोस्तों जब भी आप किसी से बात करें तो
ये अपने दिमाग में रखें कि आप किसी इंसान से बात कर रहे हैं ना कि एग्जाम में कोई ऐसे लिख रहे हैं जिसमें आप जितना ज्यादा लिखेंगे उतने ही ज्यादा आपको मार्क्स मिलेंगे नहीं बल्कि रियल लाइफ में आप अपनी कन्वर्सेशन को जितना ज्यादा लंबा खींचें ये उतनी ही ज्यादा डल और मीनिंग्स बनती जाएगी और आपको एक अनअट्रैक्टिव पर्सन दिखाएगी आपको बस उतने ही वर्ड्स यूज करने हैं जितने कि उस पॉइंट को समझाने के लिए काफी हैं जो आप समझाना चाह रहे हो ना कम ना ज्यादा बस इनफ ये आपके पॉइंट को और ज्यादा इंगेजिंग बनाएगा
और लोगों को इसके बारे में सोचने के लिए और ज्यादा टाइम भी मिल जाएगा लेकिन जब आप अपनी बात को बहुत लंबा करोगे तो लोग बोर हो जाएंगे और उनका माइंड आपकी तरफ होने की बजाय कुछ और सोचने में लग जाएगा क्योंकि ये ह्यूमन माइंड जब भी किसी ऐसी चीज को एक्सपीरियंस कर रहा होता है जो उसे ना पसंद होती है तो वो ऑटोमेटिक कुछ और सोचने लग जाता है जिस से इंसान फिजिकली तो वहां मौजूद होता है बट मेंटली कहीं और चला जाता है और आपने भी इस चीज को अपनी स्कूल या कॉलेज लाइफ
में जरूर एक्सपीरियंस किया होगा इसलिए बात को लंबा खींचने की बजाय जितना शॉर्ट हो सके उतना शॉर्ट करके कहो रूल नंबर फाइव बिल्ड योर इमोशनल इंटेलिजेंस दोस्तों हम सबकी कम्युनिकेशन हमारी इमोशनल इंटेलिजेंस की फाउंडेशन पर बनती है यानी आपके इमोशंस आपकी किसी भी पर्सन के साथ कम्युनिकेट करने की बेस होते हैं अगर आसान अल्फाज में कहे तो इसका मतलब यह है कि आप तब तक सामने वाले पर्सन के साथ इफेक्टिवली कम्युनिकेट नहीं कर पाओगे जब जब तक कि आप अपनी फीलिंग्लेस ना कर लो और दूसरे की फीलिंग्लेस प्रोग्राम्स के इंस्ट्रक्टर जिनका नाम मार्गरेट एंड्रूज है
वो कहती हैं इफ यू आर अवेयर ऑफ योर ओन इमोशंस एंड द बिहेवियर दे ट्रिगर यू कैन बिगिन टू मैनेज दीज इमोशंस एंड बिहेवियर्स यानी अगर एक बार आप अपने इमोशंस को समझ जाओ और यह समझ जाओ कि वो इमोशंस आपके अंदर कौन-कौन से बिहेवियर्स को जन्म देते हैं जो कि आपको कोई एक सर्टेन एक्शन लेने पर मजबूर करते हैं तो आप आसानी से उन इमोशंस और बिहेवियर्स को कंट्रोल कर पाओगे जिन लोगों में इमोशनल इंटेलिजेंस ज्यादा होती है तो ऐसे लोगों के लिए सामने वाले पर्सन की बात को सुनना उसे समझना और अपनी बॉडी
लैंग्वेज और टोन को सही रखना बहुत ही इजी हो जाता है क्योंकि अगर एक बार आपने अपने इमोशनल बिहेवियर को साइड पर रख के अपने दिमाग से काम लेना स्टार्ट कर दिया तो उस वक्त आपके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं रहता आप वो वो काम करने लगते हो जिनसे पहले आपको डर लगता था क्योंकि फियर भी एक इमोशन ही है और एक बार आपने इस पर कंट्रोल कर लिया तो इसके बाद आप वही करोगे जो आपके लिए सही है उस वक्त ना ही आप किसी से बात करते वक्त घबराओ ग ना ही कोई स्पीच देते
वक्त और ना ही किसी पर्सन को किसी चीज के लिए कन्वेंस करते वक्त आपको सिर्फ अपनी इमोशनल इंटेलिजेंस को बढ़ाकर अपने माइंड से काम लेना स्टार्ट करना होगा अब आ जाते हैं हमारे आज के लास्ट और मोस्ट इंपॉर्टेंट रूल की तरफ रूल नंबर सिक्स बी टैक्ट फुल दोस्तों टैक्ट फुल कम्युनिकेशन में आप एक ऐसे मैनर में बात करते हो जिससे कि आप सामने वाले पर्सन की बातों को बगैर उनकी फीलिंग्लेस वक्त इस्तेमाल की जाती है कि जब एक ही रूम में मौजूद बहुत से लोग किसी एक चीज के बारे में डिफरेंट ऑपिनियंस रखते हो उस
वक्त आप इस ट्रिक का यूज यूज करके अपनी बात को सही भी प्रूफ कर देते हो और सामने वाला हर्ट होने से भी बच जाता है ये क्वालिटी दुनिया के बड़े-बड़े पॉलिटिकल लीडर्स और ब्रांड ओनर्स में पाई जाती है जो सामने वाले को उन्हीं की बातों में उलझा करर उन्हें गलत साबित कर देते हैं फॉर एग्जांपल डोनाल्ड ट्रंप से जब भी कोई रिपोर्टर उनके ऑन गोइंग कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट से होने वाले नेगेटिव इफेक्ट्स के बारे में कोई सवाल पूछता है तो ट्रंप उस रिपोर्टर से आर्गू करने की बजाय अपने जवाब को चेंज करके उस प्रोजेक्ट के
सारे पॉजिटिव इफेक्ट्स के बारे में बताते हैं जो उनकी उस नई बिल्डिंग से मिलेंगे कि कैसे वो नई जॉब अपॉर्चुनिटी क्रिएट कर रहे हैं स्मॉल बिजनेसेस को एक्सपेंड कर रहे हैं और कैसे अपने काम से वह सोसाइटी में एक पॉजिटिव चेंज ला रहे हैं अब ऐसे ही आपको इस टैक्ट फुल कम्युनिकेशन का यूज करके सामने वाले पर्सन से आर्गू करने की बजाय सिंपली उसे उस चीज के पॉजिटिव इफेक्ट्स के बारे में बताना है अगर आप इस ट्रिक को सही से यूज करना सीख गए तो कभी भी आप अपनी लाइफ में मार नहीं खाओगे तो अगर
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