The Man Who Hacked America

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The Man Who Hacked America Face Reveal & QNA: https://youtu.be/zPXVS88OS2s Shorts Channel: https:...
Video Transcript:
एक अकेले शख्स ने अमेरिका जैसी सुपर पावर को दिन में ही तारे दिखा दिए इसने 2013 में अमेरिका के 10 लाख से ज्यादा टॉप सीक्रेट डॉक्यूमेंट चुराकर उनको दुनिया के सामने खोल कर रख दिया और तब से लेकर पिछले 11 सालों से यह अमेरिका का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल है लेकिन अमेरिकन गवर्नमेंट का इतना ज्यादा नुकसान करने के बावजूद आज दुनिया में इसको हीरो की नजर से देखा जाता है लेकिन आखिर क्यों दुनिया की टॉप सीक्रेट एजेंसी के डॉक्यूमेंट इसने कैसे चुराए उनको क्यों लीक किया और इस सब के बाद भी यह अमेरिका की ग्रिफ्ट से
कैसे बचा हुआ है जम टीवी की वीडियोस में एक बार फिर से खुशामदीद नाजरीन 6 जून 2013 की सुबह का सूरज अमेरिकन गवर्नमेंट पर बहुत बड़ी मुसीबत लेकर आया होता यूं है कि द गार्डियन और द वाशिंगटन पोस्ट पे खबरों की एक सीरीज पब्लिश होती है जिसमें एनएसए यानी नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के टॉप सीक्रेट डॉक्यूमेंट का कच्चा चिट्टा मौजूद था इन डॉक्यूमेंट ने ना सिर्फ अमेरिकंस बल्कि पूरी दुनिया के मोबाइल यूजर्स को हैरत में मुब्तला कर दिया जब उनको यह मालूम पड़ा कि अमेरिकन गवर्नमेंट चुपके से हर मोबाइल यूजर पर नजर रख रही है इन
डॉक्यूमेंट में एनएसए के सीक्रेट प्रोग्राम प्रिज्म को एक्सपोज किया गया था एक ऐसा सीक्रेट प्रोग्राम जो यूएस गवर्नमेंट को ऑर्डर है जिसके जरिए वह करोड़ों राइजन कस्टमर्स का डाटा भी एक्सेस कर सकते हैं राइजन अमेरिका में मोबाइल ऑपरेटर है जैसे इंडिया पाकिस्तान में सिक्योरिटी एजेंसी ने हांगकांग और चाइना की मिलिट्री के कंप्यूटर्स हैक किए एंजला मार्केल का फोन टैप किया जो उस वक्त जर्मनी की चांसलर थी ब्रिटिश गवर्नमेंट कम्युनिकेशन हेड क्वार्टर्स जीसीएच क्यू अपने शहरिया पर नजर रखने के लिए एक प्रोग्राम चला रहे थे और लीक डॉक्यूमेंट में एनएसए और जीसीएच क्यू की बातचीत सामने
आई जिसमें दोनों इदार तरीके ढूंढ रहे थे कि कैसे लोगों को धोखा दिया जाए प्रोपेगैंडिस्ट सूख रखा जाए शुरुआत में तो किसी को भी मालूम नहीं था कि यह डॉक्यूमेंट किसने लीक किए और क्या यह वाकई सच्चे भी हैं या नहीं क्योंकि न्यूज़ एजेंसीज अपनी खबर का सोर्स बताने की पाबंद नहीं होती लेकिन इसके ठीक तीन दिनों के बाद एक शख्स सामने आता है जो इन टॉप सीक्रेट डॉक्यूमेंट को लीक करने की जिम्मेदारी लेता है 29 इयर्स का एडवर्ड स्नोडेन जो कि एक हाई स्कूल ड्रॉपआउट था उसने अपने करियर की शुरुआत यूएस मिलिट्री से की
लेकिन एक साल के बाद बाद वहां से डिस्चार्ज होकर 2005 में मैरीलैंड यूनिवर्सिटी का सिक्योरिटी गार्ड लगा एडवर्ड नोडन बेशक ही पढ़ाई में अच्छा नहीं था लेकिन उसकी कंप्यूटर स्किल्स इतनी मजबूत थी कि सीआईए ने उसको जॉब पर रख लिया सीआईए के साथ कुछ साल बिताने के बाद 2009 में अमेरिकन टेक जायंट डेल ने उसको हायर कर लिया डेल के पास उस वक्त नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के कंप्यूटर सिस्टम्स को अपग्रेड करने का कांट्रैक्ट भी था तभी उन्होंने एडवर्ड को भी इसी प्रोजेक्ट पे लगा दिया जहां पहले उसका रोल सुपरवाइजर का था बाद में वह साइबर
स्ट्रेटजिस्ट बन गया यहां तक तो एडवर्ड स्नोडेन सीआईए और एनएसए के लिए हीरे की मानंद था तो फिर आगे ऐसा क्या हुआ जो उसको इन्हीं एजेंसीज की तरफ से गद्दार कहा जाने लगा असल में एडवर्ड का साइबर स्ट्रेटजिस्ट से गद्दार बनने के पीछे एक वाकया हुआ था एनएसए के कंप्यूटर्स ऑपरेट और अपग्रेड करने के दौरान एडवर्ड को मालूम पड़ा कि नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के पास किसी भी मोबाइल यूजर का पर्सनल डाटा एक्सेस करने की पावर मौजूद है उसने कुछ रिकॉर्ड्स भी देखे जो पहले उसको लगा कि शायद यह इंटरनेशनल क्रिमिनल्स के रिकॉर्ड हैं लेकिन असल
में यह क्रिमिनल्स नहीं बल्कि अमेरिका के अमन पसंद शहरी थे उसी दौरान अमेरिका की कांग्रेस में इंटेलिजेंस के मुद्दे पर एक बहस चल रही थी रॉन वाइडन जो कि एक अमेरिकन पॉलिटिशियन है उन्होंने भरी कांग्रेस में नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के डायरेक्टर जेम्स क्लैपर से एक सवाल किया कि आपकी एजेंसी अमेरिकंस का डाटा इकट्ठा करती है या नहीं कांग्रेस का यह सेशन नेशनल टेलीविजन पर भी ब्रॉडकास्ट हुआ जेम्स क्लैपर ने करोड़ों लोगों के सामने बोला कि नहीं हमारा काम सिर्फ फॉरेन इंटेलिजेंस है एडवर्ड स्नोडेन उस वक्त टेलीविजन पे अपने डायरेक्टर को साफ-साफ झूठ बोलता देखकर हैरत
में पड़ गया उसको इतना गुस्सा आया कि तीन दिनों के बाद उसने डेल की जॉब को छोड़ दिया जहां से वह सालाना 2 लाख डॉलर कमा रहा था 2013 में उसने डेल को छोड़कर बूज एलन हैमिल्टन को जवाइन किया जो कि यूएस मिलिट्री सीआईए और एनएसए के लिए काम करती थी यहां पर भी उसको एनएसए के ही एक प्रोजेक्ट पे लगा दिया गया नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी का कहना है कि एडवर्ड ने हमारे सिस्टम से इतनी फाइल्स चुराई हैं कि उनका अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो रहा है क्योंकि उनकी तादाद 20 लाख से भी ज्यादा हो
सकती है लेकिन एडवर्ड ने ऐसा क्या किया जो वो टॉप सीक्रेट एजेंसी की फाइल्स कॉपी कर गया वो भी किसी को भनक पड़े बगैर हैरानी की बात यह है कि इस काम के लिए उसने किसी पेचीदा हैकिंग टूल्स का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि यह सारा काम एक छोटी यूएसबी ड्राइव से किया गया पर आखिर कैसे क्योंकि नॉर्मल ऑफिसेज में ही डाटा चोरी हो जाने के डर से खास तौर पर यूएसबी ड्राइव्स पर पाबंदी होती है दूसरा यह कि किसी भी कंपनी के सिस्टम में जहां कॉन्फिडेंशियल डाटा होता है वहां हर एंप्लॉई के पास डाटा एक्सेस
करने की अथॉरिटी नहीं होती ये तो फिर भी नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के कंप्यूटर्स थे जिनकी सिक्योरिटी का कोई तोड़ नहीं होता एडवर्ड स्नोडेन ने यह काम करने से पहले अपने भागने का प्लान बनाया और अपनी लोकेशन का फायदा उठाया क्योंकि वो बूज एलन हैमिल्टन की तरफ से एनएसए के प्रोजेक्ट के लिए हायर किया गया था इसी वजह से उसको हवाई में एनएसए के मैरीलैंड हेड क्वार्टर्स से 5000 मील दूर रखा गया था हवाई मैरीलैंड से 6 घंटे पीछे है जिसका मतलब कि जब एडवर्ड अपने हवाई ऑफिस में काम करता उस वक्त तक एनएसए के हेड
क्वार्टर्स में सब चले जाते थे दूसरा फायदा यह था कि उसको एनएसए हेड क्वार्टर्स के सर्वर्स तक थिन क्लाइंट सिस्टम के जरिए रसाई हासिल थी जो कि असल में आउटडेटेड था तीसरा फायदा यह कि एडवर्ड खुद वहां सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर था यानी उसकी प्रोफाइल की हाई सिक्योरिटी क्लीयरेंस थी जिससे उसके पास ज्यादा राइट्स थे यानी वह बिना नजरों में आए किसी भी सिस्टम से डाटा कॉपी कर सकता था बस इसी चीज का फायदा एडवर्ड नोडन ने उठाया और बिना नोटिस हुए 5000 मील दूर से ही 20 लाख से ज्यादा फाइल्स कॉपी कर ली हवाई ऑफिस में
सिर्फ चार हफ्ते काम करने के बाद एडवर्ड ने एनएसए के करतूत दुनिया के सामने लाने का फैसला किया उसने तमाम डॉक्यूमेंट यूएसबी ड्राइव में कॉपी किए बड़ी चालाकी से वह ड्राइव सिक्योरिटी गार्ड से छुपाकर बाहर निकला और बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी कर ली उसने अपना नंबर ऑफ किया और सीधा हवाई से हांगकांग चला गया लेकिन जब अगले कई दिनों तक वह वापस नहीं आया और ना ही उसका नंबर लग रहा था तो एनएसए को शक हुआ और वह उसको ढूंढने में लग गए हांगकांग पहुंचकर वह कुछ भरोसे वाले जर्नलिस्ट से मिला उनको डॉक्यूमेंट दिए
और फिर वही डॉक्यूमेंट अगले दिन दुनिया की हेडलाइंस बन गए एडवर्ड स्नोडेन के लीक किए गए डॉक्यूमेंट ने दुनिया भर में एनएसए की सीक्रेट पावर्स पर एक नई बहस छेड़ दी इस पर सरकारी प्रॉपर्टी की चोरी नेशनल सिक्योरिटी के सिस्टम्स में बगैर इत घुसने और टॉप सीक्रेट इंफॉर्मेशन को अनऑथराइज्ड लोगों तक पहुंचाने का इल्जाम आयद किया गया साथ ही अमेरिकन गवर्नमेंट ने हांगकांग से मुतालबा किया कि एडवर्ड को हमारे हवाले किया जाए लेकिन वह भी अपना हर कदम पहले से प्लान करके बैठा था तब तक वह जहाज पकड़कर रशिया चला गया जहां शुरू में उसको
अससाइलम मिला और फिर सितंबर 2022 में पुटिनटिपटुचिरा है जिसमें उसने बताया कि कैसे हमारे फ्स हमारी ही जासूसी करते हैं उसने नोज स्मर्फ नामी एक टूल का जिक्र किया जो हमारे फोन के माइक्रोफोन का एक्सेस सिक्योरिटी एजेंसीज को देता है जिससे वह आस-पास की आवाजें बिना किसी रुकावट के सुन सकते हैं कुछ लोग एडवर्ड नोडन को गद्दार समझते हैं जबकि कुछ का मानना है कि वह एक हीरो है जिसने एनएसए का असल चेहरा दुनिया के सामने बेनकाब किया इस बारे में आपकी क्या राय है मुझे कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा उम्मीद है जम टीवी की
यह वीडियो भी आप लोग भरपूर लाइक और शेयर करेंगे आप लोगों के प्यार भरे कमेंट्स का बेहद शुक्रिया मिलते हैं अगली शानदार वीडियो में
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