27th सितंबर 2024 न्यूयॉर्क में यूनाइटेड नेशंस की जनरल असेंबली के दौरान जब इजराइली प्राइम मिनिस्टर बेंजामिन नेतनयाहू की स्पीच की बारी आई तो आधे से ज्यादा डिप्लोमेट्स प्रोटेस्ट में नेतनयाहू को पीठ दिखाकर असेंबली से वॉक आउट कर जाते हैं मैसेज बिल्कुल क्लियर था इजराइल की गाजा और लेबन पर बमबारी लेकिन वॉकआउट करने का क्या फायदा उसके बाद इजराइल ने यमन पर भी हमले शुरू कर दिए हैं सिर्फ गाज की बात की जाए तो पिछले 1 साल के दौरान 42000 से ज्यादा बेकसूर लोग मारे जा चुके हैं जिनमें बच्चे और औरतें भी शामिल थे और लाखों
लोग बेघर हुए वो अलग अमेरिका यूरोपियन यूनियन और यूके ने कई मर्तबा इजराइल को वर्न भी किया है कि यह जंग भयानक शक्ल भी इख्तियार कर सकती है इसकी एक झलक 1 अक्टूबर 2024 को दुनिया ने तब देखी जब ईरान ने 1800 किमी दूर से 200 बैलिस्टिक मिसाइल्स इजराइल पर फायर किए और सेकंड अक्टूबर तक की रिपोर्ट यह है कि इजराइल ने ईरान को संगीन नताइवस्क्रिप्ट [संगीत] [संगीत] करने के बावजूद भी वह इजराइल को रोकने में अभी तक नाकाम है जम टीवी की वीडियोस में एक बार फिर से खुशामदीद नाजरीन इजराइल की असल ताकत समझने
से पहले हमें थोड़ा सा करंट सिचुएशन के बारे में समझना भी जरूरी है इजराइल और पलेस्टाइन का मसला तो तब से चल रहा है जब इन दोनों का कोई वजूद भी नहीं था इस मसले की असल जड़ क्या है इस पर आप जम टीवी की यह डिटेल वीडियो भी देख सकते हैं जिसका लिंक भी डिस्क्रिप्शन में मौजूद है फिलहाल क यह है कि फलस्तीनियंस ने धकेल धकेल कर एक छोटी सी स्ट्रिप तक महदूद रखा हुआ है जिसे गाज स्ट्रिप कहते हैं यह टेरिटरी सिर्फ 360 स्वार किलोमीटर के एरिया पर फैली हुई है जहां से ना
निकलना आसान है और ना इसके अंदर जाना एक साइड पे मेडिटरेनियन एक तरफ इजिप्ट तो दो साइडों पे इजराइल मौजूद है सिर्फ जरूरत की एशिया यहां जाती हैं वो भी सिर्फ तब जब इजराइल चाहता है इसी वजह से इंटरनेशनल कम्युनिटी का मानना है कि गाज ट्रिप दुनिया का सबसे बड़ा ओपन एयर प्रिजन है गाज इस वक्त हमस के कंट्रोल में है जो कि एक मिलिटेंट विंग है पिछले साल अक्टूबर में जब हमास ने इजराइल पर हजारों रॉकेट्स फायर किए तो उसके नतीजे में इजराइल ने जो जवाबी कारवाई शुरू की वह अभी तक चल रही है
इसका सबसे ज्यादा नुकसान गाज की लोकल पापुलेशन को हो रहा है जो ना चाहते हुए भी इस जंग में धकेल जा रहे हैं 42000 से ज्यादा लोग मारे गए जिनमें बच्चे भी शामिल थे हजारों लोग बेघर हुए और जख्मी इतने कि गिनती करना भी मुश्किल है गाजा जो एक शहर था अब लाखों टन मलबे का ढेर मालूम होता है इजराइल का कहना है कि यह सब उन्होंने हम मास के मिलिटेंट विंग को खत्म करने के लिए किया है और आगे भी करता रहेगा पर सोच को यह बात हजम नहीं होती कि गाजा जिसकी 2017 में
पापुलेशन 5 लाख के करीब थी उनमें से 42000 लोग यानी पॉपुलेशन का 8 % मिलिटेंट विंग कैसे हो सकता है इजराइल के हमलों से बचने के लिए गाजा की लोकल पॉपुलेशन के पास सिर्फ एक ही रास्ता बचा है कि वह गाजा स्ट्रिप छोड़कर लेबन में पना ले जी हां वही लेबन जहां आजकल इजराइल की एयर स्ट्राइक्स चल रही हैं पर यह काम इतना आसान नहीं होता पहले इजिप्ट से रेड सी के जरिए जॉर्डन में एंट्री करनी पड़ती है फिर वहां से सीरिया और फिर आखिर में लेबन लेबन में हिज्बुल्लाह का काफी रो रसूख है जो
कि एक ईरानियन बैकड मिलिटेंट ग्रुप है और यह ग्रुप गाजा में हम मास की हेल्प भी करता है पर आखिर यह हिज्बुल्लाह है कौन 1980 में लेबन में सिविल वॉर के दौरान इजराइल ने साउथ लेबन पे कब्जा कर लिया था इजराइल से मुकाबला करने के लिए वहां एक आर्म्ड ग्रुप उभर कर सामने आया जिसे हिज्बुल्लाह का नाम दिया गया इस ग्रुप ने इजराइल को लेबन से बाहर खेला और तब से लेकर यह लेबन का एक पावरफुल पॉलिटिकल और मिलिटेंट विंग है एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह ग्रुप लेबन की आर्मी से भी ज्यादा पावरफुल है
और इसको ईरान की सपोर्ट हासिल है जब से हिज्बुल्लाह का वजूद हुआ है तब से लेकर यह इजराइल के लिए खतरा बना हुआ है और हर आए दिन इनकी झड़पें होना एक मामूल बन चुका है लेकिन पिछले साल गाजा पर हमलों के बाद से हिज्बुल्लाह ने खुल्लम खुल्ला फलस्तीनियंस देने का ऐलान किया था अब यहां पर इजराइल के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई क्योंकि पर हमले करना तो आसान था लेकिन अब इनको लेबन में हिजबुल्ला को भी जवाब देना पड़ रहा था अब लेबन में डायरेक्टली अटैक करने के लिए इजराइल को कोई बड़ी वजह
चाहिए थी एक्सपर्ट्स का मानना है कि तभी उन्होंने पेजर अटैक्स प्लान किए 177th और 18th सितंबर 2024 को हिज्बुल्लाह के 3000 से ज्यादा पेजर्स और रेडियो सेट्स एक साथ फट पड़े जिसकी डिटेल वीडियो अलग से जम टीवी पे मौजूद है हिजबुल्ला ने इसका इल्जाम इजराइल लगाया और साथ ही इजराइल पर कई रॉकेट्स भी फायर किए जिस मौके की तलाश थी वह अब आ चुका था इजराइल ने अगले दिन से ही साउथ लेबन पर एयर स्ट्राइक्स शुरू कर दी और हजारों लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए इस ऑपरेशन में हिज्बुल्लाह के कमांडर हसन नसरुल्लाह
की मौत हो गई दूसरी तरफ देखा जाए तो दुनिया भर की कंट्रीज ने मिडिल ईस्ट की इस सिचुएशन को मजीद खराब होने से पहले लड़ाई को खत्म करने के लिए भी भरपूर कोशिश की है और कई कंट्रीज ने इजराइल को काफी क्रिटिसाइज भी किया है मदद की बात की जाए तो दुनिया भर से गाज के लिए बहुत एड भी अनाउंस की गई सिर्फ यूएस की बात करें तो 30 सितंबर 2024 रोटर्स के मुताबिक अमेरिका ने गाजा में फलस्तीनियंस की एड का ऐलान किया 7थ मार्च 2024 यूएस प्रेसिडेंट जो बाइड ने गाज में मदद करने के
लिए मिलिट्री पोर्ट बनाने का ऐलान किया और इसी साल 27th को यूएस एड ने 53 मिलियन डॉलर्स की फौरी इमदाद का ऐलान भी किया इस तरह के अनगिनत ऐलान हमें मुख्तलिफ न्यूज़ वेबसाइट्स पर मिलते हैं लेकिन जहां दुनिया की ज्यादातर कंट्रीज इजराइल को क्रिटिसाइज कर रही हैं वहीं इजराइल उतना ज्यादा इन हमलों में शिद्दत लेकर आ रहा है आखिर इसकी वजह क्या है कि चारों तरफ अरब कंट्रीज से घेरा हुआ छोटा सा इजराइल किसी के काबू में नहीं आ रहा इस मामले को पिछले एक साल में तीन मर्तबा यूनाइटेड नेशंस की सिक्योरिटी काउंसिल में भी
उठाया गया यूएन की सिक्योरिटी काउंसिल में अलग-अलग कंट्रीज के नुमाइंदे हिस्सा लेते हैं और किसी भी मसले का वोटिंग के जरिए फैसला किया जाता है और यह फैसला फिर अगली कंट्री को मानना ही पड़ता है लेकिन तीनों मर्तबा सिक्योरिटी कांसिल में जब सीज फायर का एग्रीमेंट हुआ तो अमेरिका ने अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए इस फैसले को रद्द कर दिया जी हां वही अमेरिका जिसने गाज के लिए करोड़ों डॉलर्स की एड का ऐलान किया था जून 2024 में तो अमेरिका ने खुद एक सीज फायर का एग्रीमेंट फाइल किया था जो सिक्योरिटी काउंसिल में
पास भी हो गया लेकिन उसको भी बाद में वीटो कर दिया गया एक तरफ प्रेसिडेंट जो बाइड का कहना है कि जंग किसी के हक में नहीं है तो दूसरी तरफ यूएन में वीटो पावर्स का इस्तेमाल भी अमेरिका ने ही किया ना सिर्फ इतना बल्कि स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट के मुताबिक 2019 और 2023 के बीच बी इजराइल ने जितने भी वेपंस इंपोर्ट किए उनमें से 69 पर अमेरिका से मंगाए गए और तो और अमेरिका की तरफ से हर साल इजराइल को 3.8 बिलियन डॉलर्स की मिलिट्री एड भी दी जाती है यह सारी इंफॉर्मेशन पब्लिकली
भी मौजूद है लोगों का कहना है कि अमेरिका गाज पर हमले रोकने की बात तो करता है दूसरी तरफ इजराइल को सपोर्ट भी करता है यही वजह है कि जंग कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है जो आने वा वक्त में मिडिल ईस्ट में कोई भयानक शक्ल भी इख्तियार कर सकती है पर यहां एक अहम सवाल पैदा होता है कि आखिर अमेरिका ऐसा कर क्यों रहा है इस सवाल के जवाब की कड़ियां रिलीजन से जाकर मिलती हैं यूएस के विटोन कॉलेज की एक रिसर्च के मुताबिक अमेरिका में एक बहुत बड़ी पॉपुलेशन करीब 35
से 40 पर लोग ऐसे हैं जो बाइबल पर पूरा यकीन रखते हैं और उसको फॉलो भी करते हैं इनमें से काफी सारे लोगों का मानना है कि इजराइल का बनना बाइबल के ऐन मुताबिक है अमेरिका में एक ऑर्गेनाइजेशन है जिसका मकसद इजराइल की प्रोटेक्शन और यहूदियों के लिए आवाज उठाना है इस ऑर्गेनाइजेशन को कूफी कहा जाता है यानी क्रिश्चियंस यूनाइटेड फॉर इजराइल पूरी दुनिया में इस ऑर्गेनाइजेशन के 10 मिलियन मेंबर्स हैं जिनमें अमेरिकन पॉलिटिक्स के काफी बड़े-बड़े नाम भी शामिल हैं क्रिश्चियंस के इस ग्रुप को जायो भी कहा जाता है याद रखें कि क्रिश्चियनिटी एक
अलग रिलीजन है और जूश एक अलग जबकि जायो निज्म एक ऐसी पॉलिटिकल मूवमेंट है जो इजराइल के हक में काम करती है सबसे अहम बात यह जरूरी नहीं कि हर जू या हर क्रिश्चियन जायो निस्ट हो जायो निस्ट का यह ग्रुप अमेरिकन पॉलिटिक्स या गवर्नमेंट में अपनी मर्जी के फैसले कैसे करवाता है इसके लिए एक अलग कमेटी है जिसको एपेक यानी अमेरिकन इजराइल पब्लिक अफेयर्स कमेटी कहा जाता है यह दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पावरफुल लॉबिंग कमेटी है जो अमेरिकन कांग्रेस में जो चाहे जब चाहे अपनी मर्जी के फैसले करवा सकती है यूएस कांग्रेस
में ही सारे फैसले किए जाते हैं नए कानून बनाए जाते हैं बजट अप्रूव होते हैं और जंगे भी मुसल्लत की जाती हैं यूएस कांग्रेस के मेंबर्स यह तमाम फैसले वोटिंग के जरिए करते हैं अब अगर कोई एक बड़ा ग्रुप यूएस कांग्रेस के ज्यादातर मेंबर्स को खरीद ले और उनसे कहे कि फलां फलां रेजोल्यूशन में वोटिंग उनके हक में देनी है तो इस इसको कहते हैं लॉबिंग करना और हैरत की बात यह है कि अमेरिका में लॉबिंग करना बिल्कुल लीगल है लेकिन इसकी कुछ शर्तें हैं जो लॉबिंग कर रहा है उसको यह तमाम डिटेल्स पब्लिक रखनी
है और अंडर द टेबल किसी भी कांग्रेस के मेंबर्स को पैसे नहीं देने यानी जो कुछ होगा सबके सामने होगा एेक की वेबसाइट पे साफ-साफ लिखा है कि यह ग्रुप अमेरिकन गवर्नमेंट में इजराइली पॉलिसीज लागू करवाने के लिए लॉबी करता है ना सिर्फ इतना बल्कि वो कैंडिडेट्स जो यूएस जनरल इलेक्शन में खड़े हुए और उनको एपेक की सपोर्ट हासिल थी उनमें से 98 इलेक्शन जीत गए इन कैंडिडेट्स को 4 मिलियन डॉलर्स भी दिए गए यह ग्रुप ना सिर्फ अमेरिकन पॉलिटिक्स में इजराइल पसंद पॉलिसीज लागू करवाता है बल्कि जो इजराइल के खिलाफ हैं उनको हराने का
काम भी करता है इनकी वेबसाइट पर लिखा है कि इन्होंने 24 ऐसे कैंडिडेट्स को भी हरवा जो प्रो इजराइल पॉलिसीज के खिलाफ थे एपेक की इजराइल के लिए सपोर्ट अब काफी भयानक शक्ल इख्तियार करने लगी है हुआ कुछ यूं था कि इजराइल की बमिंग और गाजा में ह्यूमन राइट वायलेशन के खिलाफ साउथ अफ्रीका ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट आईसीसी में एक केस फाइल किया यह कोर्ट यूनाइटेड नेशंस का हिस्सा है लेकिन यह अमेरिका के डायरेक्ट कंट्रोल में नहीं है 24th अप्रैल 2024 को आईसी के चीफ प्रोक्यू असद करीम खान को 12 यूएस सेनेटर्स की तरफ से
एक धमकी आमज लेटर रिसीव होता है जिसमें लिखा था कि हमें रिपोर्ट मिली है कि आईसीसी इजराइल के प्राइम मिनिस्टर बेंजामिन नेतनयाहू और दूसरे इजराइली लीडर्स को अरेस्ट करने के ऑर्डर्स निकालने वाला है इसमें लिखा था कि अगर आपने ऐसा किया तो हम यानी यूएस आपके इदार के खिलाफ बदतर सैंक्शंस लगाएंगे आपकी और आपकी फैमिली के यूएस विजिट्स पर भी पाबंदी लगा देंगे इस लेटर में साफ-साफ लिखा था इफ यू टारगेट इजराइल वी विल टारगेट यू और आखिर में लेटर के एंड में मेंशन किया गया यू हैव बीन बंड इस लेटर के साथ उन 12
यूएस सेनेटर्स के नाम और सिग्नेचर भी अटैच थे मजे की बात यह है कि एेक की वेबसाइट पर उन तमाम सेनेटर्स की लिस्ट मौजूद है जो प्रो इजराइली कैंडिडेट्स हैं और जिनके लिए फंडिंग जमा की जा रही है और आईसीसी के चीफ प्रोजक को धमकी अमेज लेटर लिखने वाले सेनेटर्स के नाम भी इसी लिस्ट में खुलम खुला लिखे हैं पर कहानी अभी भी बाकी है बंड्स के बारे में तो आप सबने सुन रखा होगा यह ज्यादातर गवर्नमेंट्स इशू करती हैं इन्वेस्टर से पैसा जमा करने के लिए और बदले में बॉन्ड खरीदने वाले को सालाना प्रॉफिट
दिया जाता है इसका फायदा यह होता है कि गवर्नमेंट को लोन की सूरत में पैसे मिल जाते हैं और जब भी बॉन्ड वापस करना हो तो गवर्नमेंट वह वापस खरीद भी लेती है अब आते हैं असल स्टोरी पे द गार्डियन की एक स्टोरी के मुताबिक अगस्त 2023 में इजराइली बंड्स के एक रिप्रेजेंटेटिव ने अमेरिका में ओहायो स्टेट ट्रेजरर को ईमेल करके कहा कि क्या वह 5 मिलियन डॉलर्स के इजराइली बॉन्ड खरीदेंगे नॉर्मली किसी भी गवर्नमेंट इदार को कोई चीज बेचना इतना आसान नहीं होता इसमें बहुत सारी कॉम्प्लिकेशंस और अलग-अलग लोगों से परमिशन लेनी पड़ती है
लेकिन हैरत अंगेज तौर पर अगले 40 मिनटों में ही टरर ऑफिस ने इजराइली बंड्स की परचेज अप्रूव कर दी बाद में मालूम पड़ा कि हमास और इराल की जंग शुरू होने के बाद मुख्तलिफ यूएस स्टेट्स और मुंसिपल ने कम से कम 1.7 बिलियन डॉलर के इजराइली बंड्स खरीदे हैं यूं मालूम होता है कि अमेरिका की इजराइल को सपोर्ट करने की एक नहीं बहुत सारी वजू हात हैं जिनमें सबसे आखरी है मिडिल ईस्ट में अमेरिका की सपोर्ट जैसा कि आप जानते हैं कि ईरान और यूएस के बीच पिछली कई दहाई हों से मसले चलते आ रहे
हैं अफगानिस्तान में 20 साला अमेरिकन कब्जा हो या इराक में में होने वाली जंग अमेरिका को मिडिल ईस्ट और साउथ एशिया में एक वफादार पार्टनर की जरूरत है और यह पार्टनरशिप इजराइल के अलावा कौन निभा सकता है हालांकि मिडिल ईस्ट में जंग खत्म करना कोई बड़ा मसला नहीं अरब कंट्रीज चाहती हैं कि फलस्तीनियंस दी जाए लेकिन इजराइल को टू स्टेट सॉल्यूशन किसी भी कीमत पर कबूल नहीं है उम्मीद है जम टीवी की यह वीडियो भी आप लोग भरपूर लाइक और शेयर करेंगे आप लोगों के प्यार भरे कमेंट्स का का बेहद शुक्रिया मिलते हैं अगली शानदार
वीडियो में