आज तक आप लोगों ने ऐसी कई सारी सीक्रेट सोसाइटीज के बारे में सुना होगा। लाइक ऐसी सीक्रेट सोसाइटीज जैसे कि इलुमनाटी हो गया और भी फलाने बहुत सारे अलग सीक्रेट सोसाइटी हो गई। लेकिन ये सब कुछ इंडिया के बाहर के है। आपने कभी भी ऐसा कोई सीक्रेट सोसाइटी नहीं सुना होगा जो कि इंडिया के अंदर होगा। जब कोई भी हमारे भारत देश का नाम भी लेता है ना तो सिर्फ अमन और शांति के साथ ही एक उसी नजरिए से देखा जाता है हमारे हिंदुस्तान को। कभी भी कोई भी हमारे हिंदुस्तान को डार्क पर्सपेक्टिव से नहीं
देखता है कि यह देश बहुत ज्यादा डार्क है। इसमें बहुत ज्यादा सीक्रेट्स हैं। ऐसा कभी कोई भी नहीं सोचता है। लेकिन आज यह वाला जो वीडियो है यह उसी के अगेंस्ट है। ऐसा नहीं है कि हमारे इंडिया में कोई भी डार्क चीजें कभी थी नहीं। एक्सिस्ट करती थी और आज उसी के बारे में हम बात करेंगे। गाइस इंडिया के अंदर भी एक सीक्रेट सोसाइटी एकिस्ट करती थी। शायद से आज भी एकिस्ट करती है। लेकिन आज भी शायद से वह सिर्फ और सिर्फ अंधेरे में ही है। जैसे कि पुराने जमाने में हुआ करती थी। आज मैं
आपको ऐसे बहुत सारे फेमस लोगों के बारे में भी बताऊंगा जो कि इस ही चीज से जुड़े हुए हैं। एंड आज के बाद जब आप उनका नाम सुनोगे तो आपका जो पर्सपेक्टिव है वो उनको लेके एकदम ज्यादा चेंज हो जाएगा। लेकिन उससे पहले आपको इस पूरी चीज का इतिहास सुनना इसका पूरा इतिहास समझना जरूरी है। वरना उसके बाद आपको कुछ भी समझ में नहीं आएगा। यह सुनना बहुत ज्यादा जरूरी है। लेकिन गाइस इस वीडियो की शुरुआत में मैं आपको एक चीज कह देना चाहता हूं कि आज मैं आपको जो भी चीज बताऊंगा, जो भी चीज
दिखाऊंगा आपके नजरों के सामने वो सब रिसर्च करने के बाद ही मैं आपकी नजरों के सामने रखूंगा। इंटरनेट आर्टिकल्स, बुक्स के रेफरेंस ये सारी चीजों को मद्देनजर रखते हुए ही मैं आपको आपके सामने उसको रखूंगा। एंड इसमें मेरा कोई भी पर्सनल ओपिनियन बिल्कुल भी नहीं होने वाला है। इट्स जस्ट अ रिसर्च जो मैं आपके सामने आकर रखने वाला हूं। एंड मैं अपना ओपिनियन नहीं देना चाहूंगा बिकॉज़ इट इज गोइंग टू बी वेरी कंट्रोवर्शियल एंड ऑलरेडी यह कंट्रोवर्शियल ही है यह वाला टॉपिक। एंड गाइस ये कितना कंट्रोवर्शियल है वो हमने बचपन से ही देखा है। अभी
आपको समझ में आएगा आगे जाके। लेकिन यह वीडियो शुरू करने से पहले ऐसे ही और हॉरर, मिस्टीरियस एंड हिस्टोरिकल वीडियोस देखने के लिए सब्सक्राइब कर दीजिए इस चैनल को। अब यह कहानी शुरू होती है और इस वीडियो के शुरुआत में मैं आपको एक चीज बता देना चाहता हूं कि आज यह जो सीक्रेट सोसाइटी है इसका नाम है द नाइन अननोन मैन जो कि सम्राट अशोका ने इसकी शुरुआत करी थी हिंदुस्तान में। यह कहानी 2000 साल पहले की है। जब सम्राट अशोक कलिंगा की जंग जीत चुके थे। इस युद्ध में तकरीबन 1 लाख लोगों को मारा
गया था और 1 लोगों को बंदी बनाया गया था। जिसकी वजह से यह युद्ध इतिहास का सबसे ज्यादा खून बहाने वाला युद्ध भी माना जाता है। और जब सम्राट अशोक ने भी इस युद्ध को जीता था तब वह काफी ज्यादा इस सोच में पड़ गए थे कि यह उनके हाथों क्या हो गया है। उन्होंने लाखों लोगों का बलिदान सिर्फ एक युद्ध के लिए दे दिया। इसी सोच में रहकर उन्होंने अपने राजपथ को छोड़कर बुद्धिज्म को अपना लिया। वह समझते थे कि बुद्धिज्म को अपनाने के बाद ही वह अधर्म की राह पर चल पाएंगे। इतना ही
नहीं उन्होंने बुद्धिज्म को देश के कई हिस्सों में फैलाया और सबको जिंदगी का असल मतलब भी बताया। इसके साथ अब उनकी बदौलत बुद्धिज्म बाकी देशों में भी फैल रहा था। एंड जब वो इस बुद्धिज्म के राह पर चल रहे थे तो उन्होंने बहुत सारी अलग-अलग चीजें एक्सपीरियंस की। अलग-अलग चीजों की नॉलेज उनको मिली। लेकिन इसी दौरान उनको कुछ इस चीजों की भी नॉलेज मिल गई जो कि नॉलेज किसी आम इंसान को नहीं मिलती है। उन्हें विज्ञान से लेकर, राजतंत्र से लेकर, राजकरण से लेकर हर एक चीजों के बारे में उनको नॉलेज मिल गई जो कि
कभी किसी के पास होती भी नहीं है। एंड जो होगी वो तो सुपर ह्यूमन बन जाएगा। इन शॉर्ट गाइस, यह जो नॉलेज जो कि सम्राट अशोका के पास थी उस समय वो मामूली नहीं थी। इसकी इंफॉर्मेशन से लोग इसका गलत फायदा भी उठा सकते हैं। लोग बहुत ज्यादा ताकतवर बन सकते हैं। लोगों की बहुत ज्यादा मदद हो सकती है। मतलब सम्राट अशोक के अंदर ही यह वाली जो चीजें ना ये इंफॉर्मेशन की बातें वो खाई जा रही थी उनको कि इतनी सारी इंफॉर्मेशन है मेरे पास मैं इसका क्या करूं? लोगों के अगर यह हाथ में
पड़ जाएगी तो लोग इसका बहुत ज्यादा गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं। तो इट्स बेटर कि मैं अपने सारे नॉलेज को डिवाइड कर दूं। उन्होंने नौ किताबों में इन चीजों को डिवाइड कर दिया। अलग-अलग अलग-अलग। किसी में पॉलिटिक्स की बातें थी। किसी में वेपन्स की बातें थी। किसी में बल की बातें थी। पावर की बातें थी। किसी में माइंड की बातें थी। किसी के अंदर सर्जरीज की बातें थी। हर एक चीजों के बारे में अलग-अलग किताब लिखी गई थी। हर एक हैक्स लिखे गए थे जो कि नॉर्मल इंसान के पास है ही नहीं। उनको अभी
भी डर लग रहा था कि ये नौ किताबें मैं कैसे संभाल के रखूं। तो उन्होंने सोचा कि मैं यह उन इंसानों को देना चाहूंगा। उन नौ इंसानों को देना चाहूंगा अलग-अलग जो कि इसका ध्यान रख सके जो कि इसे आगे पहुंचा के रख सके। क्योंकि उनको ऐसा लग रहा था कि इन किताबों को इस धरती पर होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है क्योंकि यह मानव जाति की बहुत ज्यादा हद तक मदद कर सकते हैं। एंड तभी सम्राट अशोक अपने राज्य में वापस आ गए। उन्होंने अपने दरबार में नौ अलग-अलग लोगों को बुलाया और उन नौ
अलग-अलग लोगों को अपनी किताब को दिखाया। एंड ये जो नौ अलग-अलग लोग थे, यह कोई साधारण लोग नहीं थे। यह अपने-अपने फील्ड के माहिर थे। जैसे कि सम्राट अशोक के पास जो नौ किताबें थी, उसमें से एक किताब राजनीति के ऊपर थी, पॉलिटिक्स के ऊपर थी। तो उस किताब को उस इंसान को दिया गया जो कि राजनीति में सबसे बेस्ट था। वो उसकी अच्छी समझ रखता था। ये उसे दी गई। ग्रेविटी का जिसको ग्रेविटी की नॉलेज थी उसे दी गई। जिसको पावर की नॉलेज थी, वेपंस की नॉलेज थी उसे उन किताबों को दिया गया। इसका
मतलब जो जो अपनी फील्ड में सबसे बेस्ट था जो इस किताब को डिर्व करता था, यह वाली किताब उसको दी गई थी। एंड उनको बताया गया था कि वक्त टू वक्त आपके मरने से पहले आपको इस किताब को किसी अगले इंसान को देना पड़ेगा ताकि वह आगे इस दुनिया में उसको ले जा सके। इसकी लेगसी मेंटेन कर सके। क्योंकि उन्हें ऐसा लगता था कि इस दुनिया में इन किताबों की जरूरत है एंड उन लोगों के पास है यह किताब एंड इसका सबूत है हमारे पास जो आपको आगे पता चलेगा। सो गाइस अब मैं आपको नाइन
अननोन मैन का सबसे बड़ा सबूत दिखाने जा रहा हूं। अशोक चक्र। अशोक चक्र तो हर किसी ने देखा है। राइट? लाइक अशोक चक्र आपको हमारे भारतीय इंडियन फ्लैग में तो आपको डेफिनेटली दिखेगा ही दिखेगा। लेकिन उसके साथ-साथ ओडसा के सन टेंपल में आपको यहां पे एक चक्र दिखेगा। जहां पे यह जो चक्र है ना यह कहीं ना कहीं नाइन अनन मैन से जुड़ा हुआ है। मैं आपको बताता हूं कैसे। यहां पे आप इस चक्र में देख सकते हो कि आठ डिफरेंट लाइंस हैं। आठ लाइंस हैं जो कि कनेक्ट करते हैं मिड पे और एक लाइन
उसके बीच में है। यानी नौ टोटल लाइंस हैं। ये जो नौ टोटल लाइंस है ये डायरेक्टली रिप्रेजेंट करते हैं टू द नाइन अननोन मैन। एंड जो बाकी लाइंस है ये उन मेंबर्स को रिप्रेजेंट करती है जिनके पास ये वाली जो बुक है वो पास ऑन हुई थी। गाइस इससे भी ज्यादा शॉक मुझे तब लगा था जब मैंने इसके फाउंडिंग मेंबर्स का नाम सुना था। सबसे पहले मेंबर थे चरका और गाइस चरका को फादर ऑफ मेडिसिंस भी कहा जाता है। तो सीधी-सीधी बात यह है कि उनके ही हाथों में मेडिसिंस की किताब दी होगी। दूसरे मेंबर
थे चाणक्य। अब इनके बारे में तो आप सब ने सुना होगा कि कैसे चाणक्य अपनी रणनीति के लिए जाने जाते थे और कैसे उन्होंने कई राजाओं की मदद की थी। तो इन्हें वॉरफेयर का जिम्मा सौंपा गया था। तीसरे मेंबर थे सुश्रुता जिन्हें फादर ऑफ सर्जरीज कहा जाता है और इनके चरका की तरह ही मेडिकल ज्ञान वाली किताब सौंपी गई थी। चौथे मेंबर थे आर्यभट्टा। हालांकि यह सम्राट अशोक के समय जिंदा नहीं थे लेकिन बताया जाता है कि इन्हें एस्ट्रोनॉमी और मैथमेटिक्स की जिम्मेदारी दी गई थी। पांचवें मेंबर थे नागार्जुना। यह एक बुद्धिस्ट फिलॉसफर थे जो
कि मक होने के साथ-साथ एल्केमी यानी रसज्ञ की ज्ञान भी रखा करते थे। ऐसे लोगों को कई बार विज़र्ड्स का दर्जा भी दिया गया था और इसका मतलब है कि हमारी दुनिया में मैजिक एक्सिस्ट करता है। इसी वजह से इनके हिस्से में एल्केमी को दिया गया था। छठवें मेंबर थे पतंजलि इन्होंने दुनिया को योगा से मिलवाया और वो प्रैक्टिससेस आगे भी लोगों को मिलती रही इसलिए इन्हें उसी किताब को दिया गया था। सातवें मेंबर थे वरा मेहरा और सम्राट अशोक ने इन्हें एस्ट्रोलॉजी की किताब देने का फैसला किया गया था। माना जाता है कि इन्हें
तारों की बहुत ज्यादा नॉलेज थी। आठवें मेंबर थे विष्णु शर्मा। इनकी बदौलत इस दुनिया में पंचतंत्र की किताब आई थी जिसमें जानवरों की कहानियां बताई गई थी। इसलिए उन्हें साहित्य को आगे बढ़ाने के लिए किताब दी गई थी। आखिरी और नौवें मेंबर थे बोधी धर्मा। ये ऐसे मक थे जिन्होंने जैन बुद्धिज्म को चाइना में इंट्रोड्यूस किया था। तो गाइस इसी तरीके से सम्राट अशोका ने द नाइन अननोन मैन की शुरुआत की थी। एंड गाइज़, जैसे हर एक सीक्रेट सोसाइटी गुप्त रहती है, वैसे इनका भी काम एकदम लाइक सेम था। सीक्रेट सोसाइटी है। एकदम सीक्रेट रहा
करते थे। लेकिन यह जो हम नाम सुनते हैं ना द नाइन अननोन मैन ये इंग्लिश में है नाम। उस जमाने में क्या नाम हुआ करता था वो अब तक किसी को भी नहीं पता है। जैसे कि इलुमिनाटी का एग्जांपल ले लीजिए। जब इतने सालों पहले एडमम वाइसहॉट ने उस इल्यूमिनाटी की शुरुआत की थी तो उस समय उसे इलुमिनाटी बोला जाता था। आज के समय भी हम लोग उसी नाम से जानते हैं। सेम टू सेम वही चीज आज हम लोग द नाइन अनोन मैन के साथ करते हैं। हर वक्त हर साल एक सीक्रेट सोसाइटी का नाम
चेंज होता है। ये वाली बात तो शायद से आपको भी पता होगी। तो वैसे ही द नाइन अनोन मैन का भी आज के समय में क्या नाम है वो किसी को नहीं पता। लेकिन एक बहुत ही इंटरेस्टिंग बात यह है कि जहां पे आपने जो दूसरे सीक्रेट सोसाइटीज़ है उनका नाम आपने बहुत ज्यादा खराब देखा होगा कि यह जो सीक्रेट सोसाइटी है लोगों को कंट्रोल करती है। लोगों को लाइक एकदम बदनाम करने में लगी हुई है। दुनिया को खराब करने में लगी हुई है। वहीं पे द नाइन अननोन मैन एक्चुअली इस दुनिया को बचाना चाहते
ये बहुत ये बहुत अच्छी तरीके की सीक्रेट सोसाइटी है। इसके कुछ अलग तरीके के मोटिव्स हैं। सो गाइज़ सम्राट अशोक ने जो भी खलिंगा के युद्ध के बाद उनको जितनी भी नॉलेज मिली थी वो ऐसा चाहते थे कि ये जो नॉलेज है यह ना वेस्ट जाए और ना किसी गलत इंसान के हाथ में लगे। क्योंकि अगर यह गलती से भी किसी इंसान के हाथ में लग गया या फिर इस दुनिया के सामने ओपनली आ गया तो फिर लोग सिर्फ जंग, तलवार, झगड़े यह सब के बीच में ही वह रहना पसंद करेंगे। वह इससे आगे आएंगे
ही नहीं। क्योंकि उनको हर एक चीज की पावर मिल जाएगी। तो उन्होंने सोचा कि यह जो नॉलेज है इसको हिडन ही रहना चाहिए। सम्राट अशोक एक बात बहुत अच्छे से जानते थे कि सिर्फ वो ही अकेले इस दुनिया में नहीं होने वाले जिन्होंने एक सीक्रेट सोसाइटी की शुरुआत की होगी। आगे इस दुनिया में आने वाले लोग भी ऐसी कोई हरकत कर सकते हैं जो कि अलग-अलग सीक्रेट सोसाइटीज चालू कर सकते हैं। एंड आगे हुई है ऐसी चीजें। लेकिन उनको पता था कि जो भी सीक्रेट सोसाइटीज आएंगे वो कभी भी कोई भी अच्छी चीजें नहीं करेंगे।
बुरी चीजें ही करेंगे। क्योंकि जिसके भी पास पावर आता है वो हमेशा उसका गलत इस्तेमाल ही करता है। तो यहीं पे द नाइन अननोन मैन का काम शुरू होता है अच्छाई ढूंढना। जहां पे इस दुनिया में इतना ज्यादा बुराई है वहां पे अच्छाई का भी पलड़ा भारी ही होना चाहिए। वो चाहते थे कि उन्होंने यह जो सीक्रेट सोसाइटी चालू किया है द नाइन अननोन मैन वो उस बुराई को अपोज करें एंड एक नई दुनिया की शुरुआत करें। इसीलिए उन्होंने एक सिस्टम की शुरुआत करी। एक सिस्टम बनाया। सम्राट अशोक ने जो सिस्टम बनाया था वह कुछ
ऐसा था कि जिसके भी हाथ में वह किताब दी गई थी शुरुआती में उनको एक चीज एकदम साफ-साफ कह दिया गया था कि जभी भी आपकी मौत करीब होगी या फिर आप रिटायर होने वाले हो आप इस दुनिया को या तो छोड़ने वाले हो या फिर इस काम को अगर आप छोड़ने वाले हो आप थक चुके हो तो आपको यह सबसे पहले अपने सक्सेसर को ढूंढना पड़ेगा जो कि आप ही की तरह हो आपसे और ज्यादा बेहतर हो इस काम को संभालने के लिए इस किताब को संभालने के लिए। एंड गाइस यही चीज शुरुआत से
लेके होते आई है। एंड गाइस इसी के रिलेटेड मैं एक कंट्रोवरर्शियल बात अब कहने जा रहा हूं। एक कंट्रोवर्शियल चीज आपके नजरों के सामने रखने जा रहा हूं जो कि इसी चीज से जुड़ी हुई है। एंड गाइस यह वाली चीज देखते हैं कि कौन है वो लोग जिनका नाम आज भी इस किताबों के साथ जोड़ा जाता है। आज भी द नाइन अननोन मैन में जोड़ा जाता है। इन सारे नामों में जो सबसे ज्यादा इंटरेस्टिंग नाम थे वो यह थे। सबसे पहले मुझे नाम मिला एड्रोगेंट डिमेलो का जिनका आईक्यू 400 के ऊपर था। एंड गाइस आई
डोंट थिंक सो कि ऐसा कोई भी इंसान है इस दुनिया में या फिर मैं Google में भी जब सर्च किया आई डोंट थिंक सो कोई भी मुझे वहां पर मिला जिसका आईक्यू 400 के ऊपर था। मतलब आप यहां पे खुल्लमख्ला कह सकते हो एक बात कि ही वाज़ द मोस्ट ब्रिलियंट मैन एवर टू लिव ऑन दिस प्लनेट। जिसके बाद मेरे सामने सीवी रमन आए जो कि एक बहुत ब्रिलियंट फिजिसिस्ट थे। एंड वो एक नोबल प्राइज विनर भी थे। एंड उसके बाद मेरे सामने आए हैं डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एंड ऑफ कोर्स उनको तो किसी भी
इंट्रोडक्शन की जरूरत ही नहीं है। वो हमारे देश के 11th प्रेसिडेंट थे। एंड उन्होंने साइंस में भी अपना बहुत ज्यादा कंट्रीब्यूशन किया था। जहां पे ऐसे बहुत सारे इंटरनेट आर्टिकल्स में लिखा गया है जैसे उनको देश में शांति बनाए रखने का काम सौंपा गया होगा। एंड गाइस आपको भी पता होगा कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने कितने अच्छे-अच्छे काम किए थे उनके प्रेसिडेंशियल दौर में। गाइस अगर आपको कभी भी ऐसा लगे कि मैं सिर्फ हवा में बातें कर रहा हूं तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मैंने नीचे मेरे डिस्क्रिप्शन में एक लिंक दिया है। उसके
अंदर मेरे सारे रिसर्च, सारे आर्टिकल्स, सारे जो भी मेरे रेफरेंस है वह सारी चीजें मैंने वहां पे नीचे दे दिया हूं। आप वहां पे जाके देख सकते हो। बिकॉज़ दिस इजंट अ ल। दिस इज 100% ट्रुथ। ये चीजें मेरी रिसर्च के दौरान मुझे और मेरी टीम में मिली थी। तो नीचे लिंक है। आप कभी भी जाके वो देख सकते हो। जहां पे आप इन्हीं कुछ लोगों का नाम सुन के थोड़े बहुत शॉक हो गए रहोगे। वहां पे मैं सबसे ज्यादा शॉक था एक एक शख्स का नाम सुनते वक्त। एंड वो था डॉक्टर विक्रम साराभाई जिन्होंने
इसरो की शुरुआत की थी हमारी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन की। एंड लिटरली मेरे लिए सबसे ज्यादा शॉकिंग था क्योंकि आर्टिकल्स में मतलब कुछ-कुछ जगह पे ऐसा लिखा गया है कि ये इसरो का जो हेड क्वार्टर है उसी का कनेक्शन मिलता है फ्रॉम द नाइन अननोन मैनस हेड क्वटर्स एंड मैं आपको एक बात बताऊंगा इसका कोई ऐसा वैलिड प्रूफ नहीं रहता है हमारे पास लेकिन इसके जो फाउंडिंग मेंबर्स हैं उनका सीधा-सीधा कनेक्शन मिलेगा आपको टू टुवर्ड्स द नाइन अननोन जैसे कि होमी बाबा जो कि इन्हीं के फाउंडिंग मेंबर्स में से एक थे उनका भी कनेक्शन मिला
है इसके अंदर एंड ये जो भी आर्टिकल्स हैं ऑफ कोर्स उसके लिंक तो मैं आपको डिस्क्रिप्शन में दे ही दूंगा आपको वहां पे मिल जाएगा इसके बारे में। एंड गाइस ये सारी चीजों को देख के ना मुझे एक बात तो लगती है कि जितने भी लोगों ने आज तक ऐसे लाइक बुराई के खिलाफ या फिर नेगेटिविटी के खिलाफ अगर आवाज उठाई है एकदम ओपनली वो सब लोग ही इस नाइन अननोन मैन के मेंबर्स में से एक हो सकते हैं। जैसे कि सुभाष चंद्र बोस भी हो सकते हैं। उन्होंने भी बुराई के खिलाफ कितने वक्त तक
आवाज उठाई थी। लेकिन उनकी जो मौत थी वो भी एक मिस्ट्री थी। किसी को पता नहीं चली उसके बारे में। एंड उनके मौत के बाद आज तक ये वाली बात बताई जाती है कि शायद से सुभाष चंद्र बोस जिंदा थे। एंड गाइज़, जहां तक इनके मॉडर्न डे एग्ज़िस्टेंस होने की बात है, उसके प्रूफ्स की बात है, तो उसके सारे प्रूफ्स मुझे तो मिल चुके हैं। लेकिन उससे पहले मैं आपको एक थ्योरी में समझाना चाहूंगा कि ये जो नाइन अननोन मैन की थ्योरी है, यह इस दुनिया के सामने आई कैसे? सो गाइस, कहा जाता है कि
साल 1923, 1923 में टेलबट मुंडी नाम के एक ऑथर ने एक बुक निकाली थी। द नाइन अननोन मैन। एंड उस बुक में उन्होंने यह चीज खुल्लम खुल्ला कह दिया था कि द नाइन अननोन मैन जो कि इंडिया में थे वो एक सीक्रेट सोसाइटी थे। एंड गाइस टेलबर्ट मुंडी यह पहले इंसान नहीं थे जिन्होंने इस चीज को लाइक कवर किया था। इससे पहले भी एक ऑथर थे जिनका पता-पता नहीं चला। लेकिन उन्होंने इस बारे में बात करना पसंद किया था। एंड उन्होंने ऐसी-ऐसी सीक्रेट बातें कही थी अबाउट द नाइन अननोन मैन एंड उनके क्या-क्या एग्जीक्यूशन थे,
क्या-क्या ऑपरेशंस थे उसके बारे में उन्होंने बात करी थी। लेकिन उस बुक को बैन कर दिया गया था। बहुत ज्यादा जल्द से जल्द। ऑथर का भी पता नहीं चला। वो बुक का नाम क्या था वो भी पता नहीं चला। कहां पे पब्लिश हुई थी उसके बारे में भी पता नहीं चला। मतलब इतिहास से उस चीज का नामोनिशान हटा दिया गया था। लेकिन टैलबर्ट मुंडी ने इतने सालों बाद जब ओपनली सबके सामने विद कॉन्फिडेंट इस बुक को पब्लिश किया उस समय हर कोई इसके बारे में बात करने लग गया था। हर कोई सिर्फ इसी के बारे
में बात कर रहा था। एंड फिर कुछ समय बाद एक मूवी भी रिलीज हुई थी जिसका नाम था जे एल50 एंड यह एक इंडियन वेब सीरीज है एंड इसके अंदर भी इसके बारे में बहुत अच्छे से बात करी गई है। यानी गाइस मानो या ना मानो यह जो द नाइन अननोन मैन की ये जो सीक्रेट सोसाइटी है यह हम सबके नजरों के सामने ही है। हम सबके करीब ही है। लेकिन उसमें कौन है यह हमें नहीं पता। एंड गाइज़ इसी के साथ-साथ साल 2020 के अराउंड एक गेमिंग कंपनी ने एक अनाउंसमेंट करी थी कि हम
एक गेम लॉन्च कर रहे हैं। एंड गाइज़ यह ऐसा ऐसा वैसा कोई गेम नहीं है। इट्स अ ट्रिपल ए टाइटल गेम। लाइक जैसे आप GTA5 गो सुषिमा या फिर ऐसे कोई बड़े-बड़े कॉल ऑफ ड्यूटी टाइप के आप गेम देखते हो एकदम सेम टू सेम वैसा है। इसका ट्रेलर भी कुछ अभी एक महीने पहले ही रिलीज़ हुआ है। आप वाला ट्रेलर देख सकते हो अभी के अभी। एंड ये सब का मतलब ये है कि अगर इतनी बड़ी-बड़ी कंपनीज इस चीज को एक्सेप्ट करने पे हां कह रही है। लाइक हर कोई इस चीज को एक्सेप्ट कर रहा
है तो मतलब गाइस यह एकिस्ट करती है क्योंकि इतने बड़े स्केल में अगर लोग इसके लिए प्रोजेक्ट कर रहे हैं मतलब ऑफ कोर्स इट डू एक्सिस्ट। एंड इसके गाइस बहुत ज्यादा सबूत भी है। लेकिन सबसे बड़ा जो सबूत है वो है पॉप सिल्वेस्टर टू। गाइस एक किताब है द मॉर्निंग मैजिशियंस करके। एंड उसमें ना एक बात लिखी गई थी कि द पॉप सिल्वेस्टर टू। उन नाइन अननोन मैन को जाके मिलके आ चुके हैं। एंड उसी के बाद से उनकी एक मिस्टीरियस वे में डेथ हो गई थी। लेकिन उस बुक में ना एक चीज बहुत साफ-साफ
लिखी गई थी कि द पोप सिल्वेस्टर टू जब उनको मिलने गए थे तो उनके मिलने के आने के बाद उन्होंने एक बहुत ज्यादा सीक्रेट वेपन लेके आए थे उनकी तरफ से। एंड शायद यही रीजन था उनकी एक मिस्टीरियस डेथ को लेकर। एंड गाइस ये तो सिर्फ एक किस्सा सुनाया मैंने आपको। ऐसे ढेरों सारे किस्से मिल जाएंगे आपको। एंड गाइस, लुईस जैकोलियट ने भी अपनी किताब में लिखा था एक चीज क्लियरली कि जो गंगा है हमारे भारत देश की गंगा वहां पे इतने लोग नहाते हैं हर रोज। इतने सारे जानवर आते हैं, इतने ज्यादा कपड़े धोए
जाते हैं। इतनी सारी अजीबोगरीब चीजें करी जाती है। बट स्टिल वो गंदी क्यों नहीं होती? और यह आज से नहीं हो रहा है गाइस। सालों से होते आ रहा है विद गंगा। लेकिन फिर भी वो गंदी क्यों नहीं होती? उन्होंने अपनी किताब में यह लिखा गया है कि द नाइन अननोन मैन जो कि हमारे भारत देश में एक्सिस्ट करते थे। उन्होंने कई सालों पहले ही यह एक टेक्नोलॉजी ढूंढ ली थी कि वो गंगा को कभी भी अपवित्र नहीं होना होने देंगे। एंड गाइज़, लुईस ने अपनी किताब में यह भी लिखा कि गंगा के पास में
ही एक सीक्रेट मंदिर है। जहां से एक ऐसी रेडिएशन आती है जिससे वह गंगा है वह कभी भी अपवित्र नहीं रहती। हमेशा क्लीन रहती है। एंड गाइस इसके साथ-साथ ये वाली बात भी बताई जाती है कि द नाइन अननोन मैन के रिसर्च और सारे एग्जीकशंस के वजह से ही लाइक जो बड़ी-बड़ी बीमारियां थी जैसे कि प्लेग या फिर कोलेरा वो सब बीमारी का इलाज भी उन्होंने ही ढूंढा था। लेकिन हमारे सामने तो हमेशा यही दिखाया गया है कि एलेक्जेंडर एमिल ने इन चीजों का लाइक राज खोला था। इन सब चीजों के एंटीडोट्स निकाले थे। लेकिन
ऐसा नहीं है। मैं आपको एक बात बताना चाहूंगा। यह चीज फैक्ट है कि एलेग्जेंडर एमिल ये सब चीजें करने से पहले इसका एंटीडोट ढूंढने से पहले मद्रास आए थे हमारे भारत देश में। एंड यहां पे आने के बाद ऐसा बताया जाता है कि वो द नाइन अननोन मैन के वंशजों से मिले थे। एंड उनसे ही आके उन्होंने सारा सालाह मशवरा किया था। उसके बाद उन्होंने इन चीजों का एंटीडोट ढूंढा था। एंड गाइज़ ऐसा भी माना जाता है कि जो द नाइन अननोन मैन थे उन्होंने जो थाड़ के पत्ते होते हैं उस पर ऐसे फ्यूचरिस्टिक चीजें
लिखी गई थी जिस पे लाइक जो नॉलेज कभी भी दुनिया को नहीं थी लेकिन उन्होंने वो लिखी थी एंड वो जो चीजें थी उसकी डिस्कवरी हुई थी साउथ इंडिया साइड में एंड आज भी ऐसा बताया जाता है कि इस दुनिया भर में जितनी भी चीजें हो रही है जितनी भी चीजें डिस्कवर हो रही है वो कहीं ना कहीं कैसे ना कैसे तो द नाइन अननोन मैन से ही जुड़ी हुई है। एंड गाइस क्या आपने उनके नाम पर थोड़ा फोकस किया है? द नाइन अननोन मैन नौ ही क्यों? लाइक इतने सारे लोग हो सकते हैं या
फिर सिर्फ दो-तीन लोगों को भी आप दे सकते थे। लेकिन सिर्फ नौ ही क्यों? तो इन चीजों का जो जवाब है ना वो मुझे पुराणों में मिला। आपने नव ग्रह के बारे में तो सुना ही होगा। नवग्रह और यही चीज उस वक्त सम्राट अशोक के दिमाग में थी कि वो ये जो चीज है उसी के साथ मैच करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने अपनी नौ किताबों को नौ अलग-अलग लोगों को देना समझा। यानी गाइस ये जो सम्राट थे उन्होंने कभी भी सिर्फ अपने वक्त तक का ही नहीं सोचा। उन्होंने आज के वक्त का भी सोचा था
कि आज भी ऐसा कभी ना कभी वक्त आएगा जब जो ह्यूमैनिटी है वो सबसे ज्यादा कमजोर नजर आएगी। जैसे कि आप आज का समय भी देख सकते हो कि आज इस दुनिया में कितनी ज्यादा तबाही मच रही है। हर जगह पे तबाही है। हर जगह पे वॉर है। हर जगह पे महामारी है। यह शायद से इसलिए हो सकता है क्योंकि आज के समय में द नाइन अननोन मैन हमारे साथ एक्टिव नहीं है। इतने ज्यादा वो डिफेंड नहीं कर पा रहे या फिर वो शायद से हमारे आसपास नहीं है। लेकिन गाइस इस नॉलेज को प्रिजर्व करने
का काम सिर्फ और सिर्फ द नाइन अननोन मैन के पास ही नहीं था। यह जो नॉलेज को प्रिजर्व करने का काम था यह और भी कुछ सोसाइटीज ने किया था। टिबेटियन मक्स, बुद्धिस्ट मक्स, फ्री मेसंस और इलुमिनाat। सो आज इस वीडियो के अंत में मैं आपसे बस इतना ही कहना चाहूंगा कि ये जो चीजें हैं ना अबाउट सीक्रेट सोसाइटीज अबाउट द नाइन अननोन मैन वगैरह वगैरह ये चीज यहीं पे खत्म नहीं होती। बिल्कुल भी नहीं। चाहे आज हमें इनमें से एक भी सीक्रेट सोसाइटी के बारे में कुछ भी नहीं पता। हम लोग बस ये अजम्शन
करते रहते हैं कि वो हमें कंट्रोल करते हैं। ये वगैरह वो वगैरह। एंड शायद से इन चीजों के कुछ-कुछ प्रूफ्स भी है हमारे पास। लेकिन वो इलुमिनाटी के बारे में है। वो जो दूसरे सीक्रेट सोसाइटी जो हमारे देश के बाहर चल रहे हैं ये उनके बारे में है। लेकिन जो हमारे भारत देश में द नाइन अननोन मैन की जो स्थापना हुई थी वो टोटली डिफरेंट है। वो तो हमेशा से यह कहते हैं कि हम इस दुनिया को सही राह दिखाना चाहते हैं। एंड वो शायद से दिखा भी रहे हैं। हर वक्त हमने देखा है हर
वक्त ऐसे बहुत सारे आर्टिकल्स हैं जिसमें हमें यह देखने मिलता है कि द नाइन अनोन मैन ने हमेशा से इस दुनिया का इस दुनिया की रक्षा करी है। हमारे भारत देश की रक्षा करी है। लोगों को कभी भी किसी बुरे संगत में नहीं जाने देते। हमेशा अच्छे रखते हैं। वो कभी भी गलत चाहते ही नहीं थे। शुरुआत से ही सम्राट अशोक कभी भी गलत नहीं चाहते थे कि उनके आगे आने वाली जो पीढ़ी है वो किसी गलत रास्ते पर जाए। किसी गलत हाथ में जाए। सो गाइस बस मैं आपको इतना ही कहना चाहूंगा कि द
नाइन अननोन मैन बाकी सारे सीक्रेट सोसाइटी से थोड़ी अलग है कि लोगों में कंट्रोल नहीं जमाना चाहते बल्कि लोगों को नॉलेज देना चाहते हैं। लोगों को सही राह दिखाना चाहते हैं। तो दिस इज अ गुड सीक्रेट सोसाइटी, द नाइन अननोन मैन। एंड अगर आपको भी कुछ पता है अबाउट द नाइन अननोन मैन, तो प्लीज अभी के अभी प्लीज कमेंट्स में मुझे बता दीजिए। शुक्रिया।