इस इंसान का चेहरा आप ध्यान से देखो इसके बारे में जानने के बाद आपके पैरों के नीचे से जमीन खिसके गी नहीं बल्कि जमीन पूरी तरह से उखड़ जाएगी और स्त्री की एक्चुअल असल कहानी जिसके बारे में जानने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी आज भी कर्नाटक के गांव में लोगों के घर के आगे आखिर क्यों लिखा हुआ है ओ स्त्री कल आना और नॉर्थ कोरिया के googleapis.com ऐसी क्यों है इसके बारे में जानकर आपकी आंखें निकल आएंगी ये सब और भी बहुत सारे रैंडम अमेजिंग फैक्ट्स आज आप इस वीडियो में जानोगे ऐसे फैक्ट्स जिनको
सुनकर आप कहोगे अगली वीडियो कल ही चाहिए नहीं तो एक बाल्टी आंसू रोके तेरे घर के पाइपलाइन में डाल दूंगा तू वही पिएगा अगर आपने अभी तक नहीं किया है तो सब्सक्राइब करके बेल आइकन जरूर ऑन कर लेना ताकि अगली वीडियो रिलीज होते ही आपको तुरंत सबसे पहले मिल जाए लेट्स बिगिन फैक्ट नंबर 18 कुछ-कुछ लोग होते हैं ना दुनिया में जो कि मूवी वाला लाइफ जीते हैं और उनके बारे में सुनके मन में आता है कि इसके अंदर इतना हिम्मत आता कहां से है ये कहानी है एंड्रे स्टैंडर की ये एक साउथ अफ्रीकन पुलिस
ऑफिसर थे ये सबसे ऑनेस्ट पुलिस ऑफिसर्स में से एक थे सबसे ईमानदार साउथ अफ्रीका में इन्हें लोग बहुत प्रेज करते थे क्योंकि ये जनरली लोगों का बहुत हेल्प करते थे एकदम फिल्मी इज्जत थी शहर के बड़े भैया वाली इज्जत कहीं भी क्राइम होता था यह तुरंत पहुंच जाते थे और निडर तरीके से किसी भी क्रिमिनल एक्टिविटी का इन्वेस्टिगेशन करते थे पूरे साउथ अफ्रीका पुलिस फोर्स के बेस्ट ऑफिसर्स में से एक थे ये इन्होंने एक चीज ऑब्जर्व किया कि बैंक रॉबरीज बहुत बढ़ रही है यानी बैंक में चोरी हो रही है बहुत ज्यादा और क्रिमिनल्स बहुत
चालाकी से स्केप कर जा रहे थे बार-बार एंड्रे ने पब्लिक में ये चिंता जताई कि जरूर ये किसी बड़े पॉलिटिशियन के इशारे पे हो रहा है साउथ अफ्रीका में एक बैंक थी स्टैंडर्ड बैंक और एक बैंक था बैल क्लेस बैंक और एक था वल्स बैंक और कुछ ही हफ्तों के अंदर इन सब में रॉबरीज हुई थी जाहिर है हाईयर अथॉरिटीज ने सबसे बेस्ट ऑफिसर्स को चुना ताकि ये दिमाग लगाएं और उस पॉलिटिशियन का पता करें जो कि बैंक सिस्टम को कोलैब करने का ट्राई कर रहा है ताकि ये पता करे कि कौन पॉलिटिशियन इसमें शामिल
है और जाहिर है इस पुलिस ग्रुप को लीड कर रहा था एंड्रे एंड्रे ने अपने बेस्ट ऑफिसर्स के साथ इसकी जांच शुरू की आखिरकार पता चल गया साउथ अफ्रीका का एक बहुत बड़ा सीक्रेट ग्रुप और वही ग्रुप इन बैंक रॉबरीज को एग्जीक्यूट कर रहा था और उस ग्रुप का लीडर था एंड्र स्टैंडर जी हां आपने बिल्कुल सही सुना मेरे भाई यह साला पुलिस वा जो इतना महान बन रहा था लोगों के सामने सारा रॉबरीज यही करवा रहा था सच्ची में और यही लीड कर रहा था सबको ज्यादातर रॉबरीज पुलिस के लंच ब्रेक में हो रहा
था और दोपहर में रॉबरी करता था यह मास्क पहन के और शाम को एज पुलिस इन्वेस्टिगेशन करने टपक जाता था और इसको पुलिस सिस्टम के सारे लूप होल्स पता थे और यह आसानी से लिटरली करोड़ों नहीं अरबों रुपए चोरी कर करने में कामयाब रहा आप यकीन नहीं करोगे इसी हिडन सीक्रेट मोड में 1970 से लेकर 1980 10 साल तक इसने यह काम किया और किसी को पता भी नहीं चला 1980 में यह अरेस्ट हो गया और इसको 75 इयर्स यानी उम्र कैद की सजा मिली पर यह पुलिस वा इतना इंटेलिजेंट था कि 3 साल बाद
1983 में ये स्केप कर गया जेल से भी और आखिरकार 1984 में एक स्केप रन के दौरान यानी पुलिस चेस के दौरान इसको गोली लगी और यह मारा गया इसके जीवन की कहानी इतनी ट्विस्टी और स्ट्रेंजर देन फिक्शन थी कि कई किताबें और मूवीज इसके ऊपर बन चुकी है मतलब गजब भाई गजब ऐसा स्टोरी मैंने कभी सोचा भी नहीं था फिक्शन होता तो अलग बात होता इसने तो रियल में ऐसा काम किया जो एक्चुअली में स्ट्रेंजर देन फिक्शन था फैक्ट नंबर 17 आपने जुड़वा बच्चों को तो देखा ही होगा सेम फेस वाले जुड़ की बात
नहीं कर रहा बल्कि कॉन जॉइंट वाली की बात कर रहा यानी जिनका फेस आपस में चिपका रहता है तो ये जो आप अपने स्क्रीन पे देख रहे हो ये दोनों हैं टाटियाना और क्रिस्टा और ये दोनों दुनिया के सबसे फेमस कंज ट्विंस हैं पर ऐसा क्यों अब जो कहने वाला हूं उसे ध्यान से सुनो ये एक दूसरे के थॉट्स को सुन पाते हैं और एक दूसरे के आंखों से देख पाते हैं क्या कहा मैंने आपने सुना ये एक दूसरे के थॉट्स को सुन पाते हैं और एक दूसरे के आंखों से देख पाते हैं मतलब जब
टाटियाना कुछ सोच रही होती है तो क्रिस्टा को पता चल जाता है कि टाटियाना क्या सोच रही है क्योंकि दोनों का हेड और न्यूरॉन एक ही है और सबसे स्ट्रेंज बात यह कि टाटियाना क्या देख रही है वो क्रिस्टा भी देख पाती है और क्रिस्टा क्या देख रही है वो टाटियाना के हेड में दिखता रहता है यानी यह अपने आंखों से जो देख रही है वो तो देख ही रही है नॉर्मली लेकिन उसके जुड़वा बहन का जो विजन है वो भी दिमाग के अंदर रीड कर पाती है यानी इनके दिमाग में चार आंखों का विजन
एक साथ ही प्रोसेस होता है और जो मैंने आपको शुरू में बताया थॉट्स का तो क्योंकि क्य कि दोनों का हेड कंजन है इसलिए लिटरली एक दूसरे के दिमाग को ये रीड कर पाती है क्योंकि अगर आप इनके दिमाग के अंदर देखोगे तो न्यूरॉन्स बेसिकली एक ही है कुदरत कितनी पावरफुल है कुदरत कुछ भी बना सकती है सही में फैक्ट नंबर 16 ऐसे कई नॉवेल फुल फॉर्म्स है जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए जैसे टॉप जी ओजी ओी टॉप जी आपने इंटरनेट प कई जगह पे देखा होगा जिसका मतलब होता है टॉप गैंगस्टर ओजी
जिसका मतलब होता है ओरिजिनल गैंगस्टर यानी मैं और ओपी जिसका मतलब होता है ओवर पावर्ड यानी बहुत अच्छा फैक्ट नंबर 15 नॉर्थ कोरिया में googlethalli.com मैप्स में जो डाटा फीड होता है वो इंसान ही तो करता है तो किसी ने मजे मजे में नॉर्थ कोरिया में ऑटोमन एंपायर का ऑफिस डाल दिया googleapis.com मजे में किसी मैप वाले चाचा ने ऑटोमन एंपायर अपडेट कर दिया भाई नॉर्थ कोरिया में जिस तरह का रिस्ट्रिक्शंस है मुझे तो यह जान के अमेजिंग फील होता है कि नॉर्थ कोरिया में बात है फैक्ट नंबर 14 बहुत लोगों का यह सवाल होता
है कि ज्वेलरी के जो दुकान वाले होते हैं वो तो फिक्स गोल्ड रेट लेते हैं हर दिन सुबह जैसे 9:00 बजे शॉप खुलता है एक गोल्ड रेट स्क्रीन पे दिखता है और यह तो यूनिफॉर्म होता है यानी हर जगह ऑलमोस्ट ऑलमोस्ट सेम होता है तो सोने दुकान वालों का मेन मुनाफा पता है कहां है मेकिंग चार्जेस से ₹1 लाख का सोना लेने पे ₹2000000 जनरली आपको मेकिंग चार्जेस देना पड़ता है यानी टोटल 0000 और और बाकी गोल्ड रेट तो इंटरनेशनल मार्केट डिसाइड करता है और सारे शहरों में छोटा-मोटा वेरिएशन होता है और जनरली ऑलमोस्ट ऑलमोस्ट
सेम होता है ये फैक्ट तो कुछ भी नहीं था इससे भी अमेजिंग फैक्ट ये है कि जो लोग गोल्ड माइन करते हैं यानी माइनर्स उनका जो एवरेज खर्चा आता है धरती से गोल्ड निकालने में और रिफाइन करने में और फाइनलाइज करने में वो मार्केट प्राइस से यूजुअली 50 पर लेस होता है यानी माइनर्स को गोल्ड 000 पर ग्राम पड़ता है और वो मार्केट में बेचते हैं ₹ ज में यानी माइनर्स बहुत ज्यादा प्रॉफिट करते हैं प्रॉफिट तो करते हैं लेकिन माइनिंग एक बहुत ही हार्ड काम होता है और कहीं भी माइनिंग हो रही है तो
गोल्ड निकलेगा या नहीं निकलेगा इसका कोई श्यर नहीं होता है तो रिस्क बहुत ज्यादा होता है इस बिजनेस में इक्विपमेंट्स तो यूज हो रहे हैं मशीन तो यूज हो रहे हैं मैन पावर तो लग रहा है खर्चा तो हो रहा है उनका लेकिन सोना निकलेगा या नहीं निकलेगा यही तय नहीं है और यही कारण है कि कभी-कभार गोल्ड निकल जाने पे जो इनको खुशी होती है और जो यह ह्यूज मार्जिन कमाते हैं वो ये माइनर्स डिजर्व भी करते हैं माइनर्स का जो पर ग्राम खर्चा पड़ता है उसे कहते हैं ए आईएससी यानी एवरेज ऑल इन
सस्टेनिंग कॉस्ट ये एवरेज यानी नॉर्मली गोल्ड के मार्केट प्राइस का आधा होता है यानी कोई भी आपसे अगर पूछे कि मार्केट प्राइस जो होता है गोल्ड का तो गोल्ड को निकालने में कितना खर्चा होता है तो आप कह सकते हो अप्रॉक्स 50 टू 55 पर फैक्ट नंबर 13 इस कोइंसिडेंस के बारे में आजकल बहुत लोग बात कर रहे हैं यह जो एरिया है इस जगह पर जो जो कंट्रीज हैं उन सब का नाम स्टैन से ही एंड कैसे हो जाता है मतलब यह अलग-अलग कंट्रीज है विथ अलग-अलग संस्था अलग-अलग गवर्नमेंट फिर भी सबके लास्ट में
स्टैन कैसे आता है जैसे कजाकिस्तान तुर्कमेनिस्तान उज्बेकिस्तान ताजिकिस्तान अफगानिस्तान पाकिस्तान कार्ग स्तान पर कैसे तो सुनो असल में यह जो सफिक्स है स्टैन ये पर्शियन लैंग से आता है और स्टैन का मतलब होता है लैंड और जितने भी कंट्रीज के लास्ट में स्टैन है ये एक कॉमन कल्चर शेयर करते हैं जैसे कजाकिस्तान का मतलब है लैंड ऑफ कजक उज्बेकिस्तान का मतलब है लैंड ऑफ उजबेक पाकिस्तान दो शब्द से आया है पाक मतलब प्योर और स्टैन मतलब लैंड मतलब लैंड ऑफ प्योर पीपल तो स्टन का मतलब होता है लैंड और यही कारण है कि इन सब
कंट्रीज का ऑफिशियल नेम एस टी ए एन स्टैन से एंड होता है फैक्ट नंबर 12 ये एक बहुत ही अमेजिंग वैज्ञानिक रिसर्च है जो कि आपके बारे में है जिसका रेफरेंस आप अपने स्क्रीन पर देख सकते हो ये यूएसए के स्टैनफोर्ड का रिसर्च है अगर आप यंग हो तो आपके मम्मी पापा के बारे में है और कुछ साल बाद यह आप पे भी अप्लाई हो जाएगा कौन सी बात देखो इंसान का जो एज होता है उसमें कुछ स्पीड ब्रेकर एजेस होते हैं यानी वो एज जो कि बॉडी के लिए माइलस्टोन होता है और रिसर्चस के
हिसाब से वो एजेज हैं 44 और 60 मतलब इंसान जब 44 का होता है तब उसके शरीर में जो डिग्रेडेशन होता है यानी शरीर में नेगेटिव चेंजेज वो हद लेवल का होता है यानी शरीर के अंदर वीकनेस आना बुढ़ापा वाला फीलिंग आना बीमारी आना ये 44 के एज में बर्स्ट की तरह आता है और जो नेक्स्ट सो कॉल्ड बर्स्ट आता है शरीर में वो आता है 60 की एज में इंसान ने 60 की एज को रिटायरमेंट एज बनाकर एकदम सही किया है क्योंकि 60 ही वो एज है जिसके बाद इंसान के शरीर का डिग्रेडेशन यानी
बुढ़ापे का रेट और बढ़ जाता है देखो यहां समझने की बात यह है कि इंसानों ने तो यह सिस्टम बना दिया है यह साइकोलॉजिकल सिस्टम जिसके अनुसार हम 40 से ऊपर वाले इंसान को यंग नहीं कहते हैं और 60 से ऊपर वाले को बूढ़ा कहते हैं जनरल सिस्टम है सबको पता है पर अमेजिंग बात यह है कि यह बॉडी यह शरीर भी 44 और 60 इन दोनों एज में एक बर्स्ट लाता है यानी बॉडी को एक बहुत तेज स्पीड से डिग्रेड करता है बहुत ही अजीब बात है ये और यह चीज 44 और 60 के
एग्जैक्ट एज में क्यों होती है ये बड़ी ही अजीब मिस्ट्री है और बॉडी अपने ही एज और टाइमिंग के बारे में इतना कॉन्शियस है ये गजब है इंसानी शरीर रहता तो शांत है पर ये अपने अंदर ही अंदर इतना स्मार्ट है कि क्या बोले मतलब कितनी गजब बात है कोई इंसान 44 का हुआ तो शरीर कहता है कि चल चल इसको बूढ़ा करते हैं 44 का हो गया तो ये और वैसे ही जैसे इंसान 60 का होता है अबे बुड्ढा कर इसको बुड्ढा 60 आ गया इसका शरीर ऐसे करता है दैट्ची के ऊपर प्रॉफिट शेयरिंग
यानी जितना सेल होगा उसका हिस्सा मिलेगा अब ऐसे डील्स में अक्सर सिंगर्स और एक्टर्स फ्लैट फी को चुनते हैं क्योंकि कंटेंट की हिटस की शोरिन होती है कि चलेगा या नहीं चलेगा तो सुनो विंसेंट प्राइस एक सिंगर थे ठीक-ठाक फेमस थे उनके पास एक दिन एक ऑफर आया उन्हें एक गाने का एल्बम बनाना था जिसका नाम है थ्रिलर 1982 में अब उनके पास ऑप्शन आया ₹1 लाख यानी $200 लेने का या फिर प्रॉफिट शेयरिंग का अब उनका सेल्स उतना एक्स्ट्राऑर्डिनरी था नहीं सेल्स में शायद उन्हें 10 लाख तक मिल जाता पर जिस लेबल ने एल्बम
बनवाया था जिसने गाना लिखवाया था वो बड़ा कॉन्फिडेंट था कि विंसेंट की आवाज में यह गाना बड़ा सूट करेगा और सेल्स अच्छा ही होगा इसलिए लेबल ने ₹1 लाख फ्लैट ऑफर कर दिया तो विंसेंट प्राइस ने यह ऑफर को ले लिया 16 लाख फ्लैट वाला पर फिर कुछ एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी हो गया थ्रिलर एल्बम विंसेंट की लाइफ की सबसे हिट एल्बम बन गया और सात करोड़ करोड़ कॉपीज बिक गए नॉर्मली जिस सिंगर का एक 2 लाख कॉपी बिकता था उसी का एक गाने का 7 करोड़ कॉपी बिक गया और वो लिटरली करोड़ों रुपए लूज कर दिया
अगर वो 16 लाख का पेमेंट ना ऑप्ट करके प्रॉफिट शेयरिंग ऑप्ट करता तो उसे 40 करोड़ के आसपास मिलते कहां 16 लाख और कहां 40 करोड़ ये सुनके तो मेरे अंदर गिल्ट फील हो रहा है सच्ची में फैक्ट नंबर 10 आपने नॉर्मल वर्ल्ड मैप्स को तो देखा ही होगा पर क्या आपने कभी टाइम जोन मैप को देखा है ये दुनिया के सबसे यूनिक मैप्स में से एक है जो कि आमतौर पर आप नहीं देखे होंगे इस मैप में आप सारे टाइम जोनस को देख सकते हो इसमें जितने सेक्शंस हैं वो अलग-अलग टाइम जोनस हैं इंडिया
में एक्चुअली दो टाइम जोन गुजरते हैं पर इंडिया जस्ट फॉर द सेक ऑफ सिंपलीसिटी एक ही टाइम जोन को फॉलो करता है गुजरात से आसाम तक नहीं तो अगर भारत दो टाइम जोन फॉलो करता तो गुजरात और आसाम के टाइम में आधा घंटा से 40 मिनट का फर्क आ जाता पर पूरे इंडिया में एक ही टाइम है पर रशिया देश में ऐसा नहीं है रशिया में कनिन ग्रेड से कोई कॉल करता है काम चटका में तो कनिन ग्रेड वाला कहता है इधर तो सुबह का 8:00 बज रहा है और काम चटका वाला कहता है इधर
तो शाम का 6:00 बज रहा है यानी इतना लंबा फर्क रशिया इज ह्यूज पर फिर भी कितनी स्ट्रेंज बात है कि रशिया का पॉपुलेशन है 14 करोड़ और बांग्लादेश का पॉपुलेशन है 17 करोड़ यानी रशिया का पॉपुलेशन डेंसिटी बहुत ही ज्यादा कम है फैक्ट नंबर नाइन मैं आपको पूरे अफ्रीका का नाइट व्यू दिखा रहा हूं अपनी स्क्रीन पे इस मैप को आप देखो और यह बताओ कि यहां जो एम्टिनेशन दिख रहा है यह कौन सा इलाका है आपने शायद गेस कर लिया होगा यह है द ह्यूज सहारा डेजर्ट हर कंट्री में जहां-जहां डेजर्ट होता है
वहां एमटी नेस ही दिखता है इंडिया के राजस्थान का जो ह्यूज रेगिस्तान है थार रेगिस्तान वहां का भी नाइट एरियल व्यू में ऐसे ही खालीपन देखने मिलता है ऑस्ट्रेलिया का भी कुछ ऐसा ही हाल है सेम पर अफ्रीका का ये जो सहारा वाला एम्टिनेशन है ये बिल्कुल ब्लैक होल की तरह दिख रहा है फैक्ट नंबर एट आपने इस शब्द को जरूर सुना होगा खरा सोना आखिर सोना और खरा सोना में क्या डिफरेंस होता है विश्व के सबसे पॉपुलर वेब सीरीज में से एक मनी हिस्ट में जब प्रोफेसर ये कहते हैं कि हम सोना नहीं बल्कि
खरा सोना चुराएंगे तो इसका मतलब आखिर क्या होता है तो देखो सोना मतलब 10 कैरेट का सोना भी होता है सोना मतलब 14 कैरेट का सोना भी होता है सोना मतलब 18 कैरेट का सोना भी होता है और सोना मतलब 22 कैरेट का सोना भी होता है पर खरा सोना का मतलब होता है 24 कैरेट का सोना यानी 100% प्योर गोल्ड यानी % का भी कोई मिलावट नहीं होना चाहिए इसलिए खरा शब्द का यूज ध्यान से करना चाहिए क्योंकि यह कोई आम शब्द नहीं है बाकी एक और फन फैक्ट यह है कि 9 12 और
20 कैरेट का भी सोना होता है लेकिन यह बहुत अनकॉमन होता है सोनारो के पास 90 पर से ज्यादा जो ट्रांजैक्शन होता है वो 18 22 और 24 कैरेट के सोने में होता है बहुत लोगों को पता ही नहीं होगा कि 9 12 और 14 कैरेट का भी सोना मार्केट में अवेलेबल होता है फैक्ट नंबर सेवन आपने एयरपोर्ट्स पे ऐसे स्टोर्स को जरूर देखा होगा गुची पराडा स्टोर्स अकॉर्डिंग टू सर्वेज ये स्टोर्स 90 टू 96 पर टाइम खाली रहती है तो ये लग्जरी स्टोर्स आखिर एयरपोर्ट पे क्यों होते हैं इनका ऑक्युपेंसी रेट जब 5 पर
ऑफ द टाइम होता है मात्र और 90 पर टाइम एमटी रहते हैं तो ये आखिर एजिस्ट क्यों करते हैं एयरपोर्ट पे जो दुकानों का रेंट होता है वो सिर्फ आसमान नहीं छूता बल्कि आसमान के बादल को पार करके फाड़ के निकल जाता है वहां का रेंट एक नॉर्मल 500 स्क्वा फीट का जो दुकान होता है वो अगर किसी नॉर्मल कमर्शियल जगह पे ₹2000000 प्रति माह के रेंट पर चलता है तो उतना ही स्पेस अगर आप किसी एयरपोर्ट पे लोगे तो मल्टीप्लायर आएगा 20x के आसपास यानी वही पाच 500 स्क्वायर फीट का दुकान का एयरपोर्ट का
रेंट आपको लगभग ₹1 लाख प्रति महीने देना होगा तो अगर इनकी दुकानें घोट दुकानें बनी हुई है तो यह एयरपोर्ट्स पे इतना खर्चा क्यों करते हैं इसका तीन आंसर है और वो उत्तर है प्रेस्टीज प्रेस्टीज और प्रेस्टीज यही तीनों प्रेस्टीज यानी कि प्रतिष्ठा प्रतिष्ठा समझ गए ना हां तो उन कस्टमर्स को हासिल करने के लिए चाहे कितना भी ये खर्चा करें ये इनके लिए कम होता है अकॉर्डिंग टू देयर वर्ड्स ब्रांड का प्रेस्टीज मेंटेन करना होता है और इतना खाली होने के बावजूद भी यह कंपनीज प्रॉफिट में ही रहती है तो ब्रांड की प्रीमियम मेंटेन
करने के लिए एयरपोर्ट पे 1212 लाख 20-20 लाख पर महीने का रेंट देके कंपनीज अपना दुकान ऑपरेट करती है चाहे उस स्पेसिफिक जगह पे सेल्स हद से ज्यादा कम हो फिर भी क्योंकि मान मर्यादा और प्रतिष्ठा और प्रीमियम का इसका फील नहीं टूटना चाहिए फैक्ट नंबर सिक्स एचएच होम्स नाम का एक बिजनेसमैन था अमेरिका में वो बहुत सारे फार्मेसी स्टोर्स को ओन करता था प्रॉपर्टी बिजनेस में भी उसका अच्छा खासा पकड़ था 1893 में उसने शिकागो में एक बहुत ही बेहतरीन होटल कंस्ट्रक्ट किया एक बहुत ही प्रीमियम होटल पर वो होटल बड़ा ही अजीब तरह
से बनाया गया था उसके सारे रूम्स उल्टे फुटे थे सीढ़ी जहां पे खत्म हो रहा था वहां कोई रूम है ही नहीं और रूम के पीछ वाड़ों में सीढ़ी बनाया गया था किसी रूम से गैस पाइप जा रहा था तो कोई रूम हद से ज्यादा छोटा था पर फिर भी लोगों ने बड़ा एंजॉय किया इस होटल को और पूरे शिकागो में इस होटल का नाम हो गया एचएच होम्स ने बहुत पैसा भी कमाया इस होटल से जितना लागत था इस होटल को बनाने में उससे ज्यादा ही कमा लिया इस होटल का नाम वर्ल्ड्स फेयर होटल
शिकागो वर्ल्ड्स फेयर होटल कितना कूल नाम है है ना हैप्पी हैप्पी हैप्पी राइट रॉन्ग जरा जाके इतिहास की किताबों में पढ़ो एच होम्स कौन था खुद शैतान धरती पर इंसान के रूप में था एक शैतान होटल खुलने के एक साल बाद 18947 के अंदर ही उसने दर्जनों लोगों को मार डाला था होटल के रूम्स में एचएच होम्स असल में एक सीरियल किलर था एक साइकोपैथ और उस होटल को उसने बनवाया ही था उसी मकसद से यानी लड़कियों को मारने के मकसद से वर्ल्ड्स फेयर होटल से इस होटल का नाम बदल गया मर्डर कैसल और पूरी
दुनिया में अभी इस होटल को इसी नाम से जाना जाता है भाई इसलिए कहता हूं होटल जाओ तो पब्लिक प्लेटफार्म के रिव्यूज को पढ़ के जाओ होटल के वेबसाइट के रिव्यूज को नहीं बल्कि पब्लिक प्लेटफॉर्म्स में जो रिव्यूज होते हैं जैसे कि google2 नंबर बड़ा बदनाम नंबर है किसी ने नया फ्लैट लिया और उसको बेसमेंट पार्किंग में 420 नंबर अलाउड हुआ तो वो बिल्डर ऑफिस में जाकर लड़ने लगता है होटल बुक करते समय रूम नंबर 420 मिला तो गेस्ट्स अजीब तरह से चेहरा बनाने लगते हैं पर ऐसा क्यों कोई आदमी फ्रॉड करता है तो ऐसा
क्यों कहा जाता है कि ये 400 बीसी आदमी है तो इसका आंसर असल में टेक्निकल है असल में भारत में जो कानून है जो अभी तक आईपीसी था यानी इंडियन पीनल कोड जो कि हाल ही में बदला उसमें आईपीसी सेक्शन 400 20 होता था चीटिंग और फ्रॉड के केसेस के लिए यानी रैंडम ही टेक्निकली यह नंबर 420 असाइन कर दिया गया फ्रॉड वाले पुलिस केसेस के लिए और इसलिए सेंचुरी से ये जो नंबर है 420 ये असाइन हो गया फ्रॉड के लिए इसीलिए वक्त के साथ 420 यह नंबर पूरी तरह से गंदा हो गया और
ऐसे ही जन्म हुआ महान 420 का फैक्ट नंबर फोर स्ट्रेंज बात बता रहा हूं उसको सुनो अमेजन जंगल को ब्राजील के लोकल निवासी नरक भी कहते हैं ग्रीनरी को नरक क्यों बोल रहे ये लोग आखिर ये मन में सवाल आता है इसका आंसर है अति यानी एक्सेस हर चीज की एक्सेस खराब होती है जो लोग एमेजन जंगल में फंसे हैं एक्सीडेंटली वो लोग ऐसी लाइंस कहते हैं कि भाई समुंद्र में फंस जा बर्फ में धस जा लेकिन भगवान से प्रे करना कि आप अमेजन जंगल में ना फसो और आपको क्या लगता है बियर गिल्स और
बाकी सर्वाइवल एक्सपर्ट्स अकेले जाते हैं कहीं भी नहीं उनका कैमरामैन डॉक्टर कम्युनिकेशन टीम सब ऑनलाइन रहता है हमेशा कनेक्टेड हमेशा 24 * 7 कनेक्टेड वो बस एक ड्रामे तरीके से आपको दिखाया जाता है ताकि आपको लगे कि बियर गिल्स अकेले हैं देखो इसमें कोई बुरी बात नहीं है ऑफकोर्स लोग देखेंगे तभी तो सीखेंगे कि कैसे सरवाइव करना है लेकिन बिहाइंड द सीन इनका पूरा टीम साथ रहता है लेकिन जो लोग एक्चुअल में फर्स्ट चुके हैं amazononline.in लाउड्स है पेड़ पौधों के बीच रहना अच्छा होता है लेकिन पेड़ों के बीच रहना भी एक हॉरर स्टोरी में
बदल जाता है जब आप इंसान एक जानवर है और इंसानी दिमाग जिस फार्मूले से चलता है उसके अनुसार जब कोई इंसान आलस करता है तो उसको उसका दिमाग बड़ा प्लेजर देता है पढ़ाई नहीं करके फोन चलाना जिम स्किप करना आराम से पूरे दिन लेटे रहना इन सब चीजों में बड़ा प्लेजर होता है तो एज पर इवोल्यूशन लेजनेवा दोनों को एनर्जी सेव करने का मौका मिल जाता जाता है फ्रॉम एन इवोल्यूशनरी पर्सपेक्टिव सदियों से एनर्जी को कंजर्व करना यानी सेव करना इंसानों के लिए बड़ा जरूरी था क्योंकि पहले के वक्त पे आज रात का खाना आ
पाएगा या नहीं यही एक स्ट्रगल था जब इंसान जंगलों में रहा करते थे इसीलिए काम छोड़कर आराम से लेटकर फोन चलाना जो कि एक गलत काम है गलत होते हुए भी आपके दिमाग में फील गुड केमिकल रिलीज होने लगते हैं क्योंकि समझो इस बात को आपके दिमाग को नहीं नहीं पता कि आप मॉडर्न समय में जी रहे हो या [संगीत] एंसटिटाइट योर स स यानी आप जो कर रहे हो उसको क्यों कर रहे हो उसको इमेजिन करना जैसे फॉर एग्जांपल अगर आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हो तो इमेजिन करो कि सरकारी एंप्लॉई बनने के
बाद आप सैलरी के ऊपर घूस से कितना करोड़ों कमा लोगे नाइस मोटिवेशन है ना ये सोचने से ही मोटिवेशन आने लगेगा और वैसे ही अगर आप जॉब कर रहे हो तो इमेजिन करो कि जब सैलरी डे के दिन सैलरी क्रेडिट होगा तो उसको आप एसआईपी मोड में इन्वेस्ट करके कुछ सालों के अंदर अच्छा खासा पैसा ग्रो कर लोगे तो तो अपने हर काम के एंड गोल को हमेशा विजुलाइज करना क्योंकि मोटिवेशन तभी आईगी जहां रिवॉर्ड नहीं होता है वहां काम करने का मोटिवेशन नहीं होता है आजकल के दुनिया में यही सच्चाई है इसीलिए हर काम
के रिवार्ड्स के बारे में सोचो और हर काम को एनर्जाइजर से करो फैक्ट नंबर टू पैराडॉक्स इस शब्द को तो आपने सुना ही होगा पैराडॉक्स का मतलब होता है विरोधाभास यानी ऐसी चीज जो सेंस नहीं बनाती सेंस बनाती भी है और नहीं भी बनाती आप सोच रहे होंगे कि क्या है यार ये सिंपल सिंपल है दिमाग के दही कर देने वाले किसी कांसेप्ट को पैराडॉक्स कहते हैं और आपको पता है दुनिया का सबसे फेमस पैराडॉक्स कौन सा है वो है द ग्रैंडफादर पैराडॉक्स ऐसे बहुत सारे साइंटिस्ट्स हैं जो कि यह मानते हैं कि टाइम ट्रेवल
यानी समय यात्रा कभी भी पॉसिबल नहीं हो पाएगा ऐसा इसलिए क्योंकि अगर पास्ट यानी भूतकाल में जाना संभव होता और आप किसी टाइम मशीन से अपने ही पास्ट में जाके अपने ही दादाजी को मार दिए तो फिर हाउ इज इट पॉसिबल कि आप एजिस्ट करते हो तो यह बहुत ही कन्फ्यूजिंग और सेल्फ कॉन्ट्रेक्ट री बात है एक और इंटरेस्टिंग पैराडॉक्स है शिप ऑफ थीसिस मान लो एक पानी जहाज है जिसका पार्ट टाइम टू टाइम चेंज होता रहता है कभी डेक चेंज होता है कभी साइड वॉल चेंज होता है और ओवर 20 इयर्स धीरे-धीरे इतने सारे
पार्ट्स चेंज हो गए कि ओरिजनली जो पार्ट्स शिप में लगे थे वो सब तो है ही नहीं एक भी नहीं है सारे नए पार्ट्स लग गए हैं ओवर टाइम समय के साथ-साथ यानी 20 साल के मेंटेनेंस के चलते पूरा शिप ही ऑलमोस्ट रिप्लेस हो चुका है तो क्या हम इस शिप को वही शिप कहेंगे जो कि 20 साल पहले था यही तो कंफ्यूजन की बात है अब इससे रिलेटेड अब जो बात आपको बताने वाला हूं वो ज्यादा सेंस बनाएगा आपको आपका शरीर का जो हड्डी होता है पूरा हड्डी जितना हड्डी है सब 10 साल के
बाद पूरा का पूरा रिप्लेस हो जाता है यानी मान लो आपकी उम्र अभी 30 साल है तो 20 साल के जब आप थे तब आपका हड्डी चेंज होना शुरू हुआ था धीरे-धीरे नया हड्डी बनता गया और जब आप 30 साल के हुए तब अब 30 साल में जो आप अपने शरीर के अंदर हड्डी महसूस कर रहे हो वो पूरा का पूरा नया सेट है क्योंकि एवरी 10 इयर्स पूरा का पूरा हड्डी रीमॉडल हो जाता है और यह शरीर में हर 10 साल में होता है यानी आप आप नहीं रह जाते जो आप नया खाना खाते
हो उससे आप बनते रहते हो और हर 10 साल में आपके पास नया सेट ऑफ हड्डी आ जाता है और आपको पता भी नहीं चलता और सबसे जरूरी बात सुनो आपका स्किन यानी चमड़ी हर चार पाच हफ्ते में पूरा का पूरा बदल जाता है आपका ब्लड सेल हर 120 दिन में पूरा रिप्लेस हो जाता है पेट का इंटेस्टाइन वाला सेल हर चार-पांच हफ्तों में पूरा रिप्लेस हो जाता है और यह मोटा सांड हड्डी यानी बोन 10 साल लेता है पूरा रिप्लेस होने में यानी 10 साल में आप पूरा का पूरा बदल जाते हो आप एक
नए पर्सन बन जाते हो तो अगर आपका नाम राजू है तो 10 साल पहले जो राजू था वो राजू आज नहीं है और यह सिर्फ फिल्मी डायलॉग नहीं है कि 10 साल पहले जो सोच थी वो आज नहीं है पुराना वाला राजू नहीं है ये नहीं सिर्फ सोच के लेवल पे ही नहीं बल्कि लिटरली पूरे बॉडी के लेवल पे आप पूरे के पूरे बदल जाते हो हर 10 साल में हां पर एक चीज है अकॉर्डिंग टू साइंस जो न्यूरॉन्स है आपके दिमाग में जिससे आप सोचते हो वो सेम ही रहता है जिंदगी भर और यही
कारण है कि लोगों को 20-20 साल 40-40 साल पुरानी बातें याद रहती है 30-30 साल पुरानी बातें कभी-कभी याद आने लगती है किसी बुड्ढे से पूछो उसकी फर्स्ट लव के बारे में वो तब भी बता देगा क्योंकि शरीर तो पूरा का पूरा बदल गया पर दिमाग वही रहता है ट्स गजब रियली फैक्ट नंबर वन बेंगलुरू कर्नाटक का यह अभी का चमचमा आता प्लेस इसको अभी इंडिया का सिलिकॉन वैली भी कहा जाता है ये अभी तो इंडिया का सिलिकॉन वैली है पर पुराने वक्त में 1700 1800 1900 के बीच एक अजीब सी औरत की कहानी है
तीन सेंचुरी से यानी 1700 से लेकर 1990 तक जो कि सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में पॉपुलर है और पूरे कर्नाटक में जितने भी बुजुर्ग लोग हैं वो सब दिल की गहराइयों में महसूस कर चुके हैं इसका खौफ किसका खौफ स्त्री का खौफ पूरा बेंगलोर और आसपास का इलाका एक औरत के खौफ में रहता था एक स्त्री के खौफ में कर्नाटका में कनड लैंग्वेज में लोग अपने घर के बाहर लिख ा करते थे नले बा नले बा नले बा का मीनिंग होता है कम टुमारो यानी कल आना कर्नाटक के कई गांवों में
धुंधले अक्षरों में आपको आज भी कई घरों में नले बा यानी कल आना देखने को मिलेगा कहा जाता है कि यह हर नवरात्रि के शुरू के चार दिन आती है कहा जाता है कि हर घर के आगे स्त्री कल आना इसलिए लिखा जाता है क्योंकि यह पढ़ के वो कल आने का सोचती है और जब वो कल आती है तो वो फिर उसी चीज को पढ़ती है कि कल आना और यही देख के वो फिर से चली जाती है और यही चीज रिपीटेडली परपे चुली चलते रहती है और ऐसे ही लोग बचे रहते हैं जो
अभी स्त्री है वो एक समय एक सामान्य लड़की हुआ करती थी उसको एक लड़के से प्यार हुआ था पर लड़के ने उसे धोखा दे दिया था और उस लड़के ने उसे एक मेल ग्रुप और पूरे गांव के सामने ह्यूमिड भी किया था यानी सबके सामने बेइज्जती किया था और इसी के कारण उसने अपनी जान दे दी थी पर उसके अंदर इतना गुस्सा था और रिवेंज लेने का इतना घोर इच्छा था कि वह आफ्टर लाइफ और इस दुनिया के बीच में ही फंसी रही आपने अगर स्त्री मूवी देखी है तो आपने नोटिस किया होगा कि स्टोरी
को थोड़ा एंटरटेनिंग बनाने के लिए कुछ-कुछ ऐड किया गया है बाहर से पर असल कहानी रियल स्टोरी यही है स्त्री की रिवेंज की नेगेटिविटी और वाइब आज तक कर्नाटक के गांव में महसूस होती है इसलिए मूवी में इस लाइन का यूज किया गया था कि उसे ना प्यार मिला ना इज्जत कहा जाता है कि वो लोगों के घर आया करती थी और दरवाजा खटखटा थी और कोई भी दरवाजा खोलता था और उसका चेहरा देख लेता था तो वो उस दिन तो नहीं मरता था पर अगले दिन किसी ना किसी कोइंसिडेंस से मारा जाता था कहा
जाता है कि स्त्री को बदला चाहिए और कई लोग तो यह तक कहते हैं कि वो तब तक शांत नहीं बैठेगी जब तक वो कर्नाटक के गांव के हर एक लड़के को नहीं मारते स्ट्रेंज बट यही कहा जाता है इसलिए ऐसा कहा जाता है कि 1990 के समय उसने कई यंग लड़कों की किडनैपिंग की थी और इस स्त्री ने कभी भी किसी फीमेल पर अटैक नहीं किया था किया था तो सिर्फ मेन पे वो सिड्यूस वॉइस से यंग लड़कों का नाम लेती थी और जो लड़का मनमोहित होकर उसकी तरफ देख लेता था तो मानो उसकी
मौत पक्की थी और यही कारण है कि आज भी कर्नाटक के कई गांव में घरों के ऊपर आपको दिखेगा नले बा यानी एक रिस्पेक्टफुल तरीके से कहना कि कम टुमारो ओ स्त्री कल आना तो यह था आज का वीडियो हमेशा की तरह लाइक कमेंट और शेयर जरूर कर लेना और अगर आपने अभी तक सब्सक्राइब नहीं किया है तो सब्सक्राइब करके बेल आइकन जरूर ऑन कर लेना थैंक्स फॉर वाचिंग जल्दी ही मिलते हैं अगले वीडियो में [संगीत]