एक लड़की थी ऐसे ही मेरे साथ पढ़ती थी जनजम में जी मुझे उससे प्रेम हो गया क्योंकि अक्सर पढ़ाई में मन लगता नहीं है कि पहला और सबसे जरूरी काम जीवन में है प्रेम करिए अब हमारी और आपकी बात और बात ऐसी हो कि मोबाइल निकालने का मन ना करे अभी-अभी तुमने जो रील डाली है ा पर उस परे उसने दिल का गोलू बनाया कि नहीं उसको चेक करने का मन ना [प्रशंसा] करे 11वीं बारवी में आते आते एक प्रेत है जो हमारा पीछा करने लगता है कभी यह पड़ोस के शर्मा अंकल की शक्ल में
आता है और पूछता है बेटा आगे क्या करने का इरादा है बेटा बता भी नहीं पाता है कि मैं फ्रेंड जोन हो रखा हूं आप मुझसे मेरे सीजीपीए और मेरे इस कोर्स और मैं कौन-कौन से एंट्रेंस एग्जाम के दाखिले के लिए तैयारी कर रहा हूं ऐसे शुष्क और नीरस विषयों पर संवाद करना चाहते हैं और वह भी पेरेंट्स के सामने यह प्रेत पर सिर्फ पड़ोस के अंकल की शक्ल में नहीं आता है कई बार जब हम अकेले में होते हैं शीशा निहार रहे होते हैं या अपने इर्दगिर्द के लोगों को देख रहे होते हैं और
हमारे अरमान रील में दिख रही उस सुनहरी दुनिया की कारपेट पर सवार होकर इधर उधर भटक रहे होते हैं उसका परफ्यूम अच्छा उसकी कार अच्छी उसकी ड्रेस अच्छी तब लगता है कि बेटा प्यारे अच्छा तो है पर खुद कैसे कर पाओगे हमारा हासिल क्या है और तब संशय और घेर लेते हैं कुछ कर पाऊंगा मैं जिंदगी में कुछ बन पाऊंगा या पापा का परा या परी ही बनक रह जाऊंगा यह संशय बड़े जरूरी हैं पार्थ को भी हुए और तब उन्हें कृष्ण मिले पर कृष्ण सिर्फ इसलिए नहीं मिले कि उन्हें संशय हुए उन्हें इसलिए भी
मिले क्योंकि उनके भीतर किसी गुरु को किसी बड़े को किसी विद्वान को किसी तजुर्बे का को सुनने का धैर्य समझने की संकल्प शक्ति और नियत थी हमारे यहां उपनिषदों की परंपरा है आस्क एंड लिसन पूछो और फिर धैर्य पूर्वक सुनो यह सामने वाला जो कह रहा है असल में उसके मायने क्या है पर 1617 की उम्र में इतनी सूखी बातें कहां ही समझ में आती हैं बातों से ज्यादा शाम की सोया चाप में सुख मिलता है पर मैं यह मान के चल रहा हूं कि आप संशय के उस पहले पड़ाव के पार आ चुके हैं
आपने लगभग यह तय कर लिया है कि जिंदगी में आगे करना क्या है और यह नहीं भी किया हो तो यह तो तय कर ही लिया है कि अगले तीन वर्ष आपको इस विशाल प्रांगण में गुजारने हैं आप क्या करेंगे यह आपको तय करना है मैं चूंकि इस पड़ाव से गुजरा हूं तो कुछ सलाह आपको दे सकता हूं कुछ सुझाव भी पहली बात मुझे कहनी चाहिए कि पढ़ाई करिए खूब पढ़ाई करिए पर मैं उसको आखिरी के लिए बचा के रखता हूं क्योंकि अक्सर पढ़ाई में मन लगता नहीं है पढ़ाई से ज्यादा जरूरी कई काम होते
हैं तो मेरा अपने नौजवान दोस्तों को यह कहना है कि पहला और सबसे जरूरी काम जीवन में है प्रेम करिए यह इतनी कमाल की चीज है कि अलग-अलग भाषाओं में इसको बोलते ही किसी के चेहरे की मुस्कान बढ़ जाती है गर व पीछे की बेंच में है किसी की घट जाती है अगर वह आगे की बेंच में है कैसी बात कर रहे हैं भाई साहब है कि हवा का रंग बदल रहा है तो आप प्रेम में है यदि आपका गुरु आपको कोई नई चीज सिखाता है कोई बुजुर्ग आपको एक अनुभव बताता है और आप कृतज्ञता
महसूस करते हैं तो आप प्रेम में है यदि आपको पढ़ने में मजा आता है और वो कुछ भी हो सकता है एक रोज आप मर्केज का हाथ पकड़कर साउथ अमेरिका के लिटरेचर में दाखिल होते हैं दूसरे रोज आप जेके रोलिंग को पकड़कर एक यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट बन जाते हैं जिसे हॉग वर्ट्स का मैजिक स्कूल कहते हैं तीसरे दिन आप किसी स्वप्न वासव दत्ता को पढ़कर यह सीखते हैं कि आज से 2600 वर्ष पहले संस्कृत में हमारे महामना कैसे नाटक रच रहे थे चौथे रोज आपकी सुबह की शुरुआत होती है प्रहलाद टिपानिया के कबीर गायन से
और आप चकित हो जाते हैं कि कघ चलाते हुए कोई कैसे इतनी आसानी से जिंदगी के घट के बारे में बता रहा है अगर आपके अंदर विस्मय का बखान जिंदगी अलग-अलग ढंग से करती है कभी किसी खुशबू की शक्ल में कभी किसी टट के हुए शब्द की शक्ल में कभी सीख में कभी स्पर्श में तो आप प्रेम में है मुबारक हो आप जीवित हैं और मुबारक हो कि आप बीत नहीं रहे हैं बढ़ रहे हैं तो सिलेबस खूब पढ़ा जाएगा इंस्टा यट ट्विटर पर अपने से जुड़े लोगों की संख्या खूब गिनी जाएगी उसका वक्त भी
आएगा पर सब से पहले जरूरी है कि इस गुथी को सुलझा लिया जाए जिसे प्रेम कहते [संगीत] हैं भाई साहब कोई जरूरी काम अटका है क्या डोंट स्पीक और आ फॉल इन लव विद यू अब यह है क्या प्रेम बड़ा जटिल है कह तो दिया जीव उठा के प्रेम गली अति साक जा में दो ना समाय प्रेम करने के लिए बड़ी काबिलियत हासिल करनी पड़ती है मैं चाहता हूं कि विश्वविद्यालयों में भी वह पढ़ाई जाए जीवन तो पढ़ाता ही है प्रेम करने के लिए सबसे जरूरी है अहंकार से मुक्त होना मैं का विसर्जन करना यदि
आप क्लास के वह स्टूडेंट हैं जो अपने टीचर से कोई सवाल इसलिए पूछते हैं कि वह जवाब ना दे पाए और उसकी हंसी हो जाए तो आप मोहब्बत में नहीं मूर्खता की गिरफ्त में है यदि आप किसी से प्रश्न इसलिए पूछते हैं कि उसे अपनी बात मनवा सके तो यह प्रेम नहीं है प्रेम जो ज्ञान के प्रति होना चाहिए ज्ञान जो कौतुक से पैदा होता है छोटा सा था मां से पूछा कि तुम तो कह रही हो कि लालटेन आखिरी पहर में मध्यम कर देंगे पर यह वाली लालटेन डिम क्यों नहीं हो रही है मां
ने कहा इसमें ईश्वर ईधन दे रहा है इसे चांद कहते हैं यह कौतुक है उसने कहानियां सुनाई उसने दृश्य दिखाए मां जो हमारी पहली मोहब्बत है हमारा पहला प्रेम है वह हमें दुनिया में दीक्षित होने के कितने बीज मंत्र देती है वह जब दूध पिलाती है तो हमें पोषण का प्रेम समझ में आता है और बहुत बाद में दशकों बाद जब तुम किसी ऐसे इलाके में घूम रहे होगे जो राष्ट्रीय सांख्यिकी के नतीजों के मुताबिक कुपोषण का शिकार होगा जब तुम ऐसी लड़कियों से सध्या प्रसूता हों से बात कर रहे होंगे जिनके बारे में तमाम
पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट कह रहे होंगे इनमें आयरन की कमी है या जिंक की कमी है या यह किसी कथित सामाजिक व्यवस्था के तहत अपने खाने का भरपूर ख्याल नहीं रखती हैं तब तुम्हें वह सुवास याद आएगी क्योंकि मां ने जब तुम्हें पोषण दिया तभी तुमने दुनिया का वह सत्य भी देख खा कि उसने अपने पोषण का ख्याल सबसे आखिरी में किया जब वह तुम्हारे कानों में स्वर गूंथ है तुम्हें अपने आलाप समझ में आते हैं और बाद में पलट के देखते हो तो लगता है मैं तो आ ला गा ऐसे कुछ बड़े स्फुट से शब्द
बोलता था यह कैसे समझ जाती थी कि अभी मुझे दर्द हो रहा है अभी मुझे नींद आने वाली है और अभी मुझे दूध पीने की जरूरत है क्योंकि मां ने तुम्हारी लिपियां गढ़ी थी और तुम्हारी ध्वनि से सबसे ज्यादा प्रेम किया था जब तुम पत्रकार बन जाओगे अलग-अलग इलाकों में जाओगे तो तुम्हें यह सलाहियत याद रखनी पड़ेगी कि तुम्हारी अपनी कोई भी भाषा हो सकती है तुम्हारे ज्ञान का कोई भी आडंबर कोई भी गुरुता हो सकती है हो सकता है कि दुनिया को सीखने जानने के तुम्हारे नजारे तुम्हारे नजरिए बहुत अलग हो बहुत संश्लिष्ट हो
पर जब तुम जिससे बात कर रहे हो तब तुम्हें उसकी भाषा में बात करनी है जब वैज्ञानिक से बात कर रहे हो तब अलग जब किसी किशोर वय की लड़की से बात कर रहे हो तब अलग जब जो तुम्हें सर्व कर रहे हैं तुम्हारी जिंदगी को आसान कर रहे हैं जैसे ग्रे कलर के सफारी सूट में यह दो भाई तब अलग और जो सत्ता और शक्ति के क्रम में जितना नीचे है उसके साथ तुम्हारा बर्ताव उतना ही विनम्रता से भरा होना चाहिए यू शुड बी फुल ऑफ ग्रेटू वन सम बडी ओपस अ डोर फॉर यू
यू शुड बी फुल ऑफ ग्रेटू न सम बडी कम् टू आस्क सर क्या लेंगे सबको विश्वविद्यालय नहीं मिले सबको जीवन को गरिमा पूर्ण ढंग से शुरुआत से जीने के अवसर नहीं मिले तुम्हें मिले हैं इसलिए तुम्हें महान दार्शनिक स्पाइडरमैन का वह वक्तव्य याद रखना चाहिए विद ग्रेट पावर कम्स ग्रेट रिस्पांसिबिलिटी तुम पढ़े लिखे हो तुम शक्ति संपन्न हो इसलिए तुम्हें प्रेम का वो नियम याद रखना चाहिए जो सबसे पहले और सबसे आखिरी तक तुम्हें किसी भी किस्म के अहंकार से मुक्त रखता है यह तुम्हें विनम्र बनाता है यह तुम्हें भावुक बनाता है यह तुम्हें गलतियां
करने के लिए उकता है नथिंग रंग इन इट अगर तुम्हें लग रहा है कि तुमने गलत कोर्स का चुनाव कर लिया तुम इसे ठीक कर सकते हो अगर तुम्हें लग रहा है कि तुम्हें किसी और भाषा में प्रवीणता की जरूरत है तुम इस पर मेहनत कर सकते हो कुछ करोगे कुछ गलत होगा कुछ सही होगा गलत पर अटके रहे या सही पर दंभ से जूझने लगे समस्या तब है क्योंकि आपको बीतना नहीं बढ़ना है पर बढ़ने के लिए अहंकार मुक्ति से अतिरिक्त और क्या चाहिए प्रश्न कुलता चाहिए सवाल पूछने का साहस जवाब से कभी सहमत
तो कभी असहमत होने का विवेक और यह सवाल हमने शुरुआत से पूछे हैं छोटे बच्चे पर फिर लौटूंगा कैसे हम उसको सिखाते हैं दुनियादारी यह क्या है वह पूछता है गोल मूल जवाब मिलते हैं डराया जाता है भय की भाषा सिखाते हैं हम अपने बच्चों को अंधेरे में मत जाओ जूजू बाबा आ जाएगा मैं नहीं कह रहा हूं कि आप एक दो ढाई साल तीन साल के बच्चे को यह सिखाएं कि अंधेरा प्रकाश की कमी की वजह से होता है प्रकाश किस एनर्जी फॉर्म में होता है फोटोन क्या होता इट विल टेक टाइम पर कम
से कम उसकी प्रश्नार्थक तमसो मा ज्योतिर गमय और सबसे आखरी में कवि कहता है संस्कृत में कि मृत्यु से मोक्ष की तरफ जाना है क्या है यह मोक्ष भय से मुक्ति है जो रात दिन तुम आशंकाओं में घिरे हो ब्रो अपना क्या होगा प्लेसमेंट होगा क्या इंटर्नशिप मिलेगी क्या मोक्ष मृत्यु के भय से मुक्ति है मृत्यु जो शाश्वत नहीं है लेकिन उसके पहले जीवन है जिसकी गजब की धूम है और व जीवन लगातार समृद्ध होगा तनी तुम्हारे अंदर प्रश्न कुलता होगी पूछना और सुनना पूछना और सीखना और इसमें एक बड़ी बाधा है अभी मैंने कहा
अंधविश्वासों से मुक्ति भय से मुक्ति पर एक भय है जो लगभग तुम सबके हाथ में है जिसे मोबाइल फोन कहते हैं कैसी उलट बात कर रहा है जिस ललन टॉप को मोबाइल फोन पर देखा वो उसी की मुखालफत कर रहा है मुखालफत फोन की नहीं है भय आग का नहीं है भय आग को बरतने वाले हाथों का है इस फोन पर तुम रात दिन 10 सेकंड की जिंदगी जी रहे हो या उससे बड़ा कोई नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहे हो तुम्हारे सिरहाने सिर्फ फोन या चार्जर है या कुछ किताबें एक डायरी और एक पेंसिल
भी है तुम्हारी एक ऐसी प्लेलिस्ट है क्या जो यह गवाही दे कि तुमने गाने को भरपूर सुना और जब सुना तब किसी व्यवधान में इतनी जरूरत नहीं हुई कि तुम्हें डिस्टर्ब कर सके तुम पूरी तरह न उस पल स्वरों के उस आरोह अवरोह में उस ध्वनि में उसके शब्दों में उसके भाव में पैबस थे क्या तुम्हारे पास एकाग्रता है महत्वाकांक्षा तो है रात दिन बाजार तुम्हारी तरफ नए नवेले लक्ष्य फेंक रहा है तुम्हें सुंदर देखना है कितना दबाव है सुंदर दिखने का और सुंदरता की परिभाषाएं कितनी कुरूप है तुम्हारे पिगमेंटेशन के बेस पर तुम्हारे कलर
कॉम्प्लेक्शन के बेस पर तुम्हें सौंदर्य शास्त्र पढ़ा दिया गया है तुम्हें रात दिन फेयर एंड हैंडसम और फेयर एंड लवली क्रीम में बेची जा रही है तुम्हें यह बता दिया गया है कि तुम्हारी त्वचा के रंग से तुम्हारा कद इस दुनिया में तय होगा जब तुम्हें पढ़ाया जाना था कि जूते पहनो खास तौर पर लड़कियां स्पोर्ट शूज पहनो दौड़ लगाओ तुम बहुत सुंदर दिखो गी जब तुम स्टेडियम के साथ चक्कर लगाकर पसीने से लथपथ होगी तब तुम्हें सिखाया गया अपनी चाल ठीक रखो चाल बिगड़ी थी जमाने की उसके घूरने की उसके तुम्हें जज करने की
पर तुमसे तुम्हारी चाल नियंत्रित कर ने को कहा गया तुमसे कहा गया खिलखिला कर मत हंसो तुमसे कहा गया सवाल मत पूछो तुमसे कहा गया जो शक्ति में तुमसे ऊपर है उनके प्रति सिर्फ श्रद्धा रखो ज्यूं का त्यों मान लो और तब तुमने मनुष्यता का वह बुनियादी नियम उनके हाथों गवा दिया जो प्रश्न पूछने से शुरू हुआ था लाखों वर्ष पहले [प्रशंसा] ये प्रश्न कुलता है जो हमें यहां तक लेकर आई हमारे बुजुर्गों ने पूछा पर सिर्फ पूछा नहीं उन्होंने उन खोजों उन आविष्कारों को एक शानदार संगीत में लिपिबद्ध किया जिसे हम भाषा कहते हैं
इंसान में और बाकी सब जंतुओं में अगर मुझे एक फर्क चुनना हो तो मैं अपनी सीमित समझ में सिर्फ यही चुन पाता हूं कि हम अपनी आगे आने वाली पीढ़ियों को अपना संचित ज्ञान पास ऑन कर पाए एक घोड़ा या कुत्ता या अमीबा दूसरे को नहीं बता पाया पीढ़ी दर पीढ़ी साल दर साल कि प्रकृति के नियम कैसे बदल रहे हैं और यह जितने बदल रहे हैं उतने ही वैसे भी हैं हम बता पाए मैंने उस चुंबक के व्यवहार को नहीं पढ़ा जो इस वक्त इस माइक्रोफोन के भीतर अपना काम कर रही है मैंने उन
पदार्थों को जिनके संले में ताइवान को महारत हासिल है नहीं पढ़ा मुझे नहीं पता यह फूल कैसे गूथे जाते हैं मुझे नहीं पता यह इमारत कैसे बनती है मेरे सम कक्षों को पता है मेरे पूर्वजों को पता है और मैं उसका लाभ ले रहा हूं तो प्रेम में होने के लिए अहंकार मुक्त होने प्रश्नावडा हो ये कृतज्ञता होगी तो आपको जो मिल रहा है आप उसके प्रति ज्यादा समानुभूति रखेंगे बड़ा सुंदर शब्द है अंग्रेजी में एंपैथी और संस्कृत के दर्शन में इससे भी ज्यादा अच्छा शब्द है करुणा आत्मानुभूति [संगीत] से अलग हो इसलिए मैं तुम्हें
जज करूं तुम्हारी हाइट कम है तुम्हारी भाषा मौजूदा टाइम स्पेस में पार स्ट्रक्चर में नीचे है मैं अंग्रेजी बोलता हूं अंग्रेजी में जब स्पेनिश या फ्रेंच के शब्द आते हैं तो उनका ठीक-ठीक उच्चारण करता हूं तुम तो हिंदी भी ठीक से नहीं बोल पाते हो तुम्हारे भीतर का मालवा या बघेलखंड झांकने लगता है इस बिना पर भाषा की बिना पर अगर मैं तुम्हें जज करूं श्रेष्ठता के भाव में आऊं तो मैं गलत हूं मैं तुम्हारी त्वचा के रंग तुम्हारे चुने हुए जेंडर तुम्हारे बालों के रंग तुम्हारी पोशाक के हिसाब से तुम्हें जज करूं तो यह
मेरी हीनता है पत्रकारिता का अगर मुझे एक सबक आज आपको इस उत्सुक मंच से आपको सिखाना हो तो मैं यही कहूंगा लगातार अपने आप को जज करते रहो कि कहीं तुम किसी के बारे में बिना जाने जजमेंट तो तय नहीं कर रहे हो कहीं तुम्हारी प्रश् कुलता एं कहीं तुम्हारा ज्ञान कहीं तुम्हारी एक खास भौगोलिक स्थिति में एक खास जेंडर में भाषा परिवार में जाति में या धर्म में पैदा होने की वजह से जड़ता तो नहीं आ गई है कहीं तुमने मान तो नहीं लिया है कि तुम्हें सब मालूम है यह मनुष्य के तौर पर
और पत्रकार के तौर पर तुम्हारे अंत की मुनादी होगी जब तुम्हारे भीतर यह भाव आ जाए कि तुम्हें सब पता है सब नहीं पता है सब पता नहीं चलेगा पर सब पता करने का जतन तो हासिल करते रहेंगे क्योंकि हम अपने जीवन से प्रेम में हैं हम दुनिया से प्रेम में है यह कभी माता-पिता के प्रति प्रकट होगा और जब मैं प्रेम कह रहा हूं तो तुमसे यह नहीं कह रहा हूं कि तुम अपने माता-पिता की हर बात मान लो हो सकता है कि तुम्हारे पेरेंट्स संकल्प के नाम पर तुम तुम से दहेज लेने को
कहे समाज की मर्यादा के नाम पर तुमसे जाति के बंधन मानने को कहे दुनियादारी समझाकर तुमसे कहे कि यह कोर्स मत पढ़ो वह कोर्स पढ़ो लड़कियों के लिए तो टीचिंग और डॉक्टरी ठीक होती है मैकेनिकल में बीटेक करके क्या करोगी इतने बड़े संयंत्र में कितनी ही लड़कियां होंगी जितनी बार तुम्हारे कान से यह नहीं टकराए तुम्हें अपनी एड़िया गड़ा लेनी है क्योंकि तब अगर तुम उनसे हामी भर देते हो तो यह प्रेम नहीं है यदि प्रेम तुम्हें जरूरी किस्म का बागी नहीं बनाता है तो मुझे उसके होने पर संशय है अगर प्रेम तुम्हें अपनी वैल्यूज
को बैटर करना नहीं सिखाता है तुम्हें जो जैसे मिला उससे आगे अगर तुम इस सभ्यता को नहीं ले जा रहे हो तो फिर कुछ गड़बड़ है माता-पिता से प्रेम करो अकं प्रेम करो उनकी जिम्मेदारियां निभाने का मौका मिले तो उत्साह के साथ निभाओ लेकिन माता हो पिता हो गुरु हो मित्र हो साथी हो उसकी हर बात को ज्यों का त्यों नहीं मान लो संशय रखो गलत को गलत कहने की हिम्मत रखो और यदि खुद कभी गलत हो जाओ तो सत्य के स्वीकार की सार्वजनिक हिम्मत रखो यस आई वाज रंग आई एक्सेप्टेड आई वाज रंग अबाउट
यू आई वाज रंग इन माय परप यह कहने के लिए सबसे ज्यादा साहस लगता होता है कि आप सही थे मैं गलत और यह कहने के लिए सबसे कम साहस लगता है कि आप सही थे मैं गलत फर्क सिर्फ दंभ का है तुमने दं से प्रेम किया है तो तुम नहीं कह पाओगे और नहीं किया है जीवन से किया है आगे बढ़ना चाहते हो गिल्ट से फ्री रहना चाहते हो तो तुम यह आसानी से कह पाओगे सेज यूनिवर्सिटी में मुझे बुलाया गया मेरे पास एक यह विकल्प था कि मैं आपको बताऊं कि बच्चों खूब पढ़ाई
करो भाषाएं सीखो तकनीकी सीखो अध्ययन करो अलग-अलग लोगों से संवाद करो किताबें पढ़ो लोग पढ़ो सभ्यताएं पढ़ो समीक्षा करो पर मुझे पूरा यकीन है कि जिंदगी की जिस डोंगी पर तुम बैठे हो यह सब तुम सीख जाओगे मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि तुम प्रेम करो यह पहला और आखिरी अनिवार्य सत्य है मेरे माता-पिता ने प्रेम किया मैं पैदा हुआ उन्होंने मुझसे प्रेम किया तो सुनिश्चित किया कि मुझे अच्छे संस्थानों में शिक्षा मिले मेरे सहकर्मियों ने मुझसे प्रेम किया और मेरे संकल्प पर मेरे इरादे पर या मेरी अवधारणा पर यकीन किया ललन टॉप बना ललन
टॉप से करोड़ों दर्शकों ने प्रेम किया कि यह अपना सा है झूठ बोलता नहीं लगता किसी पॉलिटिकल पार्टी या नेता की ताबे दारी करता नहीं दिखता है गलती करता है तो कह देता है हां यहां गलती हुई यह प्रेम है जो हमें साहस देता है यह प्रेम है जो हमें आश्वस्त देता है पर प्रेम सिर्फ गुरुओं से और सिलेबस से और माता-पिता से और रिश्तेदारों से और सहकर्मियों से करेंगे तो करण जोहर की फिल्मों में जो बताया गया है इश्क वाला लव वो कब करेंगे भाई साहब उसके बारे में तो बताया ही नहीं 20 नंबर
का लॉन्ग फॉर्म सवाल तो वही है आप एक एक नंबर के ऑब्जेक्टिव में उलझे रहे उस प्रेम को करने के बड़े साधारण से नियम है मेरे सबकी अपनी अपनी दवाई सबका अपना अपना मर्ज और मुझे उनके जरिए खूब प्रेम मिला एक लड़की थी ऐसे ही मेरे साथ पढ़ती थी जनजम में जी मुझे उससे प्रेम हो गया और यह इतनी कमाल की चीज है कि यह बिल्ली के पांव की तरह आता है या यह उल्लू की तरह उड़ता है कभी गौर से देखोगे उल्लू उड़ते वक्त आवाज नहीं करता है पंख नहीं फड़फड़ा हैं व धप से
आकर तुम्हारी छाती पर बैठ जाता है और फिर तुम्हें लगता है कि गर्दन के पास किसी गिलहरी की पूंछ लग गई तुम्हें खुशबुओं से प्यार हो जाता है तुम्हारी नजरें कहीं ज्यादा टिकने लगती हैं जब तुम इस अद्भुत अनुभव से गुजरो तब यह बुनियादी नियम याद रखना कि जिससे प्रेम कर रहे हो यदि उससे समानता का व्यवहार नहीं कर सकते जिससे प्रेम कर रहे हो यदि उसका सम्मान नहीं कर सकते जिससे प्रेम कर रहे हो यदि उसकी ग्रोथ में भागी नहीं बन सकते तो फिर यह बहुत तात्कालिक है यह सोडा बॉटल ओपनर वाला जैसा हो
जाएगा बुलबुला बहुत जल्द फूट जाएगा यदि तुम्हारे प्रेम में समता नहीं है समानता नहीं है साथ बढ़ने की दुनिया को एक्सप्लोर करने की ख्वाहिश नहीं है तो फिर यह टिकेगा नहीं तो प्रेम करिए जैसे मुझे हुआ जब मैं एक जनजम के संस्थान में पढ़ रहा था और मैं कुछ संतोष के साथ यह कह सकता हूं कि उन दिनों जो मेरी गर्लफ्रेंड थी वो आज भी मेरे टच में [संगीत] है ओ शी वेरी काइंड इतने बरस बीत गए उन्होंने अपना नंबर भी मुझसे शेयर किया इनफैक्ट आज सुबह फोन करके पूछ भी रही थी कि सेज यूनिवर्सिटी
जा रहे हो क्या पोशाक पहन रहे हो वीडियो कॉल ने जीवन आसान कर दिया है आपके सारे पुराने प्रेम आपके संपर्क में रहते हैं कमाल की बात यह है कि यह पूछने के बाद उन्होंने बताया भी कि पिताजी की दवाई आ गई है और वह प्रसन्न है उनकी आंखों की दृष्टि कैटरेक्ट के इस ऑपरेशन के बाद बेहतर है क्योंकि वह गर्लफ्रेंड मेरी पत्नी भी है विदुषी भी है विद्वान महिला है एक महान संस्था न में काम करती हैं अपने काम को लेकर बहुत मेहनत भी करती हैं साहसी भी हैं क्योंकि जाति के और आर्थिक रसू
के बंधन तोड़कर हमने प्रेम किया आलोचना भी करती हैं जब किसी मंच पर कुछ ऐसा बोल देता हूं जो ठोस कम लगे वायवीय ज्यादा निर्मम आलोचक हैं और उनकी आंखों में आंसू झिलमिलाते हैं जब उन्हें लगता है कि मैं कुछ सफल कर रहा हूं जो सार्थक भी है प्रेम करिए ताकि जिंदगी बीतते अक्टूबर के मौसम की तरह भोपाल के ताल पर बहती हवा की तरह खुशगवार लगे शुक्रिया