Trump Meets Kim | Inside North Korea: Fire and Fury | हिंदी | Full Episode | S1 - E2 | Nat Geo

194.63k views6928 WordsCopy TextShare
National Geographic India
National Geographic's Inside North Korea: Fire and Fury takes you through the dramatic lead-up to th...
Video Transcript:
26 मार्च 2018 को एक पैसेंजर ट्रेन नॉर्थ कोरिया के पिंग यंग से रवाना होती है ऑलिव कलर में पेंट की गई 21 बुलेट प्रूफ बोगियां इस देश की कंट्री साइड से होकर चाइनीज बॉर्डर की तरफ बढ़ी जिससे पूरी दुनिया में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया यह है नॉर्थ कोरिय लीडरशिप की ऑफिशियल ट्रेन इसका इस्तेमाल किमल संग और किम जोंग इल करते थे जो मौजूदा लीडर किम जंग उन के दादा और पिता हैं इस बेहद सीक्रेट मुल्क की सीमाओं से बाहर कोई नहीं जानता कि इस ट्रेन में कौन सवार है कुछ का अंदाजा है कि
इसमें न की छोटी बहन और सबसे भरोसेमंद एडवाइजर किम यो जंग है जब यह ट्रेन अपनी मंजिल बेजिंग पहुंचती है तब खुलासा होता है कि इसमें तो खुद 34 साल का डिक्टेटर किम जंग उन सफर कर रहा है इस मीटिंग से पहले वाले महीनों में बीजिंग में जो कुछ हुआ और उसके बाद आने वाले महीनों में जो कुछ होने वाला था उसे हमारी इस नई सेंचुरी की सबसे इंपॉर्टेंट डिप्लोमेटिक इवेंट की शुरुआत कहा जा सकता है यह रास्ता था कोरियन पेनिंस सुला में शांति बहाल करने और नॉर्थ कोरियंस को 70 साल के आइसोलेशन के बाद
दुनिया के साथ लाने का लेकिन यह रास्ता टेढ़ा मेढ़ा है क्योंकि अला और अमेरिका अपने हितों को प्रोटेक्ट करने और सिक्योरिटी को कायम रखने की कोशिश कर रहे हैं जब तक प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और चेयरमैन किम जंग ओन सिंगापुर में आमने सामने नहीं मिलते यह साफ होने वाला नहीं था कि दोनों क्या चाहते हैं या क्या करना चाहेंगे आइए देखते हैं यह ग्रेट गेम नॉर्थ कोरिया आज भी एक पहेली बना हुआ है और सिर्फ वही लोग इससे जुड़ी चुनौतियों को समझते हैं जो कोरियन नेगोशिएटर्स के साथ टेबल पर बैठ चुके हैं मुझे लगता है कि
ये लोग बहुत ज्यादा टफ है दे आर वेरी वेल प्रिपेयर्ड यह सब कुछ पढ़ते हैं खासकर मीडिया को इन्हें इतना टफ सिर्फ इनका कल्चर नहीं बना था बल्कि इसके लिए उनका आइसोलेशन जिम्मेदार है उन पर बंदिश लगाई गई नॉर्थ कोरिया के सिटीजन शायद ही इस देश से बाहर जाते हो इस देश के टेलीविजन को हर शाम प्रोग्राम किया जाता है 3 घंटे तक सरकार बताती है कि लोगों को क्या देखना है और यह सब लोग अमेरिका से नफरत भी करते हैं असल में डिप्लोमेसी इन लोगों से व सब करवाने की कोशिश कर रही है जो
यह लोग नहीं करना चाहते एक दूसरे देश से डील करने के सिलसिले में इन्हें समझाया जा रहा है कि आपको कड़े फैसले लेने होंगे और आपसे वादा नहीं किया जा रहा कि यह कड़े फैसले खत्म होंगे लेकिन आपसे यह वादा किया जा रहा है कि भविष्य में ये कड़े फैसले आपको अकेले लेने होंगे मुझे यह चीज गिफ्ट नजर नहीं आती आप डिप्लोमेसी का इस्तेमाल अपने दुश्मनों के साथ करते हैं दोस्तों के साथ बिल्कुल नहीं ऐसे में आपको खुद को दूसरे देश की सिचुएशन में रखकर सोचना होता है कि आप किसी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के
लिए क्या करेंगे तो यह कोई गिफ्ट नहीं है इस तरह से आप उनसे बात करते हैं जो आपसे सहमत नहीं है [संगीत] डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया यानी डीपी आर के डेमोक्रेटिक तो बिल्कुल नहीं [प्रशंसा] है वर्ल्ड वॉर टू खत्म होने के बाद सबसे पहला काम हुआ सोवियत कम्युनिज्म का फैलाव अगस्त 1945 में कोरियन पेनिनसुला और उसके लोग 28 पैरेलल पर दो हिस्सों में बांट दिए गए और इसके पीछे कोई लॉजिकल वजह नहीं थी नेशनल जियोग्राफिक के एक नक्शे का इस्तेमाल करके भविष्य में अमेरिका के विदेश मंत्री बनने वाले डीन रस्क और उनके साथ ही
कर्नल चार्ल्स टिक बोन स्टील ने यह बंटवारा किया वह जानते थे कि 38 पैरेलल से जुड़ा यह फैसला आर्थिक या भौगोलिक रूप से बेसिर पैर का था लेकिन क्योंकि लंबी कोल्ड वॉर शुरू होने वाली थी तो अमेरिका यह चाहता था कि सोल और डेमोक्रेटिक लीनिंग साउथ उनसे गठजोड़ कर [संगीत] ले किम इल सुंग एक ऐसे यंग कैरिजमेटिक रेबल थे जो कई डेकेट से जारी जापान के बेरहम कब्जे के खिलाफ आवाज उठाते रहते थे तो उन्होंने आतंक और ताकत के बल पर स्टालिन के अंदाज में इस नए रिपब्लिक को शक्ल दे डाली [संगीत] किम ने सोवियत
समर्थन वाले नॉर्थ में अपनी जगह पक्की कर ली और फिर साउथ पर हमला करके पेनिनसुला को एकजुट करने की कोशिश की और इस तरह से 25 जून 1950 को कोरियन कॉन्फ्लेट शुरू हो गया तीन साल बाद युद्ध बंदी का ऐलान हुआ युद्ध के जरिए कायम हुए नॉर्थ कोरिया ने खुद को सबसे अलग थलग कर लिया हां खूब खून खराबा हुआ और इंसानों पर जुल्म किए गए यह दुनिया का सबसे अनोखा देश है दुनिया का और कौन सा ऐसा देश है जो हो कन्फ्यूजन कम्युनिस्ट हेरेडिटरी डायनेस्टी कोई ऐसा देश नहीं है यहां ह्यूमन राइट्स वायलेशंस भी
होते हैं यूनाइटेड नेशंस कमीशन ऑफ इंक्वायरी ने कहा कि मौजूदा इतिहास में नाज जर्मनी के अलावा अगर कोई देश है तो वो है नॉर्थ कोरिया मुझे नहीं लगता कि नॉर्थ कोरिया के अलावा इतना अलग थलग और कोई देश होगा तो यह वाकई एक अनोखी जगह है और यह करीब 70 साल से अमेरिकन पॉलिसी को चैलेंज करता रहा है मेरे खयाल से किसी भी सियासी सवाल की शुरुआत एक मैप से होनी चाहिए अगर आप नॉर्थ ईस्ट एशिया के मैप को देखें तो ये आपको काफी छोटी जगह नजर आएगी पर यहां रशियंस का भी इंटरेस्ट है जापान
का भी इंटरेस्ट है चाइना और साउथ कोरिया का भी जबरदस्त इंटरेस्ट है और इस एरिया के बीच में एक छोटी सी जगह है नॉर्थ कोरिया अब आप शायद सोचेंगे कि भला ये अपने आसपास के देशों का क्या बिगाड़ सकता है लेकिन सच यह है कि यह बहुत कुछ बिगाड़ सकता है नॉर्थ कोरिया अमेरिका को धमकाना सीख चुका है तो यह उस उकसावे की कार्यवाही करता है जैसे कि कोई मिसाइल टेस्ट या नूक टेस्ट और उसके बाद पूरी दुनिया में उसकी निंदा होती है उसके बाद सामने वाला कुछ करता है जैसे पोका गेम में होता है
जैसे और लो और फिर जब जवाब आता है तो वह कहता है ओ नो और कदम पीछे खींच के बोलता है इट्स ओके हम यह करने में भी सक्षम है तो धमकाने की और शांति की ये कोशिश चलती रहती है फिर उनसे मिला जाता है बातचीत होती है उन्हें मदद मिलती है रिवार्ड्स मिलते हैं समय गुजर जाता है उसावा फिर से शुरू होता है तो यह जो य यू नो साइकिल जो है चलता रहता है कई पीढ़ियों से नॉर्थ कोरिया के लोगों पर एक ऐसा तानाशाही राज चलता रहा है जिसके शासकों ने प्रोपेगेंडा को एक
आर्ट की शक्ल दे दी है यह लोग किम फैमिली डायनेस्टी को भगवान के रूप में देखते हैं कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी केसीएनए इंफॉर्मेशन को बाहर नहीं जाने देती इस एजेंसी को 1946 में बनाया गया था और भी कई अत्याचार करने वाले कम्युनिस्ट डिक्टेटर्स मौजूद रहे हैं जैसे स्टेलिन माओ लेकिन उनके पास केम फैमिली वाली टेक्नोलॉजी नहीं थी उनके पास इतना सोशल कंट्रोल नहीं था इसलिए हर गांव में हर घर में उनके पास लोगों को कंट्रोल करने वाले स्पीकर्स नहीं थे वहां हर घर में टेलीविजन नहीं था आज हर घर में जैसी तस्वीरें मिलती हैं तब
वैसी नहीं थी आज तो यह किसी रिलीजस कल्ट के लीडर जैसे हो गए हैं किम जंग उनके ग्रैंडफादर और फादर को लोग किसी देवता की तरह पूछते हैं और अब किम जंग भी उन्हीं में शामिल है यह सिर्फ पॉलिटिकल फिगर्स नहीं बल्कि गॉड जैसी रिलीजियस फिगर्स हैं और यह जो कहते हैं हैं नॉर्थ कोरियंस बिल्कुल वैसा ही करते हैं किम जंग उनको सरकार के अंदर अपनी लेजिटिमेसी बनाने के लिए बहुत ही थोड़ा सा वक्त मिला था जबकि किम जंग इल को इसी काम के लिए 30 साल मिले थे और 30 साल का वक्त काफी लंबा
होता है लेकिन जब किम जंग उंग पावर में आए तो बहुत सारी दिलचस्प चीजें उनके आसपास होने लगी सबसे पहली चीज यह थी कि उन्होंने मिसाइल टेस्ट किया जो कि नाकाम रहा तब नॉर्थ कोरिया ने क्या किया उन्होंने अपनी नाकामी मानी और ऐसा पहली बार हुआ आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया लोग सोचने लगे ऐसा तो पहले नहीं हुआ किम जंग उनने अपना एक लक्ष्य बनाया कि उन्हें अपनी सरकार को कहां ले जाना है उनका एक बहुत इंपॉर्टेंट स्टेटमेंट था कि अब लोगों को अपनी बेल्ट्स कसने की जरूरत नहीं पड़ेगी उनकी स्पीच में न्यूक्लियर प्रोग्राम का
कोई जिक्र नहीं था कहीं से कहीं तक नहीं क्योंकि किम जंग उन ऐसी लेगासी नहीं चाहते थे किम जंग इल की लगसी थी वो न्यूक्लियर प्रोग्राम किम जंग उन अपने देश को स्ट्रांग और प्रॉस्परस बनाना चाहते थे फिर उन्होंने नॉर्थ कोरियन वर्कर्स पार्टी के अंदर एक उथल पुथल भरी सिचुएशन पैदा कर दी इस वजह से उनके अंकल जन संग टैक इस पार्टी मीटिंग को छोड़कर निकल गए और अगले दिन उनका कत्ल कर दिया गया किम जंग ऊन ने कई सीनियर नॉर्थ कोरियन हस्तियों को कुछ इस तरह से मरवाया के यह अंदाजा लगाना ही मुश्किल हो
गया कि आखिर इन लोगों को क्यों मारा गया लेकिन यह तो स्पेक्युलेटिव फादार नहीं लग रहे थे उन्होंने 400 से ज्यादा सीनियर मिलिट्री और मिनिस्ट्री लीडर्स को पब्लिकली उनके पद से हटा दिया आरोप यह भी है कि उन्होंने अपने से बड़े हाफ ब्रदर को एक मलेशियन एयरपोर्ट पर कुछ अनजान लोगों के जरिए जहर दिल कर मरवा दिया था लेकिन किम डायनेस्टी को सिक्योर करने के लिए उन्हें किसी और चीज की जरूरत थी यह थे न्यूक्लियर वेपंस जो अमेरिका और उसके एशियन एलाइज के लिए जबरदस्त खतरा बन सकते थे यह किम जंग उन दौर की शुरुआत
थी उन्होंने अपनी लेजिटिमेसी दिखानी थी अगर वह इकोनॉमिक ग्राउंड पर यह लेजिटिमेसी नहीं दिखा पाते तो उन्हें सिक्योरिटी फ्रंट पर यह लेजिटिमेसी दिखानी थी इसलिए उन्होंने बड़ी तेजी से न्यूक्लियर प्रोग्राम को डिवेलप करना शुरू कर दिया था ताकि उनके पास दिखाने के लिए कुछ तो हो जिसके बल पर वह अमेरिका के साथ नेगोशिएट करने के लिए ज्यादा स्ट्रांग पोजीशन में हो किम जंग इल ने दुनिया भर में हुई आलोचना और बार-बार होने वाली ट्रीटीज के बावजूद न्यूक्लियर प्रोग्राम को आगे बढ़ाया और अब शायद उनका बेटा यह काम खत्म करेगा अब उसके पास अपने गरीब देश
को फिर से से आर्थिक रूप से ठीक-ठाक करने के लिए एक मजबूत मुद्दा है मुझे लगता है अब उनकी पोजीशन काफी मजबूत है उनके नजरिए से उन्होंने अपने पास न्यूक्लियर पावर जमा कर ली है और इसके बल पर उन्होंने पूरे इलाके को डरा रखा है कि वह कुछ भी करने में सक्षम है 2016 से लेकर सितंबर 2017 के मिट तक किम जंग न ने तीन न्यूक्लियर टेस्ट किए इनमें एक हाइड्रोजन बॉम टेस्ट और 30 शॉर्ट और लॉन्ग रेंज मिसाइल लचेस थे इनमें इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल्स भी शामिल थी किम ने यह दावा किया कि उनके देश
के पास इतने छोटे वर हेडस हैं कि हर आईसीबीएम पर फिट हो जाए इन सालो में सेप्टेंबर 2017 में प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने यूएन जनरल असेंबली को एड्रेस किया नॉर्थ कोरिया के अलावा किसी भी देश ने दूसरे देशों या उनके लोगों के प्रति इतनी लापरवाही कभी भी नहीं दिखाई ट्रंप ने किम जंग के खिलाफ जबरदस्त स्पीच दी और उनके देश को बर्बाद करने की धमकी भी दे डाली रॉकेट मैन इज ऑन सुसाइड मिशन फॉर हिमसेल्फ एंड फॉर हि रेजीम लगा जैसे वह नॉर्थ कोरिया के प्रोपेगेंडा का शिकार बन गए हैं कि अमेरिका नॉर्थ कोरिया को
बर्बाद करना चाहता है इस धमकी की जरूरत बिल्कुल नहीं थी मुझे नहीं लगता कि मैस या सेक्रेटरी लसन जैसे अनुभवी ऑफिशल्स नॉर्थ कोरिया को पूरी तरह से बर्बाद करने की सिफारिश करेंगे तो मेरा ख्याल शायद यह उनके अपने विचार थे मुझे लगता है कि नॉर्थ कोरिया के ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और अमेरिका की अप्रोच कुछ हद तक बैकफायर कर गई और अगर देखें तो अमेरिका नॉर्थ कोरिया को तबाह करने की धमकी देकर उसे डराने की कोशिश कर रहा था मुझे लगता है कि अमेरिका ने इस दौरान साउथ कोरिया को डराकर नॉर्थ कोरिया
के साथ डिप्लोमेसी शुरू करने को किसी हद तक मजबूर कर दिया मेरे ख्याल से किम जंग ऊन पर प्रेसिडेंट ट्रंप की लैंग्वेज का क्या असर पड़ा यह अंदाजा लगाना मुश्किल है पता नहीं इससे कहीं जापनीज भी तो नहीं डर गए थे यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल ने नॉर्थ कोरिया के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाकर प्रेशर डालने की वकालत की जहां तक हमारा सवाल है हमने बहुत कोशिशें की लेकिन अब कोई और रास्ता नहीं बचा है पिंग ंग और प्रेसिडेंट ट्रंप के बीच कहां सुनी शुरू हो गई नॉर्थ कोरिया के लिए अच्छा होगा कि वह यूनाइटेड स्टेट्स को
अब कोई और धमकी ना दे किम ने ट्रंप को मेंटली रेंज डोट का नाम दिया और ट्रंप ने कहा कि उनके पास किम से बड़ा न्यूक्लियर बटन है फिर भी डीपीआर के ने एक और आईसीबीएम टेस्ट किया एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसकी रेंज कॉन्टिनेंटल यूनाइटेड स्टेट्स तक थी अमेरिका खुलकर एक ऐसी ब्लडी नोज मिलिटरी स्ट्राइक की बात करने लगा जो न्यूक्लियर साइट्स को ही तबाह कर देती लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स को ही यह लगता था कि यह एक वायबल सलूशन है डिप्लोमेसी एक ऐसा जरिया है जिसका बहुत ज्यादा फायदा नहीं होता लेकिन नॉर्थ कोरिया जैसे
केसेस में अमेरिका के पास बस यही एक जरिया है 1969 में नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका के एक प्लेन को गिराकर कुछ अमेरिकंस की जान ले ली थी और अमेरिका तभी से नॉर्थ कोरिया को काबू करने के तरीके ढूंढता रहा है इसीलिए बहुत सारे स्मार्ट ऑफिशियल लगातार मिलिट्री ऑप्शंस के बारे में बात करते रहते हैं और जब वह पावर में आते हैं और उन्हें लगता है कि नॉर्थ कोरिया के साथ वॉर के पहले ही दिन शायद 10 लाख लोग मारे जाएंगे तब उन्हें यह बेस्ट ऑप्शन नहीं लगता और तब उनके पास सिर्फ डिप्लोमेसी का ही ऑप्शन
बचता है इस पेनिंस सुला पर बढ़ती चिंता के बीच साउथ कोरिया 2018 ओलंपिक गेम्स की तैयारी में जुटा था इन खेलों से जुड़ी इनसिक्योरिटी की एक वजह भी थी 30 साल पहले 1988 में साउथ कोरिया में पहली बार ओलंपिक्स होने तय हुए तब सुप्रीम लीडर किमल सोंग ने आतंक का माहौल पैदा कर दिया ताकि लोग इन खेलों से दूर ही रहे इन्वेस्टिगेटर्स को लग रहा है कि संडे को कोरिया का जो एयरलाइनर गिरा है बहुत मुमकिन है कि उसमें बम दो पैसेंजर्स ने लगाया था उन्होंने एक सिविल एयरलाइनर को गिरा दिया जिसमें 115 पैसेंजर्स मारे
गए यह एक बड़ा टेरर अटैक था इसीलिए अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया को टेरर के स्पनर की लिस्ट में डाल दिया तो इस बात से आपको नॉर्थ कोरिया की बेरहमी का अंदाजा हो जाएगा और यह भी कि वह कितना सिर फिरा है उसने एक सिविलियन एलाइना को गिरा दिया जिसमें 115 लोग सवार थे सिर्फ इसलिए कि वह साउथ कोरिया में हो रहे ओलंपिक्स में इंटरेक्ट कर सके डीपीआर के को इन खेलों में हिस्सा लेने से बैन कर दिया गया और खेल जारी रहे सोल के लिए यह एक ऐसा बदलाव का दौर था जब यह पॉलिटिकली इकोनॉमिकली
और कल्चर नॉर्थ कोरिया से और दूर हो गया इससे दोनों कोरियाज के बीच दुश्मनी और बढ़ी फिर 2018 के पहले दिन किम जंग ऊन ने एक स्पीच दी और उस वक्त कोरियन पेनिनसुला में तनाव अपने चरम पर था पूरा अमेरिका हमारी न्यूक्लियर स्ट्राइक की रेंज में और न्यूक्लियर स्ट्राइक वाला बटन हमेशा मेरे ऑफिस की टेबल पर होता है अमेरिका इसे मेरी कोरी धमकी ना समझे यह हकीकत है जहां तक विंटर ओलंपिक्स की बात है तो वह जल्दी ही साउथ कोरिया में होने वाले हैं वह नॉर्थ कोरिया के लिए खुद को साबित करने का एक बहुत
बढ़िया मौका होगा और हम तहे दिल से यह उम्मीद करते हैं कि यह खेल पूरी कामयाबी के साथ संपन्न हो पाएं मेरे ख्याल से शुरू में सबको यह लगा होगा कि यह अमेरिका और साउथ कोरिया के बीच एक खाई पैदा करने की कोशिश है और साथ ही शायद यह दिखाने की भी कोशिश हो रही है कि न्यूक्लियर वेपंस होने के बावजूद नॉर्थ कोरिया एक अच्छा पड़ोसी हो सकता है शांति से जुड़े इस संदेश की तरफ पूरी दुनिया की नजर गई मजे इन ने नॉर्थ कोरिया को इन खेलों में एक साथ माच करने का निता दिया
मैं समझ सकती हूं कि प्रेसिडेंट म क्या करने की कोशिश कर रहे हैं वो एक बहुत ही खतरनाक इलाके में रह रहे हैं और उनके सामने सिर्फ मिसाइल जैसा पेचीदा मुद्दा ही नहीं है यह है उनका वे ऑफ लाइफ नॉर्थ कोरिया का डेलिगेशन किम की छोटी बहन और क्लोजेस्ट कॉन्फिडेंट किम यो जंग के साथ साउथ कोरिया पहुंचा उनकी मौजूदगी ने साउथ कोरियंस को जैसे मुगत कर दिया उनमें क्यूरियोसिटी भी थी और रिलीफ भी वह बहुत शांत और नॉर्मल लग रही थी र्थ को रियंस अपनी इमेज बदलने की इस कोशिश में पूरे कामयाब रहे किमियो जंग
को किम एडमिनिस्ट्रेशंस की इवांका कहा गया वो साउथ कोरिया में बहुत पॉपुलर रही शी सीम्ड ह्यूमन शी सीम्ड नॉर्मल शी वाज चार्मिंग शी वास स्माइलिंग हम नॉर्थ कोरिया से जुड़ा सच बता रहे हैं हर स्टॉप पर अमेरिकन डेलिगेशन वाइस प्रेसिडेंट पेंस की लीडरशिप में पहुंचा उन्होंने नॉर्थ कोरियन डिफेक्टर से बात की साउथ कोरिया से नॉर्थ कोरिया की कोशिशों की अनदेखी की गुजारिश की यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जिनिया के स्टूडेंट ऑटो वम बियर की फैमिली से मिले जो नॉर्थ कोरिया की एक जेल से कोमा में रिहा हुए थे और कुछ वक्त बाद चल बसे थे और उन्होंने एक
स्टेट डिनर को भी अवॉइड किया था ताकि टीपीआर के डेलिगेशन के साथ ना हो ओपनिंग सेरेमनीज के दौरान पेंस जिस तरह स्टोन फेस्ड नजर आए उससे काफी कुछ साफ हो गया और उसके बाद मिलीजुली टीम सामने आई मार्च पास्ट में सिर्फ नॉर्थ कोरियन ओलंपियंस ही नहीं थे साथ में साउथ कोरियन ओलंपियंस भी थे तो ऐसे में खड़े होकर उन्हें ियर किया जा सकता था क्योंकि साउथ कोरिया अमेरिका का दोस्त है वोह ओलंपिक्स का मेजबान था और उसके खिलाड़ी भी नॉर्थ कोरियन एथलीट्स के साथ सामने से गुजर रहे थे तो खड़े होना चाहिए था मुझे नहीं
लगता कि ऐसा करके अमेरिकंस की इमेज अच्छी हुई होगी इस विजिट के दौरान किम यो जोंग ने अपने भाई की तरफ से एक चिट्ठी प्रेसिडेंट मून को दी कि व उनसे निजी तौर पर मिलना चाहते हैं और अमेरिका यह सब देख रहा था प्रेसिडेंट को अपने देश में एक लिबरल राष्ट्रपति माना जाता है और उन्होंने जताया कि दोनों देशों के बीच और सहयोग होना चाहिए अ मुझे लगता है कि कुछ अ ऐसे लोग हैं जो अ क्रेजी मैन थिरी में यकीन रखते हैं उनके मुताबिक प्रेसिडेंट ट्रंप की धमकियों ने अ नॉर्थ कोरियंस की सोच को
बदलने में कुछ रोल जरूर निभाया था अ पर अब सवाल यह है कि आगे होगा क्या अमेरिका और साउथ कोरिया उस डिप्लोमेटिक मोमेंटम को बनाए रखने पर सहमत है जिसकी शुरुआत नए साल के साथ हुई और प्रेसिडेंट मन जे इन ने 10 सदस्यों का एक डेलिगेशन पिंग गंग भेजा किम जंग उन ने चा घंटे की इस मीटिंग को एक ओपन हार्टेड टॉक बताया जिससे नॉर्थ साउथ के रिश्ते बेहतर होंगे और कोरियन पेनिंस में पीस और स्टेबिलिटी पक्की होगी लेकिन अमेरिका का कहना था कि साउथ कोरिया को तब तक नॉर्थ कोरिया के साथ रिश्ते नॉर्मल नहीं
करने चाहिए जब तक डी न्यूक्लि आइजे पर बात ना हो जाए हमने यह पूरी तरह से तय कर लिया है कि कोरिया पेनिनसुला का डी न्यूक्लि इजेशन किया जाए लेकिन प्रेसिडेंट मून ने समझदारी दिखाते हुए नॉर्थ कोरिया और अमेरिका को अपना अपना सुर नर्म करने के लिए मना लिया उनका कहना था कि यह दोनों पहल साथ-साथ होनी चाहिए उन्होंने अमेरिका से रिक्वेस्ट की कि वह डीपीआर के से बातचीत शुरू करें किम जंग उन का कहना था कि व इस पेनिनसुला में डीन क्लरा इजेशन के बारे में ठोस कार्रवाई करेंगे और तीन दिन बाद मून के
डिप्लोमेट्स चेयरमैन किम की एक चिट्ठी लेकर वाइट हाउस पहुंच गए प्रेसिडेंट ट्रंप ने इस ब्रीफिंग की तारीफ की है और कहा कि वह किम जंग उन से मई तक मिलेंगे परमानेंट डी न्यूक्लि आइजन हासिल करने के लिए पहली बार अमेरिका का एक सिटिंग प्रेसिडेंट नॉर्थ कोरिया के एक लीडर से आमने-सामने बात करेगा कोरियन पेनिनसुला डिप्लोमेटिक कम्युनिटी से ताल्लुक रखने वाले कई लोग हैरान हैं नूक और चिंतित भी एक अनकन्विंसिंग एक अनप्रिडिक्टेबल डिक्टेटर से बतौर इक्वल्स अमेरिका के प्रेसिडेंट नियमों के बजाय जो सूझता है वो करते हैं बिना तैयारी या स्टडी के और वह बात करेंगे
एक ऐसे डिक्टेटर से जिसे जल्दी गुस्सा आ जाता है इस बीच वाइट हाउस में कई स्कैंडल्स हो रहे हैं ग्लोबल ट्रेड वॉर बढ़ रही है और अमेरिका का विदेश विभाग और नेशनल सिक्योरिटी टीम पशोपेश में है विदेश मंत्री रेक्स लसन को ट्रंप निकाल चुके हैं और उसके बाद नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर एच आर मैकमास्टर रिजाइन कर चुके हैं अब सवाल य है कि प्रेसिडेंट ट्रंप इन सबके लिए कितने तैयार होंगे आमतौर पर नेगोशिएशंस के आखिरी दौर में एक समिट मीटिंग होती है जहां सबसे आखिर में प्रेसिडेंट आकर अपनी बात कहते हैं लेकिन क्योंकि अभी तक ऐसा
कुछ हुआ नहीं है तो मैं समझती हूं कि हमें अभी काफी कोशिश करनी पड़ेगी अगर कोशिश नाकाम रही अगर उनमें से किसी एक ने भी यह कह दिया कि नहीं हम यह नहीं कर सकते तब क्या होगा क्योंकि अमेरिका पहले ही यह कह चुका है कि उसे अभी फलां फला काम करने हैं तो इस लीडर को इन दो इशू को सॉल्व करना है पर अभी तो इन लीडर्स ने यह प्रोसेस शुरू की है मुझे लगता है यह दोनों एक से हैं यह ऑटोक्रेटिक है अनप्रिडिक्टेबल है इनकी कोशिशों का नतीजा अच्छा हो सकता है लेकिन हमें
भरोसा नहीं है मैं ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन से कह चुका हूं कि किम जंग उनसे अगर बात करते हैं तो इसमें बड़ा रिस्क है यह रिस्क अच्छा है लेकिन होशियार रहना होगा वह बहुत स्मार्ट है अगर हमने पूरी तैयारी नहीं की समझ से काम नहीं लिया अनरियलिस्टिक एक्सपेक्टेशन लगा ली तो वह हमें चकमा जरूर दे जाएंगे कोशिशों के शुरुआत हो चुकी है मैंने वो ट्रेन देखी है उस ट्रेन में और कोई सवार नहीं हो सकता अच्छी खबर यह है कि वह दूसरे लीडर से बात करना शुरू कर चुके हैं 27 मार्च 2018 किम ने 2011 में सत्ता
संभाली थी तब से वह अपने देश से बाहर नहीं गए हैं और उन्हें किसी दूसरे देश के हेड से अभी मिलना है वह चाइना से कुछ मांगने जा रहे हैं और यही डिप्लोमेसी है मजबूरी में आपको कुछ ना कुछ तो करना पड़ ही जाता है और यह रैशनल शख्स किम जन जैसा यह कदम उठा रहा है मुझे लगता है लेकिन मैं श्यर नहीं हूं मुझे यकीन तो नहीं है मगर वह कर कुछ ऐसा ही रहे हैं म से मिलने से एक महीना पहले चेयरमैन किम एक सरप्राइज मूव के तहत चाइना के प्रेसिडेंट जी जिनपिंग से
पहली बार मिलने के लिए बेजिंग पहुंच गए उन्होंने इसके जरिए कुछ हासिल करने की कोशिश की वो कुछ सैंक्शंस हटवाने की कोशिश कर रहे थे चाइना की पोजीशन आक रहे थे उसे भरोसा दिला रहे थे कि चाइना के हितों का ध्यान रखा जाएगा लेकिन शायद उन्होंने इस मौके का इस्तेमाल खुद को एक लीडर दिखाने के लिए भी किया शायद उन्होंने अपनी इमेज को नॉर्मलाइज करने के लिए इसका फायदा उठाया कि वोह एक नॉर्मल कंट्री के नॉर्मल लीडर हैं मॉडर्न कंट्री के मॉडर्न लीडर हैं वो अपने साथ अपनी यंग अट्रैक्टिव वाइफ और दूसरे सीनियर नॉर्थ कोरियन
ऑफिशल्स को लेकर आए थे वो प्रेसिडेंट शी के साथ चार दिन रहे वहां प्रेसिडेंट शी उनकी वाइफ किम जोंगनो थे तो ये किम के लिए था एक इमेज मेकओवर एक तरह से और उन्होंने ऐसा करके इस तरह से अकल मंदी दिखाई जापान के प्रेसिडेंट शिंजो आबे ट्रंप से मिले यह इंश्योर करने के लिए कि जापान के हित मुश्किल में नहीं है और प्रेसिडेंट ट्रंप ने यह कंफर्म किया कि उस वक्त के सीआईए चीफ माइक पंपे दो हफ्ते पहले ईस्टर वीकेंड पर किम जंग न से सीक्रेट मिले थे और उन्होंने ट्रंप किम समिट के प्लानिंग प्रोसेस
की शुरुआत की थी वो नॉर्थ कोरिया से अभी निकले हैं उनकी मीटिंग अच्छी रही किम जंग उनके साथ और दोनों ने मिलकर आपस में खूब बातें की पमप अब विदेश मंत्री बनने वाले थे और हार्ड लाइनर फर्मर यूएन एंबेसडर जॉन बोल्टन को नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अपॉइंट्स [संगीत] कोरिया ने डिक्लेयर किया कि अब वह न्यूक्लियर और लॉन्ग रेंज मिसाइल टेस्ट रोक देगा और नॉर्थ कोरिया की इकॉनमी की तरफ लोगों का ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वह अपनी एक न्यूक्लियर टेस्ट साइट बंद कर देंगे प्रेसिडेंट ट्रंप ने ट्वीट किया नॉर्थ कोरिया और दुनिया के लिए यह
बहुत अच्छी खबर है बिग प्रोग्रेस अब बातचीत होनी थी कोरियन पेनिंस सुला के डीन क्लेराइफलोक्कुलेटर [संगीत] से कंक्लूजन हो गई पान मुन जम ट्रूस विलेज नॉर्थ और साउथ कोरिया दोनों में डी मिलिटराइज्ड जोन के अंदर 38 पैरेलल के साथ-साथ है यहां पहली बार प्रेसिडेंट मून और चेयरमैन किम 27 अप्रैल 2018 को मिले किम साउथ कोरिया में कदम रखने वाले पहले नॉर्थ कोरियन लीडर भी बने यहां आप गर्म जोशी से भरपूर बेहतर होते एक रिश्ते को देख रहे हैं किम जन की बॉडी लैंग्वेज उनकी वॉइस उनके चलने फिरने के तरीके को देखना बहुत ही इंटरेस्टिंग था
वह अपने फादर जैसे तो बिल्कुल भी नहीं थे जो बहुत ही इंट्रोवर्ट थे और मिलनसार नहीं थे वो मुझे किम सन् टू यानी अपने दादा जैसे ज्यादा लगे वो ज्यादा वर्म और खुले दिल वाले नजर आए वो लोगों से ज्यादा प्यार दिखा रहे थे खुलकर हंस रहे थे व मुझे काफी चार्मिंग लगे एक ऐसे मिलनसार इंसान जो लोगों से मिल सकता है हंस सकता है तो वह सब कुछ कोरिया वचर के तौर पर मुझे यह बातें बहुत दिलचस्प लगी एक दिन तक चली यह समिट कोरियन वॉर को फॉर्मली खत्म करने और कोरियन पेनिंस सुला को
डी न्यू क्लरा करने के ऐलान के साथ खत्म हुई मिडम में एक और बातचीत करने के लिए लिए तारीख तय की गई लेकिन आने वाले महीनों में फास्ट मूविंग इवेंट्स की वजह से यह शक सर उठाने लगा कि किम और ट्रंप के बीच कोई समिट होगी भी कि नहीं अगले दिन ट्रंप ने मकमिले रैली की मैं आज सुबह साउथ कोरिया के प्रेसिडेंट से काफी देर बातें करता रहा उन्होंने बताया मीटिंग बहुत अच्छी रही उन्होंने इस कोशिश की कामयाबी का पूरा क्रेडिट हमें दिया है एक फेक न्यूज़ ग्रुप ने आज सुबह उन्होंने कहा क्या रिश्ता हो
सकता है प्रेसिडेंट ट्रंप का इससे भला मैं बताता हूं आपको इससे मेरा पूरा रिश्ता [प्रशंसा] है नॉर्थ कोरिया को टोटली डिस्ट्रॉय करने की धमकी दे चुके ट्रंप साउथ कोरिया के लोगों को किम जंग जितना ही बड़ा खतरा लगने लगे लेकिन फिलहाल कई महीनों से वह ट्रंप का शुक्रिया अदा कर रहे हैं जिनकी वजह से एक नई रिकंस शुरू हुई कुछ लोगों को यकीन है कि वह बातचीत की इस रफ्तार को यूं ही कायम रखेंगे प्रेसिडेंट म ने अपने सीनियर सेक्रेटरी से कहा प्रेसिडेंट ट्रंप को तो नोबल पीस प्राइज मिलना चाहिए क्योंकि हमें चाहिए सिर्फ शांति
ऐसे बहुत से लीडर्स हैं जो ट्रंप के बारे में सोचते हैं कि अगर वह उनकी चापलूस सी करेंगे तो उनका अच्छा इंप्रेशन पड़ेगा द नोबल पीस प्राइज वेल मुझे लगता है कि मुझे प्रेसिडेंट मून का शुक्रिया कहना चाहिए और शांति तो मुझे भी चाहिए बात दरअसल यह है कि शांति तो हम सबको चाहिए नॉर्थ कोरिया के ऑफिशल्स को यह बात चुप गई कि प्रेसिडेंट इस इलाके में शांति बहाल करने का सारा क्रेडिट खुद ले रहे हैं उनका दावा है कि किम ने बातचीत इसलिए शुरू नहीं की थी कि नॉर्थ कोरिया पर प्रतिबंध लगाए गए थे
अमेरिका पीस टॉक्स के मूड को बिगाड़ रहा सिर्फ अमेरिका के प्रेशर की वजह से ही बात यहां तक नहीं पहुंची है ऐसा बिल्कुल भी नहीं है आई थिंक किम जोंगनो के साथ बैठकर बात करेंगे इससे जाहिर है कि किम जोंगनो एडवाइजर जॉन बोल्टन सीबीएस के फेस द नेशन प्रोग्राम में नजर आए जो हॉस्टल नेशंस के खिलाफ मिलिटरी एक्शन और रेजीम चेंज को फेवर करते हैं क्या ये एक शर्त है कि किम जंग उनको तभी रियायत मिलेगी अगर वह इन हथियारों को छोड़ने पर राजी हो जाते हैं शायद यह सही है हम 2003 2004 के लिबिया
मॉडल जैसा ही कुछ सोच रहे हैं हम यह भी देख रहे हैं कि इससे पहले नॉर्थ कोरिया क्या कुछ कमिट कर चुका है नॉर्थ कोरियंस न्यूक्लियर वेपंस रखने के सिलसिले में अ लीबिया को बतौर मॉडल काफी पसंद करते हैं वो बार-बार कहते हैं देखिए गद्दाफी के साथ क्या हुआ गद्दाफी ने न्यूक्लियर वेपंस छोड़ दिए फिर फिर वेस्ट ने गद्दाफी के खिलाफ विद्रोह में मदद की और अब गद्दाफी इस दुनिया में नहीं है तो जब नॉर्थ कोरिया के लोग जॉन बल्टन से सुनते हैं कि हम एक लिबिन मॉडल को फॉलो कर रहे हैं तो इससे फायदा
नहीं होगा क्योंकि नॉर्थ कोरियन से एक और लिबिया बनने से डरते हैं अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पंपे समिट के बारे में डिस्कस करने के लिए दूसरी बार पिंग गंग पहुंचे हैं इस बार वो उन तीन अमेरिकंस के साथ लौटते हैं जिन्हें नॉर्थ कोरिया के खिलाफ अपराध करने के आरोप में जेल में रखा गया था इसे किम का एक गुडविल जेस्चर माना जा रहा है अमेरिका इस इलाके में अपने साथी ढूंढ रहा है और किम भी दोबारा से बेजिंग पहुंचकर सबको हैरान कर देते हैं इस मामले में कई ओवरलैपिंग इंटरेस्ट है और वह सभी अलाइन नहीं
है यह मामला काफी पेचीदा है मुझे लगता है कि किम जन शायद शिशिंग पिंग को यह जता रहे हो कि अमेरिका के साथ उसकी कोई डील हो सकती है और इसके बारे में चाइना का क्या ख्याल है इस बीच अमेरिका का साथी जापान इस सब को लेकर काफी नाखुश है उसे इस बात की चिंता सता रही है कि अमेरिका अपने हितों को बचाने वाली कोई डील नॉर्थ कोरिया के साथ कर सकता है साउथ कोरिया एक ईमानदार इंटरमीडियरी बनने की कोशिश कर रहा है पर नाकाम होने के डर के बीच तो इस तरह से कई सारे
देश अपने-अपने इंटरेस्ट्स की ही सोच रहे हैं इस बीच प्रेसिडेंट ट्रंप ने अपने कैंपेन में किए गए एक वादे को पूरा किया और अमेरिका के यूरोपियन अलाइज के विरोध के बावजूद ईरान न्यूक्लियर डील से हाथ खींच लिया कई लोगों का कहना है कि इससे डीपीआर के के साथ होने वाली समिट से जुड़ा कोई सिग्नल मिलेगा अगर किम जंग उन प्रेसिडेंट ट्रंप से बातचीत के दौरान यह कहते हैं तो यह वाकई काफी दिलचस्प होगा कि हमने ईरान डील पर नजर डाली है आप कहते हैं कि ये सबसे खराब डील है लेकिन आपको ऐसा क्यों लगता है
क्योंकि मेरे हिसाब से हम ईरान जितनी अच्छी डील आपको नहीं दे पाए मिस्टर प्रेसिडेंट तो मेरे हिसाब से प्रेसिडेंट को ईरान डील के सिलसिले में अपने एटीट्यूड में कुछ बदलाव लाने पड़ेंगे ताकि नॉर्थ कोरिया से कोई डील होने की हालत में इससे मदद मिल सके डीपीआरके ने जब अमेरिका से आ रहे स्टेटमेंट्स को पढ़ना शुरू किया तो उसके माथे पर बल पड़ने लगे डिप्लोमेसी ना यह तब चलती है जब लोग एक दूसरे से बात करके किसी एग्रीमेंट पर पहुंचते हैं एक दूसरे के कल्चर की इज्जत करते हैं एक दूसरे की इज्जत करते हैं और सामने
वाले को क्रेडिट लेने देते हैं रिश्ते बनाते हैं यह है डिप्लोमेसी नॉर्थ कोरिया ने एक स्टेटमेंट जारी करके बोल्टन के लिबिया मॉडल क्लेम को रिजेक्ट कर दिया उन्होंने इसे एकदम बेकार बताया उनका कहना था कि वह कभी पूरी तरह डि साम नहीं कर करेंगे इतना ही नहीं साउथ कोरियन और अमेरिकन मिलिट्री ने नॉर्थ कोरिया की सरहद के पास एक जॉइंट एक्सरसाइज की जिससे नॉर्थ कोरिया ने अगली इंटर कोरियन टॉक्स कैंसिल की और ट्रंप किम समिट खतरे में पड़ गई किम के साथ अपनी समिट को जारी रखने के लिए प्रेसिडेंट ट्रंप बोल्टन के स्टेटमेंट पर पीछे
हटने लगे अगर हम नॉर्थ कोरिया की बात करें तो हमारे लिए लीबियन मॉडल की कोई अहमियत है ही नहीं लेकिन अगर हम कोई डील करते हैं तो शायद किम जंग उन इससे बहुत ही ज्यादा खुश हो जाएंगे मुझे इस बात का पूरा यकीन है लेकिन यह तो उससे उल्टी बात है मुझे लगता है जब जॉन बोल्ट ने वह स्टेटमेंट दिया तो उनका मतलब था कि अगर नॉर्थ कोरिया न्यूक्लियर वेपंस रखता है तो हमें उस कंट्री से प्रॉब्लम हो सकती है यह हिस्टोरिक समिट सिंगाप में 12 जून 2018 को होनी थी और इसमें सिर्फ तीन हफ्ते
बचे थे कि तभी टेंशन फिर बढ़ने लगी और प्रेसिडेंट मून इस उम्मीद में अमेरिका गए कि शायद वह इन टॉक्स को बचा सकें नॉर्थ कोरिया के एक्सपर्ट्स को इससे कोई हैरानी नहीं हुई इकोनॉमिक रिलीफ पाने के लिए केम अपने न्यूक्लियर आर्सनल को पूरा का पूरा छोड़ देंगे ऐसा हो नहीं सकता था उन्हें अपनी सिक्योरिटी की गारंटी चाहिए थी वो शायद अमेरिका के साथ किसी तरह का सिक्योरिटी एग्रीमेंट चाहते थे कि साउथ कोरियंस के साथ और एक्सरसाइज ना की जाए वो अमेरिका से यह भी कह सकते थे कि वह अपने सैनिक हटाए और साथ ही अपने
न्यूक्लियर आर्सनल को कम करें मून से मिलने के बाद ट्रंप ने कहा कि डी न्यूक्लिन में वो थोड़ी नर्मी बरत सकते हैं जबकि पहले उन्होंने फौरन डिसम मेंट की मांग रखी थी अब इवेंट्स की रफ्तार तेज हो गई साउथ कोरियन लीडरशिप का यह अंदाजा था कि समिट के जारी रहने की गुंजाइश 99.9 है लेकिन नॉर्थ कोरिया ने तभी वाइस प्रेसिडेंट पेंस के स्टेटमेंट्स कोट करने शुरू कर दिए लिबिया मॉडल के बारे में कुछ बातचीत हो रही थी पिछले हफ्ते और जैसा कि प्रेसिडेंट ने साफ किया है अ इसका अंत तभी लीबिया मॉडल की तरह होगा
अगर किम जंग उन कोई डील नहीं करते कुछ लोगों को यह धमकी लग रही है वेल मुझे लगता है यह फैक्ट ज्यादा है नॉर्थ कोरियंस ने कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि वाइस प्रेसिडेंट एक पॉलिटिकल डमी है उससे आगे कहा अमेरिका की हमसे मुलाकात किसी मीटिंग रूम में होती है या लड़ाई के मैदान में यह पूरी तरह अमेरिका के फैसले पर ही निर्भर करेगा किम जंग उन और नॉर्थ कोरियन रेजीम के लिए न्यूक्लियर प्रोग्राम दो प्राइमरी ऑब्जेक्टिव्स के साथ जुड़ा हुआ है एक तो है रेजीम का सरवाइव करना और दूसरा है किम फैमिली
का रूल जारी रखना और न्यूक्लियर प्रोग्राम का इन दोनों के लिए ही बहुत ज्यादा महत्व है अगली सुबह ट्रंप ने अचानक से समिट को कैंसिल करके नॉर्थ और साउथ कोरिया को हैरत में डाल दिया उनका कहना था कि नॉर्थ कोरिया की बातों से उन्हें धमकी की बू आ रही है लेकिन फ्यूचर टॉक्स के लिए उन्होंने दरवाजा खुला भी छोड़ा इसके ना होने से बहुत बड़ा झटका लगेगा नॉर्थ कोरिया को और साथ ही यह दुनिया के लिए भी झटका होगा दो दिन बाद चेयरमैन किम और प्रेसिडेंट मून पीस विलेज में मिले और बार-बार डिस्कशंस करने पर
राजी हो गए वक्त के साथ-साथ अमेरिकन और नॉर्थ कोरियन ऑफिशल्स बैक चैनल मीटिंग्स करते रहे नॉर्थ कोरिया ने साफ-साफ कहा कि वह चाहता है कि समिट हो प्रेसिडेंट ट्रंप ने चेयरमैन किम को अपने खत के प्रति एक सॉलिड रिस्पांस के लिए शुक्रिया कहा और यह भी कहा कि वाइट हाउस 12 जून की टॉक्स के लिए तैयारी कर रहा है प्रेसिडेंट ट्रंप ने ट्वीट किया हमने नॉर्थ कोरिया के साथ होने वाली अपनी टॉक्स के लिए एक शानदार टीम बनाई है समिट और कुछ और बातों के लिए फिलहाल मीटिंग्स जारी हैं इस तरह की टॉक्स को ऑर्गेनाइज
करने और ऐसी तैयारियों में कितना वक्त लगता है यह बताना मुमकिन नहीं है और साथ ही अलाइड कंट्रीज के साथ के रिश्ते को बताना भी आसान नहीं है इस तरह की किसी इवेंट की तैयारी में अक्सर महीनों या वर्सों लग जाते हैं लेकिन यह काम अब सिर्फ कुछ ही दिनों में किया जाना था माइक पंपे न्यूयॉर्क सिटी में उन तौर तरीकों पर डिस्कस कर रहे थे जिनके आधार पर नॉर्थ कोरिया के लीडर के एक बेहद भरोसेमंद शख्स किम यंग चोल से डी न्यूक्लि आइजन पर बात होनी थी और इधर पिंग ंग में किम ने रशिया
के फॉरेन मिनिस्टर से मुलाकात की और उन्हें मॉस्को आने का न्योता मिला उन्होंने वाइट हाउस को लेकर चिंता उ जाकर की प्रेसिडेंट ट्रंप ने ट्वीट किया अमेरिका की टीम किम जंग ऊन और मेरे बीच होने वाली समिट के इंतजाम के लिए नॉर्थ कोरिया पहुंच गई है मुझे पूरा यकीन है कि नॉर्थ कोरिया में कमाल का पोटेंशियल है यह सब बहुत ही फ्रस्ट्रेटिंग था और नॉर्थ कोरिया ने हमसे झूठ बोला था हमें धोखा दिया था इसी तरह हमने भी नॉर्थ कोरिया से जुड़े कुछ वादे पूरे नहीं किए थे अ लेकिन इनमें से कुछ मुद्दों को सुलझाने
के लिए आखिरकार डिप्लोमेसी की ही मदद ली जाने वाली थी इस मुश्किल को हल करने का अब बस एक ही रास्ता बचा था कि बातचीत बेहतर ढंग से की जाए पंपे से डिस्कशन के बाद किम ंग चोल किम जंग उन का लेटर लेकर वाइट हाउस पहुंचे 2000 के बाद से पहली बार कोई नॉर्थ कोरियन डिग्निटेरी यहां आया था दो घंटे बाद प्रेसिडेंट ट्रंप और वाइस चेयरमैन किम यंग चौल वाइट हाउस से बाहर निकले आप लोगों को ट्रेवल करना पड़ेगा क्योंकि कि 12 जून को आपको सिंगापुर आना है अ यह प्रोसेस चलता रहेगा मैंने कभी नहीं
कहा कि एक मीटिंग में हल निकल आएगा बल्कि कई मीटिंग करनी पड़ेंगी लेकिन रिलेशन बेहतर हो रहे हैं और यह पॉजिटिव बात है दो हफ्ते बाद एक पेचीदा जी से समिट के बाद ट्रंप पर आरोप लगा कि वह अपने पुराने अलाय से और दूर होते जा रहे हैं वो इस यकीन के साथ सिंगापुर के लिए रवाना हुए कि वो एक पुराने दुश्मन के साथ एक नया रिलेशन बना पाएंगे और उन्हें ज्यादा तैयारी की जरूरत नहीं है इस समिट को लेकर सबसे बड़ी चिंता इस बात की थी कि वह बहुत कम तैयारी के साथ इसे करने
जा रहे थे प्रेसिडेंट अपने मन की बात पर भरोसा करने वाले थे एक प्रॉब्लम तो यह थी दूसरी प्रॉब्लम ये थी कि कभी-कभी उनकी इंस्टिंक्ट गलत हो जाती थी इसीलिए काफी तैयारियों की जरूरत थी पर उन्होंने ऐसा नहीं किया और इसीलिए डी न्यूक्लि आइजे के मुद्दे पर उनके बीच कोई एग्रीमेंट भी नहीं हो पाया बस नॉर्थ कोरिया ने यह कहा कि वह इसके फेवर में है सिंगापुर में मीडिया के 2500 से ज्यादा रिपोर्टर्स इकट्ठे होने से अफरा तफरी मच गई चेयरमैन किम एक चाइनी स्टेट एयरलाइनर में वहां पहुंचे कुछ लोगों के मुताबिक जी जिन पिन
की तरफ से यह एक मैसेज था कि डीपीआर के उनके इन्फ्लुएंस में है तो जो करें सोच समझ समझकर करें सिंगापुर के प्राइम मिनिस्टर किम से मिले और किम जहां भी गए उन्हें किसी रॉकस्टार जैसा सम्मान मिला वो अब एक ऐसे स्टेट्समैन लग रहे थे जो डरे स हमें एक इलाके में शांति ला सकते थे प्रेसिडेंट ट्रंप एयरफोर्स वन में वहां पहुंचे एक स्टेट लंच के बाद रात में वह अपने होटल में रुके प्रेसिडेंट कल की मीटिंग के लिए तैयार हैं मैंने खुद य इंशोर किया है कि वह अलग-अलग लोगों की राय और बातें सुने
इन मौकों और जोखिमों को अच्छी तरह जांचे और परखे मुझे उम्मीद है यह दोनों सही जगह मिल रहे हैं दूसरी तरफ कैम जैसे इस शहर की सड़कों पर खुद को मिलने वाली अटेंशन का पूरा मजा ले रहे थे अगली सुबह यानी 12 जून को फ्लैग ड्रिप्ड स्टेज पर ये दोनों लीडर्स पहली बार 9:4 पर एक दूसरे से मिलते हैं ये एक दूसरे से अकेले में 45 मिनट तक बात करने वाले थे और इनके साथ सिर्फ इंटरप्रेटर्स होने थे वो जब अकेले में मीटिंग के लिए गए तो मैं इस बात को लेकर सबसे फिक्र मंद था
क्योंकि कुछ मुद्दों के बारे में वह गहराई से नहीं जानती थे और मुझे लगा कि कहीं उन पर वह कुछ गलत ना कह द हमें आज भी नहीं पता कि वह किस चीज पर अग्री हो हुए हम प्रॉब्लम सॉल्व कर लेंगे और कामयाब रहेंगे इस मुद्दे को लेकर हम लोग काफी आगे बढ़ेंगे और उसे पूरा करेंगे एक वर्किंग लंच के बाद यह दोनों लीडर्स एक एंसिस ग्लोबल कम्युनिटी को एड्रेस करने के लिए बाहर आए आज हम एक इंपॉर्टेंट डॉक्यूमेंट साइन करेंगे यह काफी कंप्रिहेंसिव डॉक्यूमेंट है और साथ-साथ ही हमारा वक्त बहुत ही अच्छा गुजरा है
अ ग्रेट रिलेशनशिप हम दोनों की मीटिंग एक हिस्टोरिकल मीटिंग रही है और अब हम हिस्टोरिक डॉक्यूमेंट पर साइन करेंगे और पास्ट को भुलाकर एक नई शुरुआत करने वाले हैं कहा जा रहा है कि मीटिंग तो हिस्टोरिक रही पर अग्री मेंट की डिटेल्स क्या रही कुछ नहीं मालूम ट्रंप का काफी वक्त किम की तारीफ में बीता उन्होंने किम को इक्वल बताया और इस पेनिनसुला पर अमेरिका की लीडरशिप वाली मिलिटरी एक्सरसाइजस को रोक कर ने साउथ कोरिया जापान और पेंटागन को हैरान कर दिया जिससे किसी मिलिटरी रिस्पांस की ताकत घट गई एक अग ग्रीड स्टेटमेंट पर दस्तखत
किए गए लेकिन अगर आप इस ग्रीड स्टेटमेंट को पढ़े तो य काफी बेजान सा महसूस होता है खासकर 2005 के एग्रीमेंट के मुकाबले मुझे लगता है कि इन लीडर्स को एक और या बेहतर स्टेटमेंट की जरूरत पड़ेगी जिसमें सिंगापुर की बातों को भुलाकर देश मंत्री लेवल की डिप्लोमेसी को आधार बनाया जाएगा नॉर्थ कोरिया को एंगेज रखने का मुश्किल काम शुरू हो चुका है और जरूरी नहीं कि ट्रंप के 2020 तक के रूल के दौरान यह मुश्किल हल हो जाए लेकिन फिलहाल जंग का खतरा टल गया लगता है ये प्रॉब्लम सिर्फ अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के
जरिए ही हल होने वाली नहीं है इसके लिए हम लोगों को चाइना के साथ साउथ कोरिया के साथ और जापान के साथ साथ भी बातचीत करनी पड़ेगी
Related Videos
North Korea’s Cyber Terrorism Revealed | Inside North Korea: The Criminal State | हिंदी | S1 - E1
21:28
North Korea’s Cyber Terrorism Revealed | I...
National Geographic India
68,471 views
Kim Jong's Diplomatic Moves | North Korea: Inside the Mind of a Dictator | हिंदी |Full Episode|S1-E2
43:58
Kim Jong's Diplomatic Moves | North Korea:...
National Geographic India
543,526 views
Sultan of Brunei: A Reign of Wealth, Power, and Extravagance
52:32
Sultan of Brunei: A Reign of Wealth, Power...
Best Documentary
3,505,288 views
The Day of Infamy | Attack On Pearl Harbor: Minute By Minute | हिंदी | Full Episode | S3-E6 |Nat Geo
43:55
The Day of Infamy | Attack On Pearl Harbor...
National Geographic India
578,202 views
BREAKING NEWS: Trump, Macron Take Multiple Questions From The Press During Oval Office Meeting
28:49
BREAKING NEWS: Trump, Macron Take Multiple...
Forbes Breaking News
3,089,261 views
Peace Talks in the Balance | Inside North Korea: Fire & Fury | हिंदी | Full Episode | S1-E1 |Nat Geo
47:02
Peace Talks in the Balance | Inside North ...
National Geographic India
145,322 views
How Os*ma Was Found
55:38
How Os*ma Was Found
Nitish Rajput
5,860,070 views
The Dawn of the Cold War
56:00
The Dawn of the Cold War
Best Documentary
2,906,940 views
Scientists on the Edge | Continent 7: Antarctica | हिंदी | Full Episode | S1 - E1 | Nat Geo
46:03
Scientists on the Edge | Continent 7: Anta...
National Geographic India
2,210,605 views
Trump Forcing Modi Govt To Buy F-35 Jets? | US Fighter Right Choice For India? | Akash Banerjee
20:47
Trump Forcing Modi Govt To Buy F-35 Jets? ...
The Deshbhakt
1,195,319 views
Why Iran Hates USA & Israel
44:31
Why Iran Hates USA & Israel
Nitish Rajput
9,214,354 views
Inside Jong-Un’s Rule | North Korea: Inside the Mind of a Dictator | हिंदी |Full Episode | S1-E1
43:43
Inside Jong-Un’s Rule | North Korea: Insid...
National Geographic India
4,424,426 views
Hitler's Young Warriors | Hitler's Teen Killers | हिंदी | Full Episode | S1 - E1 | Nat Geo
43:28
Hitler's Young Warriors | Hitler's Teen Ki...
National Geographic India
1,561,132 views
Kim Jong Un: The Man Who Rules North Korea
57:34
Kim Jong Un: The Man Who Rules North Korea
Best Documentary
12,278,770 views
The Digital Battlefield | Inside North Korea: The Cyber State | हिंदी | Full Episode | S1 - E1
43:53
The Digital Battlefield | Inside North Kor...
National Geographic India
423,433 views
Jason Statham Is THE SAVIOUR - Hollywood English Movie | Superhit Action Thriller Movie In English
1:22:11
Jason Statham Is THE SAVIOUR - Hollywood E...
Blockbuster English Movies
12,294,055 views
From Division to Diplomacy | Inside North Korea: Fire and Fury | हिंदी | S1 - E1 | Nat Geo
19:45
From Division to Diplomacy | Inside North ...
National Geographic India
112,912 views
Saddam Hussein's Reign of Terror | Facing Icons | हिंदी | Full Episode | S1 - E3 | Nat Geo
43:53
Saddam Hussein's Reign of Terror | Facing ...
National Geographic India
953,927 views
उत्तर कोरिया के पास परमाणु हथियार के लिए पैसा कैसे आता है? [North Korea] | DW Documentary हिन्दी
42:26
उत्तर कोरिया के पास परमाणु हथियार के लिए प...
DW Documentary हिन्दी
2,201,772 views
Crazy Laws of North Korea
27:21
Crazy Laws of North Korea
Professor Of How
3,081,284 views
Copyright © 2025. Made with ♥ in London by YTScribe.com