सेल्स को लेकर ना बहुत सारे लोगों के मन में मित्र है। ये सेल्स कर रहा है। ये बेकार आदमी है। क्यों करी होगी इसने सेल्स की जॉब? क्योंकि इसको कुछ और मिला ही नहीं। क्या आपने एनालाइज करा कि क्या गलतियां करते हैं लोग सेल्स में? सबसे बड़ी गलती दैट वी ट्राई टू से। नो को यस में कन्वर्ट करने की सही अप्रोच क्या होना चाहिए? इन्वेस्टिगेशन करनी है कि इसने नो क्यों बोला? इसका मतलब अंकित ने सही से कुछ करा ही नहीं। पिच करने से पहले बता करना था। सेलिंग में ना थ्री पी अप्रोच की साइंस
चलती है। पहला पी है तो एक सेल्स पर्सन जिसकी सैलरी कम है तो वो कैसे छ महीने में अपनी इनकम को डबल डिजिट्स में लेके जा सकता है। सक्सेस इक्वल टू 80% माइंडसेट प्लस 20% ऐसा होता है कि हम देखते हैं कि सेल्स पस होना चाहिए। बिल्कुल क्लीन शेप कोट पट में बैठा हो अच्छा ब्लज़र पहन रखा हो तो वो अपने आप में एक पॉजिटिव ओरा क्रिएट करता है। इसका वाकई में प्रभाव है। उस ट्रेनर ने वहां पर क्या करा? ब्लजर में जाके उसने वहां पे अपना एक ओरा क्रिएट करा और उसने अपनी पहली सेल
ऑलरेडी कर दी। उसने मुंह खोला भी नहीं कि हेलो गाइस आज हम सीखेंगे ना ना उसने सेल कर दी। किसको बोलना है, कब बोलना है, कितना बोलना है और कहां बोलना है। पूरा गेम यही है 55% इंपॉर्टेंट है मेरा। तो तैयार हो जाइए एक धमाकेदार सेल्स मास्टर टास्क के लिए सीधा अंकित जैन जी के साथ। सर पहले तो बहुत-बहुत स्वागत है आपका आज के पडकास्ट में। थैंक्स अ लॉट दीपक जी। सर ये जो आपका एक सफर था एक सेल्स कोच बनने का कैसा रहा ये? सर सफर लंबा है। सफर बहुत लंबा रहा। आखिरकार मैं आज
यहां आपके सामने बैठा हूं तो लग रहा है कि हां कुछ अचीव कर लिया पहली बात तो। और सफर बहुत ज्यादा लंबा रहा। मतलब प्राइवेट जॉब्स करी, कॉर्पोरेट जॉब्स करी, गवर्नमेंट जॉब करी, छोड़ा, बिजनेस करा, बिजनेस में फेल हुआ। अब मैं काफी सालों से अभी ये कोचिंग इंडस्ट्री में हूं। सेल्स ट्रेनिंग एंड कंसल्टिंग कंपनी चला रहा हूं। वाओ दैट्स ग्रेट सर। सो अभी कितने साल का एक्सपीरियंस हो गया अपने को? मुझे टोटल 15 एंड हाफ इयर्स का एक्सपीरियंस है। 2011 मार्च में 7 मार्च, 7 या 8 मार्च था वो दिन। 7 या 8 मार्च। 2011
में मेरी पहली जॉब लगी थी एमबीए करके। ओके। पहला कैंपस प्लेसमेंट। सेंट गोबेन ग्लास एक ग्लास की फ्रेंच एमएसी है। फ्रेंच मल्टीीनेशनल कंपनी है। वहां पर वहां से मेरा सेल्स का करियर शुरू हुआ था। वाओ। सो बीच में फिर आपने एज अ गवर्नमेंट ऑफिसर भी कहीं पे जॉइ किया। जी जी जी बीच में गवर्नमेंट की नौकरी छोड़ने के बाद आप प्राइवेट की तरफ मूव ऑन हो गए हैं। वापस क्या ऐसा आपको लगा नहीं यार इसमें मैं फिट नहीं बैठ रहा। इस एनवायरमेंट में मैं फिट नहीं बैठ रहा। ऐसा कुछ हुआ होगा ना मन में? हां
बिल्कुल बिल्कुल। ये काफी सालों का मतलब सोचा समझा प्लंड एक्शन था। ऐसा नहीं कि ऑल ऑफ अ सडन मैंने करा ऐसा। ओके। तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में एसएससी सीजीएल करके एक एग्जाम होता है। इंडिया में तो काफी नॉर्थ में तो काफी क्रेज है इस एग्जाम का। तो वो एग्जाम मैंने 2013 बैच का मैं इनकम टैक्स इंस्पेक्टर रहा। 2015 में मैंने ज्वाइन किया। कुछ साल डिपार्टमेंट में रहा एंड अभी कुछ टाइम पहले मैंने रिजाइन किया। क्वेश्चन आपका कि क्या रहा ऐसा? क्या ट्रिगर करा है कि यार मतलब ये तो मजा नहीं आ रहा यहां तो। आप
ये कह लीजिए कि मुझे किक नहीं मिल रही थी। जो मैं करना चाह रहा था मतलब कहते हैं ना कि जब आप डिपार्टमेंट ज्वाइन करते हैं या कोई भी फोर्स ज्वाइन करते हैं आप होते हैं लाइक एज अ एंग्री यंग मैन कि यार देश सुधार देंगे बढ़िया करेंगे बढ़िया करेंगे ये गलत स्टेटमेंट है आप कर ही नहीं पाओगे कुछ भी मतलब दिस इज माय माय व्यू कि करना कुछ भी अच्छा करना देश के लिए कुछ अच्छी इंटेंशन के साथ करना इज वेरी डिफिकल्ट इन अ गवर्नमेंट जॉब। ये मेरा पर्सनल व्यू है। मैं बिल्कुल गलत हो
सकता हूं कि एक चीज देखी जाती है कि गवर्नमेंट जॉब में ना मैंने एक चीज देखी है बहुत ज्यादा। आप भी चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। आप भी बहुत सारे लोगों से मिलते होंगे। बहुत सारे ऑफिसर से मिलते होंगे। दिस इज माय पर्सेक्टिव अगेन कि गवर्नमेंट जॉब में ना केवल एक काम हो रहा है। वो ये हो रहा है कि अगर अंकित रविंद्र जैन किसी गवर्नमेंट जॉब में है ना अंकित रविंद्र जैन वो सारे काम करेगा जिससे अंकित की जॉब पे ना कोई आंच ना आए। बस बस बस बस साइन करना है नहीं करना है वो डिपेंड
करेगा उस पे कि मेरी इस जॉब पे कुछ आंच ना आए मेरी सैलरी एक भी दिन की रुक ना जाए बस सही बात है कि सर कहां लेके जा रहे हैं हम देश को मजा नहीं आया हमें छोड़ दिया वाओ मतलब काफी सारे जो ऑडियंस हमारे साथ कनेक्टेड है यंगस्टर हैं तो आई एम श्योर जो अपना आपने कहा ना किक नहीं मिलती तो जिस काम में किक मिलती है वही करना चाहिए वही आपने चुना और अच्छी बात ये रही कि आपने प्लानिंग करके वो डिसजन लिया प्लानिंग करके एमबीए फाइनेंस करी फिर गवर्नमेंट जॉब भी करी
उसके बाद नाउ यू आर मूव इन टू द सेल्स कोच। बहुत बढ़िया। सर सेल्स और मार्केटिंग जी। दोनों में क्या डिफरेंस है? डिफरेंस दोनों भाई बहन हैं। कह लो कि मार्केटिंग बड़ा भाई है। अगर भाई भाई बोले दो भाई हैं। अगर मेरी भाषा में मैं बताऊं आपको मार्केटिंग बड़ा भाई है। सेल्स छोटा भाई है। लोग क्या कहते हैं? अरे यार सेल्स ही तो भगवान है। अंकित सेल्स इज दी ऑक्सीजन टू एनी बिनेस। सच में ऑक्सीजन है। मार्केटिंग ना वो रेस्पिरेटरी सिस्टम है। वो गुर्दा है। वो वो है गुर्दा है। वो लंग्स है जहां से ऑक्सीजन
पास हो रही है। तो सबसे पहले हमें अपने गुर्दे को स्ट्रांग करना पड़ेगा। मार्केटिंग स्ट्रांग करना पड़ेगा। सेल्स ऑफ कोर्स स्ट्रांग होगी ही होगी आगे चलके। बेसिक से अगर मैं डेफिनेशन की बात करूं ऑडियंस के पॉइंट ऑफ व्यू से। सेल्स क्या है और मार्केटिंग क्या है? बिल्कुल। मार्केटिंग ये है कि क्या आपकी पोजीशनिंग है? अंकित रविंद्र जैन इज अ ब्रांड। हां। दीपक भाई इज अ ब्रांड। मेरी क्या पोजीशनिंग है मार्केट में वो मेरी मार्केटिंग है। सिंपल ओके देखिए एग्जांपल के तौर से समझाता हूं। मुझे किसी ने कहा कि अंकित जरा एक सेशन ले लो। मैंने
कहा सर अभी आया तो मेरी मार्केटिंग कैसी होगी? अंकित इज़ ऑलवेज अवेलेबल। और किसी ने कहा कि अंकित रविंद्र जैन को किसी सेशन के लिए बुलाना है। मेरी टीम ने कहा ठीक है उनका कैलेंडर चेक करके आपके पास इनवॉइस शेयर करते हैं। तो उसको अरे उसको समझ में आएगा कि यार इसको बुलाना तो बड़ा मुश्किल है। ये मेरी मार्केटिंग है। मेरी मार्केटिंग है। राइट? मेरा ब्रांड परसेप्शन है जो आपके दिमाग में गया कि यार अंकित को बुलाना तो सच में बड़ा मुश्किल है यार। यह तो कुछ हाई-फाई काम कर रहा है। मार्केटिंग इज ऑल अबाउट
परसेप्शन। परसेप्शन बिल्डिंग। उसके बाद फिर सेल्स हो जाएगी। लोग मार्केटिंग बिल्ड नहीं करते बढ़िया से। सेल्स में पुश करते हैं। अंकित को बुलाना। अरे अंकित आ जाएगा। अंकित अभी आ रहा है। सर पैसे दे दो। सर अंकित आ रहा है। ना मार्केटिंग परसेप्शन इज वेरीेंट। तो इसका मतलब मैं कह सकता हूं कि पहले मार्केटिंग होगी तो ही जाके सेल्स होगी। 100% ऐसा नहीं है कि पहले सेल्स होगी फिर मार्केटिंग होगी। कभी भी नहीं, कभी भी नहीं। राइट? और सेल्स को लेकर ना बहुत सारे लोगों के मन में मिथ रहते हैं। क्या है सर वो? सबसे
बड़ा मिथ सेल्स को लेकर। ये सेल्स कर रहा है। ये बेकार आदमी है। ये वर्थलेस आदमी है। ये सेल्स कर रहा है। बेकार जॉब में है। क्यों करी होगी इसने सेल्स की जॉब? क्योंकि इसको कुछ और मिला ही नहीं। कुछ और मिला नहीं। ये एक बहुत बड़ा आपने पॉइंट उठा लिया। कुछ और मिला नहीं। इसलिए सेल्स कर ली इसने। दीपक जी 2011 का ही मैटर बताऊं। उस वक्त जो मेरा माइंडसेट था मेरा जब करियर स्टार्ट हुआ था आई आई जॉइ सेंट गोबेन ग्लास एज अ सेल्स ट्रेनी एग्जीक्यूटिव से भी नीचे का लेवल होता है ट्रेनिंग
जिसको सेल्स का एसबी नहीं आता एज अ फ्रेशर एज अ फ्रेशर एकदम फ्रेशर उस वक्त मेरा ये माइंडसेट था कि मेरा बेटा उस वक्त मेरा बेटा नहीं था अगर मेरा बेटा आके बोलता कि पापा मुझे सेल्स की जॉब करनी है मैं कहता मैं उसको बोलता कि बेटा बेवकूफ है तू पागल है तू कुछ भी कर ले तू बैक एंड की जॉब कर ले तू सेल्स मत कर सेल्स तो बेकार जॉब है राइट ये माइंडसेट था मेरा आज मैं आपसे आपसे और पूरे इंडिया से बोलना चाहता हूं कि मेरे आई हैव टू सनंस। मेरा एक माय
एल्डर वन इज़ 11 ईयर ओल्ड। 10 ईयर ओल्ड एंड माय यंगर वन इज 3 एंड हाफ ईयर ओल्ड। मेरा बेटा अगर आज आके बोलता है कि पापा पढ़ाई तो मैं कर ही रहा हूं। क्या अलग करूं? मैं उसको बोलूंगा बेटा ये ले पकड़ पानी की बोतल और बेच जा के बाहर। उसको अगर ये पानी की बोतल बेचनी आ गई ना, वो दुनिया में आगे जाके कुछ भी बेच देगा सर। तो दो सब्जेक्ट्स हैं जो मैं चाहता हूं मेरे बच्चे और आपके बच्चे और सबके बच्चे सीखें। वो दो सब्जेक्ट्स हैं सेल्स और साइकोलॉजी। साइकोलॉजी दीपक सर
को यह ₹6 की बोतल मुझे बेचनी है। दीपक सर को इसकी रिक्वायरमेंट है भी कि नहीं? अगर नहीं है नीड हमने एनालिसिस करा। अगर नीड नहीं है तो नीड जनरेट कैसे करूं? दीपक सर अभी आप वापस गाड़ी में जाएंगे शायद आपको प्यास लग जाए। मैं एग्जांपल बता रहा हूं। नीड जनरेट करनी है। तो सेल्स और साइकोलॉजी ये दो चीजें सीखनी पड़ेंगी सर। जिस पे काम करना पड़ेगा। हर किसी को। जी। सर आपने जो है 7000 से ज्यादा प्रोफेशनल्स को ट्रेन किया है। जी सर। तो क्या आपने एनालाइज करा कि क्या गलतियां करते हैं लोग सेल्स
में? सबसे बड़ी गलती बताऊं सर। आउट ऑफ माय एक्सपीरियंस बता रहा हूं। मैं भी सेल्स करता आया हूं। अब अपने बिजनेस के लिए सेल्स कर रहा हूं। पहले किसी और के लिए सेल्स कर रहा था। सबसे बड़ी गलती जो मैं किया करता था और जो मैं 70% सेल्स फोर्स में देखता हूं। अलग-अलग इंडस्ट्री के लोगों से हम लोग कनेक्ट होते हैं। मैं और मेरे ट्रेनर्स सबसे बड़ी गलती है दैट वी ट्राई टू सेल। कि हम बेचने की कोशिश कर रहे हैं। बेचना ही तो नहीं है। मैंने ₹ की बोतल की बात करी। मुझे आपकी जेब
से ₹ नहीं निकलवाने और ना ही यह पानी आपको देना है। मुझे यह देखना है कि दीपक सर की क्या रिक्वायरमेंट है। दीपक सर के साथ मैं आज ऐसा क्या कर दूं। मैं उनको क्या ऐसी चीज बता दूं जो वो कहें कि यार अंकित ये बोतल तो तू मुझे दे दे आज। लो सर ओला ₹6 फॉर एन एग्जांपल। बेचना नहीं है। इंटेंशन प्योर होना चाहिए। इंटेंशन होना चाहिए कि सामने वाली की क्या हेल्प कर रहा है मेरा प्रोडक्ट। मतलब सशन क्या दे रहा है? सशन क्या दे रहा है? रिक्वायरमेंट और सशन दोनों साथ में चल
रहा है। 100% 100% और क्या गलती सर सेल्स में लोग करते हैं? सेल्स में गलती लोग करते हैं। गलतियां बहुत सारी करते हैं। हमारा तो सुबह, दोपहर, शाम का यही काम है हमारा कि गलतियां पकड़नी है और ठीक कराना जिससे कि सेल्स का रेवेन्यू बढ़ जाता है। सिंपल सेलिंग इज अ साइंस। मैं हमेशा बोलता हूं। ये साइंस कहती है कि मैं आपके पास मैं सेल्समैन हूं। मैं दीपक सर के पास कुछ बेचने के लिए आया और आते ही मैंने मैं मोबाइल बेचने के लिए आया लेट्स सपोज आते ही मैंने मोबाइल बेचना शुरू कर दिया आपको।
सर मेरे मोबाइल में सर ये ऐसे है वैसे है ये है वो है सर ले लीजिए ना सर बुल शिट क्रैप है ये मैं आते ही पहला रूल क्या है सेल्स का कि मैं प्रोडक्ट कंपनी के बारे में बात ही नहीं करूंगा ओके मैं बात करूंगा आपकी अरे बंदा बेच रहा है बंदे को इंसान बेच रहा है इंसान को मैं कहूंगा दीपक भाई कैसे हैं आप ये बताइए पहले कल कैसा रहा आपका कल आने वाला कल कैसा होने वाला है आपका बिल्डर अ रिलेशनशिप रिलेशनशिप कनेक्शन पहले डेवलप करना है दोनों के बीच में कनेक्शन रेपो
बिल्डिंग करनी है रेपो बिल्ड नहीं रेपो बिल्ड करो ना। उसके बाद दीपक भाई कहेंगे यार अब बता अंकित क्या है तेरे पास दे? मैंने कहा सर यह ऐसे दे दे यार कोई बात नहीं। ये सब बेकार की बातें हैं। यह सेल्स नंबर्स ₹1.5 लाख का मोबाइल है। चल रख दे यार ये खरीद लेता हूं। चल रेपो बिल्ड होनी जरूरी है। रेपो बिल्ड ही नहीं करते। राइट सर मैं अंकित जैन सर मैं इस कंपनी से आया हूं। सर ये मेरा मोबाइल है। बुल शीट सर। कॉल भी आती है हमारे पास। सेल्स एक्सचेंज से कॉल करते हैं।
आधे लोग तो सुनते ही नहीं है। सीधा फोन उठाते हैं। सर अच्छा आपका इंश्योरेंस ड्यू हो रहा है। बताओ कितने प्रीमियम है? इसका पे कर दो। दे नेवर ट्राइड नेचुरली नेवर ट्राइड बट लेकिन सर मैं देखता हूं बैंक्स वगैरह में तो स्पेसिफिकली कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बना बिठा रखा होता है बिठा रखा होता है तो अगर जिसको टेक्निक पता है सेल्स की वो बंदा या वो बंदी जो है रिलेशन क्रिएट करेंगे पहले करेगी बिल्कुल ठीक वो इंपैक्ट छोड़ेंगे अभी रिसेंट का एग्जांपल है जैसे हमने कंपनी बनाई तो कंपनी बनाने के बाद हमें अकाउंट खुलवाना था तो
मैंने बोला भैया से मैंने कहा भैया अकाउंट खुलवाना है उसने बोला यार अकाउंट खुलवाएंगे हम Indus बैंक मैंने कहा ठीक है जी खुलवा लेते हैं। तो वो जिससे अकाउंट खुलवाते थे वो पर्सन जो था 10 साल से इंडसेंट में था। अब वो Yes बैंक में चला गया। तो मैंने बोला भाई उन्होंने बोला ठीक है भाई डॉक्यूमेंट भेज दे। Yes बैंक में अकाउंट खुलवा रहे हैं। ठीक है। मैंने कहा भाई अकाउंट तो इंडसेंट में खुलवाने वाले थे। Yes बैंक कैसे हो गया? कह रहा है यार जो पर्सन है ना ट्रस्टवर्दी पर्सन है वो अभी इसमें है
हां सर्विज मैटर करती है सर इसमें एक जो इसके साथ में जो क्वेश्चन जाएगा हम लोग सेल्स की बात कर रहे हैं तो पोस्ट सेल्स सर्विस कैसे अफेक्ट करती है आपके बिनेस को पोस्ट सेल्स बहुत बढ़िया सर पोस्ट सेल्स ये दो क्वेश्चन आपने पूछे सेकंड क्वेश्चन इज पोस्ट सेल्स और फर्स्ट क्वेश्चन क्लाइंट रिलेशनशिप मैनेजमेंट का इस पे मैं आंसर करता हूं पहले वाले क्वेश्चन का क्लाइंट रिलेशनशिप मैनेजर बड़ा है बैंक्स की बात आपने करी मेरे पास कॉल आया मेरे मेरे पास Kotak में और ICICI में दो बैंक्स में मेरे अकाउंट्स हैं। जी ICICI लिटरली सच
में सच्ची घटना है। लगभग 7 आठ महीने पहले कॉल आया रिलेशनशिप मैनेजर मेरा मुंबई में बैठा है। आई डोंट नो व्हाई मुंबई में क्यों बैठा है वो। रिलेशनशिप मैनेजर है कोई। मुझे अलॉट हुआ। कॉल आया। उसने बात करनी शुरू करी। दो-ती दिन बाद कॉल आया। अंकित सर इन्वेस्टमेंट करेंगे। कुछ बहुत अच्छी अपॉर्चुनिटी आई है। बताऊं आपको? मैंने कहा भाग तेरे कहने से मैं इन्वेस्टमेंट करूंगा। विज़ अगर वो रिलेशनशिप बिल्ड करता अंकित का पेन और अंकित का गेन जानने की कोशिश करता अंकित किस पेन में है क्यों दुखी है अंकित अंकित का पैसा ज्यादा ग्रो नहीं
कर रहा क्या ये उसका दुख है या अंकित का पैसा ग्रो ही नहीं कर रहा ये उसका दुख है या अंकित के पास पैसा ही नहीं है पहले पता तो होगा ना अंकित को उसके बाद बताना कि सर आपके लिए ये परफेक्ट चीज है ये परफेक्ट प्रोडक्ट है। आई हाइली रिकमेंड आपको इसमें पैसा लगाना चाहिए। एज एन अथॉरिटी तो ऐसी बात करनी चाहिए ना आपको। राइट राइट राइट। तो इन्वेस्टमेंट कर लो ना सर। हां। और सेकंड जो था सेकंड पोस्ट सेल्स आपका क्वेश्चन था पोस्ट सेल्स सर्विस सर दो बातें होती हैं लगभग हर प्रोडक्ट आप
प्रोडक्ट का नाम लो सर विद गॉड्स ग्रेस उस प्रोडक्ट की ना एक ना एक कंपनी हमारा क्लाइंट होगी इस टाइम उस प्रोडक्ट को सात आठ कंपनीज़ बनाती होंगी हां सर लगभग एक ना एक कंपनी पक्का हमारा क्लाइंट होगी तो सबसे बड़ी प्रॉब्लम कहां आ रही है जिस दिन हम लोग ट्रेनिंग करते हैं सबसे बड़ी प्रॉब्लम एक डिपार्टमेंट है सेल्स एक है सर्विस ठीक है जी अब सेल्स और सर्विस गो हैंड इन हैंड ये जयवी की जोड़ी है राइट सेल्स वाला सर्विस के ऊपर थोप देता है सर्विस वाला सेल्स के ऊपर थोप देता है जहां पे
कंपनी का ब्रांड खराब हो जाता है कंपनी का ब्रांड राइट जैसे मैं आपको एग्जांपल बताता हूं एक हमारी बाथवेयर की कंपनी है मैं नाम क्यों ही लूं किसी ब्रांड का यहां पर एक बाथवेयर की कंपनी है fosसेट्स और किचन सिंक्स और बहुत सारी चीजें वो बनाते हैं। तो, अह उसमें क्या हुआ कि अह कंप्लेंट आई। डीलर डिस्ट्रीब्यूटर की एक कंप्लेंट आई। जयपुर में एक हमारा सेल्समैन है। उस कंपनी का सेल्समैन है। कंप्लेंट आई ये कि यार मुझे आगे माल नहीं लेना तुम लोगों से और मुझे काम ही नहीं करना। वो डीलर था। कोई छोटा डीलर
था। ₹1 लाख महीने का काम कर रहा था छोटा सा उनके साथ कि मुझे काम ही नहीं करना। आप लोगों की सर्विस बेकार है। कस्टमर मेरे पास आया। सर्विस आप दे नहीं पा रहे हो। और मुझे काम ही नहीं करना इसके बाद। ठीक है। तो हो क्या रहा है? जो सेल्स पर्सन है यहां पर सेल्स पर्सन का क्या काम है कि कैसे भी करके उसको कोऑर्डिनेट करें कैसे भी करके कोऑर्डिनेट करें सर्विस दिलवाए जिससे कि आने वाले टाइम में फिर से उसको 1 लाख का धंधा मिल पाए उसने हाथ खड़े अरे सर ये तो सर्विस
वाला बेकार है ना आपका इस वजह से ये डील हाथ से निकल गई सर सॉरी क्या सॉरी यार आपका रिसोंसिबिलिटी बनती है उससे कोऑर्डिनेट करो इट्स ऑल अबाउट कोलैबोरेशन कोलैबोरेट करो और धंधा सर धंधा तो बरसेगा बरस रहा है लोगों का सेल्स में सर हम नो बहुत सुनते हैं कस्टमर से कि नो अब उस नो को यस में कन्वर्ट करने की सही अप्रोच या सही माइंडसेट क्या होना चाहिए? जी माइंडसेट तो यही कहता है कि भाई नो आए तो डरना नहीं है। जानने की कोशिश करनी है। इन्वेस्टिगेशन करनी है कि इसने नो क्यों बोला? मैं
कहां चूक गया? वापस आता हूं स्किल पे। एप्रोच करना क्या है? नो। पहला तो मेरी पीड़ा यही है कि नो आया ही क्यों? मतलब नो इज एन ऑब्जेक्शन। ऑब्जेक्शन हैंडलिंग हम लोग सिखाते हैं। ऑब्जेक्शन हैंडलिंग कहता है बहुत तरह के ऑब्जेक्शंस आते हैं। दीपक भाई को मैंने मोबाइल के बारे में बताया। दीपक भाई कह रहे हैं ठीक है अंकित मैं देखता हूं करता हूं। मैं बताता हूं आपको। आई विल लेट यू नो। ये सबसे बड़ा ऑब्जेक्शन है दुनिया का। आज आप बहुत इंटरेस्टेड लग रहे हो। सारे फीचर्स में आप कह रहे हो अरे इसमें ये
भी है, ये भी है। फिर लास्ट में क्या कह रहे हो? ठीक है अंकित भाई मैं बताता हूं आपको। हां। तो इसका मतलब अंकित ने सही से पिच करा ही नहीं। मतलब पिच करने से पहले बता करना था प्रोबिंग। अंकित ने प्रोबिंग नहीं करी। प्रोबिंग क्या है? दीपक भाई आप खुद देखो ना आपने कितने मोबाइल खरीदे होंगे। आजकल तो मोबाइल की दुनिया है। क्या किसी भी सेल्समैन ने ये पूछा आपसे कि सर इस टाइम कौन सा मोबाइल यूज़ कर रहे हो आप? मैक्सिमम ऑफ देम नहीं पूछते। हां ये तो नहीं पूछते। किसी से नहीं पूछते।
ये इंपॉर्टेंट है सर। प्रोबिंग करना है। प्रोबिंग यूं करना है कि आप पहली बात तो आपके टेस्ट का, आपकी क्वालिटी का सब कुछ पता चल जाएगा। राइट? उसके बाद आपकी पीड़ा पता चल जाएगी। पीड़ा पेन पॉइंट। मैं आप बोलोगे अरे यार अंकित मैं इस टाइम ये वाला यूज़ कर रहा हूं। अच्छा ये यूज़ कर रहे हैं। तो मैं पूछ सकता हूं दीपक सर इसमें आपको क्या प्रॉब्लम फेस कर रहे हैं आप? अरे यार अंकित इसमें ना ये ऐसेऐसे बैटरी का मैंने पकड़ ली ना बात। अब मैं आपको 10 प्रोडक्ट नहीं दिखाऊंगा। मैं आपको दो चीजें
दिखाऊंगा। ऐसे ही दिखाऊंगा। उसमें सीधा आप एक पे हाथ रखोगे। आप कहोगे ठीक है मैं जा रहा हूं बाय। नो का सवाल ही नहीं सर। तो इस तरह से नो को हटाना है। नो को इग्नोर करना है। सर आप ट्रेनर रहे हो और सेल्स कोचिंग भी देते आए हो। तो सबसे ज्यादा ट्रांसफॉर्मेशन एक सेल्स की कोई स्टोरी आपके माइंड में जो शेयर करना चाहते हो। ट्रांसफॉर्मेशन स्टोरीज बहुत सारी हैं। बहुत सारी हैं। बहुत सारी हैं। मतलब हमारे साथ तो ऐसा होता है दीपक जी कि ना हमारे पास इन हाउस ट्रेंड ट्रेनर्स हैं। मतलब ऐसे ऐसे
ट्रेनर हैं जिनके पास 15-15 2020 साल का सेल्स का एक्सपीरियंस है। मेरे पास मेरे पास 20 साल का सेल्स का एक्सपीरियंस नहीं है। क्योंकि बीच में मैंने गवर्नमेंट जॉब भी करी। मेरे से हाईली क्वालीिफाइड ट्रेनर्स हैं और मैं मैं खुद भी एक ट्रेनर हूं। मैं खुद भी जाता हूं कहीं-कहीं पर और खुद कहीं पर ट्रेनर्स जाते हैं। सबसे बड़ा चैलेंज रहता है कि लोग अपने दिमाग के कपाट को बंद करके बैठे हैं। क्यों? इसके पास 15 साल का एक्सपीरियंस है जो सिखाने आ रहा है। अरे यार मैं 30 साल से इंडस्ट्री में हूं। ये मुझे
सिखाएगा? हां। ये सिखाएगा। ये ये 40 साल का लौंडा सिखाएगा। आई एम 39 ईयर ओल्ड। ये 40 साल का लौंडा सिखाएगा हमको। हां। मैं खुद 60 का होने वाला हूं। बच्चा क्या सिखाएगा? हम क्या करते हैं सर यहां पर? ये हर जगह फेस करते हैं हम। मैं भी और मेरे ट्रेनर्स भी। मेरे ट्रेनर तो एक 50 साल के हैं। वह भी फेस करते हैं। क्या करना है यहां पर? यहां पर हम सबसे पहले उनके माइंडसेट के ऊपर काम करते हैं। एनएलपी टेक्निक के थ्रू उनके माइंडसेट को ओपन करने की कोशिश करते हैं। अगेन टेक्निक का
क्या नाम बताया आपने? एनएलपी न्यूरोलिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग। न्यूरोलिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग। उनका पैटर्न है बंधा हुआ कि ये ये लड़का ये कल का आया हुआ लड़का मेरा कुछ नहीं कर सकता। कल का लौंडा। कल का लौंडा देसी लैंग्वेज में। देसी लैंग्वेज में ये कल का लौंडा मेरा कुछ भी भला नहीं कर सकता। तो हम रेपो बिल्ड करके बिल्ड करते हैं। रेपो बिल्ड करा उनसे पर्सनल कनेक्शन। अरे दीपक जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं। उसकी हां में हां मिला दी कि यार ये तो मेरी बात को सही कह रहा है। ये तो मेरी बात काट ही नहीं रहा।
इसको मैं बोलता हूं एमबीएमजे। मेरा भाई मेरे जैसा अप्रोच। एमबीएमजे करते हैं हम उनके साथ। अच्छा मेरे भाई मेरा भाई मेरे जैसा। जैसे ही मैंने ये बात बोली कि अरे दीपक जी क्या सही बात बोली आपने? बहुत सही बात बोली आपने। मजा आ गया। तो उसी वक्त से दीपक सोचने लगेंगे कि यार ये अंकित तो मेरा भाई मतलब ये तो मेरे जैसा भाई है। मतलब मेरी बात को ये हां कर रहा है ना नहीं कर रहा है। इसका मतलब ये मुझे काटने नहीं आया। मुझे कुछ सिखाने आया है। उनके दिमाग के ढक्कन खुल जाते हैं।
ये छोटी सी टेक्निक है। तो इस तरह से हम रेवोल्यूशन करते हैं उनके दिमाग को। फिर जब उनका कपाट खुलता है उसके बाद फिर उसमें सेल्स की टेक्निक्स डालना शुरू करते हैं और रिजल्ट आता है। मतलब अगर मैं यूजीएस ट्रेनिंग कंपनी की बात करूं दीपक जी मैं हमेशा बोलता हूं कि हमारा कंपटीशन पूरे इंडिया में है ही नहीं। ऐसा क्यों बाहर का मुझे नहीं पता इंडिया में कंपटीशन ही नहीं है। व्हाई इंडिया में ना सर फ्रीलांसर सेल्स ट्रेनर्स घूम रहे हैं बहुत सारे। बहुत सारे हैं। मतलब इतने ज्यादा हैं कि हम तो दिल्ली में इस
टाइम दिल्ली एनसीआर में बैठे हैं। मैं तो रिकमेंड करूंगा ये पेन रखा है। आप ना ये पेन तभी इससे उछालो हवा में। जब ये नीचे जब ये नीचे आएगा ना हाई चांसेस होंगे एक सेल्स ट्रेनर के ऊपर जाके गिरेगा। इतने ट्रेनर्स हैं अवेलेबल मार्केट में। ठीक है जी। फिर भी हम कह रहे हैं कंपटीशन ही नहीं हमारा। व्हाई? बिकॉज़ वी प्रोवाइड सॉल्यूशन। वी प्रोवाइड द सॉल्यूशन टू योर प्रॉब्लम। राइट? हम ऐसा नहीं है कि कोई-कोई आता है कि अरे अंकित 2 घंटे का सेशन देने किसी को भेजो ना। कहा सर आउटपुट क्या है? आउटपुट क्या
है? पर्पस क्या है? नहीं पर्पस नहीं है। बस सेल्स का थोड़ा सा फ्रेशर हो जाएगा। क्या कर रहे हो यार? फिर उसको हम बताते हैं। उसको समझाते हैं कि क्या आपको करना चाहिए? पहले उसका बजट था ₹10,000। उसको ₹1 लाख की चीज देते हैं और वो लेता है खुशी-खुशी ₹1 लाख की चीज। क्योंकि ₹1 लाख में हैंड होल्डिंग सपोर्ट मिल रहा है। जो पहले दिन किसी ने सिखाया उसको फिर वो हैंड होल्ड तरीके से इंप्लीमेंट करवा रहा है। रिजल्ट्स आते हैं। प्रैक्टिकल सर जैसे भी आपने अपनी जर्नी स्टार्ट करी होगी तो इनिशियली आपको भी कई
तरह के सेल्स में रिजेक्शन का सामना करना पड़ा होगा। आपने कैसे उस सिचुएशन को एक विन सिचुएशन में क्रिएट किया। जी बिल्कुल। एग्जांपल बताता हूं आपको। कुछ साल पहले हमने बी टू बी स्टार्ट करा था सेल्स के अंदर। कुछ साल पहले सेल्स ट्रेनिंग देंगे। एसएमईस हमने टारगेट ऑडियंस पकड़ी एसएमईस कॉर्पोरेट्स नहीं कॉर्पोरेट्स के पास तो ना एलएडी का बजट होता है। उनको तो बस वो बजट फूंकना होता है। ₹10,000 पड़े हैं। चलो भाई कम्युनिकेशन की ट्रेन उससे कुछ होगा कुछ नहीं होने वाला। तो हम वो काम ही नहीं करते सर। विद ड्यू रेस्पेक्ट टू एवरीबॉडी।
मैं वो काम ही नहीं करता। मैं एसएमईस की काम के साथ काम करता हूं। जो इस देश की धड़कन है। एसएमईस राइट? राइट? 50 करोड़, 100 करोड़, 200, 500 करोड़ की कंपनीज़ उनकी सेल्स टीम के साथ काम करते हैं हम। तो जब हम उनको पिच करते हैं उन बिजनेस ओनर को हमारा बिजनेस मॉडल क्या है? हम उन बिजनेस ओनर को पिच करते हैं। डील क्लोज करते हैं। उनकी सेल्स टीम को ट्रेनिंग देते हैं, कोचिंग देते हैं, हैंड होल्डिंग देते हैं और उनके धंधे को ग्रो कराते हैं। रेवेन्यू ग्रो कराते हैं। ये अपना काम है। तो
जब कुछ साल पहले मैं उनके साथ वन टू वन मीटिंग करा करता था। या तो फेस टू फेस या फिर ज़ूम कॉल पर लीड क्वालीफाई नहीं करते थे हम। हम खुद गलती कर रहे थे ऐसी। लीड क्वालीफाई नहीं करते थे। राइट टाइम पे हुआ क्या? लीड क्वालीफाई कैसे? एक कंपनी में दो डायरेक्टर्स हैं। एक देख रहा है फाइनेंस, एक देख रहा है मार्केटिंग और सेल्स। फाइनेंस वाला मेरे सामने बैठा है। मैं उसको भ सर ऐसे सर ऐसे सर ऐसे अंकित जी ऐसे करना है, ऐसे करना है। जैसे दीपक जी हैं वो। दीपक जी ऐसे करना
है, ऐसे करना है। उनका वो कोर ही नहीं है। सही बात है। लास्ट में अरे वो हमारे साथ एक है। मैं उनको बताता हूं। फिर बात करता हूं। आंसर क्या आएगा? अब्सोलुटली नो। यस। क्यों? क्योंकि जिस शिद्दत से मैंने उनको बताया उस शिद्दत से वो बता ही नहीं सकते आगे। बता ही नहीं सकते। आपने जो है राइट क्वेश्चन टू द रोंग पर्सन पूछा रॉन्ग पर्सन लीड को क्वालीफाई नहीं किया तो रीड लीड को क्वालीफाई अगर एट द राइट टाइम कर लिया तो गेम चेंज हो जाता है जो हमने खुद करा इंप्लीमेंट वही हम सिखा रहे
हैं लीड क्वालिफिकेशन एट द राइट टाइम बहुत बार हुआ है ऐसा बहुत बार हुआ है अभी कुछ महीने पहले की बात है नॉर्मली ना जो मैंने आपको बताया हमारे एमएसएमई ओनर्स हमारे टारगेट ऑडियंस होते हैं तो उनके पास जो टीम साइज होता है ना वो 10 20 50 70 80 इससे मैक्सिमम हमने करा ही नहीं है अब तक वही हमारा टारगेट ऑडियंस है राइट एक कंपनी आई उनके पास 250 लोग थे सेल्स टीम में उनको भी मैंने वही प्रोडक्ट पिच कर दिया जो मैं हर किसी को पिच कर रहा था कि अगर 50 लोग हैं
हम दो बैच बनाएंगे ऐसे ऐसे सिखाएंगे अब उसमें 250 में उसके बैच बन गए 10 10 से भी ऊपर उसने अपना कैलकुलेशन शुरू एक बैच के इतने लाख रुपए 10 20 बैच के ओह माय गॉड उसने वही किया ठीक है सर बताते हैं आई विल लेट यू नो मेरे साथ आई विल लेट यू नो हो गया मैं बड़ा कुछ मैंने कहा यार आज इस वाली इंडस्ट्री में काम करेंगे और मजा आएगा मैं सुपर एक्साइटेड उसके बाद जवाब ही नहीं आया फिर मैंने मंथन करा उसका उसका जवाब ये नहीं आया आज तक कि अंकित दैट वाज़
दी प्रॉब्लम। उसने प्रॉब्लम नहीं बताई मुझे। प्रॉब्लम क्या कि भाई ये तो इतने सारे बैचेस हैं। प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं है। ₹20 लाख तो हमारे यही बैठ जाएंगे। हमारा बजट है ₹4 लाख का। राइट? मैंने मंथन करा, इंट्रोस्पेक्ट करा। तब मैंने समझा मैं अपने मेरे साथ जो मेरे बिज़नेस पार्टनर है मेरी वाइफ आकांक्षा उनके साथ बैठा। तब उसने पकड़ी ये बात। लिटरली उसने पकड़ी ये बात कि अंकित ये आपने क्या कर दिया? 250 लोग इतने सारे बैच उनका टोटल मैंने कहा जी इतने लाख। मैंने कहा यार ये प्रॉब्लम हो गई। मैंने उनको ऑडियो भेजी अगले दिन
सुबह। वह आज हमारे क्लाइंट हैं। अगले दिन मैंने ऑडियो भेजी कि कुणाल जी कुणाल यह इमेजिनरी नेम है। कुणाल जी मैं देख पा रहा हूं क्योंकि आपके पास जो सेल्स टीम है वो स्कैटर्ड है। बहुत ज्यादा अलग-अलग सिटीज में स्कैटर्ड है और नंबर ऑफ सेल्स टीम बहुत ज्यादा है। 250 प्लस है। इसीलिए आपके लिए मेरे पास ना एक टेलर मेड सॉल्यूशन है। आई हाइली रिकमेंड मेरे साथ आप एक 5 मिनट की ज़ूम कॉल कर लीजिए। कह रहा कब करनी है? मैंने करा टेलर मेड दिया उनको सॉलशन और वो सॉल्व हो गया। ओके। और रिकरिंग बिज़नेस
आ रहा है उनसे आज के टाइम में हमें रिकरिंग वाओ इस तरह से रिजेक्शन को हमने करके दिखाया सच में वाओ सर जो आपके इस प्रैक्टिकल एग्जांपल से ना एक बड़ी अच्छी बात समझ आई कि सेल्स के साथ-साथ प्राइस बहुत मैटर करता है करता है राइट बजट बहुत मैटर करता है कस्टमर का जी तो अगर पहले अब अगेन इसमें एक क्वेश्चन निकलता है कि हम जब बेचने की बात करते हैं सेल्स की बात करते हैं तो उसमें हमें प्राइस पहले बता देना चाहिए चाहिए काफी सारे लोग जो गलती करते हैं जैसे मैंने अपनी लाइफ में
बहुत गलती करी है तो बता देते हैं पहले ही कि सर ये तो इसके तो सर ₹ लाख लगेंगे जी तो ये गलती है एक्चुअल में प्राइस को पहले बताना या नहीं सर सेलिंग उसका रीज़न समझ रहे हैं ताकि भाई मान लो मेरे पास बहुत ज्यादा बिज़नेस है मेरे पास बहुत ज्यादा धंधा है और मैंने बोल दिया कि ठीक है भाई काम करना है भाई साहब ठीक है जी ₹5 लाख लगेंगे इसके जो आप ये काम करवाना चाहते हैं ताकि मेरा टाइम और आगे बर्बाद ना हो पता लग जाएगा कि उसका जो कैप है जो
बजट की लिमिट में आ रहा है तो ठीक है वरना बाय समझ गए हां आई एम रियली ग्लैड कि आपने ये क्वेश्चन पूछा और मैं पूरी जान लगा के कोशिश करूंगा कि इस क्वेश्चन का मैं आंसर कर पाऊं सभी के लिए ये सर सबसे बड़ी मिस्टेक है मैं बताता हूं साइंस की भाषा में बताता हूं मिस्टेक कैसे है सेलिंग में ना 3p अप्रोच की साइंस चलती है 3p अप्रोच पहला पी है प्रोबिंग प्रोब करना इन्वेस्टिगेट करना है क्या इसकी पीड़ा है क्या पेन है क्या मैं इसका फायदा सॉल्यूशन कैसे दूंगा प्रोबिंग समझ में आ गई
सब कुछ समझ में आ गया इसके बारे में इसका पूरा एक्सरे हो क्या ये चाहता है? क्या मैं स्केल कर सकता हूं? देन पी कम्स पिचिंग। अब मैं पिच कर रहा हूं कि आपके लिए मेरे पास ये है। ये है ये है। देन कम्स दी थर्ड पी दैट इज प्राइसिंग। ओके। कभी-कभी हम ऐसा करते हैं। कभी-कभी ना कस्टमर हरी में होता है। अंकित आई डोंट हैव टाइम। ये बताओ कितना लोगे? मैंने कहा सॉरी सर। नहीं बताऊंगा। हां नहीं बताऊंगा। नहीं बताऊंगा। सच में नहीं बताऊंगा। बिज़नेस लॉस कर जाऊंगा पर पैसा नहीं बताऊंगा। क्यों नहीं बताऊंगा?
मैंने कहा सर मैं ₹2 लाख लूंगा। वो एकदम कंपेयर क्या करेगा? ₹2 लाख पागल आए अंकित। ₹10,000 की चीज़ के ₹2 लाख। हां। ही स्टार्टेड कंपेयरिंग ऑरेंजज़ विद मैंगोज़। राइट राइट। मेरे पास तो अल्फ़ोन्नज़ो है सर। ऑरेंज से कैसे कंपेयर करने दूंगा? मैं करने नहीं दूंगा आपको कंपेयर। वो कंपेयर कर जाते हैं। तो प्राइस लास्ट में। एकदम लास्ट में। सर। सेल्स में मैं देखता हूं कि नेचर होता है किसी इंसान का। इंट्रोवर्ट और एक्सट्रोवर्ट। ओह यस। तो सेल्स में कहा जाता है कि वो इंसान कामयाब होता है जो एक्सट्रोवर्ट होता है और इंट्रोवर्ट कम सक्सेसफुल
होता है। जी इसके बारे में क्या सोचते हो? ओके। मैं इसमें जवाब देने की कोशिश करता हूं। देखिए पर्सनालिटी ट्रेट है इंट्रोवर्ट और एक्सट्रोवर्ट। इंट्रोवर्ट वो जो अपने अंदर ही अंदर रहता है। कम बोलना पसंद करता है। ऐसे इतनी चांदनी में कहीं पर किसी से बात करना पसंद नहीं करेगा। राइट? एक्स्रोवर्ट वो वो बैठेगा कि चलो यार दीपक भाई बात करते हैं आपसे बात करते हैं एक्स्रोवर्ट वो सर मेरे मानने में आउट ऑफ माय एक्सपीरियंस विद इतने 7000 लोगों और 130 से ज्यादा कंपनीज़ में जो हमने ट्रेनिंग दी उस एक्सपीरियंस के बेसिस पे मैं बता
रहा हूं इसमें ये पर्सनालिटी टाइप का रोल है ही नहीं अच्छे से अच्छे इंट्रोवर्ट को हमने बेहतरीन सेल्स करते हुए देखा है। उसको बेहतरीन सेल्समैन बनाया है। कैसे बनेगा? साइंस इंप्लीमेंट करके। उसके अंदर साइंस डाली है। पहले प्रोबिंग करी क्या? पहले प्राइस तो नहीं बताया। प्रोबिंग के बाद पिच करी क्या? पिच करी तो कैसे करी? उसमें कोई स्टोरी सुनाई क्या? शर्मा जी के साथ ऐसे ही हुआ था अंकित आज आप मना कर रहे हो ना? शर्मा जी ने 6 महीने पहले मना किया था मुझे। आज वो ऐसा ऐसा है वो अंकित कहेगा यार वो शर्मा
जी की लाइफ सेट है। मेरे भी करवा यार। तो आपने सेलिंग की साइंस अप्लाई किया क्या? राइट। दैट इजेंट। और लास्ट में फिर प्राइसिंग प्राइसिंग क्या करा? प्राइसिंग एकदम लास्ट में। एकदम लास्ट में क्योंकि मेरे को जैसे मेरी पर्सनालिटी के मतलब जैसे लोग देखते हैं सो आई एम मैं सेल्स पर्सन ही लगता हूं काफी सारे लोगों को एक्चुअली में जैसे आप भी दिखते हो सेल्स और मार्केटिंग से है बट हूं मैं फाइनेंस से मेरा दोस्त कहता है कई बार कहता है यार तू ना सेल्स में फिट बैठेगा और एक्चुअली मैंने जो है अपने बिनेस में
मैं अपने बिनेस में ऑपरेशंस नहीं देखता ठीक है आई फोकस ऑन द सेल्स मार्केटिंग और YouTube बहुत बढ़िया हां कि भ धंधा लाओ करेक्ट धंधा आएगा तो तो ही बात बनेगी। बिल्कुल ठीक। क्योंकि अगेन फाइनेंस को तो लोग बिल्कुल ना एट द एंड पॉइंट मानते हैं। चाहे कितने बड़े कॉर्पोरेट हो। ठीक है? फाइनेंस का एक बहुत बड़ा रोल है। लेकिन मानते एंड पॉइंट है। एंड पॉइंट है। सही है कि भ धंधा आएगा, सेल्स होगी, मार्केटिंग होगी तो बिज़नेस आएगा तो काम चलेगा। तो सैलरी जाएगी। सैलरी मैनेज होगी। कितनी सैलरी जा रही है वो फाइनेंस की
बाद की बात है। बाद की बात है। बिल्कुल। सर ऑब्जेक्शन को हैंडल करने के, ऑब्जेक्शंस को हैंडल करने के तीन ऐसे प्रैक्टिकल तरीके क्या हो सकते हैं? बहुत सारे ऑब्जेक्शंस होते हैं दीपक जी। बहुत सारे ऑब्जेक्शंस होते हैं। जैसे कि मैंने अभी-अभी एक ऑब्जेक्शन बताया। यू आर टू एक्सपेंसिव। मैंने कहा ₹ लाख लूंगा। सामने वाले ने कहा भाई आप बहुत एक्सपेंसिव हो। इसमें फंडामेंटल प्रॉब्लम जानने की कोशिश कीजिए। प्रॉब्लम कहां आई? क्या उसके पास ₹ लाख नहीं है। मैं कहता हूं सर उसके पास वो ना ₹ लाख के कर्जे में है। मान के चलो। उसके
पास ₹ लाख नहीं है देने को। प्रॉब्लम आई कि अंकित रविंद्र जैन वैल्यू एस्टैब्लिश नहीं कर पाए अपने प्रोडक्ट की। हम अगर अंकित रविंद्र जैन वैल्यू एस्टैब्लिश कर देता ना वो बंदा लोन लेता बैंक से कि अच्छा 20 लाख का लोन है। अरे 2 लाख का और दियो जरा मुझे देना है किसी को। यस वो वो डकैती डालता बैंक अकाउंट के बैंक में जाके कुछ भी करता वो पैसा लेके आता। हमको क्या लगता है? मनी इज द ऑब्जेक्शन। जी नहीं सर। प्रॉब्लम है मेरे अंदर। मैंने सेलिंग की साइंस को नहीं अपनाया। ट्रस्ट बिल्ड नहीं करा।
अथॉरिटी बिल्ड नहीं करी। वो वैल्यू ऑन द टेबल रखी ही नहीं। जिस दिन रख दी कहेगा सर करते हैं चलो पैसे की कमी तो है पर मैं करूंगा ओके तो ऑब्जेक्शन को इस तरह से मोल्ड किया जा सकता है तो और इसमें कोई एग्जांपल दो ना बिल्कुल बहुत सारे एग्जांपल्स हैं बहुत सारे ऑब्जेक्शन हैंडलिंग एक मैंने एग्जांपल दिया हां इसको एक और तरीके से बताता हूं इसी को ले लेते हैं यू आर टू एक्सपेंसिव इसी का एक और तरीका मजा आएगा अच्छा जी एक्सपेंसिव लग रहा है आपको ठीक है जी कैन आई नो कंपेयर टू
व्हाट दिस इज एक्चुअल साइंस ऑफ़ सेलिंग क्या दीपक जी मैं जान सकता हूं किस चीज से आप इसको कंपेयर कर रहे हैं। अरे नहीं नहीं अंकित वो एक ट्रेनर से मैं मिला था 2 साल पहले वो तो ₹10,000 में कर रहा था यार। मैंने कहा अंकित जी मैं कहूंगा दीपक जी समझने की आप ये कोशिश करें यहां पर कि वो 3 घंटे की सर्विस आपको दे रहा था या फिर एक दिन की सर्विस दे रहा था। मैं आपकी टीम को आपकी जो सेल्स टीम है 1 महीने का हैंड होल्ड सपोर्ट दे रहा हूं। 1 महीने
तक बड़ा भाई एक पूरा बड़ा भाई जैसा एक इंसान एक कंसलटेंट पूरा बैठा होगा उनके साथ चीफ कंसलटेंट जो उनकी हेल्प कर रहा होगा आप प्लीज उस ट्रेनर की सर्विस को हमारी ट्रेनर की सर्विस से कंपेयर बिल्कुल मत कीजिए क्योंकि कंपेरेबल वो है ही नहीं तो उसको वो चीज समझ में आएगी फिर उसके दिमाग से ये ऑब्जेक्शन तो एकदम कट जाएगा कि ये महंगे हैं। इस तरह से हम ऑब्जेक्शन को हैंडल कर सकते हैं। राइट सर बी टू सी और बी टू बी सेल्स करने में दोनों में जो अप्रोच होती है दोनों में अलग होती
है। जी तो क्या-क्या होती है वो? देखिए बहुत तरह की सेल्स होती हैं। चैनल सेल्स, डीलर सेल्स, डिस्ट्रीब्यूटरशिप सेल्स, रिटेलरशिप सेल्स, राइट? बी टू बी, बी टू सी, बी टू जी, डी टू सी बहुत सारी हैं। साइंस एक ही है। साइंस एक ही है। सेलिंग की साइंस सेम रहेगी। ऑफ कोर्स आप जेम पे या फिर आप किसी गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्ट के लिए लड़ने जा रहे हो वहां पर अलग विवाद चल रहा है। वहां पर एल वन की लड़ाई है। राइट? वहां पर सेलिंग के साइंस को आप क्या ही कर लोगे इंप्लीमेंट नहीं कर सकते। सर मेरा
माल बहुत अच्छा है। अब अच्छा है घर ले जा भाई इसको। अच्छा है तो अपने घर लगा ले। हमारे यहां तो एल वन ही चलेगा। राइट? कई जगह पर क्योंकि उसमें उसको बोलते हैं बी टू जी बिनेस टू गवर्नमेंट। जब आप डील कर रहे हो वहां पर तो एल वन ही चलेगा। तो बहुत जगह पे सेलिंग की साइंस इंप्लीमेंट भी नहीं होती। बट ऑन एन एवरेज साइंस सेम है। पहले प्रोब करना है, फिर पिच करना है, फिर प्राइस बताना है। अच्छा मतलब बिज़नेस टू कस्टमर हो या बिज़नेस टू बिज़नेस हो। यस। अप्रोच दोनों में सेम
रहेगी। अब्सोलुटली सेम रहेगी। मैं बी टू बी करता हूं। हर वक्त सेल्स करता हूं। मेरे पास सेल्स क्लोज़र्स हैं और मैं खुद भी एक क्लोज़र हूं अपनी कंपनी में। राइट? मैं बी टू बी करता हूं। बिनेस ओनर्स से पहले प्रोविंग करूंगा। फिर पिचिंग करूंगा। फिर प्राइस बताऊंगा। मान के चलो मैं एक ब्लज़र लेने गया। सामने कस्टमर है। सामने सेल्समैन है। वो क्या कर कर रहा है। वो बी टू सी कर रहा है। मैं एक कस्टमर हूं। खुद कंज्यूम करूंगा। उसको उसको थ्री पी अप्रोच अपनानी पड़ेगी। वो नहीं अपनाता। अच्छा ब्लज़र देख रहे हैं। ये लग
रहे हैं। ये यही तो होता है। ये लगे हुए हैं। देख लो। अरे व्हाट द हेल्थ? है ना? उसने अप्लाई नहीं करा वहां पर। हाई चांसेस है। अंकित देखेगा। हां ठीक है। चलो भाई आगे बढ़ते हैं। आगे बढ़ जाएगा। उसको पड़ी नहीं है बेचने की। वो गलत वो गलत टेक्निक अपना रहा है। अपना ही नहीं रहा है। सेल्स करें ना सही से। क्या प्रोबिंग करें पहले। अच्छा अंकित जी आपने ये जो ब्लजर पहना है यही आपका टेस्ट है। इस तरह का आप टाइट फिट पहनते हैं क्या? हां यार मैं तो ये स्लिम फिट हीट ही
पहनता हूं। अच्छा ये जो आपने डार्क कलर यू प्रेफर आप प्रेफर करते हैं डार्क कलर हां और आज भी मैं डार्क कलर ही लेने आया हूं। उसको समझ में आती जा रही है। क्या चीज क्या टेस्ट क्या है इसका? मान के चलिए मल्टी ब्रांड शोरूम है। अब वो उस ब्रांड के सामने ले जा के खड़ा करेगा मुझे। मेरे टेस्ट के हिसाब से। राइट। पहले क्या चल रहा था? हां वहां भी तो आपको दिख जाएगा। वहां भी आप देख लो जरा। साइंस। सही बात है। साइंस सर जैसे मान लेते हैं आप मुझे कुछ सेल्स मुझे आप
आपसे कुछ सर्विज लेनी है। ठीक है। इसको थोड़ा प्रैक्टिकल और जाते हैं ऑडियंस के पॉइंट ऑफ व्यू के लिए। प्लीज मैं आपसे कुछ भी सेल्स की सर्विस लेना चाहता हूं। तो हमारा जो रिलेशन हो गया वो बी टू बी वाला हो गया। ठीक है जी। अब यही अगर मैं बोलूं कि भाई सेल्स सिखानी है। आपने आपके पास ट्रेन आते हैं। तो वो तो बी टू सी है। हां। राइट। ट्रेन आते हैं। मतलब जो सेल्स सीखना चाहते हैं। हां। बिल्कुल ठीक। कोई भी एक इंसान है कोई लड़का है वो ग्रेजुएशन उसने पास करी है वो आपसे
सेल्स सीखना चाहता है तो वहां पे बी टू सी का आ गया बी टू सी हो गया अब यहां पे आप बिनेस टू बिनेस कनेक्ट कर पा रहे हैं मेरी फाइनेंस की टीम है उसके लिए आप सेल्स की पिच बताएंगे अप्रोच बताएंगे तो इस वाले एग्जांपल में क्या अप्रोच रहेगी और दोनों में क्या सिमिलरिटी है क्या डिफरेंस है अच्छा देखिए बी टू सी लेते हैं बी टू बी लेते हैं राइट बी टू बी में तो हम तब से डिस्कस करते ही आ रहे कि जो मैं सेल्स ट्रेनिंग पिच कर रहा हूं वो बी टू बी
में कर रहा हूं। प्रोबिंग करना है, पिचिंग करना है, प्राइिंग बताना है। सिंपल बी टू सी को समझने की कोशिश करते हैं। वो ये कि कोई एक इंडिविजुअल है जो सीखना चाह रहा है, सेल्स सीखना चाह रहा है। हां। अब मुझे आप ये बताइए फर्क कहां है? मैं क्या करूंगा? जो मेरे क्लोज़र्स थे क्या करते हैं? जब पहले हम बी टू करा थे। अब नहीं कर रहे हैं। इस टाइम हम बीटूसी कर ही नहीं रहे हैं। क्या करते थे? ऑलराइट। आप क्या करते हैं? जी मैं रियलस्टेट एजेंट हूं। अच्छा आप एजेंट हैं। आप आपकी मेन
प्रॉब्लम क्या है? अरे मेरी मेन प्रॉब्लम सर ना ऐसे-ऐसे लीड जनरेशन में है। लीड जनरेशन में है। ओके। और क्या है? सर लीड आ जाती है वो क्लोज नहीं होती है। अच्छा जी क्लोजिंग आपकी प्रॉब्लम है। और क्या प्रॉब्लम है आपकी? अच्छा सर ये मेरी ना ये भी एक प्रॉब्लम है। प्रोबिंग तो करी है। प्रोबिंग तो करी है। राइट स्टेप तो पहला वही है। सर सेम है। सेम है। हर जगह सेम है। ओके। हर जगह सेम है। सारे स्टेप वही है सारे। सो मतलब इंडिविजुअल से लेके एसएमई से लेके टॉप बिनेस से लेके बड़े-बड़े कॉर्पोरेट
तक वी नीड टू फॉलो द सेम अप्रोच। सेम साइंस तो सेम रहेगी ना सर। हमने Apple को ऊपर उछाला वो वापस नीचे आएगा। ये साइंस है। सेम रहेगी सर। सही बात है। जैन साहब डिजिटल टूल्स सीआरएम और एआई के आने से सेल्स प्रोसेस इजी हुआ या कॉम्प्लिकेटेड हुआ है? बहुत ईजी हो गया है। ओके। बहुत ज्यादा ईजी हो गया। मैंने अपने बहुत सारे क्लाइंट्स को पकड़ पकड़ के मार मार के इंप्लीमेंट करवाया सर। मार मार के मतलब जब हम लोग 5 छ महीने पुराने हो जाते हैं कंपनी में तो हमारा कुछ अधिकार हो जाता है
कंपनी के साथ। हमें लगाव हो जाता है। तो मैं बिजनेस ओनर को धमका धमका के कि सर करना है मैं दे रहा हूं पैसे। पैसे मत देना। आप इंप्लीमेंट करो इसको। ये रहा वेंडर। ये रहा टूल। इंप्लीमेंट करो। जैसे एग्जांपल बताता हूं सर। ऑटोमेशन का WhatsApp ऑटोमेशन टूल। क्या आप केस सिनेरियो समझने की कोशिश कीजिए। मैक्सिमम बी टू बी ओनर ये जो प्रोडक्ट बेस्ड कंपनीज़ होती हैं ये indamar पे रजिस्टर्ड होती हैं। राइट Indamar पे कुछ पैसा दिया पैकेज दिया। वहां से लीड्स आ रही हैं। मान के चलो रात को 10:00 बजे लीड आई। अब
10:00 बजे ना जिसने इंक्वायरी करी मान के चलो आप माइक बनाते हैं। अंकित जैन बैठा है बी टू सी कस्टमर है। उसको अपने स्टूडियो के लिए पांच माइक चाहिए। ठीक है जी। अब रात के 10:00 बजे अंकित ना बेचैन है इस टाइम। बेचैन समझने की कोशिश करें। मेरी सीक्रेट बर्निंग डिजायर को जानने की कोशिश करें। अंकित जैन बेचैन है इस माइक अच्छा ये दीपक जी के कंपनी का इसमें क्या होगा कैसे होगा यहां से आवाज आएगी कैसे होगा क्या होगा क्या क्वालिटी है बेचैन है वो मैक्सिमम कंपनीज़ आंसर ही नहीं कर पा रही रात के
10:00 बजे अगले दिन सुबह सेल्स वाला बंदा आएगा 10:00 बजे वो करता हुआ खोलेगा लैपटॉप मोबाइल पीसी खोलेगा चेक आउट करेगा अच्छा ओ हो हो कॉल आई हुई है किसी अंकित की लीड आई हुई है कॉल करेगा ऐसे तो होगा राइट 98% कंपनीज़ ऐसी कर रही है क्या करना है बहुत ही सिंपल सा एi टूल लगा एआई टूल को इतना ट्रेन कर दो कि इस अंकित जैन की जो उत्सुकता है ना इट्स ऑल अबाउट उत्सुकता उसकी उत्सुकता को रात को 10:00 बजे ही 95% खत्म कर दो हम खत्म कर दो अंकित ने पांच क्वेरी डाली
रात को 10:00 बजे चार की चार का जो आंसर आएगा किसी का आंसर आएगा अगले दिन सुबह 10:00 बजे किसी का 12:00 बजे किसी का परसों सुबह 10:00 बजे परसों वाला तो गॉन केस है उसकी तो बात ही नहीं करते पांच में से अगर एक बंदा ऐसा हुआ जिससे वो WhatsApp पे कनेक्ट हो गया और उसने बात करनी शुरू कर दी अरे मैं जानना चाह रहा हूं इसका इसका वारंटी क्या है? इसकी वारंटी 5 साल की है। अच्छा नहीं मैं जानना चाह रहा हूं इसके ऊपर जो आप ये पफी लगाते हो ये ये किस क्वालिटी
का होता है? ये इस इस क्वालिटी का होता है। इस इस प्लास्टिक ग्रेड मटेरियल का होता है। ये इतने साल तक टिक जाता है। फॉर एन एग्जांपल बता रहा हूं। उसकी उत्सुकता शांत कर दी। हाई चांसेस हैं। जब अगले दिन सुबह 10:00 बजे बंदी कॉल करेगी। सर मैं एबीसी अरे एबीसी से हो। अरे बताओ ना मैडम। मैं तो सब जानता हूं प्रोडक्ट के बारे में। ओके। वो पक चुका है। पक चुका है मतलब वो हॉट हो चुका है कस्टमर। हॉट लीड है। अब हल्का सा थोड़ा मारना है सर। सेल क्लोज डील क्लोज। राइट। बहुत पावरफुल
है सर ये टूल्स। ये WhatsApp वाला टूल बताया आपने। WhatsApp टूल सिंपल WhatsApp जैसे चैटबॉट जो चलता है। चैटबॉट है ना? सिंपल चैट। हां तो ऑटोमेशन तो उसमें WhatsApp में आ ही गई है। आप तुरंत बनाओ तो रिप्लाई चला जाता है। बहुत कन्वीनिएंट ऑटोमेशन। पहले ही आपने उसको ट्रेन करके रख दिया एआई को। पहले ही हर तरह का प्रोबेबल क्वेश्चन का आंसर दे दिया। जैसे बोतल बेच रहे हैं। आपका बोतल का प्लास्टिक किस ग्रेड का है? उसके अंदर पहले ही आंसर है। वो बता देगी सब कुछ। पहले ही क्यूरोसिटी शांत हो गई। अब अंकित का
दिल का रिश्ता बन गया इस बोतल से इस बाइक वाले से। रात को 10:00 बजे ही दिल का रिश्ता बन गया। अगले दिन सुबह 10:00 बजे वहीं से खरीदेगा वो। सर डोर टू डोर सेल्स और कोल्ड कॉलिंग का आज के डिजिटल एरा में कितनाेंस है? कोल्ड कॉलिंग और डोर टू डोर। यस। इसमें ना मार्केटिंग का फंडा बताता हूं एक आपको। तो एक होती है पुश मार्केटिंग, एक होती है पुल मार्केटिंग। पुश मार्केटिंग क्या? दीपक भाई, दीपक भाई, दीपक भाई मोबाइल खरीद लो मेरा, खरीद लो, खरीद लो मेरा। खरीद लो प्लीज खरीद लो मेरा। इसको कहते
हैं पुश मार्केट। मैं पुश किए जा रहा हूं। एक होती है पुल मार्केटिंग। मैंने एक चीज बोली, दीपक भाई, चलते-चलते। दीपक भाई, ये जो मोबाइल है ना मेरे पास, इंडिया में ना 10 पीस है। एक पीस मेरे पास खड़ा है। और कह के निकल गया। कह के निकल गया। 2 दिन के बाद दीपक जी का कॉल आ रहा है। यार, इनकी तो वो मोबाइल के बारे में बता रहे थे। वो है क्या? जी हां है ना ये अवेलेबल तो मैंने क्या करा मैंने पुल मार्केटिंग करी लीड को पुल करा अपने आप लीड खींची हुई आई
राइट मैंने पुश नहीं करा कि यार ले लो ले लो ले लो ले लो तो डोर टू डोर मार्केटिंग में वही होता है प्रोडक्ट की इज्जत नहीं होती इज्जत जीरो डोर टू डोर मार्केटिंग में इज्जत जीरो आप जा रहे हो ना लेके मेरा ये बोतल ले लो ना अंकित आएगा अरे दीपक जी क्या क्या चीज क्या पानी है आपके वो हिमालयन पानी मुझे वो वाली बोतल दो यार इसको ये ये होना चाहिए तो डोर टू डोर में रिस्पेक्ट नहीं रह जाती। बंदे की रेस्पेक्ट नहीं मैं कह रहा हूं प्रोडक्ट की रेस्पेक्ट नहीं रह जाती। प्रोडक्ट
की। दूसरी चीज आपने बताई कोल्ड कॉलिंग। कोल्ड कॉलिंग में भी सेम साइंस है। पुल और पुश वाली रेस्पेक्ट नहीं रह जाती। पर पावरफुल है। हमारे साथ जितनी भी कंपनीज़ ऑनबोर्ड होती है। मान के चलो किसी के पास 20 लोग हैं। मैं कहता हूं सर दो लोग दे दो। 10 दिन के लिए दे दो। कहते नहीं देंगे। कोल्ड कॉलिंग के लिए। मैं कहते हैं नहीं देंगे। क्यों? क्योंकि हाथ जले हुए हैं क्योंकि क्योंकि रिस्पांस जीरो आया है क्योंकि नेगेटिव आउटपुट आया है क्योंकि एक भी लीड क्लोज नहीं हुई कोल्ड कॉलिंग वाली मैं कहता हूं भरोसा है
ना आपने मुझे पैसे दिए लाखों रुपए दिए हैं ना 10 दिन दे दो लोगों को मुझे दे दो चुपचाप और जो लीड्स है वो दे दो कोल्ड कॉलिंग की सही साइंस के साथ रिजल्ट आ रहे हैं सर जो लीड उनकी डेड हो चुकी थी कि यार इनको तो अब क्या ही करेंगे बेकार है वहां से हमने धंधा निकाला है ऑफ कोर्स विन रेशो बहुत कम है पर है धंधा निकल रहा है कैसे कोल्ड कॉलिंग कि साइंस कैसे एग्जांपल बताता हूं आपको। आपके पास कॉल आया। दीपक सर बात कर रहे हैं। हां दीपक बात कर रहा
हूं। दीपक सर क्रेडिट कार्ड ले लो। आप कहोगे बक तू फ़ पागल आदमी कौन है तू? ऐसे तो कुछ कहोगे। समथिंग लाइक दैट करोगे ना आप। ऑन द कॉन्ट्ररी। सामने वाला बंदा बोले दीपक सर मैं देख पा रहा हूं। ICICI का एबीसी कार्ड आपके पास है। कैसा हो कि अगर मैं आपको एक ऐसा कार्ड दे दूं जिसके अंदर आपको 12 इंटरनेशनल एयरपोर्ट लॉन्च मिल जाए फ्री। ऐसा कुछ हल्की सी रिसर्च करके पता चल जाए उसको इसके बारे में कि दीपक जी ट्रैवल करते हैं। दीपक जी अहमदाबाद बार-बार जाते हैं। फॉर एन एग्जांपल तो इंटरेस्ट बन
जाएगा। इसको बोलते हैं डब्ल्यू आई आई एफ एम फार्मूला। व्हाट इन इट फॉर मी? ओके। पहले क्या बात हो रही थी? मेरा प्रोडक्ट। मेरा प्रोडक्ट। मेरा क्रेडिट कार्ड ले लो। मेरा फायदा किसका था? मेरा था। अब फायदा टोटल आपके ऊपर ट्रांसफर कर दिया है। क्या फायदा? यार ये अपग्रेड करा लूं। यह तो मजा आ जाएगा यार। लॉन्च एक्सेस मिल जाएगा। मस्त खाएंगे, बैठेंगे, आराम करेंगे यार। मस्त चीज है। तो आप कहोगे अरे हाई चांसेस है। आप कहोगे यार चल बता तू मुझे क्या चीज है? बता तो सही लेंगे नहीं लेंगे बाद की बात है। सही
बात है। तो कोल्ड कॉलिंग बहुत अच्छी काम करती है। हमें करनी नहीं आती। करनी नहीं आती हमें जैसे सर मेरे पास कई दुनिया भर के आपने जैसे एग्जांपल दिया जैसे बैंक लोनस के लिए फोन आते हैं। 99.9% आदमी सुनता ही नहीं है। सुनता ही नहीं। हां ठीक है मैम। ओके थैंक यू। हां ठीक है सर। ओके थैंक यू। बिल्कुल। तो ये इसमें पॉसिबिलिटी मुझे तो 1% लगती है। हां। है ना? ना इतनी पॉसिबिलिटी है ना कन्वर्ट करने की पॉसिबिलिटी आप यह मान लो वन से 5% ही है हां लोगों का वन से फाइव भी नहीं
हो रहा ना 0% कन्वर्जन हो रहा है इसलिए उन्होंने कह दिया कट लगा दिया कि यार कोल्ड कॉलिंग नहीं करेंगे बेकार चीज बेकार नहीं है पॉसिबिलिटी है वर्थ इट है ओके सर सेल्स और मार्केटिंग की जो टेक्निक्स होती थी अगर मैं अगर 15 साल पहले पीछे पहुंच जाऊं और मैं आज की बात करूं डिजिटल वर्ल्ड में टेक्निक्स चेंज हो चुकी हैं जी जैसे अ मोस्टली हम देखते थे बोर्ड पे कहीं वो बोर्ड वाली चलती थी। न्यूज़पेपर मैगजीन वाली चलती थी। अभी सोशल मीडिया आ गया है। दोनों में डिफरेंस था। सेल्स पहले भी होती थी, मार्केटिंग
पहले भी होती थी और अभी भी होती है। हम कौन सा आपको लगता है ज्यादा सक्सेसफुल रहा है? आप कह रहे हैं प्रिंट मीडिया और होल्डिंग्स और आप कह जो डिजिटल मीडिया है। हां। सर डिजिटल मीडिया 100 टाइम ज्यादा बेटर है। ओके। कोई प्रिंट वाला गालियां ना दे बस कंटेंपररी वाला। क्यों बेटर है? मुझे अपनी कंपनी का यूजीएस ट्रेनिंग कंपनी का ऐड करना है। ठीक है जी। हम मैंने न्यूज़पेपर में डाला। लाखों रुपए दिए न्यूज़पेपर में ऐड डालने के। अब दूसरी बात ये कि मेरा क्लाइंट मेरा जो टारगेट कस्टमर है वो देख भी रहा है
कि नहीं देख रहा है। आई डोंट नो। आई रियली डोंट नो। राइट? दूसरी बात हमारी प्रेजेंस मान के चलो दिल्ली में ज्यादा है। वो वो जो एग्जाम वो जो न्यूज़पेपर है वो मुंबई भी जा रहा है। वो हर जगह जा रहा है। वहां पे सब कुछ वेस्ट हो रहा है। तो आपकी रिसोर्सेज वेस्ट हो रही हैं ऑन द कॉन्ट्ररी या फिर होर्डिंग लगा दी आते-जाते कौन देख रहा है? आई डोंट नो। मतलब पता ही नहीं चल रहा है। रिजल्ट नहीं आ रहा है। एक्चुअल रिजल्ट तुरंत ही तुरंत नहीं आ रहा है। डिजिटल में ऐसा है
ही नहीं। आप ऐड चला रहे हो। आपको पता है एक लीड आपके पास आई और उसकी कॉस्ट इतनी है। अब उसमें से धंधा कितना आया? मतलब प्रॉपर साइंस और पूरा प्रॉपर मैथ्स के हिसाब से आप कैलकुलेट कर सकते हो। अगर ₹ लाख लगाए थे तो इतने का धंधा कर लिया है। बहुत आसान है। आजकल लोगों को ₹1 ₹1 में लीड मिल रही है। सच में मिल रही है। ₹10 में लीड कंटेंपररी मार्केटिंग में होर्डिंग करके या फिर न्यूज़पेपर मिल ही नहीं सकती सर असंभव। लेकिन सर जैसे अब ये भी डिपेंड करता है इंडस्ट्री टू इंडस्ट्री।
राइट? लेट्स सपोज मेरा होटल इंडस्ट्री का काम है। होटल इंडस्ट्री का होटल नहीं बोलूंगा। मैं रेस्टोरेंट बोलूंगा। ठीक है? अब मैं एक एरिया में स्पेसिफिक लोकेटेड हूं। बहुत बढ़िया। मेरा रेस्टोरेंट अच्छा चल रहा है। मैं वहीं पे ही हूं। बहुत बढ़िया। तो उनके लिए प्रिंट देना हम उनके लिए पोस्टर्स लगवाना वो यूज़फुल हो सकता है। वो होगा। उससे भी ज्यादा यूज़फुल क्या होगा? मैं अभी भी आपको ये बात बोलूंगा। उससे भी ज्यादा यूज़फुल है ऐड चलाना। लोकल ऐड चलाइए ना सर। ग्रेटर नोएडा के आसपास मान के चलिए आपका कोई फाइन डाइन रेस्टोर है नोएडा एक्सटेंशन
में जहां रहते हैं। ठीक है जी कोई अंकित है आपकी टारगेट ऑडियंस हाई चांसेस हैं कि अगर 510 कि.मी. के एरिया में होगा तो अंकित पक्का आएगा आपके पास अगर उसको शौक है फाइंड लाइन करने का। ठीक है जी। उस 10 कि.मी. के दायरे में चलाइए ना। हाइली कंसंट्रेटेड आपका ऐड हो गया और हाइली फोकस्ड ऐड हो गया। उससे फिर भी बहुत सस्ता है। वहां पे आप क्या कर रहे हो? वहां पे आप हवा में तीर मार रहे हो कि यार ब्रॉशर अंकित के हाथ शायद लग जाए। शायद देख ले शायद आ जाए यहां पे
तो सर टारगेटेड है सर जैसे मुझे एक छोटा सा एग्जांपल याद आ गया जो हम जब भी हम मार्केटिंग करते हैं किसी भी प्रोडक्ट की तो उसमें एक छोटा सा एग्जांपल है कि जैसे हम दिल्ली से जयपुर जाते हैं तो हाईवे पे हमने देखा है कई बार चूक ना जाना किंग का खाना देखा ना बिल्कुल तो कई बार ऐसा हुआ मैंने कहा यार यहां से निकले हैं तो साला क्या चूक जाएंगे चूक ना जाना किंग का खाना मतलब इतनी क्यूरोसिटी जगा देते हैं वर्ड थर्ड वो तो ऐसे कुछ और भी फनी के फनी कुछ सुनने
को मिलता है कई बार हमें मुझे भी याद आ रहा है एक है ना कौन सा बाय चांस कल ही हम लोग मेरठ गए थे वहां से आ रहे थे हम लोग हाईवे पर थे वहां पर लिखा था दैट वास सो वेरी क्रेजी लोगों ने लिख रखा था प्योर वेजिटेरियन ढाबा अच्छी बात है कि भाई प्योर वेजिटेरियन यहां पे नॉलेज नहीं मिलता अच्छी बात है उन्होंने लिखा है एक ने लिखा था 140% प्योर वेजिटेरियन मैंने कहा ये क्या हुआ मैंने कहा ये कौन सा परसेंटेज है एंड वी वी वर सो मतलब हम लोग इतना हंस
रहे थे वहां पर कि ये क्या चीज है पर सच में चाहे तो उसने बेवकूफी से करा चाहे उसने जाने अनजाने कैसे भी करा एडवर्टेंटली या इनएडवर्टेंटली करा ध्यान आकर्षित कर लिया कि यार अच्छा ये करके आया मुझे रेस्टोरेंट का नाम याद है याद हो गया ढाबे का नाम याद हो गया चाहे उसकी गलती की वजह से था मार्केटिंग तो ऐसी चलती है सर एक जगह मेरे को अभी उसकी बात आ गई वाइन शॉप की हमने देखा कई जगह जैसे हम जा रहे थे घूमने तो वहां पे लिखा हुआ एक जगह लिखा था ठंडी बीियर
हां ठीक है ठंडी ठंडी बियर अवेलेबल ले जाओ। एक लिखा था महा ठंडी महाठंडी भाई साहब मैंने कहा तो जो लेने वाला है भाई महा ठंडी भी है महाठंडी ही लेनी है मतलब वो देखो ना आप कितने जो लोकल ठेके वाले भी हैं उनके आप दिमाग में देखो कि क्या प्रभाव डाला है ऑडियंस के मतलब यस माइंड में एक जगह देखा था भयंकर ठंडी भयंकर ठंडी भी है एक नया एंटरप्रेन्योर अपनी लाइफ में फर्स्ट पहले जो 100 कस्टमर हैं वो कैसे सिक्योर करें? ओए होए क्या क्वेश्चन पूछा आपने? थैंक यू फॉर आस्किंग दिस क्वेश्चन। आपकी
जर्नी एज एन एंटरप्रेन्योर आप आप चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं दीपक जी। राइट आपने अच्छा मैं आउट ऑफ क्यूरोसिटी पूछना चाह रहा हूं आपसे। आपने जॉब करी है। जॉब करी है मैंने। करी है। अब आप अपना बिज़नेस कर रहे हैं। अपना सेटअप कर रहे हैं। अपनी प्रैक्टिस कर रहे हैं। आई कैन रिलेट टू यू कि वो अपनी प्रैक्टिस करनी कितनी टफ हो सकती है। राइट? क्योंकि एव्री अदर पर्सन इज़ डूइंग अ जॉब। क्योंकि सिक्योर है। मिल जाएगी जॉब। जाके बैठना है कॉर्पोरेट में। कमिंग बैक टू योर क्वेश्चन। मेरी जर्नी भी इसी तरह बहुत टफ रही है। स्टार्टिंग
में दो फ़ूड बिज़नेसेस में टोटल मैं फेल हुआ हूं। फिर मैं यहां पर आया, कोचिंग इंडस्ट्री में आया। पहले 100 क्लाइंट्स कैसे कैप्चर करें। बहुत आसान है। अपने प्रोडक्ट को फ्री में सामने दो। सामने वाले को दो। मुझे नहीं पता वो क्या प्रोडक्ट हो सकता है। मान के चलो सर्विस है। सर्विस में तो और आसान है। हां। तो सर्विस में आपकी सर्विस है, मेरी सर्विस है। हम दोनों रिलेट करवाएंगे बहुत ईज़ली। सर्विस है। फ्री में सिखाओ पहले वाले आदमी को। फ्री में। आपने बता दो उसको। कोई सर्विस उसको दे दो। कोई काम उसका करके दे
दो। अच्छा लगा। उसका एक वीडियो टेस्टीिमोनियल ले लो। उसका एक Google रिव्यु ले लो और उससे बोलो भाई पांच लोगों का रेफरेंस दे दे। वो नहीं देगा क्या? वो तो भाग के देगा यार। फ्री में बंदे ने काम करा। सर दो महीने और करूंगा फ्री में काम। अभी और बताओ। आप पांच लोगों का रेफरेंस दो। पांच के पांच से धंधा उठाऊंगा मैं अभी। एक के पांच हो गए आपके। टोटल छह आपके पास आ गए। उन छह के साथ भी यही करो। आपके पास 40 हो गए। 40 के बाद 41 वे से चार्ज करना शुरू कर
दो। किसने रोका है? बहुत आसान है। इस तरह से मल्टीप्लाई कर सकते हैं बिनेस में। बट प्रोडक्ट में कॉस्टिंग ज्यादा आ जाएगी। प्रोडक्ट में कॉस्टिंग उसका क्या कर सकते हैं? हम प्रोडक्ट है। कॉस्ट टू कॉस्ट दे दो। कॉस्ट टू कॉस्ट दे सकते हैं प्रोडक्ट को। एकदम कॉस्ट कि सर मेरी ये ₹100 की कॉस्ट आ रही है। मैं आपसे 200 ले ही नहीं रहा हूं। केवल 100 ले रहा हूं। आपको कस्टमर बनाना है मुझको। हो सकता है कि उस प्रोडक्ट की सर्विस हो। मे बी आफ्टर सेल सर्विस हो। क्या पता वो सर्विस से कमाने वाला हो।
द थिंग इज लॉन्ग टर्म में उसको सोचना पड़ेगा। सिंपल है। लॉन्ग टर्म में सोचना पड़ेगा। 2019 में जब मैं कम्युनिकेशन और सेल्स वो कर किया करता था। पहले हम लोग फ्री में करते थे। फ्री में सेशंस करते थे। पहली जर्नी यही होती है सबकी कि फ्री में उनको दो ना। उनसे ले लो। राइट सर फ्रीलांसर्स और सोलोपनर्स जिनको हम कहते हैं उनके लिए अगर आप कोई गोल्डन सेल्स टिप बताओ तो क्या होनी चाहिए? फ्रीलांसर्स, सोलोप्रेन्यर्स, इंटरप्रेन्यर्स, वीमेनप्रेन्यर्स, कोचेस, कंसलटेंट्स, रियलस्टेट एजेंट कोई भी बिजनेस ओनर हो वो ₹1 कमा रहा है दिन का या फिर ₹1
लाख करोड़ कमा रहा है दिन का अगर सेल्स कर रहे हैं। एक गलती जो नहीं करनी है, बेचने की कोशिश नहीं करनी है। बेचना नहीं है। बेचना नहीं है। मैक्सिमम लोग बेचने में घुसे पड़े हैं। लीड आई बस कैसे भी करके आज ये बकरा को काट दूं। ये जो फीलिंग है ना काटने वाली ये बहुत डेंजरस है सर। काटना नहीं है। आज ये देखो ना आपने एक चीज देखी होगी सर मैं ना बहुत महान सेल्समैन हूं कि क्यों महान क्यों हो भाई आप? सर मैं गंजे को भी कंघी बेच देता हूं। हां ऐसे बोलते हैं।
आप मूर्ख बना रहे हो लोगों को। आप क्या करो? देखो ना। समझने की कोशिश यहां पे ये करना है। सामने वाला बंदा गंजा है। ही इज़ अ बाल्ड पर्सन। उसके पास बाल नहीं है। अब दो ऑप्शन है यहां पर उसको बेचने के लिए। दो ऑप्शन है। पहला ऑप्शन आपने असेसमेंट कर लिया उसके स्कैल्प का। इसके बाल उग भी सकते नहीं। पैक तो पहला ऑप्शन है। उग सकते हैं। उसको एक ऐसा ऑयल दो जिससे सच में उसके बाल उग जाए। फिर जाके उसको कॉम्ब बेचो ना मजा ही आ जाएगा। दूसरा ऑप्शन इसके तो बाल ही नहीं
उग सकते। उसको ऐसी विग दे दो। विग दे दी। अब उस विग को वो कॉम्ब करेगा। तो दोनों ही सूरतों में विनविन सिचुएशन क्रिएट हो गई। आपने किसी को ठगा ही नहीं। वो है असली सेल्समैन जो असली वैल्यू दे सामने वाले को। सर सेल्स पर्सन की जो इंसेंटिव्स है कमीशन है जो उसको सर्टेन परसेंटेज मिलता है। ऑब्वियसली वो उसके सेल्स पे डिपेंड करता है कि भाई तुम अगर इतने का टारगेट अचीव करोगे तो तुम्हें इतना परसेंटेज ऑफ कमीशन मिलेगा। तो एक सेल्स पर्सन जिसकी सैलरी कम होती है स्टार्टिंग में एज अ ट्रेनी अगर मैं बात
करूं तो वो कैसे 6 महीने में अपनी इनकम को डबल डिजिट्स में लेके जा सकता है ट्रेनी हां ओके देखो सर एक फार्मूला है दीपक जी सक्सेस इक्वल टू 80% माइंडसेट प्लस 20% स्किल सेट अच्छा हम जितनी भी बातें कर रहे हैं हम सारी की सारी स्किल सेट की बातें कर रहे हैं। स्किल कि हम एज अ ट्रेनर किसी कंपनी में गए उसको सेलिंग की साइंस सिखाई। ये सब कुछ स्किल है। स्किल उसकी स्किल इंप्रूव कर दी। ठीक है जी। प्रॉब्लम है कि 80% तो उसका माइंडसेट है। माइंडसेट तो उसके माइंडसेट को फिक्स करने की
जरूरत है। इसमें आपने बोला कि पहले ही कुछ टाइम में वो बढ़िया इंसेंटिव कमाने लग जाए। हम यहां पे एक बात आती है दैट इज ह माइंडसेट। माइंडसेट में क्या? कि उसको वो चीज वो कमाई चाहिए या फिर उसको वो कमाई साला चाहिए ही चाहिए। जमीन आसमान का अंतर है दोनों बातों में। पहला है चाहिए कि हां यार अच्छी इनकम तो होनी चाहिए। चाहिए। ये कैजुअल अप्रोच है। दूसरी सर मुझे चाहिए ही चाहिए। आप बताओ करना क्या है? मैं करूंगा। ये बंदा पक्का ले जाएगा। तो माइंडसेट 80% काम करता है सर। जिसका रॉक सॉलिड माइंडसेट
होगा और सेल्स में तो रॉक सॉलिड माइंडसेट ही चाहिए। सही बात है। हर दूसरा बंदा नहीं चाहिए। सॉरी सॉरी थैंक्स सॉरी। सॉरी आई विल लेट यू नो। कल बताता हूं। आई विल लेट यू नो। यही तो हो रहा है। रॉक सॉलिड माइंडसेट चाहिए। तो माइंडसेट जिसका स्ट्रांग है और स्किल पे वो काम कर रहा है सर बहुत ही जल्दी मतलब विद इन वन ईयर बहुत ईज़ली वो उस लेवल पे पहुंच सकता है। सर सेल्स ऑफ़ मार्केटिंग में हम मोस्टली जो है आज के टाइम में भी जिसको कहते हैं वर्ड ऑफ़ माउथ। हां जी। इसका एक
बहुत अहम रोल आज के टाइम में भी है। क्योंकि भाई मैंने सुना अंकित जैन के बारे में लेट्स सपोज आपकी ये सर्विज हैं। अब मुझे किसी और ने अगर ये बता दिया जिसने आपकी सर्विस ले रखी है। अरे भाई अंकित भाई अरे यार भाई क्या बात कर रहे हो तो अपने आप ही अथॉरिटी 80 90% काम तो अपने आप ही हो जाता है। हो जाता है जिसको हम रेफरल भी कह देते हैं। तो ये भी बहुत ज्यादा काम करती है 100% मैंने जो अभी अभी आपको एग्जांपल बताया कि उसको फ्री में सर्विस दो। एग्जांपल बताया
था उस स्टार्ट करने वाले एंटरप्रेन्योर का। उसके बाद उससे रेफरेंस ले लो। रेफरल ही तो है वो। सर मेरा बिजनेस मॉडल मैं बताऊं हम लोग ऐड पे जीरो पैसा लगाते हैं। जीरो लगाते ही नहीं है मार्केटिंग पे पैसा। लीड लाने के लिए करते ही नहीं सर हम टोटल रेफरेंस पे चल रहे हैं हम लोग। कनेक्शंस रेफरेंस और नेटवर्किंग पे चल रहा है। टोटल बिज़नेस मेरा और ऐसा नहीं है कि उसके ऊपर हम आश्रित हैं। नेटवर्किंग में कोई लीड आई तो हमने क्लोज कर दी। साइंस है सर। कैसे? आज एक लीड क्लोज करी रज के उसको
एक महीना सर्विस दूंगा। पहली बात तो सर हम एक महीने की सर्विस ही देते हैं। अगले महीने वो बोलेगा मुझे कॉल करके। अंकित प्लीज कंटिन्यू। हमारे सर 80% क्लाइंट्स आज के टाइम में रिटेंशन मोड में चल रहे हैं। रिटेंशन रिटेनरशिप में चल रहे हैं कि भाई अंकित मजा आ गया जो तुम लोगों ने करा हमारे लोगों के साथ मजा ही आ गया। तो प्लीज इसको सेकंड, थर्ड, फोर्थ मंथ में कंटिन्यू रखो। तो पहला तो फायदा हमारा ये हो जाता है। एक महीने रज के सर्विस देते हैं। सेकंड, थर्ड, फोर्थ मंथ कंटिन्यू रखते हैं। पहला फायदा।
दूसरा फायदा एक मंथ कंप्लीट होते ही जिस टाइम वो उस वाले मोड में है कि इनको कंटिन्यू करना है मतलब वो पॉजिटिव सोच रहा है हमारे बारे में उसी वक्त उससे कसम ले लेते हैं कॉल पे या फिर सामने जा के सर पांच रेफरेंस दो अपने दोस्तों के नाम बताओ नाम और नंबर सर मोबाइल खोलिए सर बाद में नहीं देना बाद में कोई नहीं देता 2 साल पहले हमारे साथ हुआ करता था अरे अंकित डेफिनेटली वी विल लेट यू नो लेट यू नो आज तक आया ही नहीं रेफरेंस पहले होता था ऐसा अभी के अभी
मोबाइल खोलिए चाहे मेरा क्लोज़र जाए चाहे मैं बैठा हूं रेफरेंस दीजिए पांच नाम बताइए बताइए उनको बस आप उनको कॉल कीजिए रेफरेंस मांगने का भी तरीका है वर्ड ऑफ़ माउथ में उनको कॉल कीजिए अभी के अभी उनको बताइए कि अंकित हम स्क्रिप्ट देते हैं कि अंकित से मैंने सर्विस ली सर्विस इज टू गुड मैं रिकमेंड करता हूं कि यार अंकित से या फिर इनके क्लोज़र से आप मीटिंग जरूर कर लो बस मैं ये नहीं कह रहा कि आप बोलो सर्विस ले लो इसकी ना मीटिंग कर लो दैट्स इट और सर पांच में से चार हम
क्लोज कर जाते हैं जैसा आपने अभी-अभी बताया कि 80% काम तो वहीं हो गया रेफरेंस पे खेल रहे हैं हम राइट बड़ा पावरफुल है सर वर्ड ऑफ़ माउथ सर लोग लेकिन ना पर्सनालिटी देख के जैसे एक सेल्स पर्सन को जज कर लेते हैं। कई बार क्या होता है कि होता है कई बार ऐसा और ये मुझे लगता है कि मोस्टली 70-80% फॉलो करते हैं। मान लो मैंने माना कि भाई मेरी किसी के साथ मीटिंग होने वाली है। वो किसी कंपनी का सेल्स पर्सन है। तो हो सकता है कि मेरी बात किसी को बुरी लग जाए।
ऐसा होता है कि हम देखते हैं कि यार सेल्स पर्सन होना चाहिए। बिल्कुल क्लीन शेप होनी चाहिए। अच्छा लगना चाहिए। मतलब बंदा थोड़ा सा एक समझ रहे हो आप कोट पैंट में बैठा हो। अच्छा ब्लज़र पहन रखा हो तो वो अपने आप में एक पॉजिटिव ओरा क्रिएट करता है। राइट? राइट? इसका वाकई में प्रभाव है। इसका बहुत प्रभाव है सर। ओके। आज सुबह ही मैं किसी एक टीम से कनेक्ट हुआ था। एक कंपनी है राजकोट में। उनसे मैं यही बात कर रहा था Aura की और पर्सनालिटी की। बहुत प्रभाव है सर। सोच के देखो। इस
सेल्समैन को जरा 2 मिनट के लिए होल्ड करो। सोच के देखो सर। मेरा ट्रेनर मेरा कोई ट्रेनर गया किसी राजकोट की कंपनी में। पहले दिन वो लोगों से मिल रहा है। 50 लोग बैठे हैं। उनको वो ट्रेन करने वाला है। इस वक्त वो 50 लोग नेगेटिव हैं इस आदमी को लेकर कि यार ये गंदी शक्ल का आ गया। पूरे दिन पकाएगा। ऐसी तो फीलिंग आती है। ऐसी ही थिंकिंग में सब लोग होते हैं। ह्यूमन साइकोलॉजी है। अब यहां पे वो आदमी वो ट्रेनर ब्लजर और सूट बूट तरीके से वेल फर्निश्ड ना होके वो शॉट्स में
चला जाए तो क्या ही होगा उसका। तो उसको उठा के फेंक देंगे बाहर बिल्डिंग से। यस और नो। तो ओरा क्रिएट करना बड़ा जरूरी है। इसी तरह उसने क्या करा? उस ट्रेनर ने वहां पर क्या करा? ब्लज़र में जाके, प्रॉपर फिटेड सूट बूट में जाके क्या करा? उसने वहां पे अपना एक ओरा क्रिएट करा। और उसने अपनी पहली सेल ऑलरेडी कर दी। हां राइट। कर दी। कर दी। कर दी। राइट। उसने मुंह खोला भी नहीं कि हेलो गाइस। आज हम सीखेंगे। ना ना। उसने सेल कर दी सर। पहली। बड़ा पावरफुल है सर। सर इसमें कम्युनिकेशन
कितना मैटर करती है सेल्स में? बहुत ज्यादा। बहुत ही ज्यादा। इंग्लिश की बात नहीं कर रहे सर। कम्युनिकेशन की बात कर रहे हैं। किसको बोलना है, कब बोलना है, कितना बोलना है और कहां बोलना है। पूरा गेम ही यही है सर। मैं रिपीट करता हूं ऑडियंस के बेनिफिट के लिए। किसको बोलना है, कितना बोलना है, कब बोलना है और कहां बोलना है। गेम चेंजर है सर। ये फाउंडेशन है। ये फाउंडेशन है। हम जब भी ट्रेनिंग करते हैं, सबसे पहले हम माइंडसेट के ऊपर काम करते हैं। फिर कम्युनिकेशन के ऊपर काम करते हैं। कुछ लोग तो
बोलते हैं अरे अंकित सेल्स सिखा। ना ये फाउंडेशन है। सेल सिखाएंगे ही नहीं। पहले फाउंडेशन पे काम करेंगे। कम्युनिकेशन का एक क्विकली अगर आप इजाजत दो एक मिनट लूं। हां बिल्कुल बिल्कुल। बड़ा मजा आएगा और गारंटीड रिजल्ट मिलेगा। क्योंकि 5000 करोड़ जिनका टर्नओवर होता है वो बिजनेस ओनर्स हमारी ट्रेनिंग सेशन में बैठते हैं और वो कहते हैं यार अंकित मजा ही आ गया। इस तरह तो हमने सोचा ही नहीं। क्विकली एक एक्सरसाइज करते हैं। कम्युनिकेशन कितना इंपॉर्टेंट है वो समझाता हूं सर। कम्युनिकेशन में ना जैसे हम लोग आपस में बात कर रहे हैं। तीन फैक्टर्स
होते हैं जो इन्वॉल्व होते हैं हर कम्युनिकेशन में। फेस टू फेस कम्युनिकेशन। पहला है एक है बॉडी लैंग्वेज। हाउ आई एम प्रेजेंटिंग मसेल्फ? हाउ आई एम मूविंग माय हैंड्स। आप मूव कर रहे हैंड्स। मेरी बॉडी पोश्चर सब चीज। दूसरा है वोकल वैरायटी। मैं अपनी आवाज के साथ किस तरह से प्ले अराउंड कर रहा हूं? कम ज्यादा, कम ज्यादा। राइट? और तीसरा है कंटेंट। मैं क्या बोल रहा हूं? सेल्स की बात मैं क्या बोल रहा हूं? दीपक जी ये बताइए तीनों में से सबसे महत्वपूर्ण क्या है? आई थिंक तीनों ही है मेरे हिसाब से। एक सर
एक सिर्फ एक। सबसे महत्वपूर्ण एक सबसे महत्वपूर्ण मैं क्या बोल रहा हूं? कंटेंट। और मैं क्या बोल रहा हूं? मैं दोबारा बताऊं। एक है बॉडी लैंग्वेज। बॉडी लैंग्वेज मैं कैसा दिख रहा हूं? दूसरा है वोकल वैरायटी। आवाज और तीसरा है कंटेंट। क्या मैं बोल रहा हूं? मेरा तो मेरे हिसाब से क्या मैं बोल रहा हूं कंटेंट? बिल्कुल सर मैक्सिमम बिनेस ओनर्स। कांग्रेचुलेशन सर। आप 5000 करोड़ के बिज़नेस ओनर बन चुके हो इस टाइम। ओह माय गॉड। थैंक यू। और ये बिल्कुल गलत आंसर है। ये बिल्कुल गलत आंसर है क्योंकि वो लोग भी यही बोलते हैं।
इसलिए मैं बोल रहा हूं कि आप 5000 करोड़ के बिजनेस ओनर बन चुके हो आप ऑलरेडी। उनका भी यही आंसर होता है। अब मैं साइंस बताता हूं सर। जी डॉक्टर मेहरेबियन की रिसर्च है। डॉक्टर मेहरेबियन कहीं हजार साल पहले रिसर्च हुई थी। आज भी वैलिड है। अंकित नहीं बता रहा रिसर्च है। कंटेंट इज ओनली 7%ेंट। अभी एक्सप्लेन करूंगा सर। मात्र 7% इंपॉर्टेंट है। हम जब स्टेज पे चढ़ते हैं ना हम डरते हैं कि यार कुछ गलत बोल दिया तो मेरा कंटेंट पकड़ा जाएगा तो मैं तो गया काम से पकड़ा ही नहीं जाएगा। मैं बताता हूं
क्यों साइंस है वोकल वैरायटी सेकंड नंबर पे जो होता है वोकल वैरायटी हाउ आई एम प्लेइंग अराउंड विद माय वॉइस हाई पेज न्यूट्रल पेज लो पेज दिस इज 38%ेंट 38 55% इंपॉर्टेंट है मेरा बॉडी लैंग्वेज मेरे हाथ कैसे मूव कर रहे हैं मेरा आई कांटेक्ट मेरी जेंटल स्माइल ये सारा है मेरी बॉडी लैंग्वेज हाउ आई एम सिटींग मेरी बैकबोन स्ट्रेट है कि नहीं बॉडी लैंग्वेज 55% इम्पोर्टेन्ट है सर एक चीज होती है ये साइंस है सर मैं नहीं कह रहा कुछ भी साइंस से डॉक्टर मेहरेबियन की रिसर्च है। अल्बर्ट मेहरी अल्बर्ट नाम है कि नहीं
सर नेम मेहरेबियन है। इसमें एक स्टेटमेंट है दैट योर बॉडी स्पीक्स मोर देन योर लिप्स। आपके लिप्स से तो कंटेंट आ रहा है ना 7% योर बॉडी स्पीक्स मोर देन योर लिप्स। बिलीव मी। तो ये ये एक छोटी सी साइंस सबसे पहले हम इंप्लीमेंट कराते हैं सारे सेल्स पर्सनंस के अंदर और बिज़नेस ओनर्स के अंदर कि सेल्स करने जा रहे हो भूल जाओ क्या बेचने वाले हो। ये देखो आप कर कैसे रहे हो। आप एक्टिंग कैसे कर रहे हो? तो बिहेव कैसे कर रहे हो बॉडी लैंग्वेज सर पहला प्रोडक्ट जो आपने अपनी लाइफ में सेल्स
की जर्नी में जब आपने जॉब स्टार्ट की थी या फिर आप ट्रेनिंग में हो जो आपको याद हो सबसे पहला प्रोडक्ट जो आपने बेचा था क्या था वो सबसे पहला प्रोडक्ट हां बिल्कुल 2011 में जो मेरी पहली जॉब थी सेंट गोबेन ग्लास मैंने बाय चांस स्टार्टिंग में बताया था ग्लास बेचा सर हमने ग्लास ग्लास जो आप आजकल कॉर्पोरेट बिल्डिंग्स देखते हो जो आउटर फसाड होता है टफ एंड टफ एंड ग्लास नॉन टफ एंड ग्लास बहुत तरह के ग्लास आते हैं तो वो ग्लास हमने बेचा है। शीशा बेचा है। सेंट गोबेन का एकमात्र प्लांट है श्री
पेरूबदूर में जहां पर राजीव गांधी का असिनेशन भी हुआ था। चेन्नई बेंगलुरु हाईवे पर है। एकमात्र प्लांट है इंडिया में। तो वहां पर वो बनता है और पूरे इंडिया में बिकता है। फ्रेंच मल्टीीनेशनल कंपनी है और ग्लास मैंने बेचा है। मैं प्रोजेक्ट सेल्स में था। एज अ ट्रेन ही लगा था। दिल्ली में दिल्ली मेरी टेरिटरी थी। नोएडा और दिल्ली। नोएडा, फरीदाबाद, गुड़गांव दिल्ली में इतनी बाइक्स चलाई है। माय गॉड। मतलब एक-एक दिन में मैंने 20020 कि.मी. बाइक चलाई है। तो ये सब काम करा सर ऐसा कोई सेल्स का लेसन जो आप अपनी पर्सनल लाइफ में
फॉलो करते हो बिजनेस लाइफ में नहीं बिनेस लाइफ में नहीं नहीं हां पर्सनल लाइफ में जो कुछ ऐसा सेल्स लेसन जो आप फॉलो करते हो अ बिनेस लाइफ में नहीं ये तो बड़ा मुश्किल हो जाएगा क्योंकि मैं तो सब कुछ जो पर्सनल में करता हूं वो बिज़नेस में भी करता हूं। एक एक प्रिंसिपल बताता हूं आपको बहुत मजा आएगा सुन के। जी जो पर्सनल लाइफ में बहुत इंपॉर्टेंट है। थोड़ा बिज़नेस से बाहर निकले अगर 2 मिनट के लिए ऑडियंस के लिए पर्सनल लाइफ में अगर आप मैरिड हैं आप अपने माता-पिता के सामने, अपने बच्चों के
सामने, अपनी अपनी वाइफ, अपने स्पाउस, अपने हस्बैंड के सामने इस प्रिंसिपल को अपनाओ और आप देखोगे सर ड्रास्टिक चेंज। आपके उनके साथ रिलेशन इंप्रूव होना शुरू हो जाएंगे। डे वन से यह मैं कोरे कागज पे लिख के देता हूं। प्रिंसिपल है, लिसनिंग इज़ टू स्पीकिंग अ रेशियो हैज़ टू बी 80:20। 80 टू 20 सो 80 लिसनिंग 20 स्पीकिंग सर सोच के देखिए आप भगवान में मानते हैं सर बिल्कुल सबसे ज्यादा आप किस भगवान में मानते हैं अगर मैंने हनुमान जी हनुमान जी वाह जी वाह मजा आ गया आप हनुमान जी में मानते हैं मान के
चलिए हनुमान जी ने सृष्टि बनाई है उन्होंने इंसान को दो कानों से नवाजा है और एक मुंह दिया है सर सोचा है कभी क्यों कि ज्यादा ज्यादा सुनना है कि बोलना कम है ज्यादा सुनना है और कम बोलना है। हम भगवान की बात नहीं मान रहे। मेरी वाइफ ने कहा तुमने अंकित ऐसे किया, ऐसे किया। मैं कहता हूं तू रुक मैं बताता हूं तुझको। तूने ऐसे है ना यही तो होता है सर। तूने ऐसे किया, ऐसे किया है। मैं बोलने अरे सुन तो लो। क्या पता वो सच बोल रही हो। क्या पता सच में मेरी
गलती हो। जिस दिन मैंने सुनना शुरू कर दिया। मुझको मेरी गलतियां पता चलनी शुरू हो गई। हमारा रिलेशन ओ हो हो सर नेक्स्ट लेवल हो गया। अब यही चीज अगर मैं सर सेल के पॉइंट ऑफ व्यू से बात करूं। तो सेल्स में लिसनिंग और स्पीकिंग का कितना रेश्यो कंपैरिजन है? एग्जैक्टली सेम सर? सेम है। हम सिखाते यहीं हैं। मैं तो हमेशा बताता हूं मैं कुछ रॉकेट साइंस नहीं सिखाऊंगा। पर जो मैं सिखाऊंगा और इंप्लीमेंट करवा दिया हमने तो रिजल्ट्स फाड़ के निकलेंगे। अच्छा क्या सिखाते हैं सर? मैं बताता हूं सबसे पहले माइंडसेट सिखाते हैं। फिर
कम्युनिकेशन सिखाते हैं। फिर ये रेश्यो सिखाते हैं। फिर सेल सिखाते हैं सर। ये रेशो क्या कहती है? लिस्टिंग इज टू स्पीकिंग 80:20। हम कॉल को ना ऑडिट करते हैं। कभी-कभी वो लोग कॉल पे भी बात करते हैं ना कि वो समझाते हैं कि सर इसमें ऐसा है, ऐसा ऐसा कुछ टेलीकॉलर्स होते हैं। उनकी कॉल को ऑडिट करते हैं। पार्ट ऑफ आवर जॉब है। पार्ट ऑफ आवर डिलीवरीबल होता है। उसमें हम देखते हैं 80% हो क्या रहा है? ऑन एन एवरेज 80% लोग बोलने में बिलीव कर रहे हैं। सर मेरा मोबाइल ये मोबाइल में ऐसे है
सर। ऐसे है, ऐसे है, वैसे और 20% सुन रहा है। मैं कह रहा हूं 80% सुनना है। कैसे होगा? ये सारी साइंस इंटरकनेक्टेड है, सर। मैंने बोला 80% सुनना है। कैसे होगा? 3p अप्रोच से होगा। पहली पी क्या प्रोबिंग मैंने प्रोबिंग करी दीपक जी आप जो मोबाइल इस टाइम जो आपका प्रेजेंट मोबाइल है उसमें क्या प्रॉब्लम है? क्वेश्चन पूछा मैंने कितना टाइम लगा? 2 सेकंड। दो सेकंड। आंसर देने में शायद आपको 2 मिनट लग जाएंगे। हम दो मिनट क्यों? आप वो पेन है आपका। बताओगे आप? अरे यार अंकित मैं क्या बताऊं मैं एयरपोर्ट पे जाता
हूं। इतना मेरा ट्रेवल है और जाके वो स्विच ऑफ उसको मैं ट्रेवल की चार्जिंग करता ढूंढ रहा हूं। मैं परेशान हूं बहुत ज्यादा। आपकी पीड़ा है वो। आप दो मिनट लगाओगे बोल। 80 टू 20 करना है। जिस दिन कर लिया मैं हमेशा बोलता हूं एक चीज कि एक अच्छा सेल्समैन बेहतरीन बोलता है और एक बेहतरीन सेल्समैन टॉप नॉट सेल्समैन बेहतरीन सुनता है। सुनना है। सेल्स का क्या मतलब है? बोलना है ना? केवल सुनना है आपको। आपको पता चल जाएगा। सबसे ऑकवर्ड और फनी सेल्स एक्सपीरियंस आपका कौन सा था? ऑक्वर्ड? हां। और फनी। अच्छा। देखो बिनेस
में तो नहीं हुए बट जब मैंने जॉब्स रिसेंट गोबे ग्लास में मैंने काम किया है सेपिएंट नाइट्रो में मैंने काम किया है एक और छोटी एसएमई में मैंने काम किया है तो वहां पर तो मैं सीख रहा था लर्निंग फज़ में था 2011 12 13 में लर्निंग फज़ में था तो वहां तो बहुत सारी ऑकवर्ड सिचुएशन हुई है ऑकवर्ड क्या इंसल्टिंग सिचुएशन हुई है क्यों क्यों हुई है सर क्योंकि साइंस नहीं पता थी ना कि पहले प्रोब करना है सर मैं अंकित जैन आया हूं सेंट गो क्लास सर मेरा शीशा देख लो कहता भाग भाग
यहां से शीशा देख ले तेरा साइंस अप्लाई नहीं कर रहा हूं ना सर बहुत इंसल्ट टू हुई है इस तरह तो रिजेक्शन बहुत मिले होंगे। रिजेक्शन ही रिजेक्शन पहला एक साल तो इतना डाउन था। मैंने कहा यार अंकित मैं घर आके परेशान इतना कि अंकित शायद तूने सबसे गलत प्रोफेशन चुना है। प्रॉब्लम क्या थी? मैं उसको इंप्लीमेंट नहीं कर रहा था ठीक से। कोई सर एक ऐसी मूवी या कोई बुक्स जो सेल से रिलेटेड हो जो हर एंटरप्रेन्योर को देखनी चाहिए या पढ़नी चाहिए। इससे पहले ना मैं एक बात बोलना चाहता हूं। मेरे दिल में
है मुझे बोलने दो सर प्लीज। हां बिल्कुल कि हम लोग अक्सर बोलते हैं इसी से रिलेटेड हैं। हम लोग अक्सर बोलते हैं कि यार मैं तो एक एंटरप्रेन्योर हूं। मैं सेल्समैन थोड़ी हूं। क्या कोई बोलता है सर मैं तो 9 टू फाइव जॉब में हूं। मैं तो एडिटिंग कर रहा हूं। मैं सेल्समैन थोड़ी हूं। ना सर ना। हर कोई इंसान इस धरती पे सेल्समैन ही है। सोचो ना वो जब एडिटर आया होगा किसी कंपनी में लगने के लिए इंटरव्यू के लिए इंटरव्यू में वो क्या कर रहा है? अपनी स्किल से तो सेल कर रहा है।
एक लड़का एक लड़की को प्रपोज करता है। वो क्या कर रहा है सर? अपनी सर्विस तो सेल कर रहा है कि मैं तेरा बहुत ध्यान रखूंगा। मैं तुझे बहुत प्यार करूं। यस और नो। यस। सेलिंग इज एवरीवेयर। तो एक एंटरप्रेन्योर को सबसे पहले सेलिंग सीखनी पड़ेगी। सेलिंग सीखने के लिए बुक्स और मूवीज से बढ़िया कुछ नहीं हो सकता। मैं थोड़ा सा नेटोरियस टाइप का चाइल्ड रहा हूं। बचपन में भी मैं थोड़ा पढ़ाई से बहुत दूर था। मैं बताऊं आपको कि आई एम अ कॉमर्स ग्रेजुएट। आप भी कॉमर्स ग्रेजुएट हो। हैं। तो मैं सहारनपुर से आता
हूं। बहुत छोटे शहर से आता हूं दीपक जी। उस वक्त जब 12वीं पास करी तो एक ही कान में वर्ड गूंज रहा था। दैट वास सीए सीए चार्टर्ड अकाउंटेंट जब मैंने Google करा पता करा मेरे ताऊ जी के लड़के मेरे फूफा जी के लड़के बहुत सारे लोग मेरे कजन सीए हैं उनसे पता करा मैंने कहा भाई मैंने एडमिशन ही नहीं ली मैं इसी तरह का था सच बताऊं फ्रैंकली बताऊं मैंने एडमिशन ही नहीं लिया मैंने कहा भाई मेरे से नहीं होगी मैंने करा बीकॉम थोड़ा सा यस फिर करा एमबीए वो अलग बात है मैंने 5
साल अपने जीवन के वेस्ट करे टोटल वेस्ट करे मेरा मानना ये था कि उस टाइम में अगर कुछ जॉब कर लेता कुछ एक्सपीरियंस गेन कर लेता तो कुछ और ही कर रहा होता वापस आते मूवीज और बुक्स। आपने बुक्स का नाम लिया ना इसलिए मुझे वो किस्सा याद आ गया। बुक की बात कर रहे हैं। मेरे पर्सनल फेवरेट ब्राइन ट्रेसी आ द साइकोलॉजी ऑफ़ सेलिंग। ये हर एंटरप्रेन्योर को पढ़नी चाहिए। एक 12th स्टैंडर्ड में बच्चा भी है ना उसको भी पढ़नी चाहिए। अगर ऑफ़ साइकोलॉजी ऑफ़ सेलिंग। साइकोलॉजी ऑफ़ सेलिंग। साइकोलॉजी तो है सर। कोई मूवी?
मूवी बिल्कुल। मूवी अपना सरदार जी वाली रॉकेट सिंह। रॉकेट सिंह। द सेल्समैन ऑफ़ द ईयर रॉकेट सिंह। पहले वो इतना परेशान था उसमें तो मैं खुद को देखता हूं सर। पहले वो इतना परेशान था उसके बाद सेल्स कर रहा था कंपनी में किसी बहुत परेशान था ब्रोक था गाली दे रहे हैं बॉस गाली दे रहा है क्लाइंट गाली दे रहा है सड़क पे निकल रहा है तो रिक्शा वाला गाली दे रहा है इतना परेशान था फिर उसने अपनी कंपनी फॉर्म करी उसने सेल्स करी और जबरदस्त काम करा रॉकेट सिंह देखनी चाहिए तो सर कोई ऐसी
आज के लिए हमारी ऑडियंस के लिए कोई ऐसी सेल्स लेसन जो आप आज के सेशन से देना चाहो कोई ऐसा एक सेल्स लेसन हां सर मेरे लेसन मत ही लो फिर लोग गालियां देते सर मैं जो चाहता हूं मेरा ये मानना है आई कैन बी टोटली रोंग हाथ जोड़ के बोल रहा हूं ये बात को मेरा ये मानना है सर 12th स्टैंडर्ड आपने पास करी किसी बच्चे ने पास करी या या या तो वो अच्छे कॉलेज में एडमिशन ले ले या फिर ना अगर नहीं हुआ ना वो रिग्रेट ना करे वो सीधा कुछ ना कुछ
काम पकड़ ले जॉब शुरू कर दे लोग बोलते हैं नहीं अंकित दिस इज़ दिस इज़ बुल शिट यार 12वीं में मेरा बच्चा है वो अभी क्या नाजुक सा कली कली है वो वो क्या काम करेगा यार अभी उसको काम पढ़ाई करने दो बीकॉम बीकॉम एमबीए एमबीए करने दो बीटेक बीटेक क्रैप है सर क्रैप है टाइम वेस्ट है मेरे हिसाब से या तो बढ़िया कॉलेज में अगर एडमिशन हो रहा है अगर वो वर्थ इट है लड़का लड़की उसको भेजो ना जरूर भेजो जान लगा दो उसको पढ़ाने में या फिर उसका एक्सपीरियंस गेन कराओ मैं हमेशा बोलता
हूं बीकॉम करा 3 साल एमबीए करा 2 साल मैंने टाइम वेस्ट करा है 5 साल ये 5 साल अगर मैं कुछ काम कर लेता ओए होए सर क्या होता है 100 की जगह 1000 करोड़ की कंपनी होती बता रहा हूं कि एक जीरो एक्स्ट्रा लग जाता सिंपल सी बात नहीं बढ़िया है सर ये आपने अच्छा लेसन दिया है ऑडियंस के लिए अगर कोई मतलब अगर कोई मारे यंग यंग लड़का जो 12 भी कर रहा है या फिर ग्रेजुएशन कर रहा है तो उसको ये प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस करना चाहिए कि कम जॉब कैसे करनी है कमाना कैसे
है कमाना कैसे क्योंकि उससे फिर बाद में पैसे की भी तो अहमियत समझ आएगी ना गाली कैसे खानी हैेंट है सर राइट यू आर राइट तो सर अगर आपके से लोग कनेक्ट करना चाहते हैं आपसे जो है सेल्स की ट्रेन लेना चाहते हैं स्किल सीखना चाहते हैं तो वो कैसे ले सकते हैं कैसे ले सकते हैं हमारी कम्युनिटी है सर हमारी फ्री कम्युनिटी है बिनेस ग्रोथ कम्युनिटी उसमें मैं पर्सनली वो जो मेरा इनर सर्कल है, फ्री कम्युनिटी है, फ्री WhatsApp कम्युनिटी है। उस पे लोग ज्वाइन कर सकते हैं। बल्कि अब तो मैं एक प्रीमियम कोर्स
लेकर आ रहे हैं सर हम लोग सेल्स के ऊपर और बल्कि आपकी ऑडियंस के लिए एक काम करते हैं। कुछ कुछ बढ़िया करते हैं सर। आपकी ऑडियंस के लिए उसको कोई चार्जेस होंगे ही नहीं। पर आप मतलब जो भी अगर इस कोर्स को ले रहे हैं ना जो भी एनरोल करोगे फ्री में सर के प्रोग्राम के थ्रू सर की वीडियो के थ्रू आप उस कोर्स के अंदर एनरोल कर रहे हो। वादा आपको ये करना पड़ेगा कि पूरी शिद्दत के साथ और पूरी डडीिकेशन के साथ उसको अटेंड करना। अदरवाइज मत लेना यार। है ना? आप वेस्ट
कर दोगे। राइट? तो मैं सर वो पूरा का पूरा कोर्स का लिंक हम इसके अंदर डालेंगे। WhatsApp कम्युनिटी का लिंक डालेंगे। आप आइए और उस कोर्स को लीजिए। ये तो ये तो झलक ये ट्रेलर था। अगर कुछ हल्का सा मजा आया होगा ना सेल्स में। ये सिर्फ ट्रेलर था। पूरी साइंस एक्सप्लेन करी है पूरा का पूरा कोर्स आपके लिए। नहीं सर बहुत बढ़िया रहा। थैंक यू वेरी मच अंकित भाई। और बहुत कुछ चीजें जो मेरे को खुद पर्सनली अपनी लाइफ में भी सेल्स के रिलेटेड कुछ ना कुछ और डालनी पड़ेगी। क्या बात है। ऑब्वियसली। सो
थैंक यू वेरी मच भाई टाइम देने के लिए। बहुत-बहुत धन्यवाद। और दोस्तों अगर आज के पडकास्ट से आपकी लाइफ में कुछ भी वैल्यू एडिशन हुआ है। सो प्लीज डू शेयर द वीडियो एंड सब्सक्राइब द चैनल।