व्हाट्स द नेम ऑफ बेबी रा ये लो आपको भी स्लीप चाहिए नींद आ रही है इस वीडियो में शर्ट पहन कर आना लाइक इफ यू अग्री अनफॉर्चूनेटली यह ख्वाहिश आपकी पूरी नहीं हो पाएगी विश्व गुरु बनना ही क्या हमारा ऑब्जेक्टिव होना चाहिए यहां पर मेरी राय में नहीं कई बारी जिन लोगों को मेरे वीडियोस पसंद नहीं आते वो इस तरीके की चीजें लिखते हैं कि ये ध्रुव राठी तो सिर्फ ब्रेन वश करता है इसे तो मैं लेट करना आता है सिर्फ विद ग्रेट पावर कम्स ग्रेट रिस्पांसिबिलिटी और 25 मिलियन का मतलब है यह चैनल ना
सिर्फ इंडिया में बल्कि दुनिया में वन ऑफ द बिगेस्ट एजुकेशनल चैनल्स है क्योंकि मैं चाहता हूं ये जो एजुकेशनल वीडियोस हैं इन्हें स्कूल्स और यूनिवर्सिटीज में इस्तेमाल किया जाए मैं तो कभी नहीं कहूंगा कि अपनी स्टडीज से ड्रॉप आउट करो इन्फ्लुएंस बनने के लिए और जो लोग स्कूल से ड्रॉप आउट करके कोई और करियर लेते हैं इनफ्लुएंसर बन जाते हैं उनमें फर्क भी दिखता है फिर वर डू यू सी योरसेल्फ ऑन द ग्राफ ऑफ लेफ्ट विंग एंड राइट विंग क्या मैं लेफ्ट विंग हूं या ट विंग हूं डू यू बिलीव इन गॉड इफ यस देन
इज इट फॉर्मलेस र नॉट डू यू बिलीव इन रिलीजन क्या मैं किसी भगवान में मानता हूं आपको क्या लगता है दोस्त कैसे हो दोस्तों स्वागत है स्पेशल वीडियो में एक बहुत ही लंबे समय बाद मैं आपके सवालों का जवाब देने के लिए इस कैजुअल रॉ स्टाइल में वीडियो बना रहा हूं और सबसे पहले तो आप सब लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद हमने 25 मिलियन सब्सक्राइबर का माइलस्टोन रीच कर लिया ये सही मायनों में एक बहुत ही बड़ा नंबर होता है सोचकर देखो स्पेशली एक एजुकेशनल चैनल के लिए कॉमेडी और एंटरटेनमेंट के जनर में इस लेवल तक
पहुंचना कंपेरटिवली ज्यादा आसान है लेकिन एक एजुकेशनल चैनल का इस लेवल तक पहुंचना सही में इसके बहुत ज्यादा मायने हैं और इसलिए दिल से आप सब लोगों का इस सपोर्ट के लिए बहुत-बहुत थैंक यू अब मेरा हमेशा से मानना रहा है दोस्तों इस कोर्ट में विद ग्रेट पावर कम्स ग्रेट रि रिस्पांसिबिलिटी और 25 मिलियन का मतलब है ये चैनल ना सिर्फ इंडिया में बल्कि दुनिया में वन ऑफ द बिगेस्ट एजुकेशनल चैनल्स है इसका मतलब रिस्पांसिबिलिटी भी उतनी ही ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि मैं अपने जनरा में अपनी नीश में फ्रंट रनर्स में से हूं तो
जो भी मैं यहां पर करूंगा अपने चैनल के साथ बहुत सारे लोग उसे फॉलो करेंगे और एक स्टैंडर्ड टाइप का बन जाएगा इंडस्ट्री में सोच कर देखो हर इंडस्ट्री में ऐसा ही होता है अगर बॉलीवुड की इंडस्ट्री में जो टॉप एक्टर है अगर वो पान मसाला बेचने लगेगा तो सभी एक्टर्स को लगेगा कि ये स्टैंडर्ड है पैसे कमाने का यही तरीका है इसलिए हम भी उसे फॉलो करते हैं अगर पॉलिटिक्स में टॉप पॉलिटिशियन एमएलएस को खरीदने बेचने में यकीन रखेगा हॉर्स ट्रेडिंग करेगा तो बाकी पॉलिटिशियन को लगेगा स्टैंडर्ड है टॉप वाला बंदा ये कर रहा
है तो हम भी ये करते हैं एक्सेप्टेड है ये करना तो अपने जनरा में मैं इसे इसी तरीके से देखता हूं कि जो भी मैं करूंगा वो एक तरीके से स्टैंडर्ड बन जाएगा इसलिए हाईएस्ट स्टैंडर्ड्स रखना बहुत जरूरी है मेरी राय में अब प्रमोशंस को लेकर तो आप जानते ही हैं मैं कभी भी टोबैको सिगरेट गैलिंग एप बेटिंग एप्स अल्कोहल ये सार सारी चीजें प्रमोट नहीं करता हूं इसकी बात डिटेल में मैंने पुराने वीडियो में करी थी लेकिन मैं और चीजों में अब आपको नया स्टैंडर्ड दिखाना चाहूंगा फॉर एग्जांपल जो वीडियोस आप देखते हैं इनकी
फैक्चर एक्यूरेसी क्या है कितने ऑब्जेक्टिव तरीके से वीडियोस बनाए जा रहे हैं इसको लेकर हमने कुछ महीने पहले एक नया स्टैंडर्ड अडॉप्ट किया कि जो भी स्टेटमेंट मैं वीडियो में बोल रहा हूं उसको फैक्ट चेक किया जा रहा है उदाहरण के तौर पर ये स्क्रीन पर देखिए यह जो फाइल है यह हमारा फैक्ट रिव्यू है अंबानी वाले वीडियो हो का ये एक 48 पेजेस का डॉक्यूमेंट है जो हमारी टीम ने बनाया है पिछले कुछ महीनों से हम हर वीडियो के लिए इसी तरीके का डॉक्यूमेंट बना रहे हैं जो फैक्ट चेकिंग का काम करता है इस
पूरे डॉक्यूमेंट में आप लेफ्ट साइड पर देखेंगे मेरे द्वारा कही गई हर एक स्टेटमेंट लिखी हुई है जो एक फैक्ट है ओपिनियन नहीं है और उस स्टेटमेंट का एगजैक्टली क्या सोर्स है और उस सोर्स का लिंक क्या है वो लिखा गया है फॉर एग्जांपल आप किसी भी पॉइंट को उठाकर देख लीजिए जैसे कि मैं बोलता हूं यह 16 नंबर पेज पे ये एक ओपन वॉर थी जो मीडिया में लड़ी जा रही थी और इसमें अनिल के पास अपर हैंड था ये मैं अपने मन से बनाक नहीं बोल रहा हूं इसके पीछे एक सोर्स है इसका
सोर्स लिखा गया है रेडिफ दिसंबर 8 2004 इसका लिंक यहां दिया गया है सोर्स को यहां पर वेरीफाई किया जाता है और वेरीफाई करने के बाद इसकी रिलायबिलिटी बताई जाती है हाई है लो है या मॉडरेट है यहां पर मॉडरेट का हमने टैग दिया है हमारे अपने इंटरनल सिस्टम्स है तो ये मैं आपको दिखा रहा हूं ताकि आप हमारा नया स्टैंडर्ड देख सको और और भरोसे से आप वीडियोस पर ट्रस्ट कर सको स्क्रॉल करके आप देखोगे तो तो एक-एक स्टेटमेंट जो मैंने वीडियो में कही है एक-एक फैक्ट डेटा पॉइंट सबका लिंक यहां पर मौजूद है
तो ये अभी के लिए तो इंटरनली हम पिछले तीन-चार महीने से कर रहे थे अब मैं आपसे पूछना चाहूंगा कि क्या आप इस डॉक्यूमेंट को पब्लिकली एज अ रिसोर्स यूज करना चाहोगे अगर ज्यादातर लोग हां कहते हैं तो अब हम इसका एक पब्लिक वर्जन भी बनाना शुरू करेंगे और हर वीडियो के लिए आपको इस सोर्स डॉक्यूमेंट का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा ताकि आपको किसी भी पॉइंट को लेकर डबल चेक करना हो और रिसर्च करनी हो अपनी खुद आप वह आसानी से कर सको तो एक तो यह चीज है इससे हुआ क्या है गलती
होने की गुंजाइश काफी कम हो गई है लेकिन इसके अलावा भी अब जो नेक्स्ट चीज हमने करी है वो है यह वेब पेज dvat.gov.in पेज पर आपको हमेशा मिल जाएगी तो उम्मीद है इससे स्टूडेंट्स और टीचर्स को स्पेशली बहुत हेल्प मिलेगी क्योंकि मैं चाहता हूं यह जो एजुकेशनल वीडियोस हैं इन्हें स्कूल्स और यूनिवर्सिटीज में इस्तेमाल किया जाए और टीचर्स और प्रोफेसर्स ट्रस्ट कर सके इस कंटेंट पर तीसरा ध्रुव राठी अकेडमी को लेकर स्टैंडर्ड है तीन कोर्सेस अभी तक रिलीज हुए हैं अकेडमी पर टाइम मैनेजमेंट कोर्स youtube2 कोर्स और चैट जीपीटी कोर्स आप सबने बहुत सारा
फीडबैक दिया था इन कोर्सेस को लेकर और कई लोग पूछ रहे थे कि नेक्स्ट कोर्स कब आएगा तो नेक्स्ट कोर्स डिले किया है क्योंकि पिछले कुछ महीने में मैंने फोकस किया एसिस्टिंग कोर्सेस को और बेहतर बनाने पर चैट जीपीटी कोर्स जो है फॉर एग्जांपल इनिशियली साढ़े घंटे का था जब वो रिलीज हुआ था अब ये ढ़ घंटे का कोर्स बन गया है इतने सारे नए लेसंस इसमें ऐड किए गए हैं जैसे जैसे चैट जीपीटी या एआई में कोई भी अपडेट आए हैं टाइम मैनेजमेंट कोर्स फॉर एग्जांपल इनिशियली सिर्फ इंग्लिश में था आप में से बहुत
सारे लोगों ने डिमांड करी अब ये हिंदी में पूरा कोर्स दोबारा से बनाया गया है ताकि सारे कोर्सेस हिंदी लैंग्वेज में हो इंग्लिश सबटाइटल्स के साथ जो भी लोगों की ख्वाहिशें थी आपका फीडबैक था उन सबको इनकॉरपोरेट करने की कोशिश करिए ताकि जो कोर्सेस आप देखो वो भी हाईएस्ट क्वालिटी और हाईएस्ट लेवल के आपको मिल सके शायद यही कारण है कि लोगों का जो फीडबैक रहा है अब कोर्सेस को लेकर वो ओवर वेल्मिनिक फीडबैक लेने का एक तरीका और मैं नया कोर्स तब तक नहीं बनाना चाह रहा था जब तक एजिस्टिफाई लेवल की कस्टमर सेटिस्फेक्शन
अचीव ना कर लू और क्योंकि दिवाली का समय चल रहा है दोस्तों एक अच्छी खबर बताना चाहूंगा आप सबके लिए एक दिवाली का तोहफा देना चाहूंगा ध्रुव राट अकैडमी पर फ्लैट 56 पर ऑफ चल रहा है अभी तक का हाईएस्ट डिस्काउंट तीनों कोर्सेस कोई भी कोर्स खरीदो आप टाइम मैनेजमेंट यूटर कोर्स या चैट जीपीटी वाला कोर्स आपको सभी कोर्सेस पर 56 पर ऑफ मिलेगा अगर आप कूपन कोड दिवाली 56 इस्तेमाल करोगे तो लेकिन यह डिस्काउंट सिर्फ ड नवंबर तक ही रहेगा तो जल्दी से जाकर देख सकते हो इसका लिंक डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा या फिर
आप इस क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हो चलिए अब क्यू एनए की शुरुआत करते हैं मेरे साइड में यूली है जो सवाल पूछेगी और मैं इन सवालों के जवाब दूंगा इस वीडियो में शर्ट पहन कर आना लाइक इफ यू अग्री अनफॉर्चूनेटली [संगीत] ख्वाहिश आपकी पूरी नहीं हो पाएगी क्योंकि मेरे पास जितनी भी शर्ट्स थी मैंने सब किसी ना को उठा कर दे दिए क्योंकि एक शर्ट पहनने में देखो एक बटन दो बटन तीन बटन बटन ही बंद करते रह जाते हो इतना टाइम वेस्ट होता है मुझसे नहीं सा जाता इस टीशर्ट को एक बारी
पहनो उतारो दो सेकंड में काम खत्म हो जाता है इसलिए मुझे शर्ट पहनने नहीं पसंद नेक्स्ट क्वेन हाउ टू स्टे फोकस न स्ट वि ल डिस्ट्रक्शन एंड सोटी फुल ऑ इफल से स्टडी आर नॉट इपोर्ट एंड आ स्टडी वर्थ लीविंग प्लीज टेक माय क्वेन ऐसा कौन कह रहा है मेरी राय में तो बहुत ही स्टुपिड स्टेटमेंट है अगर कोई ऐसा कह रहा है तो क्योंकि मैं तो कभी नहीं कहूंगा कि अपनी स्टडीज से ड्रॉप आउट करो इनफ्लुएंसर बनने के लिए इवन जो ट्यूबर कोर्स है उसमें आई थिंक सेकंड लेसन में ही मैं कहता हूं कि
सेकंड लेसन इसी चीज पर है कि क्या आपको अपनी जॉब छोड़ देनी चाहिए इनफ्लुएंसर बनने के लिए और मैं क्लियर कहता हूं कि अपनी जॉब मत छोड़ना इसे पार्ट टाइम करना और स्टडीज तो किसी भी हालत में मत छोड़ना ये बनने के लिए क्योंकि पढ़ाई जो होती है ना वो फाउंडेशन बिल्ड करती है नॉलेज और एजुकेशन का आपकी पूरी जिंदगी के लिए बहुत से लोगों को लगता ता है कि अच्छा मैथ्स में यह क्या पढ़ाया जा रहा है मैट्रिस के बारे में पढ़ाया जा रहा है डेरिवेटिव्स इंटीग्रेशन इस सब का तो हम जिंदगी में कहीं
नहीं इस्तेमाल करेंगे यह बात सच है कि शायद कभी ना इस्तेमाल करो इन चीजों का आप जिंदगी में लेकिन जब आप इन चीजों को सीख रहे हो इन्हें सीखते हुए जो साइड में स्किल्स लर्न कर रहे हो उन्हें सीखते हुए वो स्किल्स जिंदगी भर आपके काम आएंगे क्रिटिकल थिंकिंग की स्किल्स प्रॉब्लम सॉल्विंग की स्किल्स मेमोराइजेशन की स्किल्स अलग-अलग चैलेंज को कैसे हैंडल करना है जब आप स्कूल में करते हो आप लाइफ के लिए चीजें सीखते हो और जो लोग स्कूल से ड्रॉप आउट करके कोई और करियर लेते हैं इनफ्लुएंसर बन जाते हैं उनमें फर्क भी
दिखता है फिर जिनकी एजुकेशन पूरी नहीं हुई है उनमें फर्क दिखता है क्योंकि हो सकता है वोह सक्सेसफुल बन जाए इस फील्ड में लेकिन ज्यादा आगे तक नहीं जा पाएंगे क्योंकि चैलेंज हर एक फील्ड में आते हैं प्रॉब्लम्स हर जगह आती है और उन प्रॉब्लम्स को कैसे ओवरकम करना है यह आप सीखते हो स्कूल और कॉलेज में इसलिए जरूरी है एजुकेशन फर्स्ट व्हिच इज योर फेवरेट क्रिकेटर एंड आईपीएल टीम सेकंड डू यू लव क्रिकेट थर्ड हाउ यू बिकम ड्रो रा तो एक समय पर मैं बहुत बड़ा क्रिकेट फैन हुआ करता था आई थिंक 2008 से
लेकर 20141 तक मैंने क्रिकेट को बहुत फॉलो किया है और बहुत पैशनेटली डाय हार्ड क्रिकेट फैन था मैं एक्चुअली क्रिकेट में मेरा इंटरेस्ट 2007 के बाद ही डेवलप हुआ था जब 2007 में इंडिया ने टी-20 वर्ल्ड कप जीता था तो इसलिए मेरे फेवरेट क्रिकेटर एम एस धोनी है और फेवरेट आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स है शायद आप में से बहुत से लोगों की तरह और उस वक्त के जो क्रिकेट के प्लेयर्स हुआ करते करते थे वो तो सही में नेक्स्ट लेवल होते थे शायद आपको याद हो अगर आप उस वक्त फॉलो करते थे माइकल हेडन
का जो मोंगूज वाला क्रिकेट बैट होता था या मलिंगा का ये वाला बॉलिंग एक्शन और पोलार्ड जैसे प्लेयर्स होते थे तो उस एरा के जब ये प्लेयर्स रिटायर हुए तो मैंने भी ओवर टाइम क्रिकेट में इंटरेस्ट लूज कर दिया आई थिंक 20151 के बाद से मैंने देखना बहुत कम कर दिया अभी भी थोड़ा बहुत देखता हूं लेकिन उस लेवल का इंटरेस्ट नहीं है जैसे वर्ल्ड कप होता है तो जरूर देखता हूं माय क्वेश्चन इज हाउ टू बिकम ड्र राठी इस इस क्वेश्चन को 3000 लोगों ने लाइक किया है मैंने देखा मतलब यह जो माइंडसेट है
मुझे लगता है मेरी राय में य गलत है आपको मेरे जैसा क्यों बनना है आपको अपने जैसा बनना चाहिए मुझे देखो अगर मैं बचपन में कहता कि मुझे इस जैसा बनना है या मुझे उस सेलेब्रिटी जैसा बनना है तो क्या मैं कभी ध्रुव राठी बन पाता नहीं बन पाता पता नहीं लोगों को हर एक फेमस आदमी को देखकर या औरत को देखकर यही लगता है कि मुझे उस जैसा बनना है किसी के किसी को इतना आइडलाइज मत करो कि उस जैसा बनना है मुझे क्योंकि मेरी जर्नी और फॉर दैट मैटर किसी की भी जर्नी उनके
एक्सपीरियंस से उनकी ख्वाहिशों से उनकी खुद की मोटिवेशन से शेप होती है और हर किसी केय एक्सपीरियंस यूनिक होते हैं आपको क्यों किसी और के रास्ते पर चलना है जब शायद आपके रास्ते पर और भी ज्यादा पोटेंशियल छिपी हो आप अपने आप को किसी और जैसा बनाने की कोशिश मत करो आप अपनी स्ट्रेंथ अपनी इंडिविजुअलिटी और अपनी एस्पिरेशंस को एंब्रेस करो ताकि आप वो बन सको जिसकी आप में पोटेंशियल है वयर इज योर हाउस व्हेर ड यू लिव नाउ हाउ मच मनी हैव यू अर्न फ्रॉम [संगीत] पर्सनल लाइफ स्टोरी पर यह वाला वीडियो अगर आपने
नहीं देखा हो इसका लिंक डिस्क्रिप्शन में डाल दूंगा जितना इस वीडियो में मैंने बताया है उससे ज्यादा मैं अपनी प्राइवेट लाइफ के बारे में नहीं बताना चाहूंगा स्पेशली अपने फैमिली मेंबर्स के बारे में व्हाट्स द नेम ऑफ बेबी राठी यह भी एक और ऐसी चीज है जो मुझे लगता है मैं प्राइवेसी की वजह से नहीं बताना चाहूंगा लेकिन आप बेबी राठी को जिस नाम से बुलाना चाहो बुला सकते हो जूनियर राठी जूनियर बेबी बेबी आपकी मर्जी है ये और बेटा बेटा बेटा बड़ा अच्छा नाम है आप बेटा करके बुला सकते हो मैं भी बेटा करके
बुला लूंगा कैमरा के सामने वर ड यू सी योरसेल्फ ऑन द ग्राफ ऑफ लेफ्ट विंग एंड राइट विंग ये जो चीजें है ना लेफ्ट विंग राइट विंग ये सारे लेबल्स हैं लेबल्स के पीछे भागना छोड़ दो असलियत में लेफ्ट विंग और राइट विंग का जो मतलब था वो फ्रेंच रेवोल्यूशन वाले वीडियो में मैंने बताया था कि ओरिजनली इन टर्म्स का क्या मतलब था लेकिन आज के दिन लोग इन शब्दों का मीनिंग भूल चुके हैं और इतना ज्यादा मिसयूज कर चुके हैं कि इन लेबल्स के कोई मायने नहीं बचे आज के दिन इंडिया में पूछोगे लेफ्ट
विंग राइट विंग का क्या मतलब है ज्यादातर लोगों के दिमाग में ये परसेप्शन बना हुआ है मोदी को आप सपोर्ट करते हो आप राइट विंग हो मोदी को अपोज करते हो तो आप लेफ्ट विंग हो लेकिन यह मतलब नहीं होता लेफ्ट विंग राइट विंग का मैं सिंपल सी चीज कहूंगा अपने आप को लेफ्ट विंग राइट विंग के लेबल से एसोसिएट करना बंद कर दो ये यूजलेस चीज है इंस्टेड पॉलिसीज पर फोकस करो जब भी आप किसी के साथ डिस्कशन करते हो पॉलिटिक्स को लेकर तो यह मत डिस्कस करो कि मैं राइट विंग हूं मैं लेफ्ट
विंग हूं तुझे ये विंग होना चाहिए वो विंग होना चाहिए ये डि डिस्कस करो कि कैसी पॉलिसीज होनी चाहिए क्या आप मानते हो कि पान मसाला पर बैन लगा देना चाहिए सरकार को क्या आप मानते हो सरकार को ज्यादा पैसे खर्च करने चाहिए अच्छे स्कूल बनाने में अच्छे अस्पताल बनाने में क्या आप मानते हो कि हमारे पर्यावरण को बचाए रखना एक बहुत जरूरी चीज है हमारी बायोडायवर्सिटी को कंजर्व करना एक बहुत इंपोर्टेंट चीज है देश के लिए क्या आप मानते हो कंपनीज को एक्सप्लोइट नहीं करना चाहिए अपने वर्कर्स को एक 40 आवर वर्क वीक होना
चाहिए क्या आप मानते हो अमीर और गरीब के बीच में जो फर्क है वो कम होना चाहिए और एक गरीब इंसान को भी इक्वल अपॉर्चुनिटी मिलनी चाहिए लाइ में ऊपर उठने की ये ऐसे सवाल है दोस्तों जिनका मुझे लगता है आप में से ज्यादातर लोग हां में जवाब दोगे और डिस्कशन इन्हीं चीजों पर होनी चाहिए क्योंकि अगर इन लेबल्स के पीछे भागने लग गए तो पॉलिटिशियन बस उसे डिवाइड करने के लिए इस्तेमाल करेंगे लेकिन अगर आप बातों को कन्वर्सेशन को पॉलिसीज पर रखोगे तो एक्चुअली में हम देश में डेवलपमेंट देख पाएंगे हाउ इज ब्रेन वाशिंग
डन थ्रू सोशल मीडिया तो ये बड़ा इंटरेस्टिंग सवाल पूछा है कई बारी जिन लोगों को मेरे वीडियोस पसंद नहीं आते वो इस तरीके की चीजें लिखते हैं कि ये ध्रुव राठी तो सिर्फ ब्रेन वॉश करता है इसे तो मैनिपुलेट करना आता है सिर्फ ये एक मैनिपुलेटर है इस तरीके की चीजें लिखते हैं लेकिन मेरी राय में जब कोई ऐसा लिख रहा है तो ये बात समझ लो कि उनके पास मेरे आर्गुमेंट का कोई काउंटर नहीं है तभी वो ऐसी चीजें लिख रहे हैं जब लोग गालियां देने लग जाते हैं और ऐसी चीजें लिखने लग जाते
हैं उनके पास मेरे फैक्ट्स का कोई जवाब नहीं होता और वो ये चीजें कहते हैं अपनी ईगो को सेटिस्फाई करने के लिए वो इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि उनकी राय गलत थी इस टॉपिक पर लेकिन अगर यह क्वेश्चन जेनुइनली पूछा है कि ब्रेन वाशिंग कैसे करी जाती है सोशल मीडिया पर तो इसका असलियत में जवाब है दोस्तों ऐसी खबरें दिखाकर जिन्हें सिलेक्टिवली चेरी पिक किया गया हो और जिनका परपस हो नफरत फैलाना समाज में ये जो ओपी इंडिया एएआई और ये जो गोदी मीडिया प्लेटफॉर्म्स होते हैं ये क्या करते हैं ये
सिलेक्टिवली आपको खबरें दिखाते हैं मान लो देश में 80 मर्डर केसेस हो रहे हैं यह क्या करेंगे दो-तीन ऐसे चुन लेंगे जहां पर क्राइम करने वाला एक मुसलमान हो जिसके ऊपर जो विक्टिम हो वह हिंदू हो और बार-बार ऐसी खबरें आपको दिखाते रहेंगे दिखा आते रहेंगे जिससे आपके मन में यह पर्सपेक्टिव बने कि हिंदू खतरे में है यह है ब्रेन वॉश करने का असली तरीका और इसी प्रोसेस में बीच-बीच में फर्जी खबरें भी डाल देंगे कि जबरदस्ती एक मुसलमान पर दोष डाल दिए जबकि असलियत में ऐसा था नहीं इसलिए इन लोगों को फैक्ट चेकर से
इतनी प्रॉब्लम होती है क्योंकि इनके सारे झूठ पकड़े जाते हैं ये एजेंडा सामने आ जाता है ना कि इनका मकसद है हिंदुओं को खतरे में दिखाना इसी चीज की डिटेल में बात मैंने इस वाले वीडियो में करी थी ये एक पूरी सेंट्रलाइज्ड एजेंसी है जो इस काम पर लगी हुई है आपके सोशल मीडिया पर यह जो खबरें आपको दिखाई जाती हैं बड़े सिलेक्टिवली ये एक एजेंडा पुश करते हैं कई सारी टैक्टिक्स होती है इनकी एक और स्ट्रेटेजी क्या होती है कि लोगों को इमोशनली एनरेज करो लोगों के अंदर गुस्सा दिलाओ ऐसी खबरें उन्हें दिखाओ जिससे
कि एक्सट्रीम एंगर लोगों के अंदर जागे इसके लिए क्या करते हैं ये लोग अगर कोई क्राइम होता है तो उसको बहुत डिटेल में डिस्क्राइब करने लग जाएंगे कि इस क्राइम में या इस केस में ऐसे ऐसे एगजैक्टली हुआ था यह किया गया उस लड़की के साथ यह किया गया उस औरत के साथ मतलब किसी को भी देखकर सुनकर वो या पढ़कर घिन आने लग जाएगी ये डिस्गस्टिंग का इमोशन ये जितने सारे नेगेटिव इमोशंस होते हैं उनके साथ यह खेल खेला जाता है और आपके अंदर यह डर बिठाया जाता है तो ब्रेन वाशिंग की अगर आप
डेफिनेशन देखोगे या फिर एक बारी चैट जीपीटी से पूछकर देखो ब्रेन वाशिंग इवॉल्व कर्सिव मेथड्स टू मैनिपुलेट समवनस बिलीव्स और एक्शंस ऑफें थ्रू रिपीटिटिवली टू इवेलुएट इंफॉर्मेशन फ्रीली दिस प्रोसेस बायपासेस क्रिटिकल थिंकिंग तो ये लोग नहीं चाहेंगे कि आप कभी भी क्रिटिकली सोचो इसलिए यह फैक्ट चेकर्स के इतना पीछे पड़ते हैं यूनिवर्सिटीज कॉलेजेस के इतना पीछे पड़ते हैं जो भी एजुकेशन का सिस्टम है उसे पूरी तरीके से सप्रे करके रखो क्योंकि हम नहीं चाहते लोग क्रिटिकली सोच सक खुद के लिए सोच सके इसलिए जो भी सवाल करें इनसे उन्हें देशद्रोही घोषित कर दो पाकिस्तानी घोषित
कर दो यही लेबल्स का इस्तेमाल किया जाता है ताकि लोगों को उनके सवाल सुनने का भी मौका ना दिया जाए यह अपने आप में एक बहुत बड़ा टॉपिक और बहुत इंटरेस्टिंग टॉपिक है एक्चुअली में इस पर एक अलग से वीडियो हो सकता है अगर आपको लगता है आप चाहते हो एक वीडियो हो तो कमेंट्स में लिखकर बता सकते हो अगला सवाल है ध्रुव राठी मोस्ट लव्ड मूवी और इसका जवाब मैं पहले दे चुका हूं थ्री इडियट्स लेकिन आप में से किसी ने कमेंट में ऑलरेडी लिख दिया है थ्री इडियट्स और उसके बाद पीके भी लिखा
है क्योंकि यही दो मेरी टॉप फेवरेट मूवीज है इसलिए किसी ने पूछा एक्सेप्ट पीके एंड थ्री इडियट्स बताओ भाई तो एक्सेप्ट पीके और थ्री इडियट्स मुझे स्पेस की मूवीज बहुत पसंद है साइंस फिक्शन और मिस्ट्री मूवीज बहुत पसंद है तो मैं कहूंगा आई थिंक इंटरस्टेलर वन ऑफ माय फेवरेट्स है और द मार्सियन मूवी बहुत अच्छी लगी मुझे माय क्वेश्चन इज व्हाई ड यू प्रेफर लिविंग इन अनदर कंट्री इंस्टेड ऑफ इंडिया जस्ट अ जेनुइन क्वेश्चन होप यू वुड आंसर ये वाला जो सवाल है आई थिंक क्यू एनए का जब मैंने कम्युनिटी पोस्ट डाला था उस परे
टॉप कमेंट यही था 25000 से ज्यादा लाइक्स है तो देखो दोस्तों बात कुछ ऐसी है कि जब मैं जर्मनी गया था मैं 17 साल का था पढ़ाई करने के लिए गया था और करीब दो साल बाद मेरी मुलाकात हुई से और फिर वहीं रहते-रहते जब मैं पढ़ाई कर रहा था मैंने youtube0 बाद ओवर टाइम मैंने अपने आप से सवाल किया कि क्या वापस इंडिया शिफ्ट हो जाना चाहिए या नहीं होना चाहिए लेकिन कई सारे पर्सनल और प्रोफेशनल रीजंस फिर सामने आए जैसे कि एक कारण यह था कि मुझे लगा अब मैं यहां पर काफी एडजस्ट
हो चुका हूं अच्छे से और अपना काम भी अच्छे से कर पा रहा हूं क्योंकि ये काम ऐसा है ऑनलाइन कहीं से भी हो सकता है दुनिया में रहते हुए दूसरा कारण यह था कि अगर मैं इंडिया शिफ्ट होता हूं तो यूली भी मेरे साथ शिफ्ट होएगी और ये थोड़ा मुश्किल हो सकता है यूली के लिए इंडिया में एडजस्ट कर पाना क्योंकि वह अपनी पूरी लाइफ यहीं पर ग्रो अप करी है यूरोप में यही यहीं का क्लाइमेट यहीं की एनवायरमेंट उसके लिए ज्यादा कंफर्टेबल है और इंडिया जैसी कंट्री में शिफ्ट होना उसके लिए एक बहुत
बड़ा कल्चर शॉक होगा तो यही सारे पर्सनल प्रोफेशनल और कुछ प्राइवेसी रिलेटेड कारण हैं सारे कारण मैं आपको वीडियो पर बता नहीं सकता लेकिन इंडिया में मैं ना सही इंडिया तो मेरे दिल में है और इंडिया में आता जाता भी रहता हूं शायद फ्यूचर में इस सवाल पर दोबारा मैं विचार करूंगा कि इंडिया में दोबारा सेटल हुआ जाए या नहीं अभी के लिए कुछ कहना बड़ा मुश्किल है यह वही वैसा ही सवाल हो गया लोग पूछते हैं क्या मैं पॉलिटिक्स में आना चाहता हूं कई बारी मुझे लगता है आना चाहिए जरूरत है कई बारी मुझे
लगता है नहीं इतना बड़ा सैक्रिफाइस करने की क्या जरूरत तो अभी कहना बहुत मुश्किल है फ्यूचर में हालात बदलेंगे फ्यूचर में मेरी मोटिवेशन शायद बदल जाए और यह ऐसी चीजें हैं जिन्हें कुछ शोर शॉर्ट कहा नहीं जा सकता फ्यूचर के लिए अच्छा वैसे इससे ही एक रिलेटेड सवाल कई लोग पूछते हैं कि भाई अगर तू इंडिया में रहता नहीं है तो इंडिया के बारे में वीडियोस क्यों बनाता है ये एक बड़ा ही स्टुपिड सवाल लगता है मुझे मतलब बताओ ये लोग जो ऐसी चीजें करते हैं अक्सर मुझे पसंद नहीं करते मेरे वीडियोस को पसंद नहीं
करते लेकिन यह सबसे पहली अपनी राई देते हैं अगर इजराइल पलेन में कुछ होता है तो रशिया यूक्रेन वॉर होती है अपनी राय लेकर पहुंच जाते हैं वहां पर अमेरिका में रहते-रहते भी मोदी मोदी के नारे लगाते हैं ये बेसिकली इन्हें प्रॉब्लम इस बात से नहीं है कि मैं इंडिया के बाहर रहकर इंडिया की बात क्यों कर रहा हूं इ प्रॉब्लम इस बात से है कि मैं इंडिया के बाहर रहकर इनके फेवर की बात क्यों नहीं कर रहा हूं ओवरऑल अगर आप इस पर मेरी राय पूछोगे तो आज हम एक ग्लोबलाइज्ड दुनिया में रहते हैं
एक दुनिया के कोने में कहीं पर कुछ होता है उसका असर अक्सर दूसरे देशों पर भी पड़ता है अगर अजन रेन फॉरेस्ट वहां पर जलाया जाता है और ब्राजील की सरकार वहां कुछ नहीं करती उसका नुकसान पूरी दुनिया को सहना पड़ता है हम एक ही प्लेनेट पर रहते हैं इसलिए मेरा मानना है कि दुनिया में कहीं कुछ भी हो रहा हो हर किसी को हक है आवाज उठाने का अपनी राय रखने का या या या जूली को कुछ इंपोर्टेंट काम आ गया तो थोड़ी देर के लिए मैं सवाल पढ़ता हूं और मैं ही बच्चे को
संभालता हूं देखो एक पेरेंट की लाइफ में य सारी चीजें होती रहती है हमारे पास कोई और है नहीं मदद के लिए कोई हेल्पर हमने हायर नहीं कर रखा पेरेंट्स आ जाते हैं कई बारी लेकिन अभी और कोई है नहीं तो इसलिए खारा अच्छा अगला सवाल है व्ट आर योर डेली रूटीन फॉर मेंटे निंग हेल्दी लाइफ स्टाइल यह बड़ा अच्छा सवाल है देखो हेल्थ के चार पर्सपेक्टिव होते हैं चार पिलर्स कह सकते हो एक हो गया फूड दूसरा हो गया एक्सरसाइज तीसरा हो गया स्लीप और चौथा मेंटल हेल्थ तो स्लीप तो आप जानते ही हो
कितनी जरूरी है मैंने बहुत वीडियोस में इसकी बात करी है क्या हो गया स्लीप चाहिए आपको भी आपको भी स्लीप चाहिए नींद आ रही है हां नहीं थोड़ा रेस्ट करो अभी वीडियो शूट हो रहा है ठीक है तो नींद जो है हर किसी को सात से नौ घंटे लेनी चाहिए ऑन एवरेज अनलेस एंड अंट्टी इंसान हो और ये जो फेकू लोग होते हैं जो कहते हैं मैं सिर्फ चार से पांच घंटे सोता हूं दिन में इनकी बातों पर मत यकीन किया करो दूसरा है खाना अब खाना अपने आप में बड़ी है अलग-अलग वीडियोस मैंने इस
पर बनाए हैं कोल्ड ड्रिंक्स पर कभी ब्रेड पर लेकिन एक सिंपल सा रूल मैं आपको बताना चाहूंगा क्या चीजें नहीं खानी आपको क्या नहीं खाना डीप फ्राइड खाना नहीं खाना ऑयली खाना नहीं खाना एक्सेस शुगर और एक्सेस एक्सेस सॉल्ट वाला खाना नहीं खाना और क्या खाना है वैराइटी खानी है ज्यादा से ज्यादा डाइवर्सिटी फ्रूट्स और वेजिटेबल्स में ज्यादा से ज्यादा डाइवर्सिटी ग्रेंस में ज्यादातर लोग क्या करते हैं उनकी डाइट में ग्रेंस के तौर पर सिर्फ चावल और गेहूं ही होता है जो वो खाते हैं लेकिन आपको ज्यादा से ज्यादा वैरायटी डालने की कोशिश करनी चाहिए
मिलेट्स खाने की कोशिश करनी चाहिए अ मिलेट जैसे कि रागी जवार बाजरा इसके अलावा किनुआ बक वट जितने ज्यादा ग्रेंस होंगे आपकी डाइट में एक दिन एक ग्रेन खाओ दूसरे दिन दूसरा ग्रेन खाओ उतना ही ज्यादा हेल्दी रहेगा अब तीसरा आ गया एक्सरसाइज एक्सरसाइज के तीन मेन पार्ट्स होते हैं एक है स्ट्रेंथ ट्रेनिंग दूसरा कार्डियो और तीसरा स्ट्रेचिंग स्ट्रेचिंग जैसे कि योगा हो गया योगा एक अच्छी एक्सरसाइज है मसल्स को स्ट्रेच करने के लिए दूसरा स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का मतलब है एक्चुअल वेट लिफ्ट जो तीनों एस्पेक्ट है एक्सरसाइज के लोग कई बार एक करते हैं दो
करते हैं लेकिन मेरी राय में तीनों बहुत जरूरी है मसल्स को स्ट्रेच करना जरूरी है वेट लिफ्टिंग जरूरी है ताकि मसल्स का साइज बढ़ सके और कार्डियो जरूरी है हार्ट के लिए ताकि कार्डियो का मतलब है हार्ट बीट ज्यादा करना स्विमिंग रनिंग ऐसी एक्सरसाइज इसकी बात भी मैंने डिटेल में आई थिंक वेट लॉस वाले वीडियो में करी है हां आपको भी करनी है आपको भी करनी है एक्सरसाइज हैं कौन सी आपके लिए यह वाली सही है ठीक है यह [संगीत] लो अन भक्तों की तरफ से एक सवाल है कि भारत कब विश्व गुरु बनेगा देखो
यह सवाल ही गलत है अपने आप में विश्व गुरु बनना ही क्या हमारा ऑब्जेक्टिव होना चाहिए यहां पर मेरी राय में नहीं कौन सा देश विश्व गुरु है आज के दिन यूएस से ज्यादातर लोगों की राय में अमेरिका सबसे बड़ी सुपर पावर है दुनिया की लेकिन क्या एक आम इंसान अमेरिका में खुश है एक आम इंसान अमेरिका में उनकी जिंदगी कैसी बीत है स्कूल शूटिंग होती हैं हथियारों की इतनी बड़ी प्रॉब्लम है ओबेसिटी की इतनी बड़ी प्रॉब्लम है कॉरपोरेटाइजेशन इतना हो रखा है अमेरिका में कि लोगों की डाइट इतनी अनहेल्दी है और अमेरिका को फिर
कंपेयर करो ऐसे देशों से जो विश्व गुरु नहीं है लेकिन जहां पर लोग सबसे ज्यादा खुश हैं स्वीडन फिनलैंड डेनमार्क नॉर्वे ये जो देश है यहां पर सबसे ज्यादा साफ हवा है सबसे ज्यादा साफ पानी है और लोग सबसे ज्यादा खुश रहते हैं तो मेरी राय में हमारा फोकस यहां पर होना चाहिए एक आम इंसान की जिंदगी सुधारने में कैसे एक देश अपने सिटीजन की लाइफ को लाइफ क्वालिटी को सबसे टॉप पर ले जा सकता है हमारा फोकस यहां विश्व गुरु बनने पर नहीं होना चाहिए एक देश सुपर पावर बन जाए ना बने इससे कोई
फर्क नहीं पड़ना एक आम इंसान की जिंदगी में हाउस टूर स्टूडियो टूर वच कार यू हैव देखो हाउस टूर हाउस टूर मैंने एक ब्लॉग में कराया था आपको भी करना है क्या हाउस टूर हां क्या करना है आपको भी थोड़ी देर में मम्मी आ रही है उसके फिर दूध मिल जाएगा ठीक है मम्मी थोड़ी देर में आ रही है थोड़ी देर वेट करो थोड़ा सबर करो ठीक है थोड़ा सबर करो पा मिनट सब पाच मिनट सबर करो ठीक है एक और सवाल कर लेते हैं हाउस टूर मैंने इस वाले ब्लॉग में कराया है और स्टूडियो
टूर यूटर कोर्स वाले में मैंने बहुत डिटेल में कराया एकएक इक्विपमेंट का पीस समझाया है मैंने मैं कौन सी इक्विपमेंट का इस्तेमाल करता हूं कौन से सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता हूं सब कुछ समझाया है और जहां तक गाड़ियों की बात है मैं कार्स के पूरी तरीके से खिलाफ हूं इनफैक्ट गाड़ियों पर हां क्या हुआ हां दूध चाहिए दूध चाहिए हां अनफॉर्चूनेटली दोस्तों हमारे बेटे की वजह से यहां पर थोड़ा इंटरप्शन करना पड़ेगा दूध लेने की डिस्परेयूनिया तो फाइनली दूध मिल गया है बेटे को अब हम कंटिन्यू करते हैं कहां पर था मैं व्हिच कार ड
यू हैव तो इसकी बात मैंने काफी बारी करी है मेरे पास कोई गाड़ी नहीं है मैं कोई गाड़ी ऑन नहीं करता इनफैक्ट मैं गाड़ियों के सख्त खिलाफ हूं इस पर एक पूरा वीडियो भी बनाया है गाड़ियों से पोल्यूशन फैलता है गाड़ियों से एक शहर में वॉकेबल स्पेसेस खत्म हो जाती हैं जिससे कि हम चलकर कहीं नहीं जा पाते चीजें दूर हो जाती हैं हमारे एक्सरसाइज पर भी उससे इंपैक्ट पड़ता है बहुत सारे नुकसान है गाड़ियां इस्तेमाल करने के तो प्राइवेट कार्स के मैं सख्त खिलाफ हूं लेकिन मैं यह भी मानता हूं कि मेरी यह चॉइस
एक प्रिविलेज की पोजीशन से आती है क्योंकि हर कोई अफोर्ड नहीं कर सकता हर कोई ऐसे देश ऐसे शहर में नहीं रहता जहां पर गाड़ियों के बिना काम हो सके यह तभी पॉसिबल है जब एक शहर का एक देश का पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम बहुत अच्छा हो और वॉकेबल स्पेसेस बनाई जाए वॉकेबल सिटीज बनाई जाए प्रियंका वर्मा पूछती हैं कैन यू एक्चुअली हैव फन वाइल ट्रेवलिंग विद साइड बाय साइड शूटिंग ब्लॉग्स डोंट यू गेट फ्रस्ट्रेटेड विद टेकिंग योर कैमरा एवरी वेयर तो कैमरा ले जाना अपने आप में कोई मुश्किल चीज नहीं है क्योंकि मैं सारे ब्लॉग्स
फोन से ही शूट करता हूं लेकिन यह पॉइंट जरूर है कि जब मैं ट्रेवल कर रहा होता हूं कितना खुद से एंजॉय करूं और कितना ब्लॉग शूट करूं यह सही में एक कॉम्प्रोमाइज है इससे इफेक्ट तो पड़ता है और यही कारण है कि आपने देखा होगा पहले जो ब्लॉग्स होते थे ट्रेवल ब्लॉग्स वो काफी फ्रीक्वेंसी के साथ आते थे हर हफ्ते एक नया ब्लॉग आता था लेकिन अब मैंने क्वांटिटी को बहुत कम कर दिया है और इसके पीछे बड़ा कारण यही है कि मैं एक्चुअली में ट्रेवल को एंजॉय भी कर पाऊं शूट करने के साथ-साथ
लेकिन इसका एक साइड इफेक्ट यह हुआ हुआ है कि क्वालिटी भी बहुत ऊपर चली गई है तो ये एक अच्छा डिसीजन रहा लुकिंग बैक कि ब्लॉग चैनल पर अब जब ब्लॉग आता है दो-तीन हफ्ते में एक बारही आता है लेकिन उस ब्लॉग की जो क्वालिटी होती है वो कहीं ज्यादा बेहतर होती है क्योंकि अब तीन-चार दिन जो हो रहे हैं ट्रैवलिंग के उन्हें 10 से 15 मिनट के ब्लॉग में कंप्रेस किया जा रहा है तो सिर्फ जो सबसे इंटरेस्टिंग सबसे अच्छी और सबसे एजुकेशनल चीजें हैं वही दिखाई जा रही है ब्लॉग में क्योंकि एक और
नुकसान क्या है डेली ब्लॉगिंग का जब आप अपनी रोजमर्रा की जिंदगी फिल्म करते हो हर किसी की जिंदगी में चाहे आप कितने ही इंटरेस्टिंग इंसान क्यों नाना हो हर किसी की जिंदगी में हर दिन कुछ इतना इंटरेस्टिंग नहीं होता कि उस पर एक वीडियो बनाया जा सके इसलिए डेली ब्लॉगर्स अक्सर मजबूर हो जाते हैं कोई फालतू का ड्रामा करने पर अटेंशन के लिए व्यूज के लिए जो कि थैंकफूली मुझे नहीं करना पड़ता मैं सिर्फ अपने कंटेंट पर रिलाई कर सकता हूं अगर क्वांटिटी कम हो और क्वालिटी ज्यादा हो तो सर अपनी बुक्स रिकमेंडेशन दो इसी
से ही रिलेटेड काफी सवाल पूछे गए हैं एक यह भी है व्हाट्स द बुक यू हाईली रिकमेंड टू योर ऑडियंस एंड व्हाट्स द बेस्ट बुक यू हैव रेड सो फार तो एक्चुअली जो बुक्स मैं अभी पढ़ रहा हूं मैं आपको बुक शेल्फ से लाकर दिखाता हूं तो बात क्या है मैं जब भी किताबें पढ़ता हूं मैं दो-तीन किताबें एक साथ पढ़ता हूं क्योंकि कई बारी एक किताब को पढ़ते पढ़ते थोड़ा बोरिंग हो जाता है तो थोड़ा इंटरेस्ट बनाए रखने के लिए मैं हर एक जनरा की अलग-अलग किताब पढ़ते रहता हूं साथ-साथ तो एक ये किताब
है गुड नेचर द न्यू साइंस ऑफ हाउ नेचर इंप्रूव्स आवर हेल्थ इस किताब में ढेर सारे साइंटिफिक एविडेंसेस के साथ यह दिखाया गया है कि किन अलग-अलग तरीकों से नेचर में रहना पेड़-पौधों में रहना फॉरेस्ट के पास रहना हमारी हेल्थ को इंपैक्ट करता है और एगजैक्टली कैसे कैसे करता है हमारी हेल्थ हमारी हैप्पीनेस सब कुछ इंप्रूव होती है नेचर में रहने से एक यह किताब है साइंस से रिलेटेड जो मैं पढ़ रहा हूं इंपॉसिबल पॉसिबल एंड इंप्रोबेबल ऐसी साइंस जो स्ट्रेंजर देन फिक्शन है बहुत ही इंटरेस्टिंग लगी और पॉलिटिक्स की फील्ड में अभी मैं यह
किताब पढ़ रहा हूं चोक पॉइंट कैपिट ज्म इसमें बताया गया है कि कैसे बड़ी-बड़ी कंपनीज जो हैं कंटेंट की फील्ड में टेक की फील्ड में उन्होंने कैसे अपनी मोनोपोली जमा ली अलग-अलग इंडस्ट्रीज में म्यूजिक इंडस्ट्री हो गई फिल्म इंडस्ट्री हो गई और उन मोनोपलीज का कैसे इन इन इंडस्ट्रीज में क्रिएटिविटी पर इंपैक्ट पड़ रहा है जो लोग इन इंडस्ट्रीज में काम करते हैं उन पर तो एक बुरा असर पड़ ही रहा है लेकिन उसके साथ-साथ कैसे पूरी इंडस्ट्री में क्रिएटिविटी डाउन जा रही है और लोगों के लिए ओवरऑल एक बहुत बुरा असर पड़ रहा है
यह वाला सवाल बहुत ही ज्यादा लाइक्ड है 2000 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है डू यू बिलीव इन गॉड इफ यस देन इज इट फॉर्मलेस र नॉट डू यू बिलीव इन एनी रिलीजन इसका जवाब भी बड़ा सीधा है नहीं मेरी राय में जितना भी कुछ मैंने सीखा है दुनिया के बारे में हमारी प्लेनेट की हिस्ट्री के बारे में एवोल्यूशन के बारे में यह सारी चीजों को समझकर मैंने जो अंडरस्टैंडिंग डेवलप करी है मेरी राय में कोई भगवान कोई अल्लाह कोई गॉड एजिस्ट नहीं करता लेकिन एट द सेम टाइम मैं मानता हूं कि ये सवाल
काफी डिबेटेबल है इस पर बहुत लंबी चर्चा करी जा सकती है है और जो लोग दूसरा ओपिनियन है जिन लोगों का उनके ओपिनियन की मैं रिस्पेक्ट करता हूं अगर आप में से किसी को लगता है कि गॉड एजिस्ट करते हैं तो मैं उस बात का रिस्पेक्ट करता हूं क्योंकि यह कोई ऐसा सवाल नहीं है जो बड़ी आसानी से आंसर किया जा सके साथ ही साथ मैं यह भी कहना चाहूंगा कि मैं दुनिया के सभी धर्मों का आदर भी करता हूं और उनकी इंपॉर्टेंस भी समझता हूं आप पूछोगे यह कैसे हो सकता है अगर मैं भगवान
में नहीं मानता तो रिलीजन की रिस्पेक्ट क्यों करता हूं मैं इसलिए करता हूं क्योंकि दुनिया भर में बिलियंस ऑफ लोग रिलीजन को एक गाइडिंग लाइट की तरह देख देखते हैं रिलीजन की मदद से करोड़ों लोगों को उम्मीद मिलती है अपनी लाइफ में एक पर्पस मिलता है अपनी जिंदगी में कठिनाइयों से लड़ने का एक जरिया मिलता है और एक कल्चरल पर्सपेक्टिव से अगर देखा जाए तो रिलीजस लोगों को साथ में जोड़कर रखने का काम करते हैं ढेर सारे कस्टम्स और ट्रेडिशनल जन से निकल कर आते हैं जिनकी अपनी एक अहम जगह है हमारी इस दुनिया में
यही कारण है कि मैं अपने आप को एक हिंदू थिस्ट्रेडमैन आदी में देखा होगा डू यू थिंक माइथोलॉजी इज हिस्ट्री नहीं माइथोलॉजी हिस्ट्री क्यों होगई अगर माइथोलॉजी हिस्ट्री होती तो उसे माइथोलॉजी नहीं उसे हिस्ट्री बुलाते इसकी बात मैंने रामायण वाले वीडियो में डिटेल में करी है यह हो सकता है कि रामायण की जो कहानी है वो एक्चुअली में हुई हो काफी टाइम पहले लेकिन रियलिस्टिक तरीके से लेकिन ओवर टाइम हो सकता है कि जैसे-जैसे वह कहानी पास ऑन करी गई उसमें मोडिफिकेशंस आते गए लोगों ने अपनी एजरेट ऐड करी और वो कहानी अब यह बन
गई जो आज हम रामायण जानते हैं ड यू बिलीव दैट एवरीथिंग इन रिलीजस टेक्स्ट इज मेटाफोरिक अब क्या मेटाफोरिकल है क्या नहीं है इस पर मेरी क्या राय है इससे फर्क नहीं पड़ता फर्क उससे पड़ता है कि जो इंसान उन रिलीजस टेक्स्ट को पढ़ रहा है उसके पर्सपेक्टिव से वो चीजें मेटाफोरिकल है या लिटरल है कुछ लोग सेम टेक्स्ट को पढ़कर लिटरली लेते हैं कुछ लोग उसे मेटाफोरिकली लेते हैं मेरा बस ये मानना है कि अगर कोई ऐसी चीज लिखी है किसी रिलीजियस टेक्स्ट में जो रैशनल के खिलाफ जाती हो लॉजिक के खिलाफ जाती हो
या आज के दिन की हमारी मोरल वैल्यूज के खिलाफ जाती हो तो उसे या तो हमें इग्नोर कर देना चाहिए या फिर हमें उसे एक मेटाफोरिकल सेंस में लेना चाहिए यह एक बहुत बड़ा फर्क है जो लोगों को समझना जरूरी है क्योंकि यही फर्क होता है एक समझदार रिलीजियस इंसान में और एक ऐसे बेवकूफ रिलीजस इंसान में जो अंधविश्वासी बन जाता है तो उम्मीद करता हूं दोस्तों छोटा सा क्वेश्चन आंसर सेशन आपको इंटरेस्टिंग लगा होगा दिवाली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं ध्रुव राठी अकेडमी पर किसी भी कोर्स में अगर आप इंटरेस्टेड हो यही मौका है खरीदने का
कूपन कोड इस्तेमाल कीजिए दिवाली 56 फ्लैट 56 पर ऑफ पाने के लिए और मेरी लाइफ के बारे में अगर आप और जानने में इंटरेस्टेड है यह वाला वीडियो देख सकते हैं यहां क्लिक करके बहुत-बहुत धन्यवाद मिलते हैं अगले वीडियो में