[संगीत] हेलो गाइज एंड वेलकम बैक टू एसआरपी स्टोरीज जहां पे मैं आपके भेजे हुए क्रीपी या फिर हॉरर इंसिडेंट सुनाता हूं तो अगर आपको भी कभी अपनी स्टोरीज मुझे सबमिट करनी है तो मैंने नीचे डिस्क्रिप्शन में एक जीमल आईडी दी है जहां पे आप यह फॉर्मेट यूज करके अपनी स्टोरीज मुझे भेज सकते हैं आज की जो हमारी स्टोरी है वो हमें आती है बैंगलोर से एंड इट इज बाय अ गर्ल नेम रूप ये रूप की बहुत ही ज्यादा पुरानी स्टोरी है शी इज मैरिड एट दिस पॉइंट आई थिंक सो इफ आई एम रिमेंबरिंग करेक्टली बट
या रूप का जो राइट अप था वो थोड़ा सा इट वाज नॉट प्रॉपर इसीलिए मैंने खुद रिराइज करा है बट दिस स्टोरी इज एक्चुअली वेरी क्रीपी गाइज आई एम नॉट गोना ला क्योंकि इट इज अदर देन जैसे भूत भूत वाला हॉरर होता है ना उससे थोड़ा सा अलग है ये एंड ये स्टोरी रि करती है उसके ग्रैंड पेरेंट्स के [संगीत] अराउंड मैं मेरे पेरेंट्स और मेरा छोटा भाई हम लोग बेंगलोर के कोर मंगला सिटी में रहते हैं अभी मेरे स्कूल की छुट्टी ही पड़ी थी पर कोर मंगला की कोजी वाइफ को पीछे छोड़ के मैं
हिमाचल प्रदेश जा रही थी थी अपने दादा-दादी के पास न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए मम्मी पापा काम में बिजी थे और मेरे भाई का हॉलिडे होमवर्क बहुत ज्यादा था तो इसलिए घर में बड़ा होने के नाते मुझे अकेले ही जाना पड़ा एंड टू बी ऑनेस्ट बिकॉज आई वाज इन 12थ स्टैंडर्ड मुझे कुछ ऐसा करना था सोलो ट्रेवलिंग टाइप का इसलिए फ्रैंकली स्पीकिंग मुझे थोड़ा अजीब तो लग रहा था लेकिन आई वाज रेडी फॉर इट मैं लास्ट टाइम अपने ग्रैंडपेरेंट्स से तब मिली थी जब मैं बच्ची थी लेकिन अब मैं 19 की हो गई थी
और मेरे मन में एक्साइटमेंट और थोड़ी नर्वसनेस भी थी द शिफ्ट फ्रॉम कोर मंगला टू हिमाचल वाज ह्यूज क्योंकि इतना ज्यादा ठंडा मैंने शायद ही कभी बैंगलोर में विटनेस करा था बट स्टिल इट वाज रिफ्रेशिंग जैसे ही गांव की नैरो और मटी गलियों में मेरी बस एंटर हुई मुझे एक कोल्ड ब्रीज फील हुई जो मेरे स्पाइन तक जा रही थी रात का टाइम था और हर जगह बस अंधेरा ही अंधेरा था स्ट्रीट लाइट्स भी बेरली चल रही थी और मेरे हार्ट बीट्स फास्ट हो रही थी तभी बस ने एक हल्की सी ब्रेक मारी और कंडक्टर
ने बोला यह रहा हमरा स्प हिमाचल गांव मेरे सामने एक पुराना लकड़ी से बना हुआ घर था जो हवा के साथ हिलता सा लग रहा था मुझे उस घर के अंदर घने शैडोज थी जो मुझे वेलकम कर रही थी मैं अपने दादा दादी के घर में पहुंची और मैं थोड़ी हेजिन थी लेकिन दादा दादी का ख्याल आते ही मैंने दरवाजे पर नॉक किया कुछ सेकंड बाद मेरे दादा ने दरवाजा खोला उनकी आंखों में कुछ अजीब सी ही शई थी जो मुझे पहले कभी नहीं लगी थी किसी भी आदमी के थ्रू दादी मेरे पीछे ही खड़ी
थी बिल्कुल खामोश और उनके चेहरे पर एक अजीब सा ब्लैंक एक्सप्रेशन था लेकिन मेरे दादा जीी मेरे दादाजी मुझे देखकर बहुत ज्यादा खुश थे दे हग मी एंड आई हग हिम बैक दिस वाज आफ्टर ईयर्स लेट मी रिमाइंड यू तो मैं भी अपने दादा दादी से मिलकर बहुत ही ज्यादा खुश थी लेकिन जैसे ही मैंने दादाजी का हक खत्म करा और पीछे मुड़ी तो मैंने देखा कि दादाजी के चेहरे पर एक हल्की सी क्रीपी सी मुस्कुराहट थी जैसे कि हक करते समय वो मुझसे कुछ छुपा रहे थे मेरी दादी मेरे पीछे ही खड़ी थी तो
उन्होंने मेरी पीठ पर हाथ लगाते हुए मुझे इशारा करा कि चलो घर के अंदर चलो लेकिन जैसे ही मैं उनके घर के अंदर आई मुझे एक स्ट्रेंज सी स्मेल फील हुई जैसे कुछ पुरानी सब्जियां या चीजें वहां सड़ रही हो या फिर किसी चीज में फंगस लगा हो वैसी वाली स्मेल एंड टू बी ऑनेस्ट पूरे घर में एक चिलिंग सी फीलिंग आ रही थी और वॉल पे पुरानी फैमिली फोटोस लगे हुए देखकर इट वास ऑलमोस्ट लाइक अ हॉरर मूवी उनमें से कुछ में दादा और दादी यंग दिख रहे थे लेकिन उनके एक्सप्रेशंस उन फोटो में
काफी अनसैटलिंग थे एंड मे बी दिस इज माय इमेजिनेशन पर उनके एक्सप्रेशन फोटोस में भी सेम वैसे ही थे जैसे अभी वो मेरे साम सामने एक्सप्रेस कर रहे थे दादा दादी सब ठीक है ना मैंने हल्का सा स्माइल देते हुए उनसे पूछा सब बिल्कुल ठीक है बेटा तुम्हारे आने का ही इंतजार कर रहे थे हम दोनों दादाजी ने रिप्लाई दिया लेकिन उनकी आवाज में कुछ ज्यादा ही ठहराव और एक अजीब सी इंटेंसिटी थी इसके बाद हम लोगों ने थोड़ी और बात करी और मैं फिर अपने कमरे में चली गई रात काफी ज्यादा हो चुकी थी
लेकिन मेरी आंखों में नींद नहीं थी मुझे उन पुरानी दीवारों से कुछ घूरता हुआ सा फील हो रहा था जैसे कोई दीवार के पीछे छुपकर मुझे देख रहा हो अंदर ही अंदर एक एंजाइटी सी हो रही थी मुझे लेकिन मैंने अपने आप को समझाने की कोशिश की कि इतना ओवरथिंक मत कर शायद थकान की वजह से तुझे वियर्ड फील हो रहा है और हां वैसे भी यह नई जगह है तो ऐसा फील होना जायज है इवन दो मैंने अपने आप को यह चीज कही लेकिन स्टिल आई डिड नॉट बिलीव माइसेल्फ आल्सो रात के करीब 1
बज रहे थे मुझे कुछ आवाज सुनाई देने लगी घर के कॉरिडोर से कुछ मरमरिंग और कुछ फेंट सी विस्प आ रही थी जैसे कोई किसी से क्वाइट बात कर रहा हो मैं क्यूरियोसिटी की वजह से कमरे से निकल के देखने चले गई इस चीज को लेकिन कॉरिडोर में दादाजी खड़े थे और वो एक अजीब सी आवाज में बोल रहे थे जैसे वो किसी को डरा रहे हो या किसी से आर्गुमेंट कर रहे हो लेकिन वहां पे और कोई नहीं था दादा जी सब ठीक है ना मैंने धीरे से उनसे पूछा वो एकदम से बातें करते
हुए रुक गए और मुड़कर वो मुझे घूमने लगे थे अब वो भी बिना कुछ बोले उनके चेहरे पर एक अनजी सा एक्सप्रेशन था सेम फोटोज जैसा एंड अगेन आई कुड फील दिस थिंग कि वो मुझसे कुछ छुपा रहे हैं कुछ सेकंड्स के बाद उन्होंने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा हां बेटा तुम अपने कमरे में जाओ यहां कुछ भी नहीं है जाओ सो जा आई स्माइल्ड बैक एट हिम पर सच बोलूं तो मुझे इतना अनजी फील हो रहा था कि मैं चुपचाप वापस अपने कमरे में चली गई और वापस अपने कमरे में लौटते ही मैंने अपने कमरे
के दरवाजे की कुंडी लगा दी जैसे कि वो मुझे बचा सकता था लेकिन अंदर से मुझे लग रहा था कि यह कुछ नॉर्मल नहीं था जो कुछ भी मैंने देखा जो कुछ भी मैंने सुना वो नॉर्मल नहीं था मैंने डिसाइड करा कि मैं अगले दिन इसके बारे में और ज्यादा सोचूंगी या फिर ध्यान दूंगी और कुछ गड़बड़ होगी तो मैं इन लोगों को पकड़ लूंगी सुबह जब मैं ब्रेकफास्ट के लिए नीचे गई तो दादी किचन में खड़ी थी लेकिन उनकी आइज बिल्कुल ब्लैंक थी और वह एक अजीब सा सॉन्ग मरमर कर रही थी शायद से
कोई पुरानी हिमाचली गाना था यह या फोक सॉन्ग था क्योंकि मैंने पहले कभी तो अपनी मम्मी के मुंह से भी सुना था लेकिन उनका फेस मेरी दादी जी का फेस बिल्कुल ही एक्सप्रेशनलेस था जैसे वो किसी और दुनिया में खो गई हो दादी आप क्या कर रहे हो मैंने थोड़ा सा स्माइलिंग वे में उनसे ये चीज पूछी ताकि टेंशन कम हो जाए कमरे में लेकिन वो एकदम से रुक गई और मुझे ऐसा देखने लगी जैसे मैंने उन्हें पहचाना ही नहीं हो फिर उन्होंने स्लोली स्माइल किया लेकिन उनकी स्माइल में एक अजीब सी छवि थी वो
प्यार नहीं था या वो और कुछ भी नहीं था वो ऐसा था जैसे कि एक रोबॉट प्रिटेंड कर रहा हो कि एक ह्यूमन स्माइल कैसे करता है कुछ नहीं बेटा हम तुम्हारा वेट कर रहे थे एंड दैट्ची मरमरिंग की आवाज थी व और किसी की नहीं बल्कि मेरी दादी जी की ही थी इनफैक्ट वन आई थिंक अबाउट इट मेरे दादाजी अपना मुंह तो मूव कर रहे थे दैट मींस ही वास प्रिटेंडिंग टू टॉक लेकिन उनकी आवाज मुझे कल रात सुनाई ही नहीं दी थी एंड नाउ आई न्यू दिस थिंग कि मेरे दादा द के साथ
कुछ तो अजीब सा हो रहा है बट इंस्टेड ऑफ रनिंग अवे फ्रॉम देम आई डोंट नो व्हाई मुझे वहीं रह के इस मिस्ट्री को सॉल्व करना था ब्रेकफास्ट के बाद दादाजी गार्डन में थे और उन्होंने मुझे बुलाया आओ बेटा आज हम गार्डनिंग करते हैं उनके हाथ में एक पुरानी सी रस्ती सा खुरपा पकड़ा हुआ था पर उनका चेहरा फिर से बदला हुआ था जैसे मैं किसी और इंसान से मिल रही हूं मैं कॉशस की गार्डन की तरफ बढ़ गई थी जैसे ही मैं उनके पास पहुंची मेरे दादाजी ने मुझे देखा अचानक से वह बोलने लगे
तुम्हें पता है ना यहां पे पेड़ और पत्थर सब कुछ याद रखते हैं हर हर एक चीज वो याद रखते हैं मैंने कहा जी मैं समझ गई हूं बट सीरियसली इवन सेइंग दीज फोर वर्ड्स स्केरड द शेट आउट ऑफ मी मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे दादाजी मेरे हर एक वर्ड को बहुत ज्यादा कॉशस सुन रहे हैं एंड ही इज जजिंग मी ऑन एवरी सिंगल थिंग ट आई डू मैं भी कैसा पागल सा हूं तुम्हें तो यह सब कुछ याद ही होगा है ना अनू तुमने तो यहां पे बचपन से खेला है याद है
ना यह पेड़ प जो यह मार्क है यह भी तो तुमने ही दिया था उन्होंने मुझे घोर कर देखा और एक सेकंड के लिए मुझे लगा कि वो मुझे कोई और समझ रहे हैं मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं अपने दादाजी से क्या बोलूं या फिर वो क्या बोल रहे हैं मुझे लेकिन हिम्मत करके मैंने उन्हें क्लेरिफाई करा दादा जी मैं अन्नू नहीं हूं मैं आपकी पोती हूं अन्नू की बेटी क्या मेरे दादाजी ने अभी मुझे मेरे मां के नाम से पुकारा लेकिन यह चीज क्लियर करने के बाद भी वो मुझे ऐसे ही
देख रहे थे जैसे मानो उन्हें मेरी बात समझ ही ना आई हो फिर वो एक सेकंड के लिए चुप हो गए और उनका चेहरा एकदम से ब्लैंक हो गया था जैसे मैंने कोई बटन ऑफ कर दिया होगा उनके शरीर में और फिर वह धीरे से बोले हां मुझे पता है पर उनकी आवाज में व वंथ नहीं थी जो पहले उन्होंने मुझे अन्नू बोलते हुए कही थी या जो मुझे उस समय दिखी थी मैंने वहां से हटना ही बेटर समझा और घर के अंदर चली गई मैं किचन में दादी खड़ी थी और वह भी बिना कुछ
कहे मुझे देख रही थी बस बस घूरते जा रही थी व मुझे एंड सीरियसली अगर मैं अब तुम्हें सच में बताऊं तो अब मुझे ऐसा लग रहा था कि सिर्फ मेरे दादा-दादी ही नहीं बल्कि पूरी जगह यह दादा-दादी का घर हर एक पत्ता बस मुझे ही घूरे जा रहा है नाउ इससे पहले कि मैं तुम्हें यह बता सकूं कि एक्चुअली में वहां पे हो क्या रहा था आई नीड टू टेल यू अबाउट वन मोर इंसिडेंट दैट हैपन टू मी व्हाइंड आई स्टेड देयर मुझे यहां रहते हुए अब ती दिन हो गए थे एंड हां मैं
कंटीन्यूअसली अपनी मम्मी से फोन प बातें कर रही थी पर मेरी मम्मी को जैसे इन बातों से फर्क ही नहीं पड़ रहा था शी केप्ट ऑन टेलिंग मी अरे बेटा तुम ज्यादा सोच रहे हो गांव में लोग ऐसे ही होते हैं अपने पापा को ही देख लो मेरी मॉम के लिए सब कुछ मजाक था एंड शी मस्ट है थॉट कि मैं बच्ची हूं इसलिए मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है लेकिन ऑल ऑ दिस वाज रियल टू मी तो तीसरी रात में मैं अपनी मॉम से बात ही कर रही थी कि तब ही मुझे दरवाजे
पे एक नॉक सुनाई दी मैंने फोन कट करके दरवाजा खोला तो मेरी दादी वहां पर खड़ी थी एंड शी केप्ट ऑन सेइंग टू मी तुम सो सुने क्यों नहीं जा रही हो तुम्हारा कल स्कूल है ना जाओ जाके सो जाओ जल्दी जाओ मैं उन्हें चुपचाप देखती रही एंड बिना कुछ कहे मैं अपने बेड की तरफ घुसी और मैंने चादर ओड़ना शुरू करा मेरी दादी ने मेरी चादर मेरे मुंह पर तक लगाई और फिर बाहर जाते हुए उन्होंने कमरे की लाइट बंद करी कि तभी उन्हें मेरा ब्लू सूटकेस दिखा था जो मैं अपने साथ कोरमंगला से
यहां लाई थी उसे देखकर जैसे वो फ्रीज ही हो गई थी एंड फिर बिना कुछ कहे वो एक बार मेरी तरफ मुड़ी एंड फिर लाइट बंद करके वो वहां से चले गई नाउ दिस इवेंट इज रियली इंपॉर्टेंट फॉर एवरीवन टू अंडरस्टैंड क्योंकि यहां से ही अगले दिन मुझे फाइनली रियलाइफ हुआ कि ओह मेरे दादा दादी के साथ यह प्रॉब्लम है रात को भी मुझे विस्प ंग सुनाई दे रही थी और वो विस्पर इस बारी दूर नहीं बल्कि मेरे कमरों के बाहर ही थी लेकिन अब मैं समझ गई थी कि दादा-दादी की शख्सियत का पैटर्न और
वो कुछ शायद दोनों ही नॉर्मल नहीं थे जब मैंने उन दोनों को ऑब्जर्व किया तो धीरे-धीरे मुझे समझ आ गया था कि मेरे दादा दादी मेरे दादा-दादी नहीं है और उनके लिए मैं उनकी पोती नहीं हूं दे बोथ सफर्ड फ्रॉम मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर जिसमें हर एक दिन उनका एक नया रूप दिखता था मुझे कभी मेरे दादाजी मुझे उनकी बेटी अनु समझते थे तो कभी मेरी दादी मुझे अपना दोस्त समझती थी या फिर किसी दिन वो मुझे भी अनु समझती थी उनका चेहरा और उनकी पर्सनालिटी में हर रात तक कुछ ना कुछ डिफरेंट होता था जैसे
कि वो दोनों किसी और ही दुनिया में हो बट दे वर स्टिल लिविंग हियर यह चीज जब मैंने अपनी मॉम को बताई तो मेरी मॉम ने भी फाइनली हां कह दिया था कि यस दे बोथ डिड हैड सिम्टम्स बिफोर बट दे बोथ डिड नॉट हार्म एनी वन ये सुनके मुझे थोड़ी सी तो राहत मिली लेकिन मैंने अपनी मॉम से कहा कि मैं यहां अकेले नहीं रह सकती हूं मम्मी आई नो दे आर माय ग्रैंडपेरेंट्स एंड आई लव देम पर मुझे उनके साथ अब डर लग रहा है यह सुनने के बाद मेरी मॉम ने और मेरे
डैड ने डिस्कस करा एंड उसके अगले ही दिन वो लोग हिमाचल आ ग थे आफ्टर दैट एवरीथिंग वाज क्वाइट नॉर्मल वेल नॉर्मल फॉर आवर फैमिली बट फिर भी इट इज ट्रू मेरे दादा दादी ने मुझे हर्ट नहीं करा आई गेस क्योंकि मैं छोटी थी तो उस समय मेरे लिए सब कुछ समझ पाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल था लेकिन या आज उसके 6 साल बाद अनफॉर्चूनेटली मेरे दादा दादी मेरे साथ नहीं है एंड क्योंकि न्यू ईयर पास ही आ रहा था तो आई थॉट कि मैं तुम सभी लोगों को यह कहानी बता दूं अपनी जस्ट बिकॉज
वी सी सम पीपल विद सम डिसऑर्डर दैट डज नॉट मीन दैट दे आर नॉट लिविंग मे बी दे आर नॉट प्रेजेंट देयर बट दे आर स्टिल ब्रीदिंग सो ट्रीट देम विद रिस्पेक्ट वेल आई होप कि तुम लोगों को ये वीडियो पसंद आई होगी एंड इफ यू डिड लाइक इट देन प्लीज लाइक सब्सक्राइब एंड कमेंट यू नो ल दैट हैप्पी बाय बाय