आज की डेट में जो बज वर्ड है हर जगह वो है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सो माय क्वेश्चन इज व्हाट इज रियल इंटेलिजेंस इज इट वन एंड द सेम थिंग या दोनों में कुछ फर्क है एक है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक है रियल इंटेलिजेंस जैसे एक होता है आर्टिफिशियल फ्लावर एक है रियल फ्लावर जैसे कोई आर्टिफिशियल प्लांट होता है और रियल प्लांट होता है तो उसमें फर्क होता है ना क्या फर्क है अगर हमें डिफरेंशिएबल टू अंडरस्टैंड द कांसेप्ट एवरीथिंग इन इन लाइफ इज अ कांसेप्ट और फूलिशनेस इज बेसिकली कि अगर हम अंश पे चल रहे हैं कि
यह होगा मेरे हिसाब से तो वो फूलिशनेस है तो जो भी आप सुबह से रात तक सोचते हो उसमें से कितना है जो कि अंश पर चल रहा है या कांसेप्ट पर चल रहा है अपने आप से पूछो यू डोंट हैव टू आंसर बट अपने आप से क्वेश्चन पूछो उसमें से कितना है जो आपको लगता है और कितना है जो बैक बाय डाटा है बैक बाय रिसर्च है या उसका साइंटिफिक एविडेंस है या फिर वो एक्चुअल में सच है आपको सच लगता नहीं बल्कि वह सच है व प्रूवन है तो जो भी आप अपने फ्यूचर
के बारे में सोचते हो अपनी लाइफ के बारे में सोचते हो जो भी एक्शंस अभी ले रहे हो बेस्ड अपॉन के फ्यूचर में मुझे यह करना है या यह बनना है तो क्या वह सही एक्शन है या गलत एक्शन है क्या वह इंटेलिजेंट एक्शन है या वह फूलिश है कैसे पता लगेगा कोई और बताएगा आपको क्योंकि अगर कोई और आकर के आपको बेवकूफ बोले तो आप उससे लड़ने लग जाओगे खुद ही पूछना पड़ेगा ना अपने आप से पूछते हो क्या कभी रुक करके अपने आप से कि जो भी मुझे लगता है जिसके बेस पर मैं
एक्ट कर रहा हूं या कर रही हूं क्या वह मुझे सही लगता है या एक्चुअल में सही है तो व्ट इफ आज हम यह सुपरफिशियल लेवल की बातें ना करें एक और स्टेप आगे बढ़ते हैं और इसको क्वेश्चन करते हैं कि जो आपकी इंटेलिजेंस है आपकी अपनी एक इंटेलिजेंस है ना जिसके बेस पर आप कहते हो यह सही है क्या आपकी इंटेलिजेंस कभी भी सही हो सकती है यानी आपकी थिंकिंग कभी भी सही हो सकती है जिसके बेस पर आप एक्ट करते हो ध्यान से सुनोगे तो सारे फंडे हिल जाएंगे लेकिन मजा बड़ा आएगा अगर
मेरे साथ साथ में आगे बढ़ो तो देखो आप कैसे एक्ट करते हो लाइफ में बेस्ड अपॉन योर थॉट्स योर अंड अंडरस्टैंडिंग योर इंटेलिजेंस व्ट आईम सेइंग इज कि जो भी आपकी नॉलेज है इंफॉर्मेशन है जो अंदर ब्रेन में फीडेड है जिसके बेस पर थिंकिंग चलती है जिसके बेस पर आप सही और गलत के बीच में फर्क करते हो जिसके बेस पर एक्ट करते हो जिसके बेस पर गोल सेटिंग करते हो जिसके बेस पर आपका पूरा फ्यूचर टिका हुआ है क्या वह नॉलेज क्या वो इंफॉर्मेशन फैक्टस और डाटा के ऊपर बेस्ड है या उसको कभी हमने
फैक चेक किया ही नहीं है इन अदर वर्ड जो पूरी दुनिया में हो रहा है क्या आपको पता है पूछो अपने आप से आप चाहे कुछ कहो या ना कहो मैं जवाब दे सकता हूं आपको कुछ नहीं पता है कि पूरी दुनिया में इस वक्त क्या चल रहा है क्यों क्योंकि आपको लगता है उससे क्या फर्क पड़ता है आपको लगता है फर्क इससे पड़ता है कि मुझे क्या सही लगता है मुझे क्या सही नहीं लगता है तो मुझे सही एक्शन लेना है गलत नहीं लेना है इसलिए आप क्वेश्चन होते हैं सर कोई ऐसा रास्ता बता
दो कि हम डिस्ट्रक्ट ना हो दिस इज द हाइट ऑफ फूलिशनेस इंटेलिजेंस आपकी या मेरी नहीं होती है द मोमेंट यू से इट्स माय इंटेलिजेंस यू आर अ फूल आप अपने आप को ऐसे देखो कि आप एक कुए में हो एक मेंडक की तरह और यह आपका दायरा है जहां तक आपको दिख रहा है जहां तक दिख रहा है जो आपके एक्सपीरियंस है वही आपकी नॉलेज का इंफॉर्मेशन का दायरा है क्या उसके बाहर कभी सोच सकते हो तो कुए में बाकी सब लोग जैसे एक्ट कर रहे होंगे आप भी वैसे ही करोगे सब पैनिक करेंगे
तो आप भी पैनिक कर जाओगे सब एक्साइटेड हो रहे होंगे आप भी एक्साइटेड हो जाओगे सब जो कर रहे होंगे वही आप करने लग जाओगे जैसे ही कुछ अलग करोगे बाकी के आकर के मजाक उड़ाएंगे तो यू विल फॉल इन लाइन आप कहोगे वही करते हैं जो सब कर रहे हैं लगता है मुझ मेंही कुछ कमी है तो जब तक आप देख नहीं लोगे कि कुए के बाहर भी एक दुनिया है इनफैक्ट कुए का अपने आप में सेपरेट कोई एक्जिस्टेंस नहीं है क्योंकि कुए में भी कहीं ना कहीं से पानी आ रहा है तो वह
जो पानी का सोर्स है अगर वह सूख रहा है और कुए में पानी खत्म होने वाला है और उसको आप बाहर निकल कर के देख पाओ तो क्या इसको इंटेलिजेंस कहेंगे या क्योंकि कुए में पिछले 100 साल से जब से भी यहां पर जो भी लोग जिंदा है चाहे बच्चे चाहे बूढ़े उन्होंने हमेशा से इस कुए में पानी देखा है तो हमेशा रहेगा कभी खत्म हो ही नहीं सकता तो इंटेलिजेंस क्या है आपकी इंटेलिजेंस आपके घर वालों की इंटेलिजेंस आपके सो कॉल्ड जो भी गुरु है उनकी इंटेलिजेंस ये बबल के जैसा है जिसके अंदर आप
जी रहे हो जैसे ही उस बबल से बाहर निकलते हो तो आपको समझ आता है कि मेरी इंटेलिजेंस नाम की कोई चीज नहीं है दैट इज द हाइट ऑफ फूलिशनेस जैसे जैसे आपकी जो होराइजन है वो ओपन अप होते हैं जैसे जैसे आप देखते हो कि पूरी दुनिया आपस में किस तरीके से एक दूसरे से जुड़ी हुई है और फिर आप देखते हो पूरी दुनिया में क्या चल रहा है जिसके बेस पर आप यह समझते हो कि अब यहां पर क्या होने वाला है उसको इंटेलिजेंस कहते हैं बट क्या हमारा जो एजुकेशन सिस्टम है हमारा
छोड़ो किसी का भी कोई भी एजुकेशन सिस्टम है क्या वो आपको इस तरीके से तैयार कर रहा है क्या वह आपकी थिंकिंग को ओपन कर रहा है या और बंद करता चला जा रहा है ऐसे ही आपके घर में हो रहा है ऐसे ही आपके आसपास में हो रहा है सब ऐसे एक्ट कर रहे हैं एज इफ दे नो व्हाट दे आर डूइंग और व्हाट दे आर टॉकिंग दे हैव नो आइडिया अभी अगले कुछ मिनट के अंदर अंदर हम य डिस्कवर कर सकते हैं कि आप में से कौन इंटेलिजेंट है और कौन फूल है देखना
चाहोगे देर स्ट्रंग पॉसिबिलिटी आप दूसरी कैटेगरी में आओगे बट एक वे में वो बुरा होगा यानी आपकी ईगो को बहुत बुरा लगेगा अरे सर य क्या बोल दिया मुझे बुरा लग रहा है मैं और बेवकूफ नहीं नहीं सर मेरे घर वाले कहते हैं यह तो बहुत समझदार है वो बेवकूफ है इसका भाई निकम्मा है भाई बेवकूफ है ये तो बहुत इंटेलिजेंट है क्यों क्योंकि इसके बहुत अच्छे नंबर आते अब मैं कुछ क्वेश्चन आपसे पूछूंगा उससे पता लग जाएगा आप इंटेलिजेंट हो या बेवकूफ हो या महामूर्ख हो यह हमारी वर्ल्ड की इकॉनमी है क्या इन आइसोलेशन
कुछ भी ऑपरेट करता है आपको लग सकता है कि करता है अगेन द हाइट ऑफ फूलिशनेस बट इन रियलिटी कहीं कुछ भी इन आइसोलेशन एजिस्ट नहीं करता है सब कुछ इंटरकनेक्टेड है इंटरडिपेंडेंट है जैसे हमारे बॉडी के पार्ट्स आपको लग सकता है कि किडनी का लीवर का लंग्स का डाइजेशन का कोई आपस में कनेक्शन नहीं है कि डाइजेशन अलग है ब्रेन अलग है बट इन रियलिटी दीज आर लाइक टू साइड्स ऑफ द सेम कॉइन एक खराब होगा तो दूसरा बचेगा नहीं यहां तक देख पा रहे हो तो इस वक्त वर्ल्ड की सबसे स्ट्रांग इकॉनमी कौन
सी है यूएसए बिल्कुल सही एक इंटेलिजेंट तो मिले इस वक्त वर्ल्ड की सबसे बड़ी रिजर्व करेंसी क्या है यूएस डॉलर यूएस डॉलर इसका मतलब क्या होता है रिजर्व करेंसी का नो आईडिया सर नो आईडिया ओके यूएस इकॉनमी की क्या कंडीशन है अच्छी है बुरी है नो आईडिया यह पता कैसे लगता है कि किसी इकॉनमी की कंडीशन अच्छी है या बुरी है बाय जीडीपी बाय जीडीपी जीडीपी क्या होता है अ ग्रॉस गुड्स एंड सर्विसेस ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट राइट इंक्लूडिंग सर्विसेस यस यस तो अगर किसी कंट्री की जीडीपी ज्यादा है तो इसका मतलब उसकी इकॉनमी अच्छी है
वी कैन से वी कैन से दैट यस मतलब मान लो किसी कंट्री की जीडीपी बहुत ज्यादा है और डेट उससे भी ज्यादा है तो क्या वह इकॉनमी की कंडीशन अच्छी है या बुरी है तो क्या अगर जीडीपी ज्यादा है जो कि इस वक्त यूएस की दुनिया में सबसे ज्यादा है सेकंड नंबर पर कौन है फर्स्ट पे यूएसए आता है सेकंड प रशिया आता है और थर्ड पे सर चाइना आ रहा है उसके बाद हमारा फ इंडिया सर आ रहा रशिया दूर दूर तक कहीं भी इस लिस्ट में नहीं है यानी कि काफी नीचे है नंबर
वन पर यूएस है नंबर टू पर चाइना है और जीडीपी का इकॉनमी की हेल्थ से कोई डायरेक्ट कनेक्शन नहीं है क्यों क्योंकि जीडीपी ऐसा है कि कितने गुड्स और सर्विसेस प्रोड्यूस करे बट यह भी तो देखना पड़ेगा कि वो सारे गुड्स प्रोड्यूस करने के बाद में जो गवर्नमेंट है उसकी इनकम क्या है उसके एक्सपेंसेस क्या है और उसके ऊपर डेट कितना है यानी कर्जा कितना है इससे पता लगेगा कि उस इकॉनमी की कंडीशन कैसी है सिर्फ जीडीपी से क्या होता है मान लो हमारी कंट्री के ऊपर एक्स अमाउंट ऑफ डेट है हम उसको बढ़ा देते
हैं व जो कर्जा हमारी कंट्री ने लिया और कंट्री से बंड इशू करके उसको हमने यहां पर जो भी प्राइवेट कंपनी है उनको दे दिया पैसा और बोला कि अपने प्रोडक्शन को बढ़ाओ और करेंसी को प्रिंट करके लोगों में सर्कुलेट कर दिया कि खरीदो तो डिमांड भी बढ़ गई सप्लाई भी बढ़ गई यानी जीडीपी बढ़ गई लेकिन साथ साथ में क्या हुआ डेट बढ़ गया डेट के ऊपर इंटरेस्ट पेमेंट देना पड़ता है अच्छा हमारी जो कंट्री है अब हम यूएस की बात नहीं कर रहे हमारी कंट्री में डेट टू जीडीपी रेशो क्या है हमारी कंट्री
पर जो डेट है उसके ऊपर जो इंटरेस्ट पेमेंट हम देते वो जो हमारी कंट्री की रेवेन्यू है रेवेन्यू कहां से आती है कंट्री के पास में गवर्नमेंट के पास में बाय टैक्सेस स टैक्सेस से आती है क्या सिर्फ टैक्सेस से आती है यानी डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्सेस या कोई और भी सोर्स मेन सोर्स सारी इनकम को अगर हम एक साथ रखें जो भी गवर्नमेंट की टोटल रेवेन्यू है उसका कितना परसेंट जो एक्सपेंस है व इंटरेस्ट पेमेंट में जाता है अराउंड 30 पर मतलब जो हमारी कंट्री की रेवेन्यू है उस का अराउंड 30 पर तो जो
हमारी कंट्री के ऊपर डेट है कर्जा है जो हमने और कंट्री से लिया है उसकी इंटरेस्ट पेमेंट में ही चला जाता है बाकी जो पैसा बचता है 65 70 पर उसमें बाकी सारे खर्चे आते हैं एक बजट आता है ना हर साल उसके बारे में सुना होगा न्यूज़ में तो उस बजट का ऑलमोस्ट 30 पर पैसा कहां चला जाता है इंटरेस्ट पेमेंट में अच्छा एक बात बताओ कि सब जो मैं बातें कर रहा हूं कि कंट्री का डेट इतना है रेवेन्यू इतनी है एक्सपेंस इतना है इस सबका आपकी लाइफ से कोई कनेक्शन है या नहीं
है क्या कनेक्शन है एक एक्सप्लेन करेंगे सर इंटरलिंकेजेस है जैसे इफ द गवर्नमेंट उसके पास रेवेन्यू ज्यादा हो तो फिर बाकी फैसिलिटी जो है वो बेटर कर पाएगी गवर्नमेंट बहुत सारे सेक्टर्स में चाहे वो एजुकेशन हो या फिर कोई और फील्ड हो गया हेल्थ सेक्टर हो गया उसमें शायद बेटर कर पाएगी अच्छा यह बताओ यह जो पैसा है जो रेवेन्यू है यह गवर्नमेंट की है या हमारी है हमारी है तो गवर्नमेंट क्या है क्या गवर्नमेंट कोई प्राइवेट कंपनी है य पैसा उनका है तो किसका है पब्लिक का आप क्या हो पब्लिक पब्लिक तोय पैसा आपका
है ना तो आपको पता होना चाहिए ना आपको क्या लगता है ये तो ग की प्रॉब्लम है गवर्नमेंट की नहीं है अगर गवर्नमेंट फ्री में कुछ बाट रही है पैसा जो आजकल एक नॉम बन गया है सिर्फ हमारी कंट्री में नहीं दुनिया की हर कंट्री में पूरी दुनिया में तो पैसा किसकी जेब से जा रहा है प जनरल प् व्ट यू मीन बाय पब्लिक वी आर पब्लिक तो हमारी जेब से पैसा जा रहा है किसका हमारा अगर गवर्नमेंट करेंसी प्रिंट करती है नोट छाप है नोट छापने की मशीन है गवर्नमेंट के पास में सिर्फ हमारी
नहीं पूरी दुनिया की जितनी भी गवर्नमेंट्स है उन सबके पास में नोट छापने की मशीन है तो अगर गवर्नमेंट नोट छाप है तो क्या वो हमारे लिए अच्छा है या बुरा है सर दिस विल राइज अ इंफ्लेशन इंफ्लेशन बढ़ेगा इससे क्यों बढ़ेगा इंफ्लेशन बिकॉज यहां पे करेंसी प्रिंट होगी जितनी ज्यादा गवर्नमेंट उसके अकॉर्डिंग वर्क करेगी और चीजें रेट उसका बढ़ जाएगा तो ऑटोमेटिक प्राइस हाई हो जाएगी अच्छा यह बताओ जब भी गवर्नमेंट करेंसी प्रिंट करती है तो उसका करेंसी की वैल्यू पर क्या असर होता है इन कंपेरिजन टू अदर करेंसी जैसे यूएस डॉलर के कंपेरिजन
में क्या इंडियन करेंसी ऊपर जाएगी या नीचे जाएगी जब भी करेंसी प्रिंट होती हैचे जाएगी नीचे जाएगी मतलब क्या हुआ आपकी परचेसिंग पावर कम हो गई तो यह बेसिक बातें हमको पता होनी चाहिए नहीं पता होनी चाहिए तो अभी थोड़ी देर पहले मैं यूएस के बारे में बात कर रहा था क्योंकि इंडिया के बारे में में बहुत ज्यादा बात नहीं करेंगे क्योंकि आप लोग बहुत सेंसिटिव हो क्योंकि मैं जैसे जैसे बात करता जाऊंगा एकएक करके लेयर हटेगी फिर आप लोग हर्ट हो जाओगे कि सर ये क्या बोल रहे हो क्यों हमारे घाव पे नमक छिड़क
रहे हो वो ढका है उसको ढका ही रहने दो ना सर एक काम करते हैं ये सब बातें छोड़ते हैं ये तो बहुत बोरिंग है सर आप यह बताओ कि जो कॉमेडियंस के अगेंस्ट एक्शन लिया जा रहा है इतने बड़े ले ये सही है या गलत है और इस पर अगर मैं डिस्कशन करूंगा आप लोगों को बड़ा इंटरेस्ट आएगा क्योंकि हर तरफ यही डिस्कशन हो रही है च इ एब्सलूट बेसलेस मीनिंग स इन अ कंट्री लाइक आर्स जहां पर इतने बड़े-बड़े इश्यूज हैं जिसकी कोई हद नहीं है तो एक काम करते हैं अपनी कंट्री के
बारे में बात नहीं करते आप लोग के सेंटीमेंट्स कहीं हर्ट ना हो जाए यूएस के बारे में तो बात कर सकते हैं ना ठीक है क्योंकि जब तक आपको यह बात नहीं समझ आएगी यू आर नॉट डिफरेंट फ्रॉम द वर्ल्ड यू आर द वर्ल्ड मैं दोबारा बोलूंगा यू आर नॉट डिफरेंट फ्रॉम द वर्ल्ड यू आर द वर्ल्ड आवर कंट्री इज नॉट डिफरेंट फ्रॉम द वर्ल्ड वी आर द वर्ल्ड एंड द वर्ल्ड इज अस जब तक यह बात समझ नहीं आएगी और आप जिस भी तरीके से एक्ट कर रहे हो वह सब कुछ ही गलत है
दैट इज ऑल फूलिशनेस और मजे की बात यू हैव गॉट नो आईडिया कि दुनिया में अभी इस वक्त एक्चुअल में क्या चल रहा है बस थोड़ा बहुत इधर-उधर कहीं से न्यूज़ में आ जाता है वो भी कहां से हमारे जो मीडिया चैनल्स हैं वो उसको अपने तरीके से इंटरप्रेट करके आपके सामने प्रेजेंट कर देते हैं तो क्या हो अगर मैं आपसे कहूं कि यूएस इकॉनमी में कुछ इतना बड़ा हो रहा है एंड नॉट जस्ट यूएस इकॉनमी यूएस के जो अलाय है यानी कि जो यूरोपियन कंट्रीज और यूके य जो वेस्टर्न नेशंस है वहां पर कुछ
इतना बड़ा हो रहा है जो आज से पहले आप लोगों ने या आपके मां-बाप ने नहीं देखा है पास में हुआ है क्योंकि हिस्ट्री के बारे में एक बात कही जाती है हिस्ट्री रिपीट्स इट सेल्फ हुआ है आज से करीब 100 साल पहले यूएस में कुछ हुआ था जो बहुत साल चला था द ग्रेट डिप्रेशन उसके बारे में सुना है पढ़ा है समझा है एटली क्या हुआ था क्यों हुआ था कैसे हुआ था उसके क्या फैक्टर्स थे तो क्या हो अगर मैं कहूं कि कुछ बहुत बड़ा हो रहा है च विल टन योर होल लाइफ
अप साइड डाउन तो आपको समझ ही नहीं आएगा सर क्या बोल रहे हो सर मुझे सबसे क्या फर्क पड़ता है मैं तो एंट्रेंस की तैयारी कर रहा हूं ना सर मुझे य बताओ ना उसको क्रैक कैसे करना है अरे मेरे प्यारे क्रैक पूरा जो ग्लोबल ऑर्डर है वो क्रैक होने वाला है ट्स ऑन द वर्ज ऑफ कोलबस तो जो भी आप कर रहे हो जो भी एक्शन ले रहे हो जो भी सोच रहे हो क्या उसको इंटेलिजेंस कहेंगे या फूलिशनेस कहेंगे तो अगर यह जो मैं सवाल आपसे पूछ रहा हूं इसमें से किसी सवाल का
आपके पास में कोई जवाब ही नहीं है कि यूएस में क्या हो रहा है क्या नहीं हो रहा है क्यों क्योंकि आपको लगता है इस सब से मुझे क्या फर्क पड़ता है अभी मैंने इंडिया के लिए बहुत सारे आपसे क्वेश्चन पूछे जिसका हमारे पास में जवाब नहीं है अगर जवाब होगा भी तो वह भी बिल्कुल ऐसा होगा जैसे कहीं से रट लिया है कहीं से पढ़ लिया है कहीं से सुन लिया है माइंड में फीड कर दिया जैसे ही मैं क्रॉस क्वेश्चनिंग करूंगा फिर आप घबरा जाओगे कि इसका मतलब क्या व्ट ड यू मीन बाय
दैट तो फिर अटक जाओगे यूएस जो गवर्नमेंट है इस वक्त उसके ऊपर कितना डेट है क्या वह पिछले कुछ सालों में बढ़ रहा है या कम हो रहा है बढ़ रहा है ईयर ऑन ईयर कितने परसेंट से बढ़ रहा है नो आईडिया आज की डेट में यूएस के ऊपर डेट है 36 ट्रिलियन डॉलर्स यह इंडियन रुपीस में कितना होता है कन्वर्ट करिए एक बिलियन डॉलर कितने रुपए होता है 8000 करोड़ रप आप पुरानी बात कर रहे हो जब डॉलर जब एक डॉलर में 80 आते थे आज कितने आते हैं 85 86 87 के आसपास तो
87 के हिसाब से कितना हो गया 8700 करोड़ 8700 करोड़ न ट्रिलियन में कितने बिलियन होते हैं 100 बिलियन 1000 इसका मतलब 1 ट्रिलियन इज इक्वल टू हाउ मेनी रुपीज 870000 करोड़ 870000 करोड़ या 877 लाख करोड़ हां 87 लाख करोड़ को आप मल्टीप्लाई कर दो 36 से इतना कर्जा है यूएसए के ऊपर और इंटरेस्ट पेमेंट कितनी है य जो कर्जा लिया है यूएस गवर्नमेंट ने अलग-अलग गवर्नमेंट से बंड इशू करके तो उसके ऊपर इंटरेस्ट तो देना पड़ेगा ना तो साल की इंटरेस्ट पेमेंट कितनी है इट्स क्लोज टू अराउंड 1 ट्रिलियन डॉलर्स यानी हर साल
का अगर रुपए की बात करी जाए तो 87 लाख करोड़ उनको सिर्फ इंटरेस्ट में पे करना है प्लस य जो डेट लिया है वो बंड मैचर हो रहे हैं तो एक होता प्रिंसिपल अमाउंट एक होता है इंटरेस्ट अमाउंट यह अभी मैंने बात करी इंटरेस्ट पेमेंट की व जो बंड मैचर हो रहे हैं उसको भी तो वापस करना है ना उसके लिए भी तो पैसा चाहिए तो यूएस की जो जीडीपी हैट क्लोज टू अराउंड 26 ट्रिलियन डॉलर डेट कितना है 36 तो रेशो कितनी हो गई नियर अबाउट 130 पर बट अभी थोड़ी देर पहले हमने क्या
डिस्कस किया था कि जीडीपी से इतना फर्क नहीं पड़ता जितना कि इनकम से पड़ता है मतलब आप कितना प्रोड्यूस कर रहे हो कितना कंज्यूम कर रहे हो वह मैटर करता है या मैटर यह करता है कि यह जो कर्जा है उसकी पेमेंट कैसे करेंगे जो इनकम होती है गवर्नमेंट की जिसको रेवेन्यू बोलते हैं उसमें से ही तो करेंगे इंटरेस्ट की पेमेंट और उसी में से तो इस कर्जे को वापस करेंगे तो बात करते हैं यूएस की एक्चुअल में जो रेवेन्यू है वो कितनी है अप्रॉक्सिमेट्स से इंटरेस्ट पेमेंट है न ट्रिलियन डॉलर प्लस ये जो डेट
है वो भी रिपे करना है तब ये रिपे कैसे होगा आप रिपे कैसे करोगे अपने ऊपर रख के देखो आपकी सैलरी है रप और आपके ऊपर कर्जा है र और आपका खर्चा जितनी आपकी कमाई है उससे ऑलरेडी बहुत ज्यादा है प्लस ऊपर से आपको इंटरेस्ट भी पे करना है जो कर्जा आपने लिया है प्लस वो जो कर्जा लिया है वो कर्जा भी वापस करना है तो कैसे करोगे और कर्जा लिया जाएगा और कर्जा लेंगे एगजैक्टली यही तो करते हो आप लोग पहले क्रेडिट कार्ड यूज करते हो उसमें मिनिमम ड्यू अमाउंट आता है वो पे कर
देते हो बिना सोचे कि कितना इंटरेस्ट लग रहा है फिर जब आपके पास में पैसा नहीं होता है मिनिमम ड्यू अमाउंट भी पे करने का तब आप क्या करते हो दूसरे क्रेडिट कार्ड को यूज करते हो पहले की पेमेंट करने के लिए फिर तीसरे को यूज करते हो दूसरे की पेमेंट करने के लिए फिर चौथे को करते हो फिर एक ऐसा पॉइंट आ जाता है जब बैंक को पता लग जाता है कि आपके पास में चार क्रेडिट कार्ड है और आपकी एक्चुअल में इनकम कुछ भी नहीं है तो बैंक उन कार्ड्स को ब्लॉक कर देता
है उसके बाद में क्या होता है आप डिफॉल्टर हो जाते हो बट ये तो बहुत सिंपल लग रहा है सुनने में और ये होते हुए आपने अपने आसपास में देखा भी होगा अपने फ्रेंड सर्कल में या इधर-उधर फैमिली में सुना होगा है ना लोन पे डिफॉल्ट कर गए क्या बड़ी बात है कोई बात नहीं सिविल स्कोर ही तो खराब हुआ उससे क्या फर्क पड़ता है अब समझो कि यूएस इकॉनमी के केस में इस बार ऐसा क्या हो रहा है जो पिछले 100 सालों में नहीं हुआ एक तो यह समझो कि डेट बढ़ना शुरू कैसे हुआ
और क्यों हुआ अभी तक हम मैक्रो इकोनॉमिक्स को समझ रहे थे अब जिओ पॉलिटिक्स भी बीच में आ जाएगा ड यू वांट टू गेट इन टू ऑल दिस या नहीं बस अपनी जो एंट्रेंस की तैयारी के लिए यह सब जो रटना होता है बस वही काफी है आप लोगों के लिए कभी एक्चुअल में समझना ही नहीं है इज रटना इंपॉर्टेंट कि आपको नंबर सारे याद है या फिर समझना इज इंपॉर्टेंट कि इसका मेरी लाइफ से क्या कनेक्शन है मेक सेंस अभी हमने क्या बात करी मैक्रो इकोनॉमिक्स के पॉइंट ऑफ व्यू से अब जरा जिओ पॉलिटिक्स
को भी समझते हैं कि उसका इससे क्या कनेक्शन है आज से 100 साल पहले तक पूरे वर्ल्ड में जो एक करेंसी सिस्टम था ट वास बैक बाय गोल्ड इसको बोलते थे द गोल्ड स् वो धीरे-धीरे अबॉलिश कर दिया यूएस ने फिर क्या बन गया स्टैंडर्ड यूएस डॉलर्स और यह क्यों हुआ क्योंकि वर्ल्ड वॉर टू के टाइम प यूएस इमर्ज एस द क्लियर कट विनर ऑफ द वॉर यह पता है ना हम सबको यह सब आपस में इंटरकनेक्टेड है और इंटरलिंक्ड है और यह जो अभी हम कर रहे हैं दिस इज रियल इंटेलिजेंस इसको करने के
लिए हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यूज कर सकते हैं दैट इज पार्ट ऑफ रियल इंटेलिजेंस बट अगर इसको करने के लिए हम अपने बिलीव्स का यूज करें तो दैट इज फूलिशनेस या जा कर के किसी ऐसे इंसान से डिस्कस करें जिसको ए बी सीडी भी नहीं पता इन सब बातों की और उससे पूछे हां जी सर बताओ क्या होने वाला है दैट इज अ साइन ऑफ फूलिशनेस या फिर जैसा आपको लगता है उसके बेस पर आप कुछ भी सोचने लग जाओ दैट इज फूलिशनेस क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किस तरीके से ऑपरेट करती है बेस्ड अपॉन डेटा इंफॉर्मेशन
स्टेटिस्टिक्स तो उसके बेस पर यह सारे जो नंबर्स है व आप वेरीफाई कर सकते हो थ्रू आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व क्यों जरूरी है इस रियल इंटेलिजेंस के काम करने के लिए क्योंकि अगर आप खुद इसको मैनुअली इकट्ठा करने बैठ जाओगे इन सारे नंबर्स को इन सारी रेशो को या रटने बैठ जाओगे उसका कोई फायदा नहीं है ट इ फूलिशनेस य ब ऐसा है कि आज की डेट में आपके पास में ऑप्शन है बाय एयर आने का जहां से भी आप बाहर से आए हो और आप कहते हो नहीं मैं तो बैलगाड़ी से ही आऊंगा तो महंगा
भी पड़ेगा टाइम भी ज्यादा लगेगा और आप यहां तक पहुंच ही नहीं पाओगे तो आज हमारे पास में एआई है तो वी कैन यूज एआई एंड देन टेक आवर इंटेलिजेंस ऑन द नेक्स्ट लेवल ये नहीं कि एआई से ही डरना है ये नहीं कि हम कहे कि नहीं एआई तो बेकार है एआई को क्यों यूज करना है मैं तो खुद इस सारे डेटा को कलेक्ट करूंगा हां आप कर लोगे आपको एक महीना लगेगा बट अगर ये सारा डाटा आप एई के थ्रू कंसोलिडेट करते हो और कलेक्ट करते हो तो कितनी देर लगेगी कुछ सेकंड्स कुछ
मिनट दिस इ पार्ट ऑफ रियल इंटेलिजेंस अभ सब जो मैं आपसे बात कर रहा हूं इ इट माय हाइपोथेसिस या फिर यह जो सोशल गैदरिंग होती है हमारे घर में या कहीं किसी शादी में वहां पर जो बातें हो रही होती है क्या वहां से सुन कर के मैं आपको बोल रहा हूं मैं कहां से बोल रहा हूं यह सब मेरा य बैकग्राउंड तो नहीं है तो मेरे पास में यह नॉलेज और इंफॉर्मेशन कहां से आई सोचो दिमाग लगाओ थू एई वहां से मैंने कलेक्ट किया ना तो मैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को यूज कर रहा हूं
टू अंडरस्टैंड समथिंग सो डीप बिना इस ऑब्जेक्टिव के कि इसकी वजह से क्या होने वाला है क्यों क्योंकि एक सच मुझे अच्छे से समझ आता है कि एवरीथिंग इज इंटरकनेक्टेड एंड इंटरडिपेंडेंट इट्स लाइक अ डोमिनो इफेक्ट एक को गिराओ ग तो टक टक टक टक टक टक टक टक सारे गिरने लग जाएंगे ऐसी एक दुनिया है चाहे आपको कोई भी कहानी सुनाई जाए वो बात अलग है चाहे आप अपने माइंड में कुछ भी मानते रहो वो बात अलग है इसको इस तरीके से देखो कि आप एक कंपनी में काम करते हो देखो आपको समझ आ
जाएगा बड़ी आसानी से अगर वो कंपनी फेल हो गई आपकी नौकरी बच जाएगी नहीं यहां तक समझ आ रहा है अच्छा यह बताओ जिस कंट्री में वह कंपनी है अगर वो कंट्री फेल हो गई उसकी गवर्नमेंट फेल हो गई तो क्या वह कंपनी बच जाएगी नहीं अगर ये जो पूरे वर्ल्ड की इकॉनमी है वो फेल हो गई तो क्या कोई भी पर्टिकुलर इकॉनमी बच जाएगी ये बिल्कुल ऐसा कहना कि कोई धूम केतु आ कर के टकराएगा हमारे प्लेनेट से पूरा प्लेनेट खत्म हो जाएगा लेकिन मैं बच जाऊंगा मैंने अपना बंकर बनाया हुआ है अरे भाई
बंकर भी तो प्लेनेट में ही है प्लेनेट ही नहीं रहेगा तो अब समझो क्या हुआ अगर ध्यान से समझोगे और इस सब को समझने में मजा आ रहा है दैट मींस आपकी इंटेलिजेंस एक लेवल तक इवॉल्व हो चुकी है बट अगर इसमें इंटरेस्ट नहीं आ रहा है और आपको लग रहा है कि इसमें क्या पड़ा है दैट मींस अभी बहुत काम करना बाकी है आपको अपने ऊपर तो 1920 तक क्या होता था या पिछले हजारों सालों में क्या हुआ कि जो करेंसीज थी उससे पहले भी थी आज से हजारों साल पहले भी थी दैट वाज
बैकड बाय गोल्ड जिसको बोलते थे द गोल्ड स्टैंडर्ड फिर धीरे-धीरे उसकी परसेंटेज कम हुई पहले इट वास 100% बैक बाय गोल्ड बाद में उसको कर दिया 60 पर फिर कर दिया 40 पर फिर 1970 में आते-आते यूएस ने पूरी तरीके से अबॉलिश कर दिया इस गोल्ड स्टैंडर्ड को मतलब अब कोई गोल्ड उनको रखने की जरूरत ही नहीं है नोट छापने के लिए तो यूएस के लिए तो बहुत बढ़िया हो गया क्यों क्योंकि दैट वाज द अनक्वेश्चनेबल वर्ल्ड लीडर उसको कोई क्वेश्चन नहीं कर सकता था जो वर्ल्ड वॉर टू में हुआ उसके बाद में तो सबने
एक्सेप्ट कर लिया हां ठीक है जो यूएस कह रहा है वो सही है तो पेमेंट का एक नया सिस्टम आ गया जिसको बोलते हैं बिकम दी मेन रिजर्व करेंसी जिसमें पूरा वर्ल्ड आपस में ट्रेड करने लग गया तो हर कंट्री के पास में कुछ रिजर्व होते जैसे आप लोग के पास में रिजर्व होते हैं रिजर्व क्या होता है जेब में कैश पड़ा हुआ है कुछ बैंक में है कुछ इधर है तो व जो भी बैंक में सेविंग्स है आपकी या जो भी जेब में पैसा है ट इज अ रिजर्व वो किसलिए रखा हुआ है कि
कभी जरूरत पड़ेगी तो काम आएगा कुछ खरीदना होगा तो काम आएगा तो पूरी दुनिया में जो ट्रेड होने लगा वोह होने लगा यूएस डॉलर में और क्योंकि गोल्ड स्टैंडर्ड हट गया तो इसका फायदा सोचो यूएस को कितना बड़ा हुआ यूएस की जो करेंसी है वह स्ट्रांग होती चली गई मतलब यूएस को क्या करना था कोई पीछे गोल्ड की बैकिंग तो चाहिए नहीं तो करेंसी को प्रिंट किया यानी कागज के टुकड़े उसको किसी भी कंट्री को दिया और उससे जो एक्चुअल में सामान है वो ले लिया यानी इटली से वाइन ले ली जिस को बनाने में
उनको मान लो 100 साल लगा और बदले में क्या दिया कागज का टुकड़ा तो अलग अलग दुनिया के पार्ट से अलग अलग चीजें अलग अलग तरह के र मटेरियल यूएस के पास आने लग गए किसके बेस पर कागज के बेस प इससे बढ़िया बिजनेस क्या होगा सोचो यह मान लो यहां पर जितने लोग बैठे हैं व सब अलग अलग कंट्रीज है और उसमें से किसी एक के घर में नोट छापने की मशीन है और वही नोट बाकी सब यूज कर रहे हैं चाहे आपस में कुछ री ना हो चाहे आपके साथ में कुछ खरीदना हो
बट वो मशीन सिर्फ आपके पास में है इसका मतलब समझ पा रहे हो तो यूएस कंट्रोल द वर्ल्ड इकॉनमी फॉर ऑलमोस्ट द लास्ट 100 इयर्स इसको आप कह सकते हो मोनोपली ऑफ द यूएस डॉलर लेकिन फिर यर 2000 तक आते आते कुछ बदल गया उससे पहले जो यूएस की जो इकॉनमी थी उनकी जो रेवेन्यू थी और उनके जो एक्सपेंसेस थे वो कंट्रोल में थे डेट कंट्रोल में था क्यों क्योंकि जब यूएस इकॉनमी ग्रो करी किसके बेस पर करी कैपिटल जम के बेस पर फिर आ जाता है पॉलिटिकल सिस्टम यानी डेमोक्रेसी वह कैसे ऑपरेट करती है
अब व भी समझना पड़ेगा अब मैं यह नहीं कह रहा कि सोशलिज्म बेटर है कम्युनिज्म बेटर है या कैपिट इजम बेटर है मैं क्या कह रहा हूं आपको बस एक क्लियर तरीके से बता रहा हूं कि डेमोक्रेसी में एगजैक्टली क्या होता है कोई भी गवर्नमेंट पावर में आती है तो कैसे आती है मान लो मैं इलेक्शन लड़ रहा हूं और मैं आ करके आपको बोलता हूं कि जो भी बेनिफिट्स आपको गवर्नमेंट की तरफ से मिल रहे हैं जो भी पहले गवर्नमेंट थी वह सारे बेनिफिट्स मिलने बंद हो जाएंगे उसके अलावा टैक्सेस बढ़ जाएंगे तो क्या
आप मुझे वोट करोगे बट एक्चुअल में गवर्नमेंट के लिए क्या अच्छा है आपको जो बेनिफिट्स मिल रहे हैं फ्री के वो गवर्नमेंट के लिए क्या है एक्सपेंस इनकम तो नहीं है ना एक्सपेंस है और जो गवर्नमेंट के पास में पैसा आ रहा है टैक्सेस के थ्रू वो क्या है इनकम तो गवर्नमेंट अच्छे से चले यानी गवर्नमेंट स्ट्रांग है फाइनेंशियलीईएक्सप्रेस क्यों क्योंकि हमारे ऊपर कर्जा बहुत है पहले उस कर्जे को चुकाना है पहले वो इंटरेस्ट पेमेंट करेंगे पहले आपकी सैलरी बढ़ाएंगे दूसरा यह जो फ्री के बेनिफिट्स मिल रहे हैं करोड़ों लोगों को यह नहीं मिलेंगे यह
मिलने बंद हो जाएंगे जिसकी आपको आदत हो गई है पिछले कुछ सालों से तो आप क्या करोगे वोट दोगे नहीं दोगे ना यही हाल पूरी दुनिया में है तो पॉलिटिशियन ने क्या किया पूरी दुनिया में इंक्लूडिंग बट नॉट लिमिटेड टू यूएस फ्री बीज सोशल सिक्योरिटी और ऐसी बहुत सारी वेलफेयर स्कीम्स टू क्रिएट इक्वल आउटकम दोनों में ध्यान से फर्क समझना एक है इक्वल आउटकम एक है इक्वल अपॉर्चुनिटी इन दोनों के बीच के फर्क को अच्छे से समझ लो अगर समझ सकते हो तो इक्वल आउटकम का मतलब क्या होता है जो आज की डेट में हर
कोई एक्सपेक्ट कर रहा है अंदर ही अंदर हर कोई जो एंटरप्रेन्योर है जो बिलर है उनसे चिड़ते हैं उनके लिए सबके अंदर गुस्सा भरा हुआ है क्यों क्योंकि एक तरफ से मिडिल क्लास के हाथ में तो पैसा नहीं है अपने रोज के खर्चे चलाने का भी महंगाई इतनी बढ़ती जा रही है तो जो मिडिल क्लास है या लोर क्लास है वो तो स्कवीज होती जा रही है बट कुछ लोग ऐसे हैं जो टॉप पर बैठे हैं उनके पास में अरबों खरबों रुपए है तो देर कोल्ड वर वि इ गोइंग ऑन इन ल ओवर द वर्ल्ड
अंदर ही अंदर लोगों को जलसी होती है ऐसे लोगों को देख करके और गुस्सा आता है ऐसे लोगों यानी जो कैपिटल स्ट्रक्चर है इससे चिड़ते हैं जैसे फॉर एग्जांपल बड़ा सिंपल एग्जांपल देता हूं आपकी सैलरी हैज लेकिन 00 में आज की डेट में खर्चा चला पाना आपका और आपकी फैमिली का नेक्स्ट टू इंपॉसिबल है यह आप सबको पता है मुझे बताने की जरूरत नहीं है खर्चा इतना बढ़ गया है दूसरी तरफ से जिस कंपनी में आप काम करते हो उसका जो सीईओ है उसकी सैलरी है 300 करोड़ प्लस उसका बैंक बैलेंस है 15000 करोड़ तो
जब यह सब सुनते हो तो मनी मन गुस्सा नहीं आता है तो इस गुस्से को पॉलिटिशियन चैनला इज करते हैं पावर में आने के लिए पूरे वर्ल्ड में क्या बोलते हैं क्योंकि आपको एक विलन चाहिए और एक हीरो चाहिए बज ब लट ऑफ पीपल डोंट थिंक इन सच डेप्थ तो वो ओवर सिंपलीफाई करके चीजों को समझते हैं तो उनको क्या चाहिए एक हीरो एक विलन तो हीरो कौन एक लीडर एक लीडर आया जिसने आ कर के कहा कि जो पैसे वाले लोग है इनसे हम पैसा लेंगे टैक्सेस और आप लोगों में बांट देंगे तो एक
इक्वल आउटकम क्रिएट हो जाएगा सबके लिए मतलब सबको महीने का इतना डॉलर मिलेगा फॉर एग्जांपल सबको महीने का 5000 डलर मिलेगा तो आप कहोगे बहुत बढ़िया है व पावर में आ गई गवर्नमेंट अब वह दे तो दिया उसको हटाएगा कौन अगला पॉलिटिशियन जो आ रहा है अगर उसने हटाया तो क्या होगा गवर्नमेंट उसको हटा देगी तो पूरी दुनिया में यही हुआ है अगर अर्जेंटीना की इकॉनमी को ध्यान से स्टडी करोगे तो आपको समझ आएगा कि उनकी प्रॉब्लम किस हद तक एलेट हो चुकी है 200 पर इन्फ्लेशन इसका मतलब समझते हो हम बात करते हैं 5
पर 10 पर सोचो 200 पर क्यों क्योंकि इतने बेनिफिट्स दे दिए गवर्नमेंट ने लोगों को और लोगों को उसकी आदत पड़ गई और पीछे हटने का कोई तरीका नहीं है तो उसके लिए कर्जा लिया एक ऐसा पॉइंट आया जहां पर जाकर के डेट के ऊपर वो डिफॉल्ट कर गए और वो जो कंट्री ने डेट इशू किया था जिसको बंड कहते हैं उसकी उस की वैल्यू ऑलमोस्ट जीरो हो गई रातों रात उसकी कोई वैल्यू ही नहीं है बिल्कुल ऐसा है मैंने आपको एक चेक दिया 10 करोड़ का अगर वो चेक बाउंस कर गया तो उसकी क्या
वैल्यू है उस चेक की वैल्यू तब तक है जब तक आपको विश्वास है कि जिस इंसान ने वो चेक दिया है वो ओनर होगा तो अगर पिछले 100 साल को आप देखोगे तो पहले स्टेप में क्या हुआ एक बहुत बड़ी वॉर हुई उस वॉर में से एक क्लियर कट विनर इमर्ज हो कर के निकला चच वाज द यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका उसने सारे रूल्स और सब कुछ डिफाइन किया देन देयर वाज रिलेटिव पीस इन द वर्ल्ड फॉर अ फ्यू इयर्स सबके बीच में ट्रीटीज हो गई सबके बीच में एग्रीमेंट्स हो गए और हो गए ट्रेड
एग्रीमेंट्स और यूएस निकल कर के आया ऑन अ हाई मोरल ग्राउंड कि देखो अब हम बताएंगे कि क्या सही है क्या नहीं है मतलब दुनिया जान का सब कुछ गलत करके हिरोशिमा नागासाकी के बारे में आपने सुना होगा वो करके फिर एंड में इट बिम लाइक अ सेट लाइक द सेवियर और लोगों ने एक्सेप्ट कर लिया क्योंकि देर वा नो अदर ऑप्शन यूएस से पंगा कौन ले तो यहां तक तो सब ठीक था नोट छापने की मशीन है नोट दिया इकॉनमी को उनसे सामान लिया रॉ मटेरियल लिया उससे प्रोडक्ट बनाए उसको एक्सपोर्ट किया फिर पैसा
आ गया फिर और पैसा आ गया फिर और पैसा आ गया तो क्या हुआ यूएस अमीर होता चला गया कितना अमीर बहुत अमीर यूएस कीपर कैपिटा इनकम देखो और हमारी पर कैपिटा इनकम देखो समझ आ जाएगा लेकिन फिर क्या हुआ गैप बढ़ता गया कैपिट जम में गैप बढ़ना ही बढ़ना है बट मजे की बात क्या है दिस इ द ओनली सिस्टम जो डिमांड और सप्लाई के बेस पर ऑपरेट करता है ट है बीन प्रूवन अगेन एंड अगेन एंड अगेन और सिस्टम्स को आप फिलोसॉफिकली सोच सकते हो कि बेट है बट एक्चुअल में सिर्फ यही एक
ऐसा स्ट्रक्चर है जो पूरे तरीके से काम किया है लेकिन हुआ क्या इस स्ट्रक्चर को बायपास करते हुए गवर्नमेंट का इंटरफेरेंस बढ़ने लग गया यानी अगर य स्ट्रक्चर चलता रहता और गवर्नमेंट साइड में बैठी रहती तो दिक्कत नहीं आती यूएस में बट गवर्नमेंट ने कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया गवर्नमेंट ने कहा कि जो गैप बढ़ रहा है यानी अमीर और अमीर होता चला जा रहा है और गरीब और गरीब होता चला जा रहा है एक काम करते हैं अमीर से पैसा लेते हैं गरीबों में बांटते हैं अब जब एक पॉलिटिकल पार्टी ने वह खेल
शुरू किया अगले ने उसको और बढ़ा दिया दूसरे ने कहा पहले वाली पार्टी ने आपको कितना दिया 000 र अब हम 5000 तो देंगे ही साथ में यह 5000 और देंगे अगला आया 15000 ल देंगे अगला आया 00 डल देंगे अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग स्कीम्स के अंदर वो बढ़ता ही गया बढ़ता ही गया बढ़ता ही गया अब इन सारी स्कीम्स के लिए पैसा कहां से आएगा इनकम तो बढ़ी नहीं तो डेट ले लिया डेट किससे लिया यूजुअली आप डेट लेते हो किससे लेते हो जो आपसे गरीब है उससे या जो अमीर है उससे अमीर है
बट यूएस ने किससे डेट लिया आज से कुछ साल पहले तक यूएस का जो डेट है उसमें नंबर वन प था चाइना 1.2 ट्रिलियन डॉलर्स जो अब हो गया बिलियन डॉलर वो अभी एक और एस्पेक्ट है जिसको अभी हम थोड़ी देर में टच करेंगे तो चाइना को अगर 20 साल पीछे चले जाओ ट्स अ पुअर नेशन यूएस वाज अ रिच नेशन एट दैट टाइम बट यूएस ने डेट लिया चाइना से चाइना मना नहीं कर सकता और चाइना ने क्यों लिया यूएस का डेट क्यों परचेस किया क्योंकि चाइना के पास में और कोई ऑप्शन नहीं है
और सिर्फ चाइना नहीं और भी सारी कंट्रीज के पास में कोई और ऑप्शन ही नहीं है क्या करें ट्रेड करना है किसम होगा यूएस डॉलर में होगा स्विफ्ट के थ्रू होगा यूएस करेंसी में होगा तो अब वो जो सरप्लस अमाउंट पड़ा हुआ है रिजर्व्स में अगर उसको अपने पास रखते हैं तो उस पर कोई इंटरेस्ट नहीं मिलेगा अगर यूएस के जो बंड्स है वो परचेस कर लेते हैं बंड्स मतलब क्या होता है जैसे फिक्स डिपॉजिट होता है ना जैसे एफडी होता है बैंक में परचेस करते हो ऐसे गवर्नमेंट्स आपस में बंड्स परचेस करती है तो
यूएस का अगर बॉन्ड परचेस करते हैं तो उस पर फिर भी थोड़ा बहुत इंटरेस्ट मिलेगा 2 पर 4 पर 5 पर च इज नॉट बैड जब अमाउंट बड़ी होती है तो तो सारी कंट्रीज ने क्या किया यूएस का डेट परचेस किया तोब यूएस का डेट जैसे ही मैचोर होता मान लो कुछ शॉर्ट टर्म डेट है कुछ मीडियम टर्म है कुछ लॉन्ग टर्म है मान लो 5 साल बाद कुछ मैच्योर हुआ अब उसकी पेमेंट करनी है तो यूएस ने क्या किया और बंड इशू कर दिए किसी और कंट्री को वहां से पैसा आया यहां से इसका
पैसा चुका दिया जैसा आप करते हो या पास में जो भी फाइनेंशियल बबल्स बर्स्ट हुए हैं उसके पीछे रीजन क्या था यही तो था हमेशा यही तो होता है डेट ज्यादा होता है पेइंग कैपेसिटी होती नहीं है तो एक ऐसा पॉइंट आता है जहां पर जाकर के वो बबल बर्स्ट हो जाता है तो यह जो पूरा गेम था च इज इंटरकनेक्टेड क्या क्या इंटरकनेक्टेड है यहां पर एक पॉलिटिकल सिस्टम मतलब यूएस में यर 2000 के बाद में जो भी गवर्नमेंट आई वो और बेनिफिट्स को बढ़ाती चली गई बढ़ाती चली गई बढ़ाती चली गई इनकम बढ़ी
नहीं एक्सपेंसेस बढ़ चले गए उसके लिए और डेट उठाते चले गए प्लस डेट की इंटरेस्ट पेमेंट तो यह पूरा का पूरा एक स्पायरल बन गया अब इससे बाहर निकलने का क्या तरीका है कुछ ड्रास्ट्रिंग करके और यहां पर तो कितना मुश्किल है गवर्नमेंट जॉब मिलना वो तो सबको पता ही है हमारी कंट्री में कितने साल तैयारी करके आपको गवर्नमेंट जॉब मिली और एकदम से गवर्नमेंट आए और व कहे कि अभी आपकी सैलरी 600 है अगले महीने से 00 हो जाएगी क्या करोगे प्रोटेस्ट करोगे इस प्रोटेस्ट को सिविल वॉर बोलते हैं अब यहां तक समझ आ
गया कि यूएस प इतना ज्यादा डेट क्यों है जो वो चाहे कुछ भी कर ले यह कंट्रीज को भी पता है और यूएस को खुद भी पता है वो वापस कर ही नहीं सकते बताओ कैसे करेंगे और ये डेट बढ़ता जा रहा है बहुत तेजी से ये जो 36 ट्रिलियन डॉलर है वो आज है आज से एक साल बाद ये नंबर और बढ़ जाएगा इनफैक्ट जो भी अगली गवर्नमेंट आ रही है वो कुछ प्रॉमिस करके आ रही है वो क्या है कि हम टैक्स को और कम करेंगे टैक्स को जीरो कर देंगे इसका मतलब क्या
है इनकम और कम हो जाएगी या फिर हम आपको ये बेनिफिट देंगे मतलब क्या है एक्सपेंस और बढ़ जाएगा तो ये सब कहां से पूरा होगा पहली डेफिसिट है तो इसको पूरा करने के लिए और डेट चाहिए तो ये गेम ऐसे ही चलता रहता अगर यूएस एक क्लियर कट डोमिनेटिंग पोजीशन में होता तो बट बिकॉज ऑफ ब्रिक्स ब्रिक्स मतलब ईट नहीं कितनों को पता है ब्रिक्स क्या है सर इंडिया हो गया ब्राजील हो गया साउथ अफ्रीका हो गया चाइना हो गया और एक कंट्री सर और है वो रशिया हो गया रशिया हो गया सर ये
पांच है जो अपनी करेंसी सर लच कर रही है अगेंस्ट इतना सोच के बोलने की जरूरत नहीं है बड़ा आसान है इसको समझना बी आर आई सी एस बी मतलब ब्राजील आर मतलब रशिया आई मतलब इंडिया सी मतलब चाइना एस मतलब साउथ अफ्रीका अब क्या हुआ पिछले कुछ सालों में ब्रिक्स के साथ में और कंट्रीज जुड़ती चली जा रही है इनफैक्ट बहुत सारी और इमर्जिंग इकॉनमी बड़ी बड़ी वो जुड़ती चली जा रही है मोर देन 50 पॉपुलेशन ऑफ द वर्ल्ड इ विद ब्रिक्स और दूसरी तरफ कौन है जी से जी से कौन है यूएस और
उसके अला यूरोपियन कंट्रीज और यूके और जापान बट मजे की बात क्या है पिछले कुछ सालों में देखोगे तो जितनी भी कंट्रीज है स्पेशली ब्रिक्स नेशन वाली नॉ जस्ट ब्रिक्स इवन द जी से नेशंस जो अब तक यूएस का डेट खरीदते आए व यूएस का डेट बेच रहे हैं यूएस के रिजर्व्स कम कर रहे हैं क्यों ऐसा क्या हो गया सब कुछ सही तो चल रहा था सब कुछ अच्छा तो चल रहा था यूएस की बहुत सारी वर्स हुई पिछले कुछ सालों में तो यूएस क्या करता था डॉलर को वेपनाइजिंग पॉइंट वास जब रशिया के
साथ में उसने ऐसा किया रशिया के 300 बिलियन डॉलर के एसेट्स अगर आप सैक्श लगा रहे हो ट इज फाइन सक्शन मतलब क्या ट्रेड में कि हम इनके साथ में ट्रेड नहीं करेंगे ट इ फाइन बट आपने तो उनके एसेट्स पर ही कब्जा कर लिया वह एसेट्स जो उन्होंने भरोसा किया था किसके ऊपर यूएस डॉलर के ऊपर इन अदर वर्ड्स आपके पैसे मेरे पास रखे हुए हैं लोन नहीं है वो आपके पैसे हैं आपके पैसे आपने मेरे पास रखवा और मैं बैंक हूं और मैं उस पर कब्जा कर लू और मैं बोलू जाओ मैं आपके
पैसे नहीं देता तो बाकी लोगों के मन में क्या आएगा आज अगर इनके साथ हुआ है तो कल हमारे साथ भी हो सकता है तो ट वा द बिगेस्ट टर्निंग पॉइंट तब से आप देखोगे जितने भी सेंट्रल बैंक्स है जब से रशिया के साथ में हुआ उन सबने अपने जो यूएस डॉलर के रिजर्व है उसको कम करना शुरू कर दिया है बहुत तेजी से जो मैंने आपको चाइना का एग्जांपल दिया एक टाइम पर वो नंबर वन पर था आज जापान नंबर वन पर है चाइना एट टाइम 1.2 ट्रिलियन डॉलर ऑफ यूएस डेट आज कितना है
600 बिलियन डॉलर तो 600 को क्या किया गोल्ड परचेस कर लिया तो सारे जो सेंट्रल बैंक्स है व गोल्ड परचेस कर रहे हैं वाई गोल्ड वाई नॉट यूएस डॉलर्स दिमाग 2019 में बीआईएस ने गोल्ड को एस टीए वन एसेट डिक्लेयर कर दिया और उसके बाद से गोल्ड र शुरू हो चुका है जिसके बारे में आप लोगों को कुछ पता ही नहीं है क्यों क्योंकि आप लोगों को लगता है इससे मेरे को क्या फर्क पड़ता है ब जितनी भी कंट्रीज है उनकी जो गवर्नमेंट है सबको पता है तो सारी कंट्रीज क्या कर रही है इंक्लूडिंग बट
नॉट लिमिटेड टू इंडिया इवन वेस्टर्न कंट्रीज लाइक पोलैंड सब अपने गोल्ड के रिजर्व को बढ़ाने में लगे हुए हैं और यूएस डॉलर के रिजर्व को कम कर रहे हैं यूएस के जो बंड है उसको सेल कर रहे हैं तो अभी तक तो य गाड़ी बहुत बढ़िया चल रही थी यानी क्या यह जो डेट है यूएस के ऊपर जब उसकी ड्यू रेट आई तो किसी और को बंड दिया और वहां से पैसा आया पिछले वाले को दे दिया अब क्या करेंगे लगाओ दिमाग दिस इ रियल इंटेलिजेंस अगर आप यह देख पा रहे हो तो दिस इ
अहेड ऑफ टाइम इन अदर वर्ड्स अगर आप फ्यूचर को प्रेट कर पाओ बिना किसी के पास गए ट इज द साइन ऑफ इंटेलिजेंस इ इट नॉट या फ्यूचर में कुछ ऐसा होने वाला है और आप इधर की तरफ भाग रहे हो क्योंकि पूरी दुनिया इधर भाग रही है इसको क्या कहेंगे भेड़ चाल फूलिशनेस तो मुझे यह बताओ अगर आप यूएस हो तब आपके पास क्या ऑप्शन बचा अभी तक तो आपकी मोनोपोली थी अब ये दुनिया दो पार्ट में स्प्लिट हो चुकी है एक तरफ है ब्रिक्स इमर्जिंग इकॉनमी ये एक तरह से वर्ल्ड वॉर थ है
लेकिन एक्चुअल में हथियारों से लड़ाई नहीं हो रही है इकोनॉमिक वॉर है ट्रेड वॉर जैसे जब रशिया यूक्रेन की वॉर हुई थी तो इंडिया ने आपने पढ़ा होगा न्यूज में रशिया से क्रूड ऑयल इंपोर्ट किया उसकी पेमेंट कैसे करी डॉलर पर तो सक्शन लग गया था तो डॉलर को बायपास कर दिया इंडियन रुपीस में इट्स अ बिग थिंग ट इ इन ल ओवर द वर्ल्ड करेंसी क्या होती है पैसा क्या होता है उसका बेसिस क्या होता है एक्चुअल में तो कागज का टुकड़ा है जिसको आप बोल रहे हो 100 डलर है 8000 है 000 है
00 है जो भी है क्या है उसकी वैल्यू अरे अगर कॉन्फिडेंस है तो उसकी वैल्यू है नहीं है तो कुछ भी नहीं है तो कॉन्फिडेंस खत्म किस पर से यूएस गवर्नमेंट के ऊपर से यूएस डॉलर के ऊपर से यूएस इकॉनमी के ऊपर से बिकॉज ऑफ दिस डेट तो अगर यूएस अपने डेट पे डिफॉल्ट कर गया या इंटरेस्ट पेमेंट पे डिफॉल्ट कर गया तो क्या होगा डॉलर की वैल्यू घट जाएगी प्लस वो जितना पावरफुल था ऑल ओवर द वर्ल्ड तो फिर उसकी वो अलाइज भी कम हो जाएगी और सिर्फ इतना ही नहीं होगा और इतना कुछ
हो जाएगा जो अभी हम शायद सपने में भी नहीं सोच सकते क्योंकि जैसे ही यूएस ने किसी एक पेमेंट प भी डिफॉल्ट किया तो बाकी सब लोग जिनके पास में वो बंड्स पड़े हैं वो सब क्या मार्केट में बेचने के लिए नहीं आ जाएंगे इकोनॉमी ट्रबल हो जाएगी और जब ऐसा होगा तो ग्लोबली क्या एक बहुत बड़ी फाइनेंशियल क्राइसिस नहीं आ जाएगी इट्स लाइक प्रेसिंग द रिसेट बटन जो पिछले 100 साल में नहीं हुआ है हा 100 साल पहले कई बार हो चुका है बट उसके बारे में आप लोगों को कुछ पता ही नहीं है
तो अगर य रिसेट हो गया तो अगले पा 10 साल तक क्या होगा पूरी दुनिया में रिसेशन नहीं होगा उससे कुछ बहुत बड़ा होगा क्योंकि सब कुछ रिसेट होगा खेल ही पलट गया ना अगर डॉलर नहीं तो क्या गिव मीन अल्टरनेटिव क्या पाउंड की तरफ जाओगे यूके की हालत और भी खराब है जब यूएस डॉलर से विश्वास हटेगा कंज्यूमर्स का और गवर्नमेंट्स का तो और जितनी भी करेंसी है वहां से भी विश्वास हट जाएगा जीपी मॉर्गन ने एक बहुत सही बात बोली थी गोल्ड इज मनी रेस्ट एवरीथिंग इ क्रेडिट बट हम कभी ऐसे सोचते नहीं
है और ऊपर से क्या चल रहा है वहां पर यूएस में पता है ये तो थोड़ा बहुत देखते होगे न्यूज में ट्रंप क्या कर रहे हैं वहां पे पूरी दुनिया पर टैरिफ लगाने की बात कर रहे हैं तो इट्स लाइक जले पर नमक छिड़कना इट्स लाइक आग में घी डालना य पहले ही आग लगी हुई है यूएस की हालत पहले ही खराब है ऊपर से और कंट्रीज के ऊपर और प्रेशर क्रिएट कर रहे हैं तो कंट्रीज क्या करेंगी आपस में और ज्यादा ली काम करेगी और यही हो रहा है यूएस के जो अलाइज है या
अला थे वो भी अब यूएस के साथ काम नहीं कर रहे हैं वो ब्रिक्स के साथ काम कर रहे हैं और जिस दिन यह जो सिनेरियो मैं आपको बता रहा हूं जो आज नहीं तो कल होना ही है इ जस्ट मैटर ऑफ टाइम इससे बाहर निकलने का यूएस के पास में एक ही तरीका हैट इ हाइपर इंफ्लेशन वो क्या है करेंसी और ज्यादा प्रिंट करेंगे बट उसकी वजह से क्या होगा उनकी इकॉनमी में हाइपर इंफ्लेशन डॉलर की वैल्यू बहुत ज्यादा गिर जाएगी महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी सिचुएशन विल गो एब्सलूट आउट ऑफ कंट्रोल इन अदर
वर्ड्स देर इ नो वे आउट यह जो बात मैं बोल रहा हूं यह देखने की हिम्मत या देखने की समझ रेयरेस्ट ऑफ रेर कुछ लोगों में सामने ही है ओबवियस है कोई भी ऐसा इंसान जिसकी कमाई कम है खर्चे बहुत ज्यादा है और कर्जा बहुत ज्यादा है व कब तक टिकेगा आज नहीं तो कल कोलप्पन है जब व गिरेगी तो बाकी सब जो उस पर टिकी हुई है उनका क्या होगा अब कनेक्ट करो डॉट्स को दिस इ इंटेलिजेंस इन अदर वर्ड्स जो भी आप कर रहे हो क्या कर रहे हो फॉर एग्जांपल इंडिया में इस
वक्त हजारों इंजीनियरिंग कॉलेजेस है तो वहां से लाखों सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स निकल रहे हैं क्यों क्योंकि वोह सबसे ज्यादा कमा रहे हैं कैसे कमा रहे हैं क्योंकि यह जो बड़ी-बड़ी आईटी कंपनीज है वहां पर लाखों लोग काम कर रहे हैं क्या ये प्रोडक्ट कंपनी है या सर्विस कंपनीज है दोनों में क्या फर्क होता है एक प्रोडक्ट कंपनी क्या होती है सर्विस कंपनी क्या होती है प्रोडक्ट कंपनी जो खुद का प्रोडक्ट बना के लच कर रही है या मार्केट में बेच रही है और सर्विस कंपनी जो किसी और कंपनी को अपना एंप्लॉय दे रही है वो उसके
लिए काम कर रहा है और जब प्रोडक्ट की बात हम करते हैं तो हमारे दिमाग में यूजुअली आता है कि कोई हार्ड प्रोडक्ट होना चाहिए जैसे य बॉटल है तो यही एक प्रोडक्ट है नहीं सॉफ्टवेयर कुड आल्सो बी अ प्रोडक्ट जैसे माइक्रोसॉफ्ट के अपने प्रोडक्ट्स है यस यस इट्स नॉट अ सर्विस कंपनी इट्स अ प्रोडक्ट कंपनी अपने वहां क्यों नहीं बना रहे इन अदर वर्ड्स यूएस की इकॉनमी की जब इतनी ही बुरी हालत है तो ये सॉफ्टवेयर इंडियन कंपनी से क्यों बनवा रहे हैं अपने वहां से क्यों नहीं बनवा रहे अपनी कंपनी से क्यों नहीं
बनवा रहे वहां के जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स है उनसे क्यों नहीं बनवा रहे इंडिया से क्यों बनवा रहे हैं मे बी वहां उन्हे ज्यादा पैसे देने और यहां कम नॉट मे बी इट्स अ फैक्ट वहां पर अगर कोई सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जिसका स्किल लेवल है मान लो 100 में से 50 उसकी सैलरी है एक करोड़ रपए तो यहां पर उसी सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी है 10 लाख महीना 10 लाख महीना भी बहुत ज्यादा आपने यहां पे 10 लाख महीना भी बहुत ज्यादा हो गया बहुत ज्यादा है तो वहां पर जो कंपनीज है या दुनिया में कोई
भी प्राइवेट कंपनीज है उनका मोटिव क्या है सिर्फ और सिर्फ प्रॉफिट प्रॉफिट कैसे होता है सेल बढ़ती है खर्चे कम होते हैं तो इंडिया से वो सॉफ्टवेयर क्यों बनवा रहे हैं अपने वहां से क्यों नहीं बनवा रहे कॉस्ट कम है सस्ता है और तो कोई रीजन नहीं है ना हमसे प्यार तो नहीं है ना कोई अटैचमेंट तो नहीं है ना नहीं है अपने फायदे के लिए यानी अपनी जो प्रोडक्ट है वो चाइना से बनवा रहे हैं क्यों जबक ट्रेड वर है यूएस और चाइना के बीच में क्योंकि ये दो सबसे बड़ी पावर्स है वर्ल्ड की
तो यह आपस में डायरेक्ट कपटर है फिर भी अपना सामान वहां से बनवा रहे हैं देखा जाए तो अपनी टेक्नोलॉजी तक को आउटसोर्स कर रहे हैं और चाइनीज बड़े स्मार्ट है इस मामले में वहां पर आप कोई प्रोडक्ट बनवाओ ग तो उनको समझ आ गया कैसे बनाना है तो टाइम में उससे बेटर प्रोडक्ट बना देंगे सो अब समझने वाली बात क्या है कि आप एक एंट्रेंस की तैयारी कर रहे हो दो साल तीन साल चार साल लगा के एक टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में घुसने के लिए जिसके बाद में आपको बहुत अच्छा पैकेज मिलने वाला है
क्यों क्योंकि ऐसा ही होता आया है तो ऐसा ही होता रहेगा यह थॉट कहां से आ रहा है क्योंकि आपको कुछ पता ही नहीं कि दुनिया में हो क्या रहा है और क्या होने वाला है यू हैव नो आईडिया आप अपनी लिमिटेड इंफॉर्मेशन लिमिटेड जो अंडरस्टैंडिंग है उसके बेस प एक्ट कर रहे हो यू डोंट हैव एनी आईडिया अबाउट कि जिस कुए में आप इधर उधर भटक रहे हो और बड़ा सेफ फील कर रहे हो उसका तो पानी खत्म हो रहा है पानी सूख रहा है खेल पलट गया ना पूरा अगर मेरी बात समझ आ
रही है तो अब आप मेरे से क्या क्वेश्चन पूछोगे कि सर मुझे ये बताओ मेरे को ये एंट्रेंस की तैयारी करनी है मैं इसम फोकस कैसे करूं या फिर आप क्वेश्चन य पूछोगे सर मैं क्या करूं गेम ही पलट गया पूरा का पूरा कि ऐसे में क्या करना चाहिए या मेरे से नहीं भी पूछोगे तो अपने आप से पूछोगे ऐसे में क्या करना चाहिए बहुत सारे बेंचमार्क्स होते हैं जिसके बेस पर यह देखा जाता है कि एआई के जितने भी सॉफ्टवेयर है वो एक कोडर के कंपैरिजन में किस लेवल तक पहुंच चुका है व जो
एआई के मॉडल्स है वो किस हद तक एक्यूरेट है काम करने में कोडिंग करने में इन कंपेरिजन टू अ पर्सन अ ह्यूमन तो यह चीजें कोई दो साल 5 साल 10 साल में बेटर नहीं हो रही है रोज बेटर हो रही है तो आने वाले एक साल बाद दो साल बाद यह जो प्लेटफॉर्म्स है ये किस लेवल पर होंगे पहले तो फिर भी ये लोग बहुत सोच सोच करके बोल रहे थे ताकि लोगों में पैनिक ना हो आज तो खुलेआम बोल रहे हैं बट हम लोग कैसे हैं जैसे चूहा नहीं होता अपनी आंखें बंद कर
लेता है बच्चे होते हैं अपनी आंखें बंद कर लेते हैं जैसे कुछ बुरा होते हुए देखते हैं एस इफ कि अगर वो नहीं देख रहे तो वो एजिस्ट ही नहीं करता है क्या इसको इंटेलिजेंस कहोगे लोग क्या बोल रहे हैं नहीं नहीं ई तो उस लेवल पर है ही नहीं यह बिल्कुल ऐसा क है ना जब एक समय पर डिजिटल कैमरा आए थे नहीं नहीं डिजिटल कैमरा तो बेकार है वो फिल्म वाले ही बढ़िया है देखो ना उसमें कितनी डेप्थ है उसमें कितनी क्टी है व बढ़िया नहीं अरे भाई आज बढ़िया नहीं है दो साल
बाद क्या होने वाला है वो तो समझ इ सो यस फ समवन ट सम बेसिक नॉलेज ऑफ ल सस थिंग्स इ ग्रोइंग एक्सपो अब तो क्वांटम चिप्स बन गए हैं जिसकी बाद में इनका जो लर्निंग कर्व है इन मॉडल्स का वह अभी तक इट्स लाइक ऐसे बढ़ रहा है अब ऐसे बढ़ेगा बियोंड ह्यूमन कंप्रीहेंशन तो एक बहुत बड़ा सवाल य उ कि यह जो समझदार जानवर है जिसको लगता है कि वह सेंटर ऑफ द यूनिवर्स है इस धरती पर कौन है वह समझदार जानवर बहुत सारे जानवर है उसमें से एक जानवर ऐसा है जिसको लगता
है कि बस पूरी जो दुनिया है व उसी के आसपास घूम रही है उसके पास में सारा राइट है व जो चाहे वह कर सकता है जिस जानवर को चाहे उसको मार सकता है वह इस धरती का राजा है कौन है वह जानवर ह्यूमंस तो अब एक बड़ा सवाल यहां पर उठेगा कि जब एआई वो सारा काम इस जानवर से लाख गुना बेटर तरीके से कर लेगा आने वाले कुछ महीनों बाद या कुछ सालों बाद तो जानवर की जरूरत क्या है यह क्वेश्चन पूछना चाहिए यह जो आप आ कर के मेरे से पूछते हो बट
ऐसे क्वेश्चन तो कभी पूछता ही नहीं है कोई नहीं पूछता सर हाउ टू फोकस ऑन माय गोल सर हाउ टू बी फ्री फ्रॉम डिस्ट्रक्शन अच्छा एक बात बताओ जो कंपनीज है उनका प्रॉफिट किसम है आपको रखने में आपको निकालने में एंप्लॉई कम करने में एंप्लॉई बढ़ाने में एप्ल मतलब खर्चा खर्चा कम करने में या खर्चा बढ़ाने में क अगर एप्ल को कम करके वो अपने आउटपुट को बढ़ा सके बढ़िया हो गया ना सेल्स बढ़ जाएगी लेकिन जिन एप्ल को वो निकालेंगे डायरेक्टली या इनडायरेक्टली वो उनके कस्ट भी है तो पहले स्टेप में कौन मरेगा जो
लोग ऐसी जगह पर काम कर रहे हैं दूसरे स्टेप में कौन मरेगा ये कंपनीज क्योंकि आज कोई आईटी कंपनी है जिन्होंने कुछ लोगों को निकाला और उसको रिप्लेस कर दिया मान लो एआई एजेंट के थ्रू उससे काम करा रहे हैं कुछ सुपरवाइजर्स बिठा दिए जो थोड़े सीनियर लेवल के कोडर्स है जो उसको सुपरवाइज कर रहे हैं उसको इंस्ट्रक्ट कर रहे हैं बाकी सारा काम ऑटोमेटिक हो रहा है वो एजेंट अपने आप कर रहे हैं उनको अलग अलग टास्क असाइन कर दिए तो शॉर्ट टर्म में इस कंपनी को बहुत फायदा होने वाला है बट य कंपनी
काम किसके लिए कर रही है किसी और कंपनी के लिए आपके लिए तो नहीं बनाती य कंपनी सॉफ्टवेयर किसके लिए बनाती है और बड़ी बड़ी कंपनी के लिए मान लो एचएल के लिए कोई सॉफ्टवेर बना रही है अब एल के प्रोडक्ट कौन खरीद रहा है हिंदुस्तान लीवर के प्रोडक्ट कौन खरीद रहा है वही लोग जो उस कंपनी में काम कर रहे थे वहां से सैलरी मिल रही थी और वो खरीद रहे थे या किसी रियल एस्टेट कंपनी के लिए वो टेक कंपनी काम कर रही है अब वो घर कौन खरीद रहे थे वह घर खरीदने
के पैसे कहां से आ रहे थे जो लोग इन कंपनी में काम कर रहे थे वही तो खरीद रहे थे गुड़गांव में आज की डेट में तीन चार करोड़ से कम में कोई भी घर नहीं आता है थोड़ा सा भी अगर ढंग का घर आपको चाहिए तो तो तीन चार करोड़ का घर कौन खरीदेगा वो जिसकी सल लाख महीना तीन चार करोड़ रुपए का घर खरीदने के लिए उसकी ईम कितनी आएगी तीन से च लाख रुप महीना तो व पे करने के लिए आपकी सैलरी होनी चाहिए कम से कम 6 लाख रप महीना तो ऐसे
कितने लोग हैं जिनकी सैलरी है 6 लाख रप महीना या लाख रप महीना कुछ गिने चुने तो है तो जब इन्ही को आपने निकाल दिया अपने फायदे के लिए और इनके पास में ईएमआई भरने के पैसे नहीं है तो उस रियल एस्टेट कंपनी का क्या होगा उन सारी कंपनी का क्या होगा जो तरह तरह के प्रोडक्ट आपको बेच रही है अच्छा उन बैंक्स का क्या होगा जो इन प्रोडक्ट को और इन घरों को फाइनेंस कर रहे हैं बैंक के पास में ना कॉलेटरल है अच्छा उससे क्या होता है उससे यह होता है कि आपका जो
घर है जो आपने लिया चार करोड़ का 20 साल तक उसकी ई देनी है आपकी नौकरी चली गई एक साल में 19 साल रह गए हैं आपने कहा बैंक को मैं ईएमआई नहीं दे सकता बैंक आपसे वो घर ले लेगी क्या करेगी उस घर का अपने पास रखेगी बैंक को कैश चाहिए मार्केट में बेचेगी अगर इस तरह से बहुत सारे घर बिकने के लिए आ गए और खरीदने के लिए कोई है ही नहीं तो रियल एस्टेट मार्केट में जो प्राइसेस है उसका क्या होगा किसी ने 5 करोड़ का घर लिया है वो एक्चुअल में मार्केट
में 1 करोड़ का हो गया लेकिन पेमेंट उसको करनी है 10 करोड़ क्योंकि ईएमआई में इंटरेस्ट भी होता है इंटरेस्ट को अगर आप ऐड कर देते हो प्रिंसिपल अमाउंट में तो पेमेंट 5 करोड़ नहीं होती है 10 करोड़ होती है 20 साल में तो इंसान क्या कहेगा मैं 10 करोड़ की पेमेंट करूं या हाथ जोड़ लो भाई आपका घर आपको मुबारक यह घर आप रख लो मैंने एक करोड़ की पेमेंट करी है मार्केट में एक करोड़ का है आप रख लो आपको जो ठीक लगे आप कर लो तो क्या सब कुछ एक दूसरे से इंटरकनेक्टेड
नहीं है इंटरडिपेंडेंट नहीं है तो क्या जब यूएस इकॉनमी गिरेगी तो क्या सिर्फ यूएस इकॉनमी गिरेगी क्या यूएस इकॉनमी के ऊपर जो और इकॉनमी डिपेंड करती है अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेस बनाती है जर्मनी मडी बीएड आडी यह सब कहां की कंपनीज है जर्मनी इनकी सबसे बड़ी मार्केट कौन सी है यूएस तो जब यूएस की इकॉनमी कोलप्पन आप हो एक बहुत बड़े समुद्र में एक बुलबुले के जैसे बस इससे ज्यादा नहीं हो लेकिन खुद को पता नहीं क्या समझ बैठे हो और आप कह रहे हो पूरे समुद्र पर कहीं भी कुछ भी होता रहे मेरे को
क्या फर्क पड़ता है अच्छा अगर समुद्र में कोई सुनामी आई तो उस बुलबुले को फर्क नहीं पड़ेगा तो क्या इंटेलिजेंस में और फूलिशनेस में फर्क देख पा रहे हो और जितना इंसान बेवकूफ होता चला जाता है उतना ही सुपरस्टिशस होता चला जाता है अपने आसपास में देखो अपनी फैमिली में फ्रेंड सर्कल में क्या ये होता हुआ नजर आ रहा है नहीं आ रहा है प्रॉब्लम कुछ और होती है करते कुछ और है प्रॉब्लम है फाइनेंशियल लेकिन किसी ने बोल दिया कि यह करने से वो हो जाएगा जाओ जा कर के उनसे मिल लो कैसे भाई
वह फाइनेंशियल कंसल्टेंट है करियर कंसल्टेंट है नहीं नहीं नहीं नहीं किसी ने कुछ कर दिया है तुम्हारे ऊपर तो चीज और बढ़ेंगी सेंटीमेंट्स और ज्यादा हर्ट होंगे क्योंकि अंदर से हालत खराब है जब अंदर से एक इंसान अपनी लाइफ से सेटिस्फाइड होता है तो बाहर किसी के ऊपर भी अटैक नहीं करता है आज अपने चारों तरफ देख लो क्या लोगों के अंदर गुस्सा ज्यादा है या कम है सड़कों पर क्या हर इंसान लड़ने मरने को तैयार नहीं बैठ ऐसा क्यों हो रहा है लगाओ दिमाग इसका मतलब कहीं ना कहीं कोई बहुत बड़ी प्रॉब्लम है तो
वो गुस्सा कहीं तो निकलेगा ना जहां निकलना चाहिए वहां निकालने का किसी में दम नहीं है तो कहां निकलेगा तूने ऐसा कैसे बोल दिया तूने ऐसा क्या कर दिया नहीं तूने ऐसा कैसे बोल दिया न तूने ऐसा कैसे कर दिया करने की तो कई बात ही नहीं होती तो क्वेश्चन करो मैं आपको आंसर नहीं दे रहा लद आई हैव फिग आउट द आंसर फॉर माइसेल्फ ब आईम नॉट गिविंग यू द आंसर ऐसे में क्या करना चाहिए कक उससे क्या होगा आप और ज्यादा डम हो जाओगे यूर ल फुल ऑफ आंसर्स हर कोई आपको आंसर दे
रहा है और आप उ आंसर्स के अकॉर्डिंग एक्ट कर रहे हो बल्कि ये भी कहना गलत होगा आप तो समझदार हो ना तो क्या करते हो आप 10 लोगों से क्वेश्चन पूछते हो 10 अलग-अलग आंसर आते हैं फिर कंफ्यूज हो कर के बैठ जाते हो कि सर आप ये कह रहे हो वो वो कह रहे हैं अब क्या करें सर ये भी मुझसे पूछोगे तो इससे अच्छा है कि मैं कुछ बोलता ही नहीं हूं आप देखो जी क्या करना है मैंने आपको प्रॉब्लम बता दी कुछ बहुत बड़ा हो रहा है आपकी पूरी लाइफ अप साइड
डाउन टर्न होने वाली है आने वाले कुछ सालों में सर नीचे हो जाएगा पैर ऊपर हो जाएगा चलना सीख लो उस वक्त नहीं सीख सकते अभी से अगर कोशिश करोगे तो शायद सीख जाओ जैसे जब हॉस्पिटल में पहुंच गए तो जिम जाने का टाइम तो निकल गया ना जिम जाने का टाइम कब है जब आप फिट हो और और फिट होना चाहते हो तब तब नहीं जब आप बीमार हो और बहुत बीमार हो और डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया है कि अब कुछ नहीं हो सकता अब कोई दवा काम नहीं आगी अब दुआ काम आएगी
उस वक्त इन सब बातों का क्या काम है उस वक्त इंटेलिजेंस का क्या करोगे उस वक्त तो सुपरस्टिशन काम आएगा अगर ध्यान से मेरी बातों को सुना है तो जो मैंने प्रॉब्लम आपको बताई है उसी में उसका सलूशन भी छुपा हुआ है बट वो फिगर आउट करो ये आपका टास्क है जैसे होता नहीं है कई स्कूल में कॉलेज में यहां पर वहां पर कहीं भी जाते हो तो एक होमवर्क मिलता है ना तो ये आपका होमवर्क है घर जाओ आराम से बैठो और समझने की कोशिश करो सवाल बहुत सारे हैं जवाब एक भी नहीं दिया
है मैंने कि जब यह सब कुछ होगा तो क्या मिटेगा क्या बचेगा इंसान की क्या वैल्यू रह जाएगी इंसान की क्या इंपॉर्टेंस होगी जैसे आप सड़कों प ट्रक ज्यादा है या बैल गाड़िया ज्यादा है ट्रक्स ट्रक ज्यादा है तो खुद को एक बैल की तरह देखो कड़वा लगेगा लेकिन सच है तो क्या करोगे अगर तो बैल काम कर रहा है तो वो एक एसेट है नहीं कर रहा है तो लायबिलिटी है तो आप क्या हो एक एसेट हो लायबिलिटी हो सोचो ऐसा क्या है आपके अंदर ऐसी कौन सी स्किल है ऐसा क्या है जो कि
एसेट हो सकता है इस पूरी दुनिया के लिए ये सारे जो क्वेश्चंस हैं अगर सिर्फ इसको पूछ ही लेते हो तो दैट इज द बिगिनिंग ऑफ इंटेलिजेंस नॉट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बट रियल इंटेलिजेंस