है कि जंजीर व जंगल के बाहर एक झुग्गी में एक बकरी और उसके नन्हे मुन्ने प्यारे प्यारे साथ बच्चे रहते थे बकरी अपने बच्चों को खूब लाड़ प्यार करती थी और उनका अच्छे से ख़याल रखती अफसर बकरी को घास फल पाने के लिए घर से बाहर जाना पड़ता और तब यह छोटे-छोटे बच्चे घर पर अकेले ही रह जाते बकरी जानती थी कि जंगल में बदमाश खड़े रहते हैं और उनकी नजर उसके नन्हे मुन्नों पर है इस लिए वह उन्हें हमेशा खतरों से सावधान करती है कि ऐसे ही एक बार बकरी घास खिलाने बाहर गा रही
थी तो उसने अपने बच्चों से कहा मैं को बच्चों मैं बाहर जा रही हूं कि आप घर पर ही रहना दरवाजा ठीक से बंद करना किसी भी Android को दरवाजा खोलना नहीं ठीक है ठीक है अगर हम पहचानेंगे कैसे पता चलेगा कि दरवाजे पर मैं यह गाना सुना लूंगी [संगीत] कायल और मेरे बच्चों जल्दी खाना मजेदार है लाइन अरे जल्दी आओ खाना मजूर है जब तुम सुनोगे तब न करें और अगर एक बदमाश बकरी की और बच्चों की सारी बातें छुपकर सुन रहे हो भिन्न का राज मुझे पता चल गया है तो मेरी दावत है
तेजी से दौड़कर बेड़ियां बकरी के घर गया उसने दरवाजा खटखटाया और अपने बेसुरी आवाज में गाने लगा दो कि दरवाजा खोलो मेरे बच्चों मम्मी है आई चलते खोलो खाना मजूमदार है पर जल्दी खोलो खाना मजूर है [संगीत] ना गई दरवाजा खोल मां मजेदार होगी दरवाजा खोलो यह हमारी मां की तो नहीं लगती मां तो और यह रहा यह हमारी नहीं चले जाओ यहां से तुम हमारी मां नहीं हो बाहर खड़ा हो गया हैं अरे बेटा मैं तुम्हारी मां को खोलो दरवाजा नहीं नहीं तुम हमारी मन नहीं हो सकती हमारी मां की आवाज तो मीठी है
और तुम्हारी मदद जैसी चले जाओ यहां से वीडियो समझ गया बच्चे ही हाथ नहीं आने वाले वह सोचने लगा यह तो पहचान गए मेरी आवाज करो Idea अभिशप्त आता हूं समझा कि शहर पीने से उसकी आवाज बकरी जैसी मीठी हो जाएगी उसने जंगल में मधुमक्खियों का छत्ता ढूंढा शहद और बकरी के घर आया और दरवाजा खोलो मेरे प्यारे बच्चों मम्मी है और आज रात जल्दी जल्दी खोलो खाना मजेदार है लाई हां यही कहना था बकरी के घर आकर उसने दरवाजा खटखटाया ढूंढने बकरी जैसी आवाज निकालने की बहुत कोशिश की थी अजय को मैं तेरे पास
है कुल्लू मेरे बच्चों मम्मी है आई जल्दी खा लो खाना मजेदार हेल्दी डरे जल्दी खोलो खाना मददगार है मां घृत आवाज को उन्हीं की तरह ही होते हैं दरवाजा मां मजेदार होगी हां रुको पहले मुझे तसल्ली करने बाहर मां और बच्चा दरवाजे के पास गया और उसे गालियां पैर ने कहा कि यह हमारी मां नहीं उनके पैर तो गोरी-चिट्टी हैं और इसके पैर काली-कलूटी यह मीडियम दरवाजा छोटा बच्चा दरवाजे के पास गया और उसने कहा तुम हमारी नहीं मैं तुम्हारी पैर काले हैं मगर हमारी मां के पैर तो गोरे हैं चले जाओ यार से तू
हमारी मांग नहीं हो चली और हां से ढूंढ परेशान हो गया वह यह बच्चे हैं या जासूस इतनी जल्दी कहां हार मानने वाला था वह गया गांव की चक्की में दोपहर का वक्त था चकली वाला आराम फरमा रहा था ढूंढ चुपके से आटे की बोरी में अपने पैर ड्राई अब उसके पैर बकरी जैसे सफेद हो गए थे थे कैसे दरवाजे नहीं खुलते या फिर से बकरी के घर गया दरवाज़ा खटखटाकर गाने लगा [संगीत] जाम खोला मेरे बच्चों मम्मी है जल्दी खोलो ब्लुटूथ जल्दी खून मतदार हेल्दी डिफिकल्ट हां यह देखो कितनी मीठी आवाज है दूसरे बच्चे
ने दरार में झाल तो उसे सफेद पैर दिखाई दिये सिलेंडर दरवाजा मुझे भूख लग रही है घ्र होते हैं वह मां नहीं कोई और है मगर बाकी बच्चों की एक न सुनी और दरवाजा खोल दिया और फिर क्या हुआ जोर से आ हां मेरी प्यारी बच्चों मैं हूं तुम्हारी मां और मैं तुम्हें खाना देने नहीं तुम्हें ही खाने आया हूं [हंसी] वीडियो घर के अंदर आ गया उसे देख कर बच्चे बहुत ही डर गए चिल्लम चिल्ली मच गई बच्चे इधर-उधर भागने लगे वीडियो से छुपने लगे कोई परदे के पीछे छुपा तो कोई पलंग के नीचे
एक बच्चा अलमारी में छिप गया और दो बच्चे एक बड़ी सी टोकरी के नीचे छुप गए एक को कुछ समझ में नहीं आया तो वह ऐसे ही बूथ बनाए खड़ा रहा बीडीए के सामने अब कैसे बच्चों के मुझसे मैं तुम्हें पकड़ कर ही रहूंगा का यह एग करके सब बच्चों को ढूंढा और पकड़कर एक बोरी में डाल दिया बोरी को अपने का पर रखकर है मजे से गुनगुनाता जंगल की ओर निकल पड़ा हो नन्हे-मुन्ने ताजी-ताजी बच्चे आज तो मेरी तावत है ढूंढ की नजर से बचकर सबसे छोटा बच्चा स्कूल में छुपा हुआ था उस पर
नहीं गया और वह बच गया थोड़ी देर बाद जब बकरी खाना लेकर घर पहुंची तो उसने देखा कि घर का दरवाजा खोला और अंदर का सारा सामान बिखरा पड़ा डर के मारे वह बच्चों को पुकारने लगे मेरे प्यारे बच्चों कहां हो तुम देखो देखो मैं तुम्हारे लिए क्या लाई हूं कि आवाज पहचान का सबसे छोटा बच्चा बाहर आया और रोने लगा दो मैं बकरी ने तुरंत उसे गले लगा लिया और पूछा तुम्हारे भाई रन कहां है छोटे बच्चे ने रोते-रोते सारी हकीकत मां को बताई बकरी गुस्से से लाल हो गई मेरे बच्चों को यह खबर
लेती हूं कि मेरे साथ बच्चों को और उस बदमाश को ढूंढते हैं पिघला लेकर जा रहा था थोड़ी ही देर बाद थक गया उसने सोचा अब थोड़ी देर आराम कर लेता हूं ऐसे बच्चे कहां भागे जा रहे हैं उन्हें तो मैं बहुत चाव से खा लूंगा ऐसा सोचकर ढूंढने नीचे रखिए और एक बड़े पेड़ के नीचे आराम से सो गया बच्चों को ढूंढ रही बकरी ने खर्राटे सुनने हैं कि हां इन जी हां बकरी ने देखा बेडियां आराम से सो रहा था पास पड़ी बोरी में बच्चे हिल रहे थे बच्चों को जिंदा देख बकरी की
जान में जान आई वह चुपके से बुरी के पास गई और उसे खोल दिया सारे बच्चे बुरी से बाहर आ गए बच्चे मां को देख कर बहुत खुश हो गए इतने में छोटे बच्चे ने एक बड़ा-सा पत्थर लाया और उसे बोरी में डाल दिया उसकी देखा-देखी सारे बच्चों ने बड़े बड़े पत्थरों से बॉईल भर दी बकरी ने गौरी को रस्सी से बांध दिया अब बकरी और उसके साथ बच्चे पास की झाड़ी में छिपकर आगे का तमाशा देखने लगे कुछ देर बाद जेडीए की नींद खुला हो बहुत देर हो गई अब मैं घर जाता हूं नन्हे
बच्चे खाता हो बेड़ियां बोरी उठा निकल पड़ा कितनी वजनदार है वह अच्छी तरह खूब सारे बच्चे आज तो मेरी दावत है मैं तो पेट भर के खा लूंगा उठाकर भेड़िया चल पड़ा मगर पत्थरों से भरी बोरी उससे संभाली नहीं जा रही थी नदी पार करने के लिए जैसे ही वह पानी में उतरा पैर फिसल कर पानी में गिर गया और बहाव के साथ बहने लगा अगर मुझे कोई बचाओ मुझे बचाओ भक्त थीं और उसके साथ बच्चे ढूंढ की हालत देख हंसनार रॉकी नहीं पा रहे थे सब बुराई का अंत हमेशा बुरा होता है हमें तब
तक आगरा आते और देखते रहिए जिंगल डुब