हेलो फ्रेंड्स मैं हूं गौरव और मुगल जिन्होंने 16वीं सदी के अंत तक ऑलमोस्ट पूरे भारत को कब्जा कर लिया था डिड यू नो की यह माइटी मुगल एम्पायर नॉर्थ ईस्ट के छोटे से हम एम्पायर से एक नहीं बल्कि 17 बार वॉर करके हर गई थी लेकिन आखिर कैसे मुगलों की इतनी विशाल सी को नॉर्थ ईस्ट के एक छोटे से ट्राइबल किंगडम अन होम 17 बार हराकर नॉर्थ ईस्ट को मुगलों से हमेशा के लिए बचा के रखें वेल ये कहानी शुरू होती है 1200 एड से जब असम में वैसे तो कहीं छोटे-छोटे samrajyaon का राज हुआ
करता था लेकिन इन सब में से सबसे प्रॉमिनेंट द माइटी कम रूप किंगडम जो असम की धरती में 500 एड से राज किया करते द लेकिन फिर 12 28 ए में ए होम डायनेस्टी के राजा सुख का बर्मा से माइग्रेट होकर असम के कम आरोप पर आक्रमण करके वहां पर सेटल हो गए अब ये होम साम्राज्य वैसे तो बस ट्रेवल्स द इसलिए उनका धर्म मेजर्ली अनिमाइज्म यानी प्रकृति की पूजा करना था लेकिन हिंदुस्तान में आते ही उन्होंने नई प्रजा मेरे साथ घूमने मिलने के लिए सबसे पहले हिंदू धर्म को अपना लिया इसके बाद उन्होंने बहुत
ही जल्द अपने टेरिटरीज को ग्रो करना स्टार्ट कर दिया और 1600 के अंतर वो पूरे 9:30 में एक प्रॉमिनेंट पावर बन गए अब जहां पर भारत के पूर्वी भाग में ये स्थिति चल रही थी वहीं पर 1556 से ही मैनलैंड भारत में एक और बड़ी सियासत अपने जड़ मजबूत कर रही थी मुगल लिया सल्तनत मुगलों की रफ्तार तो हम से भी दुगनी तेजी से बढ़ रही थी क्योंकि उन्होंने आने के बहस चार सालों में ही ऑलमोस्ट पूरे नॉर्दर्न कॉन्टिनेंट में अपना कब्जा जमा लिया और 16वीं सदी के अंत तक तो लगभग पूरे भारत में उनका
हरा ध्वज लहरा रहा था अब अगर कुछ बचा रह गया था तो वो था भारत का नॉर्थ ईस्ट का हिस्सा जहां पर अभी अब एम्पायर काफी तेजी से एक्सपेंड कर रहा था सो जाहिर सी बात है मुगल को आंखों में अंपायर से थ्रेट महसूस हुआ और बस उन्होंने अपना अगला निशाना उसी अंपायर को बना दिया अब इन दोनों पावर्स के बीच में साल 1613 से लेकर 16 82 तक एक नहीं 17 लड़ाइयां हुई जिसकी शुरुआत हुई थी इन फेमस बैटल ऑफ संधारा से अब इस बैटल के पहले मुगल शौर्य होम्स के बीच में कोई भी
डिप्लोमेटिक या ट्रे रिलेशनशिप नहीं द मगर एक दिन 1616 में होम्स ने रतन शाह नाम के एक मुगल ट्रेड को इनसेंस में उसे होने वाले एक रेयर bootspeshi लविन को चुराते हुए पकड़ा लिया और फिर पूछताछ में ये पता चला की वो ये वुडन लोग मुगल बादशाह जहांगीर के लिए चोरी कर रहा था तो बस यही से इतनी सी बात के लिए हो गई जंग की शुरुआत क्योंकि मुगलों का मानना था की बादशाह के लिए किसी भी चीज को इनकार करना मतलब खुद बादशाह जहांगीर का तिरस्कार करना एंड आज अन रिजल्ट पूरे मुगल सल्तनत का
ही तिरस्कार करना तो हम उसको इसी बात का सबक सीखने के लिए बंगाल के मुगल गवर्नर शेख कासिम खान ने अपने आर्मी जनरल को 10000 की सी देकर ahobes पर एक अचानक हमला करने के लिए भेज दिया अब क्योंकि हमला एकदम अनएक्सपेक्टेड था तो होम्स उन्हें कॉन्फिडेंट नहीं कर पाए एंड आते लास्ट यह वॉर हर गए यस यू हैव इट राइट अन होम आर्मी यह पहला वॉर हर गई थी लेकिन अगर देखा जाए तो ये उनका कोई डिफरेंट नहीं था बल्कि ये एक सेट बाग था बिफोर डी में पाउंड्स बैक सो आर्म्स ने बस कुछ
ही दिनों में अपनी सी को एकजुट किया और आप मानोगे नहीं लेकिन ये इतनी सी साइज वाले हम किंगडम ने सिर्फ 1 महीने के अंदर पुरी मुगल आर्मी को हराकर असम पर वापस अपना राज एस्टेब्लिश कर दिया एंड दिस वाज डी फर्स्ट मेजर अचीवमेंट फॉर अन होम जहां से आई बिलीव उनका आत्मबल भी बढ़ाना शुरू हो गया अब बस इतनी बड़ी हर के बाद मुगलों ने 16-19 में लगातार दो बार होम्स पर हमला किया और असम को लेने की पुरी कोशिश की लेकिन वहां भी वो जीत नहीं सके एंड सरप्राइज एग्ली इन दो हम लोग
के बाद अगले 20 सालों तक मुगलों ने ओह पर एक भी हमला नहीं किया अब फ्रेंड्स हमने स्कूल की किताबों में मुगल बादशाहों के बारे में तो काफी पड़ा है लेकिन होम एम्पायर के बारे में तो बहुत ही कम लोग जानते द अब हो एम्पायर को मुगलों को अपना वर्चस्व बनाने नहीं देना तो था बट आते डी से टाइम उन्हें अपना धर्म और कल्चर को भी प्रोटेक्ट करना था ये लोग बखूबी जानते द की नॉर्थ ईस्ट इंडिया का एक बहुत ही हम हिस्सा है और इसीलिए उर्स प्रोटेक्ट करने के लिए किसी भी हद तक जाने
को तैयार थी अन होम एम्पायर की बहादुर और वीरता के बारे में अगर आप और जानना चाहते हो डिटेल में तो ए होम डायनेस्टी करके एक बुक है जो अवेलेबल है कुकू एफएम पर इस पूरे एम्पायर की सच्चाई को जान सकते हो आपके अंदर एक अलग ही लेवल का sahasum आएगा इस ऑडी बुक के साथ अगर आपको अपने नॉलेज को और बढ़ाना है तो चोल डायनेस्टी और डी मैं लुक डायनेस्टी ये दोनों ऑडियो बुक्स भी मैं आपको raycommend करना चाहूंगा ताकि आपको एक अच्छे तरीके से समझ में आएगा की हमारे भारत में ऐसी भी कहीं
डायनेस्टी रही है जो मुगलों की तरह ही बहुत इंपॉर्टेंट थी लेकिन उसके बारे में लोग बात ही नहीं करते इन ओर बुक्स को आप रीड कर सकते हो कुकू एफएम पर कुकू एफएम ऐप इंडिया का लीडिंग ऑडियो बुक प्लेटफार्म है जहां पर अलग-अलग जॉन राज के मोस्टली नॉलेज जेनर जिसकी हिस्ट्री करियर बायोग्राफी मोटिवेशन लिटरेचर सेल्फ इंप्रूवमेंट फाइनेंस इट्स राखी आपको डिफरेंट बुक्स मिलेंगे ऑडियो फॉर्मेट जिससे आप सन सकते हो सेवन अलग-अलग रीजनल लैंग्वेज इस ऐप का ईयरली सब्सक्रिप्शन वैसे तो 399 पर ईयर है लेकिन अगर आप मेरा कूपन कोड उसे करोगे जो है गेट सेल्फ
50 तो आपको सिर्फ 199 रुपीस में इसके साला ने कहा सब्सक्रिप्शन मिल जाएगा इमेजिन आप कितना नॉलेज जेन कर सकते हो सो हरि नौ डाउनलोड करो कुक्कू एफएम लिंकन डिस्क्रिप्शन एंड स्टार्ट इन्वेस्टिंग विद इन योरसेल्फ और अब वापस आते हैं हमारे वीडियो पर आर्म्स को तो ऐसा लग रहा था मानो जैसे मुगलों ने हर मैन ली है लेकिन बात असल में ऐसी नहीं थी असल में मुगल इतने सारे डिफीट्स के बाद परेशान हो चुके द उनको किसी भी हालत में जीत चाहिए थी और उसे इलाके पर कब्जा करना था और इसी जीत को हासिल करने
के लिए 1636 में 20 साल के इंतजार के बाद मुगलों ने आ होम्स पर चौथा हमला किया लेकिन इस बार पुरी तैयारी के साथ अब इस जंग में अफसोस मुगलों की तैयारी कम आई और उन्होंने पूरे वेस्टर्न होम किंगडम को अपने अंदर ले लिया और तो और उसे पर सक्सेसफुली दो सालों तक राज भी किया लेकिन फिर उसके बाद क्योंकि 2 साल तक ए होम्स की तरफ से कोई भी हमला नहीं हुआ तो मुगलों को ये पुरी तरीके से या रोने लग गया था की होम सब दर के हमेशा के लिए चुप बैठ चुके हैं
और वापस नहीं आने वाले हैं बट वेट अन होम्स छुप नहीं हुए द असल में वो फिर से एक बार एक सही मौके की तलाश में द जो उन्हें मिला सन 1638 में 1638 में आन ने मुगलों पर एक कलेक्टिवली हैवी स्ट्राइक करके अपना पूरा किंगडम वापस ले लिया और फिर से पूरे नॉर्थ ईस्ट पर अपना राज स्थापित कर लिया लेकिन इतने सारे वॉर्स और कंटीन्यूअस मत भेद के बाद ये ज़ाहिर सी बात थी इन दोनों राज्यों की इकोनॉमी काफी वीक हो गई थी जो obbviesli दोनों राज्यों के लिए एक बड़ा लॉस था और इसीलिए
दोनों राज्यों ने एक पीस ट्रीटी करने का फैसला ले लिया और साल 1639 में दोनों के आर्मी कमांडर्स ने ट्विटर ऑफ असुरारी अली को साइन कर लिया इस टीवी के तहत ए होम्स को वेस्टर्न असम मुग़ल को देना पड़ा और बदले में मुगल ने अहो एम्पायर को एक इंडिपेंडेंट किंगडम के तौर पर एक्सेप्ट कर लिया ऑलमोस्ट सक्सेसफुल हो गई थी क्योंकि अगले 10 सालों तक दोनों भी साइड्स ने एक दूसरे पर कोई भी अटैक नहीं किया मगर साल 1648 में पिक्चर में एंट्री होती है अन होम के नए राजा राजा जय ध्वज की जिनका ये
मानना था की हम अपना ही इलाका मुगलों के हाथों क्यों सौंप प्लस क्योंकि 10 सालों में हमारी अर्थव्यवस्था भी स्टेबल हो गई थी तो फिर से मुगलों पर आक्रमण क्यों नहीं किया जाए तो बस गद्दी पर आते ही जायदाद ने ट्विटी ऑफ असुर अली को तोड़कर वेस्टर्न असम इलाके में आक्रमण करके अपने पूरे राज्य को वापस ले लिया सो नौ अगेन फॉर अनदर टाइम डी होल ऑफ नॉर्थ ईस्ट वाज अंडर अन होम्स कंट्रोल बट सरप्राइजिंगली शायद मुगलों को इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ा क्योंकि अगले 12 साल तक मुगलों ने ओह पर दो छोटे अटैक्स
के अलावा कोई भी मेजर काउंटर अटैक नहीं किया और एटलिस्ट डी होम्स थॉट सो मतलब देखो 1657 आते आते मुगल बादशाह शाहजहां काफी बीमार पद गए द और क्योंकि मुगल या शासन में सक्सेशन के लिए कोई प्रॉपर रूल नहीं था तो शाहजहां के चारों बेटे गद्दी के लालच में आपस में ही भीड़ रहे द खुद आपस में ही वॉर कर रहे द बॉस जैसे बैटल ऑफ dharmatpur एंड बैटल ऑफ संगढ़ अब इन वॉर्स के बाद फाइनली सक्सेशन के बैटल में औरंगज़ेब विनिंग कैंडिडेट निकाला और उसने अपने सारे भाइयों को खत्म करके खुद को पूरे मुगल
साम्राज्य का नया बादशाह बना दिया लेकिन इस नए बादशाह को पूर्वी पृथ्वी में मिली शर्मिंदगी जरा भी मंजूर नहीं थी तो अपनी जिद को पुरी करने के लिए उसने हम पर सातवां बड़ा आक्रमण करवा दिया और वो ये जंग जीत भी गया इनफेक्ट मुगल सर में इतने सक्सेसफुल द की वो होम्स की चारित्र्य के इतने अंदर ए गए द की राजा jaidbaaz को रातों रात शाही खजाने तक को छोड़ के अपने कैपिटल से भगाना पड़ा था अब क्योंकि अब हम हर गए द उन्हें 1663 में डी तृत ऑफ खेला jarighat साइन करनी पड़ी इस स्वीटी
के तहत anomes को तीन लाख सोने के सिक्के कुछ हाथी और मुगल हरे में राजा जाटव अपनी बेटी तक को वॉर इंडियन नीति के तौर पर देना पड़ा इस ट्रीटी का शोक शायद वो खेल नहीं पाए और उनकी मृत्यु हो गई लेकिन उनके डेथ के पहले ही उन्होंने वॉर इंडिमनिटी का पहला गोल्ड कॉइन इंस्टॉलमेंट दे दिया था अब बारी थी अगले इंस्टॉलमेंट की लेकिन तब तक ए होम किंगडम की गद्दी पर बैठ चुके द राजा chakradwaj वो इस ट्रीटी से बहुत ही ना खुश द और अपनी पिता के मौत का बदला लेना चाहते द इस
बदले को पूरा करने के लिए साल 1665 में उन्होंने मुगल पर एक आठवां बड़ा हमला करके अपनी पुरी किंगडम को वापस ले लिया सुनाओ फाइनली हम स्वर बैक अगेन एंड रूल एंड इन फैक्ट अब इस लड़ाई के बाद छह मेडल हुए लेकिन किसी भी बैटल में मुगलों को जीत हासिल नहीं हुई और इसीलिए इस लगातार जीत से असम में होम्स काफी घुसते लेकिन दिल्ली में बैठा मुगल बादशाह औरंगज़ेब काफी गुस्सा था और इसी गुस्से में साल 1671 में उसने अंबर के राजा राम सिंह को होम्स पर इनवेजन करने के लिए भेज दिया और शुरू हो
गया डी बैटल ऑफ सरायगत ए होम किंगडम पर ये 15 सबसे बड़ा और काफी फेमस हमला था एक्चुअली दिस बैटल वैसे ट्रॉली इंसान क्योंकि इतने छोटे सी वाले हम किंगडम पर हमला करने औरंगज़ेब ने 4000 यानी असरदार की 4000 सोल्जर्स mansabda राम सिंह के साथ 1500 शाही सोल्जर्स 18000 की काबिल री 30000 फुट सोल्जर्स 40 शिप और ऐसे कुल मिलाकर 75 से 80000 सोल्जर्स ने भेजे द अब इतनी विशाल सी के सामने ए होम्स की कुछ हजार की सी का टिकना बिल्कुल नामुमकिन सा था लेकिन अहम आर्मी के जनरल लचित borfu खान ने इस नामुमकिन
कम को भी मुमकिन बनाया उनका प्लान काफी सिंपल था इतनी बड़ी सी को गुवाहाटी पहुंचने के लिए बस दो ही रास्ते द पहला असम की वैल्यू से होते हुए और दूसरा ब्रह्मपुत्र नदी को सेल करके और अगर मुगलों की नवल कैपेबिलिटीज की बात करें तो उनकी नेवी इन एक्सपीरियंस और वीक थी तो एक बात तो बिल्कुल क्लियर थी की उनको कोई अगर खतरा था भी तो वो लैंड अटैक से ही था इसी वीकनेस को अपॉर्चुनिटी बना कर लचित ने लैंड रूट को ही ब्लॉक कर दिया बेसिकली उन्होंने सॉइल और बड़े पत्थरों को वाली के एंट्री
पॉइंट के बीचों-बीच डालकर गुवाहाटी की ओर जाने वाले रास्ते को ही बंद कर दिया और बात रही ब्रह्मपुत्र नदी की तो उन्होंने वहां पर मौजूद सराय घाट इस नैरो पॉइंट पर मुगलों के लिए घाट लगा दिया अब इनके इस मास्टर प्लान की वजह से मुगलों के आधे सोल्जर्स बैली में और आधे ब्रह्मपुत्र नदी में मारे गए और एक बार फिर से जीत हो गई होश की इन फैक्ट यह मुगलों की अब तक की सबसे बड़ी हर थी लेकिन अनफॉर्चूनेटली टेबल स्टैंड अगेन जब साल 1679 में बंगाल के मुगल गवर्नर ने एक होम कमांडर लालूक बोर्ड
फुकान को अपने साइड कर लिया लालू को लोअर करने के लिए मुगलों ने 4 लाख गोल्ड कोइंस के साथ आ होम किंगडम का राजा बनाने का ऑफर तक दे दिया एंड दिस कद इतनी अच्छी ऑफर्स उनके लालू तुरंत मैन गया उसने ऑफर को एक्सेप्ट कर लिया और मुगल सेनन को गुवाहाटी में एंट्री दे दी और फिर एक और एक बार मुगलों ने होम्स पर अपना 16वां हमला किया और होम्स को हरा दिया अब देखा जाए तो मुगलों के हाथ हम किंगडम गए हुए 2 साल बीट चुके द और फिर से को लगा की हम कुछ
नहीं करने वाले पर इस बार ए होम्स के मंसूबे कुछ और ही द एक बड़ा और फाइनल स्ट्राइक करने के ये 17th और आखिरी बड़ा अटैक था जिसमें साल 1681 में हम के नए राजा राजा गदाधर सिंह ने अपनी टेरिटरीज को वापस लेने का फैसला किया और इस फैसले पर अमल करते हुए उन्होंने गुवाहाटी में स्थित मुगल बेस पर हमला करके मुगलों को नॉर्थ ईस्ट से बाहर भाग दिया और इस हर के बाद मुगल बेसिकली समझ गए द की ये इलाका लेकर कोई फायदा नहीं है क्योंकि ये अंपायर बार-बार स्ट्राइक करके उन्हें भागने ही वाली
है वहां से ये अंपायर डस्ट से मस्त नहीं होने वाली और मुगलों की धमकियां से नहीं डरने वाली और अपने हक के लिए लड़ने वाली है और इस हर के बाद मुगलों ने कभी भी नॉर्थ ईस्ट के तरफ नजर उठाकर नहीं देगा इसके बाद अगले 200 साल तक अन होम इस पूरे नॉर्थ ईस्ट पर unbeatabli राज करते रहे सो फ्रेंड्स ये थी कहानी एक सोंग इंडियन किंगडम के बारे में जिसके बारे में हम में बहुत से लोगों को शायद ही पता होगा एक्चुअली देखा जाए तो ये हमारी गलती नहीं है क्योंकि हमारा इंडियन एजुकेशन सिस्टम
हमारे हिस्ट्री टेक्स्ट बुक्स में मुगलों पर फोकस करता है बट ऐसे ब्रेव किंग्डम्स पर नहीं जिन्होंने अपनी हक के लिए अपने लैंड के लिए दूसरे फौरन इनवेडर्स को कभी अंदर घुसने नहीं दिया और डटकर उनका सामना किया ये अंपायर्स लाइक दी ए होम अंपायर्स ब्रेवरी का एक सिंबल है जो इंडियन को यूनाइटेड करेंगे अपने लैंड और अपने हक के लिए लड़ने के लिए बट इट्स अनफॉर्च्युनाते की बहुत से लोगों ने इनके बारे में सुनाई नहीं है सो अब फ्रेंड्स आप मुझे बताओ की आपने इस किंगडम के बारे में पहले सुना था क्या और इनकी स्टोरी
आपको पता थी क्या अगर हान तो नीचे कमेंट सेक्शन में लिखना अगर नहीं तो भी नीचे लिख दो और अगर इस वीडियो से आपको कुछ भी नया सीखने मिला एक लाइक जरूर ठोकना गेट सेक्शनल को भी सब्सक्राइब कर लो और बैल नोटिफिकेशन दबाव ताकि आगे आने वाली ऐसी इंटरेस्टिंग और नॉलेज वीडियो आप कभी भी मिस ना करो और फ्रेंड्स ज्यादा से पहले कू कू एफएम आपको इंस्टॉल करना मत भूलना उसे माय कूपन कोड तू गेट 50% ऑफ सी यू नेक्स्ट टाइम फ्रेंड्स ऑलवेज टेक यूवीएस कीप लर्निंग एंड कीप गोइंग जय हिंद