How To Use ChatGPT | ChatGPT Full Course 2025

323.05k views11697 WordsCopy TextShare
Tube Sensei
How To Use ChatGPT | ChatGPT Full Course 2025 | Beginner To Advance ChatGPT Course | Master Chatgpt...
Video Transcript:
चैट जीपीटी एक ऐसा एआई टूल जिसके बारे में पिछले कुछ सालों में आपने हर जगह सुना होगा और यह चीज जायज भी है क्योंकि हर रोज इस टूल को 5 करोड़ से भी ज्यादा लोग यूज़ करते हैं जबकि 40 करोड़ से भी ज्यादा लोगों ने इस पे साइन इन कर रखा है और टाइम टू टाइम इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन ऐसा क्या है इस टूल में जिसकी वजह से ए रेवोल्यूशन स्टार्ट हो गया और अगर आपको ये टूल इस्तेमाल करना नहीं आता तो क्या आपका फ्यूचर खतरे में है? जवाब है हां 2025 शुरू हो चुका
है और अगर आपने अभी भी एआई कोड अप्ट नहीं किया है आपने प्र्प इंजीनियरिंग नहीं सीखी है तो आपका करियर खतरे में है और ऐसा मैं नहीं कह रहा बल्कि यही कहना है आईएमएफ का जिनके अकॉर्डिंग अगले 5 साल में वर्ल्ड की 60% जॉब्स अफेक्ट होने वाली है वो भी एआई की वजह से और इस रेवोल्यूशन में आप अपने करियर को सिर्फ तभी बचा पाएंगे जब आपको एआई का यूज़ करना आता होगा और एआई का यूज़ तब तक आप अच्छे से नहीं सीख सकते जब तक आपको चैट जीपीटी अच्छे से ना आ जाए। चैट जीपीटी
क्या है? चैट जीपीटी को यूज़ कैसे करते हैं? प्र्प्ट इंजीनियरिंग कैसे करते हैं? सही और गलत प्रम्प्ट्स क्या होते हैं? खुद का जीपीटी कैसे बनाएं? और एज अ कंटेंट क्रिएटर जीपीटी को कैसे यूज करें? डेली लाइफ में चैट जीपीटी को कैसे यूज करें? आज के वीडियो में आपको इन सभी क्वेश्चंस का आंसर मिलने वाला है। अगर आज से पहले आपने चैट जीपीटी के बारे में नहीं भी सुना होगा तो इस वीडियो के बाद आप चैट जीपीटी के एक्सपर्ट बन जाएंगे और आप अकेले 10 लोगों का काम करने जितना कैपेबल हो जाएंगे। यह वीडियो मैंने टोटली
बिगिनर फ्रेंडली बनाई है। तो भले ही आप एक स्कूल स्टूडेंट हो जिसे होमवर्क में हेल्प चाहिए या फिर भले ही आप एक बड़े स्टॉक मार्केट के प्लेयर क्यों ना हो। यह वीडियो आपके काम आएगी ही आएगी। इसलिए इस वीडियो को एंड तक जरूर देखना। यह एक वीडियो कम और कॉस्ट ज्यादा है। तो अब बिना किसी देरी के शुरू करते हैं बिल्कुल बेसिक से। व्हाट इज चैट जेपीटी? चैट जेपीटी की फुल फॉर्म है चैट जनरेटिव फ्री ट्रेंड ट्रांसफार्मर। और यह एक एआई टूल है जो कि आपके क्वेश्चंस के आंसर देता है और आपके बताए हुए टास्क
कंप्लीट करता है। लेकिन इसमें यूनिक क्या है और कैसे इस टूल ने रेवोल्यूशन स्टार्ट किया? यह समझने के लिए आपको पहले थोड़ा सा हिस्ट्री में जाना पड़ेगा। और अगर आप इस पार्ट को थ्योरेटिकल समझ के स्किप करने की गलती करने वाले हो तो अभी रुक जाओ। प्रैक्टिकली आप तब तक एआई को एडप्ट नहीं कर पाओगे जब तक आपको थ्योरी अच्छे से समझ ना आ जाए। सारी गेम स्टार्ट होती है 1940 में जब इंसानों ने पहली बार कंप्यूटर बनाया था जो कि अकाउंट्स के काम के लिए यूज हो रहा था। तभी से सभी इंजीनियर्स और साइंटिस्ट
के दिमाग में सिर्फ एक ही सवाल था। क्या हो अगर कंप्यूटर इंसानों की तरह सोच सके, बोल सके और काम कर सके। और इसी आईडिया से कांसेप्ट जनरेट हुआ एआई का यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। अगर आपको नहीं पता तो मैं बता दूं कि पहला एआई प्रोग्राम 1956 में ही बन गया था। और तब से एi में एडवांसमेंट होती जा रही है। उस टाइम में एi को चीजों को क्लासिफाई करने के लिए यूज किया जाता था। सुनने में बहुत ही छोटी सी चीज लग रही है। लेकिन सोचिए जब कंप्यूटर बना तभी कुछ ऐसा बन गया जो कि
खुद डाटा को क्लासिफाई कर सके। उस जमाने के हिसाब से यह बहुत ही बड़ी चीज थी। पर सवाल यहां पे यह आता है कि अगर एआई 19th सेंचुरी में ही एग्जिस्ट कर रहा था तो यह अभी क्यों वायरल हुआ है? और अभी ही क्यों इतनी ज्यादा रेवोल्यूशन स्टार्ट हो रही है? ऐसा क्या हुआ है एआई की दुनिया में? जवाब यह है कि 19 सेंचुरी में कंप्यूटरटर्स कम थे, ग्लो थे और बहुत ही ज्यादा बैकवर्ड टेक्नोलॉजी थी। वो टाइम एआईसी लैब्स में इस्तेमाल किया जाता था। वह भी हाई लेवल प्रोग्रामर्स के द्वारा। लेकिन जैसे-जैसे कंप्यूटरटर्स ऑफिस
की जगह घरों में यूज़ होने लगे और डॉट रेवोल्यूशन स्टार्ट हुआ, इंसानों के पास काफी ज्यादा डाटा कलेक्ट होने लगा। एi एक बच्चे की तरह होता है जिसको चीजें सिखानी पड़ती है और तभी वह काम कर पाता है। 90ज में हमारे पास एi को सिखाने के लिए इतना ज्यादा डाटा नहीं था और ना ही हाई प्रोसेसिंग कंप्यूटरटर्स थे। लेकिन 21 सेंचुरी आते-आते सब कुछ चेंज हो गया। कंप्यूटरटर्स इतने फास्ट हो गए कि वो भारी से भारी डाटा को भी बहुत ही जल्दी प्रोसेस कर पा रहे थे। और हर कोई फोन और इंटरनेट पे इतना ज्यादा
इन्वेस्ट हो गया कि कंपनीज़ और प्रोग्रामर्स के पास डाटा का भंडार लग गया। और बस यही चीज तो चाहिए थी एi को ट्रेन करने के लिए। एi रेवोल्यूशन 2010 के बाद शुरू हो गया था। क्योंकि उसके बाद एi मॉडल सब डीप लर्निंग कर रहे इजी लैंग्वेज में यह समझ लीजिए कि 2010 से पहले हमें एआई को बताना पड़ता था कि अगर ऐसी सिचुएशन आएगी तो ऐसे रिएक्ट करना। लेकिन 2010 के बाद वो खुद ही चीजों को सीखने लग गया इंसानों को देख के और उनके डाटाबेस से और यह मोमेंट है जिसके बाद से सिलिकॉन वैली
में एक रेस स्टार्ट हो गई एi टेक्नोलॉजी की। मैं आप लोगों को हिस्ट्री के डेट्स का एक रोड मैप देता हूं जिससे आपको हिस्ट्री में ज्यादा जाना भी नहीं पड़ेगा और आपको अच्छे से समझ आ जाएगा कि जो एआई हम आज इस्तेमाल कर रहे हैं उसको बनाने के पीछे कितने लोगों का हाथ था और कितनी ज्यादा एडवांसमेंट थी। इस टाइमलाइन में हो सकता है कुछ चीजें आपको समझ ना आए लेकिन टाइमलाइन के बाद मैं आपको वो चीजें समझा दूंगा। इसलिए जल्दी से एक बार टाइमलाइन को देख लेते हैं। 2000 तक ए ज्यादा एडवांस नहीं था
क्योंकि हमारे पास टेक्नोलॉजी की कमी थी। 2002 तक Amazon और Microsoft अपनी वेबसाइट्स में एi का इस्तेमाल करने लग गए थे। प्रोडक्ट रिकमेंडेशन के लिए और चैट असिस्टेंस के लिए। लेकिन ऑब्वियसली यह भी उतना अच्छा नहीं था। 2006 में जेफरी इंटरनेट डीप लर्निंग का कांसेप्ट इंट्रोड्यूस किया। लेकिन अगेन कुछ एडवांसमेंट नहीं हो पाई क्योंकि हमारे पास उतनी कंप्यूटिंग पावर नहीं थी। 2009 में एनवीडिया ने पावरफुल जीpू ल्च करना स्टार्ट कर दिया जो कि एi ट्रेनिंग के लिए यूज़ होने लगे और एआई रेवोल्यूशन को थोड़ा सा यहां से तेजी मिली। 2012 तक डीप लर्निंग एक रियलिटी
बन चुका था। यानी कि अब एi खुद को ट्रेन कर पा रहा था और इसी साल एलेक्स नेट के डीप लर्निंग मॉडल ने इमेज नेट कंपटीशन जीता। जहां पे उनके एआई ने इंसानों से भी बेहतर से इमेज को रिकॉग्नाइज किया और यही साल था Facebook के लॉन्च होने का भी जिसके बाद डाटा की सुनामी आ गई। 2014 में जी एन इंट्रोड्यूस हुआ जो कि पहला जनरेटिव एआई नेटवर्क था जहां पे अब एi इमेजज़ जनरेट कर रहा था खुद से। 2015 में ओपन एi कंपनी खोली गई ईलॉन मस्क और सैम ऑल्टमैन द्वारा। ईलॉन मस्क का टारगेट
था एi को सेल्फ ड्राइविंग के लिए यूज करना। 2016 में Alexa ल्च हुआ जिसे कॉमन जनता ने बहुत ही ज्यादा यूज़ किया और यह पहली मास कम्युनिकेशन थी ह्यूमन सिविलाइजेशन और एi के बीच क्योंकि इससे पहले एआई सिर्फ प्रोफेशनल लोग ही यूज कर रहे थे अपने काम के लिए। 2017 में फाइनली Google ने इंट्रोड्यूस किया ट्रांसफॉर्मर मॉडल जो कि आगे चलके चैट जीपिटी का फाउंडेशन बना। 2020 तक ओपन एi ने चैटिटी मॉडल वन और टू को टेस्ट कर लिया था और 2022 में नवंबर 22 को ही चैट जीपिटी का मॉडल 3 पब्लिक के लिए लॉन्च
कर दिया गया जिस पे विद इन फाइव डेज 1 मिलियन से भी ज्यादा यूज़र्स आ गए। नाउ इस पूरे टाइमलाइन में दो मेजर इवेंट्स हुए। सबसे पहला 2014 में जब जनरेटिव एआई बना। लेकिन अब जनरेटिव एआई क्या है? जनरेटिव एआई यानी एक ऐसा एआई मॉडल जो कि अब खुद से कुछ जनरेट कर सकता था। कुछ ऐसा जो पहले कभी ना बना हो जो पहले कभी एकिस्ट ही ना करता हो। इससे पहले जो मॉडल्स थे वो प्रोग्राम के बेसिस पर चल रहे थे। उनको प्रिडिक्ट किया जा सकता था। लेकिन जनरेटिव एआई एक आर्टिस्ट है जो कि
अपनी मर्जी से कुछ भी बनाने की समझ रखता है। इस बात की डेपनेस को आप इस तरह समझिए। अगर मैं आप लोगों को कहूं कि कोई एक ऐसा जानवर बनाओ जो कि धरती पर कभी एक्सिस्ट ही ना किया हो। टोटली कुछ नया हो। तो आप में से काफी सारे लोग यह कर ही नहीं पाएंगे। लेकिन सेम चीज जब मैंने चैट जेपिटी को बोली तो उसने मुझे यह बना के दिया। इवन मेरे कहने पर इसने इसका नामकरण भी कर दिया और इसकी स्पेशलिटी एंड फीचर्स भी बता दिए। नाउ दिस इज व्हाट वी कॉल जनरेटिव एआई। जीरो
से कुछ क्रिएट करने की कैपेबिलिटी रखना। 2014 के बाद दूसरा मेजर लीप आया 2017 में जब ट्रांसफर मॉडल रिलीज़ किया गया Google द्वारा। नाउ 2014 में एआई में क्रिएटिंग कैपेबिलिटी तो आ गई थी लेकिन वो इतनी अच्छी नहीं थी और साथ ही एi अभी भी इंसानों की तरह बात नहीं कर पाता था। हमारी सारी बातें नहीं समझ पाता था। क्योंकि ट्रांसफार्मर मॉडल से पहले जो मॉडल थे वो आपके दिए हुए कॉन्टेक्स्ट को लाइन टू लाइन पढ़ते थे। फॉर एग्जांपल अगर आप उस टाइम पे एआई को बोलते आई लिव इन फ्रांस आई स्पीक डैश तो वो
मॉडल प्रेडिक्ट ही नहीं कर पाता कि आप फ्रांस में रहते हो तो फ्रांस बोलते होंगे। व ट्रांसफार्मर मॉडल आने के बाद चीजें चेंज हो गई क्योंकि ट्रांसफार्मर मॉडल लाइन टू लाइन नहीं पढ़ता है बल्कि वो आपके डीए टेक्स्ट को एज अ होल एनालाइज करता है। इसलिए वो लंबे टेक्स्ट को और कॉन्टेक्स्ट को बेटर अंडरस्टैंड करके आपको इंसानों की तरह ही रिप्लाई करता है। नाउ एआई की सारी हिस्ट्री और फंक्शनैलिटीज जानने के बाद आई होप आप समझ गए होंगे कि क्यों चैट जीपीटी को चैट जनरेटिव प्री ट्रेंड ट्रांसफार्मर कहा जाता है। नाउ हमने थ्योरेटिकली तो समझ
लिया कि चैट जेपीटी कैसे बना और क्यों बना और क्यों यह एक रेवोल्यूशन है। लेकिन अब धीरे-धीरे प्रैक्टिकल साइड में चलते हैं। जहां पे सबसे पहला लेसन है अंडरस्टैंडिंग द इंटरफ़ेस। अब अगर आप लोगों ने आज तक चैट जीपीटी नहीं चलाया है तो डरिए मत क्योंकि पहले मैं आप लोगों को बताऊंगा कि आप लोग चैट जीपीटी को कहां से एक्सेस कर सकते हो और उसके बाद आप लोगों को चैट जीपीटी का इंटरफ़ेस भी समझाऊंगा और साथ ही उसके अलग-अलग मॉडल्स भी। चैट जेपीटी अभी भी एक वेबसाइट ही है जो कि आप किसी भी ब्राउज़र से
एक्सेस कर सकते हो। अगर आप Google पे जाके चैट जीपीटी सर्च करोगे तो आप ओपन एi की वेबसाइट पे आ जाओगे। ओपन एi वह कंपनी है जो कि चैट जीपीटी को ओन करती है। ठीक उसी तरह जिस तरह Google YouTube को ऑन करता है। आपको यहां पर कुछ नहीं करना है। बस यहां पर लॉग इन पे क्लिक करके चैट जीपीटी पे क्लिक कर देना है और फिर किसी भी Google अकाउंट से या ईमेल से साइन इन कर लेना है। जैसे ही आप साइन इन कर लेंगे आपके सामने कुछ ऐसा इंटरफेस होगा। इनका इंटरफेस समझना बहुत
ही ज्यादा इजी है। आपके सामने यह जो एरिया है यह एरिया है प्र्प के लिए। जिन लोगों को नहीं पता उनको बता दूं आप जो भी इंस्ट्रक्शन देते हो किसी भी एआई को टेक्स्ट फॉर्मेट में उसे प्र्प बोलते हैं। तो आई होप आप समझ गए होंगे कि इसी एरिया में आप लोग अपने सभी दुख और दर्द लिखने वाले हैं। जिसके बाद अगर आप एंटर के बटन पे क्लिक करेंगे या फिर इस एरो के बटन पे क्लिक करेंगे तो यह एi आपको आपके जवाब देगा या टास्क करके दे देगा। इतना आसान है चैट जेपीटी को यूज़
करना। लेफ्ट हैंड साइड में आपको एक आइकॉन दिखेगा जिस पे अगर आप क्लिक करोगे तो एक साइड बार ओपन हो जाएगा। नाउ आपके केस में हो सकता है कि यह साइड बार अभी बिल्कुल ब्लैंक हो क्योंकि यहां पे आपके प्रीवियस सभी चैट्स आती है और आपके प्रोजेक्ट जो आपने अलग-अलग बनाए हैं वह यहां पे शो होते हैं। साथ ही अगर आपने अपना कोई जीपीटी बनाया है तो वो भी यहीं पे शो होता है। हां आपने बिल्कुल सही सुना। आप अपने आप भी एक जीपीटी बना सकते हैं। जो कि स्पेसिफिक टास्क किया करेगा ठीक उसी तरह
जिस तरह आपने उसे ट्रेन किया होगा। मेरे केस में आप देख सकते हैं यहां पे थंबनेल के लिए एक जीपीटी है। यहां स्क्रिप्ट राइटिंग के लिए एक जीपीटी है और काफी सारे अलग-अलग चीजों के लिए मैंने जीपीटी बना रखी है। एंड डोंट वरी अगर आपने कोर्स को लास्ट तक देखा तो आप भी खुद का जीपीटी बनाना सीख जाएंगे। इसके सिवाय जब भी आपको कोई एक नई चैट स्टार्ट करनी हो तो आप इस वाले बटन पे क्लिक कर सकते हैं। जिसके बाद एक न्यू चैट स्टार्ट हो जाएगी। नाउ ये तो था इंटरफेस चैट जीबीटी का। अब
आ जाते हैं मॉडल्स पे। अगर आप चैट जीपीटी के साइड में बने इस एरो पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने काफी सारे मॉडल्स आ जाएंगे चैट जीबीटी के जो कि मॉडल 3.5 से स्टार्ट हो के मॉडल 4ओ या कह लो मॉडल 4O विद शेड्यूल टास्क तक जाते हैं जो कि इनके अभी के टाइम पे सबसे एडवांस मॉडल है। नाउ ये मॉडल्स क्या है और क्या-क्या डिफरेंस है इन सभी मॉडल्स को यूज करने में वो जान लेते हैं। तभी आपको पता चल पाएगा कि आपके लिए कौन सा मॉडल बेस्ट है। आगे बढ़ने से पहले मैं आप
लोगों को एक और चीज बता दूं। अगर आपने प्लस नहीं ले रखा है तो आपको यहां पे कोई सा भी वर्जन नहीं दिख रहा होगा। लेकिन असल में आप वर्जन 4 ही यूज़ कर रहे होंगे और कुछ लिमिट खत्म होने के बाद आप वर्जन 3.5 पे शिफ्ट हो जाएंगे ऑटोमेटिकली। आपको पता भी नहीं चलेगा। ZGBT के बाकी सभी वर्जनंस को यूज़ करने के लिए आपको इनका प्लस प्लान लेना होता है जो कि $20 पर मंथ से स्टार्ट होता है। एंड आप लोगों को मैं अभी बता दूं कि यह बोलने के लिए मुझे कोई पैसे नहीं
मिले हैं। यह कोई स्पॉनसर नहीं है और ओपन एi स्पॉन्सर नहीं देता है। यह एक बेसिक इनफेशन थी जो कि मुझे देनी पड़ी। वरना कमेंट सेक्शन में काफी सारे लोग इसी चीज को लेके कंफ्यूज रहते हैं कि उनको वर्जनंस नहीं दिख रहे हैं। नाउ कमिंग बैक टू फंक्शनैलिटी ऑफ़ डिफरेंट वर्जनंस। जेड जीपीटी का जो सबसे छोटा वर्जन है वो है GPT01 जो कि बिल्कुल बेसिक एआई है। यह सिर्फ बेसिक टेक्स्ट प्रोसेसिंग कर सकता है और आपके बेसिक क्वेश्चंस के आंसर दे सकता है। ये एआई आपके लिए लॉजिक रीजनिंग, कोडिंग, रिसर्च, स्टोरेज जनरेशन जैसी चीजें नहीं
कर सकता और ये मॉडल बेस्ट है ऑटोमेटेड रिस्पांस के लिए और चैट बॉट्स के लिए। फॉर एग्जांपल इस एआई से आप एक थैंक यू का ईमेल तो लिखवा सकते हैं लेकिन अगर इसे आप क्वांटम फिजिक्स को एक्सप्लेन करने के लिए कहेंगे तो यह उतनी डिटेल में आपको नहीं समझा पाएगा और आपको बहुत ही एक ऊपर ऊपर से आंसर दे देगा जिससे आप सेटिस्फाई नहीं होने वाले हैं। इसके बाद जो मॉडल इससे ऊपर है वो है चैट जीpटी 03 मिनी। ये मॉडल पिछले मॉडल से ज्यादा बेटर टेक्स्ट को अंडरस्टैंड करता है और आपको रिजल्ट देता है।
अब आप इस मॉडल के थ्रू सेंटेंस फॉर्मेशन करवा सकते हो, ब्लॉग लिखवा सकते हो, किसी प्रोडक्ट के डिस्क्रिप्शन लिखवा सकते हो और इवन अपने इंस्टा के पोस्ट के कैप्शन भी लिखवा सकते हो। लेकिन यह टूल भी डीप कन्वर्सेशन और कोडिंग रिलेटेड चीजों के लिए नहीं बना है। एग्जांपल के लिए इसे अगर आप डिजिटल मार्केटिंग के ऊपर ब्लॉग लिखने के लिए कहेंगे तो यह एक डिसेंट सा ब्लॉग लिख देगा। लेकिन अगर आप इसे एक सस्पेंस थ्रिलर स्टोरी लिखने के लिए कहेंगे तो यह एक बोरिंग सी स्टोरी दे देगा जो कि ज्यादा क्रिएटिव नहीं होगी। इसके बाद
जो मॉडल आता है वो है चैट जीबीटी 03 मिनी हाई। नाउ यह वर्जन भी पिछले मॉडल का सिर्फ थोड़ा सा ही अपग्रेडेड मॉडल है। इस मॉडल के थ्रू आप कॉपीराइटिंग करवा सकते हैं। लेकिन स्टिल आप यहां पे कोडिंग नहीं करवा सकते। ना ही कोई क्रिएटिव टास्क करवा सकते हैं। इस मॉडल के बाद आता है मॉडल 3.5 जिसका एक्सेस आप में से हर किसी के पास है क्योंकि यह मॉडल टोटली फ्री है। जिन लोगों को मॉडल के वर्जनंस नहीं दिख रहे वो एक्चुअल में इसी मॉडल को यूज कर रहे हैं। यह मॉडल लंबी कन्वर्सेशंस के लिए
बढ़िया है क्योंकि ये आपकी प्रीवियस चैट्स की मेमोरी को भी स्टोर करता है। इसके साथ ही इस मॉडल की क्रिएटिविटी प्रीवियस सभी मॉडल से बेहतर है। और इस मॉडल के थ्रू आप कोडिंग, स्टोरी टेलिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग सब करवा सकते हैं। लेकिन इस मॉडल की भी लिमिटेशन है। आप इससे इमेजेस या वीडियोस या कोई भी चीज जनरेट नहीं करवा सकते। ना ही आप इस मॉडल में कुछ अटैच कर सकते हैं। आपको पूरी तरह से टैक्स प्लांट पे ही निर्भर रहना पड़ेगा और इसके सिवाय यह मॉडल थोड़ा सा हेलुसिनेट भी करता है। आई नो आप लोग सोच
रहे होंगे कि एi हैलुसिनेट कैसे कर सकता है। एi के टर्म्स में हैलुसिनेशन का अलग मतलब होता है। एi हैलुसिनेशन का मतलब होता है कि एi फॉल्स इनफेशन या मिसलीडिंग इनफेशन जनरेट कर रहा है। वो भी पूरे कॉन्फिडेंस के साथ। इवन कई बार तो वो पूरी मेड अप इनफेशन भी दे सकता है आपको। लेकिन एआई ऐसा क्यों करता है? रीज़न यह है कि एआई को ना नहीं बोलना आता। हां हां मजाक नहीं कर रहा यह सच है। एआई कभी नहीं बोलेगा कि मुझे नहीं पता या मैं नहीं कर सकता या मैं नहीं जानता। बल्कि वो
आपको आसपास के कुछ आंसर्स गेस करके आपको कुछ ना कुछ रिप्लाई तो दे ही देगा। फॉर एग्जांपल अगर आप चैटिटी के मॉडल 3.5 से पूछोगे कि यूएस का प्रेसिडेंट कौन था 1780 में तो वो यह नहीं बोलेगा कि प्रेसिडेंट नहीं था। बल्कि वो बोलेगा कि जॉर्ज वाशिंगटन था। अब रियलिटी में वाशिंगटन 1789 में प्रेसिडेंट बने थे। लेकिन एआई के पास में क्वेश्चन का आंसर नहीं था। तो उसने मुझे मिसलीड कर दिया और बजाय यह कहने के कि उसे आंसर नहीं पता। उसने यह गेस कर लिया कि 1789 में अगर वाशिंगटन थे तो 1780 में भी
वाशिंगटन ही रहे होंगे। नाउ आई होप आप समझ गए होंगे कि एआई हैलुसिनेशन क्या होती है और यही चैट जीपीटी के मॉडल 3.5 की एक लिमिटेशन है और इसी चीज को कम करने के लिए बनता है अगला मॉडल जो कि है मॉडल 4। चैट जीपीटी के मॉडल 4 में आप चीजों को अटैच कर सकते हो और साथ ही ये मॉडल अपने पहले सभी मॉडल से ज्यादा एडवांस और क्रिएटिव है। इसके साथ आप लॉजिकल थिंकिंग वाले क्वेश्चन डिस्कस कर सकते हो। डीप कन्वर्सेशन कर सकते हो। कोडिंग कर सकते हो, रिसर्च कर सकते हो। हर एक चीज
कर सकते हो। वो भी पहले से बेहतर। इससे आप किसी भी मूवी की स्क्रिप्ट लिखवा लो या फिर किसी भी YouTube वीडियो की स्क्रिप्ट लिखवा लो। यह परफेक्टली एक स्क्रिप्ट लिख सकता है। और यह मॉडल 3.5 से कम हेललुसिनेट करता है। जीरो हेलुसिनेशन नहीं है लेकिन कम जरूर है। लेकिन इस मॉडल की भी एक लिमिटेशन है। कई बार यह अटैच इमेजेस या रिसोर्सेज को अच्छे से एनालाइज नहीं कर पाता है। अच्छे से प्रोसेस नहीं कर पाता है। और हो सकता है कि आपके दिए हुए टास्क को ये अच्छे से परफॉर्म ना कर पाए। इसलिए इसको
बेहतर बनाने के लिए बनता है अगला मॉडल जो कि था 4 मिनी। इस मॉडल में भी वो सारे फीचर्स हैं जो कि मॉडल 4 में थे और इसे मॉडल 4 से फास्ट बनाया गया है। इसलिए ये मॉडल चैटबॉट्स, बिनेसेस, स्ट्रेटजीस के लिए परफेक्ट है। बेसिक लैंग्वेज में आप यह समझ लीजिए कि जिस काम में ज्यादा दिमाग लग रहा है और रिजल्ट जल्दी चाहिए उसके लिए मॉडल 4 मिनी बेस्ट है। लेकिन इसकी भी लिमिटेशन बिल्कुल सेम ही है। यह ज्यादा रिसोर्सेज को प्रोसेस नहीं कर पाता है। इसलिए बनता है अगला मॉडल जो कि है चैट जीबीटी
मॉडल 4o ओमनी। यह चैट बीटी का अभी तक का स्ट्रांगेस्ट मॉडल है और इसके अंदर आप ऑडियो, वीडियो, इमेजेस कुछ भी अटैच कर लो। यह एi उसे अच्छे से प्रोसेस कर लेगा और आपके टास्क को अच्छे से कैरी आउट भी कर लेगा। साथ ही इसकी क्रिएटिविटी लेवल भी बाकी सभी मॉडल से ज्यादा बेहतर है। और सबसे खास बात इस मॉडल की यह है कि इसे इमोशनल अंडरस्टैंडिंग भी है। यानी कि यह लॉजिकल आंसर तो देगा। लेकिन अगर आपने अपना प्र्ट सही तरीके से लिखा होगा तो यह आपके इमोशंस को समझते हुए आंसर देगा। एआई की
मदद से आप मार्केटिंग करवाओ, अपने कोर्स को डीबग करवा लो या फिर जो करवाना चाहते हो वो करवा लो। यह सब कर सकता है। अब टेक्निकली एक AI से हम जितना एक्सपेक्ट कर सकते हैं वो सब कुछ मॉडल 4O ओमनी कर रहा है। लेकिन ओपन एi की टीम को एक और फीचर दिखा जो कि एकिस्टेंस में लाया जा सकता था और इसलिए उन्होंने एक और मॉडल ल्च किया जो कि है चैट जीविटी मॉडल 4o विद शेड्यूल टास्क। इस मॉडल की मदद से बेसिकली आप अपने टास्क को शेड्यूल कर सकते हो और टाइम होने पे ये
आपको नोटिफाई कर देगा उन चीजों के लिए। सिंपली समझने के लिए आप यह समझ लीजिए कि Google कैलेंडर का सारा काम चैट जीबीटी कर सकता है। नाउ ये थे चैट जीबीटी के सारे आठ मॉडल्स और उनकी स्पेशलिटी और लिमिटेशंस। अब आई होप ये सेक्शन देखने के बाद आप लोगों को कभी कंफ्यूजन नहीं होगी कि कौन सा मॉडल यूज करना चाहिए और किस मॉडल से क्या-क्या करवाया जा सकता है। एक और चीज आपको हर मॉडल में सेम क्वेश्चन या टास्क के लिए अलग-अलग रिस्पों्ससेस मिल सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप मॉडल 4 या फिर उससे
ऊपर के मॉडल्स यूज़ करें। और इसलिए मैं आप लोगों को इनफॉर्म भी करना चाहता हूं कि आगे की सारी वीडियो में हम मॉडल 4 और 4 ओ को यूज करने वाले हैं ताकि आप लोगों को चैट जीपीटी का फुल पोटेंशियल दिख सके। अभी तक हमने चैट जीपीटी की थ्योरी देख ली। अब आते हैं पूरी तरह से प्रैक्टिकल पे प्र्प इंजीनियरिंग। चैट जीपीटी या किसी भी एआई से काम करवाने के लिए प्र्प लिखना पड़ता है। अब आप कहोगे कि इसमें कौन सी बड़ी बात है? अभी जाके चैट जीपीटी को बोलता हूं डिस्क्राइब अ फेंटसी वर्ल्ड। अगर
आप भी ऐसे ही प्र्प्टोगे तो आपको कुछ ऐसा रिजल्ट मिलेगा। लेकिन वहीं अगर आप इस प्र्प्ट को थोड़ा सा एनहांस करके लिखोगे। फॉर एग्जांपल के लिए मान लीजिए कुछ ऐसा लिखा तो आपको इतनी डिटेल में वेलक्राफ्टेड रिजल्ट मिलेगा। डिफरेंस आप खुद देख सकते हैं। इसलिए प्र्प इंजीनियरिंग जरूरी है ताकि आप अपने डिजायर रिजल्ट्स निकलवा सके चैट जीपीटी से। नाउ इस सेक्शन में आगे बढ़ने से पहले मैं आप लोगों से एक रिक्वेस्ट करना चाहता हूं। अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्होंने कभी भी चैट जीपीटी यूज़ नहीं किया है तो मेरी रिक्वेस्ट है कि अभी
के लिए वीडियो को बंद करके चैट जीपीटी पे जाओ और उसके साथ थोड़ा सा खेलो। उससे कुछ भी क्वेश्चंस पूछो, जोक्स पूछो, अपनी पर्सनल चीजें बताओ और उसे अलग-अलग टास्क करवा के देखो। चैड जीबीटी के साथ थोड़ा सा एक्सपेरिमेंट करो ताकि आपको समझ आ सके कि चैट जीपीटी एक्चुअल में रिस्पांस कैसे करता है। जब आपको समझ आ जाएगा कि चैट जीपीटी कैसे रिप्लाई देता है और वो कितना समझ सकता है आपकी बात को उसके बाद इस वाले सेक्शन पे वापस आना तभी आपको समझ आएगा कि प्र्प इंजीनियरिंग क्यों जरूरी है। और एक और चीज चैट
जीबीटी से बिल्कुल उसी वे में बात करना जैसे आप अपने दोस्तों से करते हो। इंग्लिश लिखना यहां पे कोई जरूरी नहीं है। आप जैसे WhatsApp पे अपने दोस्तों से बात करते हो इंग्लिश में बिल्कुल उसी वे में यहां पे भी आप लिख सकते हो। नाउ कमिंग बैक टू प्र्प इंजीनियरिंग। प्र्ट इंजीनियरिंग समझने से पहले आपको एक चीज अच्छे से समझ लेनी चाहिए। चैट जीपिटी एक कन्वर्सेशन है ना कि कोई ब्राउज़र। नॉर्मली हम लोग करते क्या है कि हम लोगों को चैटबिटी से कुछ पूछना होता है और हम वहां पे जाके बस उस चीज को लिख
देते हैं और वो हमें एक सॉल्यूशन दे देता है। जिसके बाद आप उसे पत्थर की लकीर मार के आगे चल पड़ते हो। आप भी यह पॉइंट मिस कर देते हो कि चैटिपटी और आपके बीच में एक कन्वर्सेशन चल रही है और कन्वर्सेशन दो तरफ से चलती है। इसलिए जब चैटिपटी आपको कुछ रिप्लाई देता है तो उसको फीडबैक दिया करो। तभी जाके आप अपने डिजायर्ड रिजल्ट तक पहुंच पाओगे। एक सही कन्वर्सेशन कुछ ऐसी दिखती है जहां पे आपके दिमाग में कुछ आईडिया आया। आपने उसका प्र्प लिखा। आपको एक रिस्पांस मिला। उसके बाद आपने फीडबैक दिया और
दोबारा से एक आईडिया दिया। अगर आप चैटबिटी को फीडबैक्स नहीं दोगे या फिर उसको अपने चेंजेस नहीं बताओगे तो वो आपको कभी भी आपका डिजायर रिजल्ट नहीं दे पाएगा। नाउ इसी चीज को ध्यान रखते हुए देखते हैं कि एक प्र्प्ट के क्या-क्या कॉम्पोनेंट्स होते हैं। सबसे पहला कॉम्पोनेंट है इंस्ट्रक्शंस। अगर आप चैट डीपीटी पे जाके कोई आर्टिकल कॉपी पेस्ट कर दो और उसे कुछ ना बोलो तो बेचारा एआई समझ ही नहीं पाएगा कि उसे करना क्या है। इसलिए इंस्ट्रक्शन सबसे पहला कॉम्पोनेंट है और सबसे मेन कॉम्पोनेंट भी है क्योंकि इसके बिना किसी भी चीज का
कोई मतलब नहीं बनता। अगर आप चैट जेपीटी पे जाके आर्टिकल कॉपी पेस्ट कर दो और फिर उसे बोलो कि इसको समराइज करो तो आपने चैट जेपिटी को एक इंस्ट्रक्शन दिया है। अब उसे पता है कि उसे क्या करना है। लेकिन इसमें अब एक दिक्कत है। चैट जेपीटी अपनी तरफ से काम तो कर देगा लेकिन हो सकता है वो काम आपके डिजायर रिजल्ट जैसा ना दिख रहा हो क्योंकि उसे पता ही नहीं है कि इस चीज को आप समराइज किस लिए करवा रहे हो। और यहीं पे आता है किसी भी प्र्प का दूसरा कॉम्पोनेंट जो कि
है कॉन्टेक्स्ट। कॉन्टेक्स्ट का मतलब होता है कि जो आप टास्क स्टेट से करवा रहे हो वो क्यों करवा रहे हो। क्या मोटिव है उसके पीछे? फॉर एग्जांपल अगर मैं आर्टिकल को समराइज करवा रहा हूं तो वो मैं इसलिए करवा रहा हूं ताकि मैं उसे अपनी YouTube वीडियो की स्क्रिप्ट में इनवॉल्व कर सकूं। जिसका टॉपिक है एक्स वाई जेड। जब मैं यह कांटेक्ट चैटिट को दूंगा तो वो रिजल्ट भी मुझे उसी हिसाब से देगा जो कि मेरी स्क्रिप्ट राइटिंग में हेल्प कर सके। अदरवाइज वो एक नॉर्मल रोबोट की तरह आपकी चीजों को समराइज कर देगा। यहां
पे आपको यह पॉइंट समझने की जरूरत है कि एआई को भी इंसानों की तरह ट्रीट करो। जैसे कि जब भी आपका दोस्त आपसे पैसे मांगता है तो आप उसे हजारों सवाल पूछते हो कि क्यों चाहिए, कहां पे लगाएगा, क्या करेगा वगैरह-वगैरह। ठीक उसी वे में एआई की भी यह क्यूरोसिटीज को दूर करो। अगर आप उसे टास्क दे रहे हो तो उसे बताओ क्यों दे रहे हो? क्या करवाना चाहते हो? क्या है तुम्हारा डिजायर रिजल्ट? जब आप कॉन्टेक्स्ट दोगे तभी वो एक नॉर्मल इंसान की तरह रिप्लाई कर पाएगा वरना वो रोबोट की तरह ही रिप्लाई करेगा।
नाउ कमिंग टू द नेक्स्ट कॉम्पोनेंट ऑफ द प्र्प दैट इज इनपुट डाटा। इसका मतलब होता है कि आप चैटबिट को कि आप प्रोवाइड कर रहे हो अपना रिजल्ट पाने के लिए। जैसे कि आर्टिकल वाले केस में हम आर्टिकल प्रोवाइड कर रहे थे। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि हमारे को बस नॉर्मल सा क्वेश्चन पूछना होता है जिसका आंसर हमें चाहिए होता है। तो उस केस में आपका प्र्प्ट ही आपका इनपुट डाटा होता है और जैसा कि नेचर का रूल है इनपुट गया है तो आउटपुट भी आएगा और यही है हमारा चौथा कॉम्पोनेंट आउटपुट
डाटा नॉर्मली हम लोग चैट डिप्टी को बताते ही नहीं है कि हमें रिजल्ट किस वे में चाहिए इसलिए वो अपनी समझ के अकॉर्डिंग हमें रिजल्ट दे देता है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए आप हमेशा डिफाइन कीजिए कि आपको रिजल्ट किस वे में चाहिए पैराग्राफ वे में चाहिए पॉइंटर चाहिए टेबल फॉर्मेट में चाहिए या फिर कुछ भी बेसिकली उसको बताओ कि आपके दिमाग में रिजल्ट की क्या इमेज है अगर आप अपने प्रों्ट में सिर्फ चार चीजों को भी सही तरह से लिखते हो तो आपके रिजल्ट्स बहुत ही अच्छे हो जाएंगे जाएंगे। लेकिन यह कोई ट्रिक नहीं
है। यह बहुत ही बेसिक सी नॉलेज थी जो मैंने आप लोगों के साथ शेयर करी। चीजें अब धीरे-धीरे एडवांस लेवल पर जाने वाली है। नॉर्मली लोगों को लगता है कि सिर्फ चार कंपोनेंट्स ही होते हैं एक सही प्र में। लेकिन ऐसा नहीं है। एक सही प्र में छह कॉम्पोनेंट्स होते हैं जिनको हम इस वे में लिख सकते हैं। टास्क, कॉन्टेक्स्ट, एग्जांपल, पर्सोना, फॉर्मेट, टोन। नाउ इसमें जो डॉप दो कॉम्पोनेंट्स हैं वो तो मैंडेटरी चीजें हैं प्र्ट के लिए क्योंकि उसके बिना तो कोई भी प्र्पों्ट चलेगा ही नहीं। उसके बाद एग्जांपल को हम इंपॉर्टेंट की कैटेगरी
में डाल सकते हैं। जबकि उसके नीचे के तीन कॉम्पोनेंट्स ऐसे हैं जो कि नहीं डाले तो काम तो हो जाएगा लेकिन अगर डाल दोगे तो अच्छा रहेगा। अब एक बार मैं ये सारे कॉम्पोनेंट्स को एग्जांपल के साथ आप लोगों को समझा देता हूं ताकि आप अच्छे से समझ सको। तो सबसे पहला है टास्क। इसको एक्सप्लेन करने से पहले मैं आप लोगों को एक टिप देना चाहूंगा कि आप जब भी टास्क वाली लाइन लिखने वाले हो हमेशा उसे एक वर्ब से स्टार्ट करना। जैसे कि जनरेट, राइट, एनालाइज एट्रा और क्लियरली मेंशन करना कि आपको क्या चाहिए।
टास्क भी आप या तो सिंगल लिख सकते हो या फिर मल्टीपल लिख सकते हो। फॉर एग्जांपल अगर आप एक सिंगल टास्क लिखते हो तो आप कुछ ऐसा लिख सकते हो। जनरेट अ 3 मंथ ट्रेनिंग प्रोग्राम फॉर मी टू फॉलो। और अगर आपको बहुत सारे टास्क एक साथ करवाने हैं तो आप कुछ ऐसा लिख सकते हो। एनालाइज ऑल द कमेंट्स दैट केम ऑन आवर रीसेंट YouTube वीडियो एंड समराइज द टॉप 10 टेक अवेज़ फ्रॉम द फोकस ऑन बिज़नेस इंपैक्ट एंड कैटेगराइज़ द रेस्ट बेस्ड ऑन द रिस्पांस। यह होता है एक सही वे टास्क वाले प्रोम्प्ट को
लिखने का। नाउ, कमिंग टू द नेक्स्ट कॉम्पोनेंट कॉन्टेक्स्ट। अब जैसा कि मैंने पहले बताया था कॉन्टैक्ट का मतलब होता है कोई भी कहानी बताना कि कोई भी टास्क क्यों चाहिए। अब देखा जाए तो कहानी जितनी मर्जी लंबी हो सकती है। क्योंकि हम लोग इंसान हैं और हम चेंज रिएक्शन में वर्क करते हैं। तो क्या हमें एई को सब कुछ ही कहानी बता देनी चाहिए। जवाब है नहीं। क्योंकि आप उसको जितनी लंबी चौड़ी कहानी बताओगे वो उतना ही ज्यादा पॉसिबिलिटीज ऑफ रिजल्ट ढूंढने की कोशिश करेगा। और इस वजह से यह हो सकता है कि आपको जो
एंड में रिजल्ट मिले वो आपकी मेन प्रॉब्लम को सॉल्व करने की जगह किसी और प्रॉब्लम को ही सॉल्व कर बैठे या फिर आपके लिए एक और प्रॉब्लम क्रिएट ही कर दे क्योंकि जितनी ज्यादा कहानियां होगी चैट जीपीटी के पास उतने सारे रास्ते होंगे आपको रिस्पांस देने के लिए और हो सकता है वो कोई भी रास्ता चूज़ कर ले आपका डिजायर्ड रिजल्ट वाला रास्ता ना हो। तो कांटेक्ट कैसे देना वो देख लेते हैं। कांटेक्ट देने के लिए आपको बस तीन सवालों के जवाब देने हैं। सबसे पहला यूजर का बैकग्राउंड क्या है? दूसरा व्हाट सक्सेस लुक्स लाइक?
तीसरा व्हाट एनवायरमेंट आर दे इन? एग्जांपल के लिए आई एम अ 80 kg मेल हु वांट्स टू लूज 10 kg ओवर द नेक्स्ट 3 मंथ्स। आई कैन गो जिम फाइव टाइम्स अ वीक फॉर ओनली वन टू 2 आवर ईच सेशन। गिव मी अ 3 मंथ ट्रेनिंग प्रोग्राम टू फॉलो। नाउ देखा जाए तो मैं इसे और भी ज्यादा बैकग्राउंड स्टोरी दे सकता था कि मेरी बंदी मुझे छोड़ के चली गई है। मुझे इंतकाम लेना है इसलिए वेट कम करना है। सेक्सीी दिखना है एसेट्रा एसेट्रा। लेकिन द क्वेश्चन इज कि क्या इसकी जरूरत है? नहीं। उल्टा हो
सकता है कि मैं अगर यह सब कुछ लिख देता कॉन्टेक्स्ट में तो चैटिबिटी मुझे प्लान देने की जगह दिलासा ही दे बैठता। तो आपको एंडलेस पॉसिबिलिटीज को कम करने के लिए कॉन्टेक्स्ट को टू द पॉइंट ही रखना है। नाउ कमिंग टू द थर्ड कॉम्पोनेंट एग्जांपल चैट जेबीटी एलएलएम मॉडल का यूज करता है यानी कि लार्ज लैंग्वेज मॉडल। और जनरली जब इस मॉडल को एग्जांपल के साथ कुछ चीजें समझाई जाती है तो यह बेटर रिस्पांस करता है। फॉर एग्जांपल के लिए मान लीजिए कि मुझे किसी का रेज्यूुे पसंद आया। तो मैं क्या कर सकता हूं कि
मैं इसे बोल सकता हूं। आई एम अपाइंग फॉर अ सोशल मीडिया मार्केटिंग एजेंसी जनरेट अ रेजु्यूे फॉर मी दैट हेल्प्स मी टू गेट द जॉब। मेक श्योर टू फॉलो दिस फॉर्मेट स्टाइल फॉर द रे्यूमे। नाउ इसके बाद जो रिजल्ट यह मुझे देगा वो बिल्कुल सेम स्टाइल में होगा क्योंकि इसके पास एक एग्जांपल था। नाउ यहां पे एक टिप है। जरूरी नहीं है कि आप हर एक प्रॉ्ट में एग्जांपल दो क्योंकि हर एक प्रॉ्ट आपका कुछ टास्क स्पेसिफिक नहीं होने वाला है। लेकिन अगर आप कुछ टास्क स्पेसिफिक काम के लिए यूज कर रहे हो तो एग्जांपल
देना बेटर रिजल्ट जरूर देगा। नाउ कमिंग टू द फोर्थ कॉम्पोनेंट परसोना। परसोना का मतलब है कि आप क्या चाहते हो कि चैट जीबिटी किस तरह काम करे? अब परसोना डिफाई करने की एक बहुत ही इजी ट्रिक है। मान लीजिए आपने नई-नई अर्निंग करना स्टार्ट किया है और आपको अभी टैक्स के बारे में कुछ नहीं पता। जीएसटी के बारे में कुछ नहीं पता और ना ही करंट अकाउंट के बारे में कुछ पता है। तो इस मोमेंट पे आप किससे बात करना चाहेंगे? एक सीए से। राइट? तो बस यही आपको करना है। आपको बस चैट जीपीटी को
बोलना है एक्ट लाइक अ सीए हु इज एक्सपर्ट इन टैक्सेशन एंड बिजनेस रिलेटेड एक्टिविटीज। और इसके बाद आपको अपना कॉन्टेक्स्ट और टास्क देना है। जिसके बाद आपको जो रिजल्ट मिलेगा वो ऐसे मिलेगा जैसे कि आप किसी सीए की एडवाइस ले रहे हो। आप लिटरली में किसी भी बंदे का नाम देके भी चैटिटी को उसकी तरह एक्ट करवा सकते हो। लेकिन यहां पे एक शर्त है कि वो बंदा थोड़ा सा फेमस होना चाहिए। उसके बारे में इनफ डाटा होना चाहिए इंटरनेट पर। कैन यू इमेजिन ये कितनी बड़ी बात है। आप लिटरली में घर में बैठे-बैठे चाहे
तो सलमान खान से बात कर लो या फिर दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस कंसलटेंट से बात कर लो। सुनने में यह अभी आपको इतना ज्यादा पॉसिबल ना लग रहा हो लेकिन एक्चुअल में अगर आप सही प्र लिखो तो आप ये चीजें करवा सकते हो। नाउ कमिंग टू द नेक्स्ट कॉम्पोनेंट फॉर्मेट। नाउ जब भी आप कुछ प्र्पों्ट लिख रहे होते हो चैट जीपीटी में तो आपके मन में या दिमाग में ऑलरेडी एक फॉर्मेट होता है कि कुछ ऐसा रिप्लाई मिल जाए। फॉर एग्जांपल जब मैं चैट जीपीटी को कंटेंट शेड्यूल बनाने के लिए बोल रहा होता हूं
तो मेरे दिमाग में चल रहा होता है कि काश ये एक टेबल फॉर्मेट में मुझे आंसर दे दे जिसमें डेट लिखा हो, कंटेंट टॉपिक लिखा हो। साथ ही किस सोशल मीडिया प्लेटफार्म पे डालने हैं वो भी लिखा हो। अब चैट जीपीटी कोई अंतर्यामी तो है नहीं जो मेरे दिमाग पड़ सकता है। इसलिए वो चीजें मुझे इसे बतानी पड़ेगी। आपको यह चीज कुछ इस वे में लिखनी है। गिव मी आउटपुट इन टैबुलर फॉर्मेट विद द हेडिंग्स ऑफ डेट, कंटेंट आईडिया एंड सोशल मीडिया प्लेटफार्म एंड ऐड एनी नेसेसरी कॉलम इफ यू थिंक। बस इतना आसान था फॉर्मेट
के बारे में बताना। नाउ कमिंग टू द लास्ट टोन। बेसिकली आपको चैटिटी से कैसा रिस्पांस चाहिए वो आपको यहां पे मेंशन करना होता है। फॉर एग्जांपल अगर आप ऑफिस के लिए कोई ईमेल लिखवा रहे हो तो ऑब्वियसली आपको उसमें और बडू कैसा है? ऐसे टाइप की लैंग्वेज तो नहीं चाहिए होगी। उसमें आपको चाहिए होगी फॉर्मल टोन। तो वही चीज आपको यहां पे मेंशन करनी है। नाउ आपने सारे छह कॉम्पोनेंट्स सीख लिए हैं। अब देखते हैं कि इन सभी को एक साथ मर्ज करके कैसे प्र्प लिखना होता है। इसके लिए एक केस लेके चलते हैं कि
आपने एक नया YouTube चैनल स्टार्ट किया है और आपको उसकी स्ट्रेटजी चाहिए चैटिविटी की मदद से। तो बजाय कि आप कुछ ऐसा प्र्पों्ट लिखे। आई हैव स्टार्टेड अ न्यू YouTube चैनल इन फाइनेंस निश हेल्प मी टू बिल्ड स्ट्रेटजी। आपको अब एक प्र्प्ट इंजीनियर की तरह प्र्ट लिखना है। उन छह कॉम्पोनेंट्स को यूज़ करते हुए। कैसे देख लेते हैं। यू आर अ सोशल मीडिया एक्सपर्ट एंड अ स्ट्रेटजिस्ट हु हैज़ मोर देन 10 इयर्स ऑफ एक्सपीरियंस इन YouTube। आई एम स्टार्टिंग अ न्यू YouTube चैनल इन फाइनेंस नीश। माय गोल इज टू अचीव 100 के सब्सक्राइबर्स ऑन दैट
चैनल विद इन सिक्स मंथ। आई हैव फाइव ईयर ऑफ़ नॉलेज ऑफ़ फाइनेंस मार्केट दैट आई कैन शेयर विद माय ऑडियंस एंड आई कैन क्रिएट थ्री लॉन्ग वीडियोस एव्री वीक। मेक अ YouTube स्ट्रेटजी फॉर मी दैट विल हेल्प मी टू अचीव माय गोल। द स्ट्रेटजी शुड इंक्लूड ऑल दी माइलस्टोनस दैट आई हैव टू कवर एंड इन हाउ मेनी मंथ्स और वीक आई मस्ट कवर देम अलोंग विथ ऑल दी स्टेप्स दैट शुड बी टेकन टू अचीव दोज़ माइलस्टोनस एंड आल्सो गिव मी कंटेंट आइडियाज विथ द मंथ्स एंड डेट्स दैट आई शुड बी अपलोडिंग गिव मी कंटेंट आईडिया
इन अ टैबुलर फॉर्म एंड रेस्ट ऑफ द स्ट्रेटजी इन पॉइंटर्स एंड चेक लिस्ट फॉर्मेट यूज़ क्लियर एंड कंसाइज लैंग्वेज नाउ आप खुद देखिए जब मैंने बिल्कुल बेसिक प्र्प चैट जेपीटी को दिया था तब मुझे एक बेसिक सी इनफेशन ही मिली थी जो कि मुझे पहले से पता थी लेकिन जब मैंने एक अच्छा प्रम्प लिखा तो चैट जीपिटी ने मुझे बहुत ही प्रिसाइज्ड आंसर दिया। इवन उसने जो कंटेंट आइडियाज दिए हैं वो इतने स्ट्रांग है कि मैं पर्सनल एक्सपीरियंस से बता सकता हूं कि इनमें से काफी सारे आइडियाज चलेंगे। इवन इसने नीचे नोट भी लिखा है
कि यह स्ट्रेटजी एग्रेसिव है लेकिन वर्क कट जाएगी। आई होप आप लोगों को प्र्प इंजीनियरिंग अच्छे से आ गई होगी। एंड आई नो अभी तक आप लोगों के मन में यह क्वेश्चन भी चल रहा होगा कि क्या हर बार छोटी सी छोटी चीज के लिए इतना भारी प्र्प लिखना पड़ेगा? तो अगेन जवाब है बिल्कुल भी नहीं। हर बार आपको यह चीज करने की जरूरत नहीं है। जब आपको किसी चीज का स्ट्रेटेजिक आंसर चाहिए या फिर कोई इंपॉर्टेंट चीज है जैसे कि प्लानिंग या एग्जीक्यूशन का आईडिया तब आपको यह प्र्पों्ट फार्मूला यूज करना चाहिए। बाकी केसेस
में आप नॉर्मल प्रों्ट पैटर्न्स को फॉलो कर सकते हो। अब आप कहोगे कि प्र्पों्ट पैटर्न्स क्या होते हैं? तो मैं वो चीज भी समझा देता हूं। प्र्प पैटर्न को आप बेसिकली एक टेंपलेट की तरह समझ सकते हो जो कि आपका काम जल्दी से करवा देता है। जैसे कि डिजाइनिंग में टेंप्लेट्स होते हैं जिसमें आपको बहुत ही कम चेंजेस करने होते हैं और आप खुद का एक डिजाइन बना लेते हो। ठीक उसी तरह प्र्प के भी पैटर्न्स होते हैं जिसमें कुछ चीजें ऐड करके या सब्ट्रैक्ट करके आप अपना काम निकलवा सकते हो। नॉर्मली पांच तरह के
प्र्प्ट पैटर्न यूज़ होते हैं। सबसे पहला है पर्सोना पैटर्न। एक्ट एज एक्स एंड डू द टास्क व्हाई। नाउ इस टेंप्लेट में आपको बस एक्स एंड Y की जगह अपनी रिक्वायरमेंट्स भरनी है। जैसे कि एक्ट एज अ फाइनेंसियल एक्सपर्ट एंड एक्सप्लेन द बेस्ट स्टॉक मार्केट स्ट्रेटजीस। दूसरा है ऑडियंस पर्स ऑन अ पैटर्न। एक्सप्लेन एक्स टू मी अस्यूम आई एम व्हाई। अब इस टेंपलेट में चैट जेपीटी को रोल देने की जगह आप खुद को एक रोल दे रहे हो। एग्जांपल के लिए एक्सप्लेनेंस ऑफ सोशलिज्म एंड अस्यूम आई एम अ बीए पॉलिटिकल साइंस स्टूडेंट। तीसरा पैटर्न है विजुअलाइजेशन
जनरेटर पैटर्न। जनरेट एक्स दैट कैन बी प्रोवाइडेड टू टूल वाई फॉर विजुअलाइजेशन। इस पैटर्न का इस्तेमाल कंटेंट क्रिएटर्स बहुत ही ज्यादा कर सकते हैं। कुछ इस तरह से जनरेट अ डिटेल्ड इमेज प्र्ट फ्रॉम माय आईडिया दैट आई कैन प्रोवाइड टू लड्डो एi फॉर विजुअलाइजेशन। ऐसा करके आप इससे अच्छे से प्रोंट वगैरह लिखवा सकते हैं और लार्डो में जाकर अपनी इमेजेस जनरेट करवा सकते हैं या फिर कोई भी टास्क करवा सकते हैं। आपकी मर्जी है। चौथा है रेसिपी पैटर्न। इन ऑर्डर टू डू एक्स आई नीड टू परफॉर्म ए बी सी प्रोवाइड अ कंप्लीट सीक्वेंस ऑफ़ स्टेप्स
फॉर मी व्हाइल फिलिंग इन एनी मिसिंग स्टेप्स एंड रिमूविंग अननेसेसरी स्टेप्स। यह पैटर्न तब यूज़फुल है जब आपको किसी चीज की आधी नॉलेज है। फॉर एग्जांपल, आई वांट टू ट्रेवल फ्रॉम दिल्ली टू वियतनाम। आई नो आई हैव टू टेक फ्लाइट फ्रॉम दिल्ली एंड गो टू हनोई एंड स्टे इन हई नेक्स्ट डे फॉर ट्रेन स्ट्रीट। कंप्लीट अ रेस्ट ऑफ द आइटरनरी फॉर मी। ऐसा कुछ प्र्प्लिक किया है। आप अपनी पूरी ट्रिप को प्लान करवा सकते हो बिना किसी ट्रैवल एजेंट के। वैसे मैं रिसेंटली वियतनाम जाके आया हूं और मैंने पूरी ट्रिप अपनी चैटिटी से ही प्लान
करवाई थी। पांचवा पैटर्न है टेंपलेट पैटर्न। आई विल प्रोवाइड अ टेंपलेट विद प्लेस होल्डर्स फॉर कंटेंट फिट द आउटपुट विद वन और मोर प्लेस होल्डर्स। नाउ इस पैटर्न में क्या होता है कि आप एक टेंपलेट बना के देते हो चैट जीबीटी को। और चैट जीबीटी आपको उसी टेंपलेट के बेसिस पर रिप्लाई करता है। एग्जांपल के लिए जनरेट अ वीकली फिटनेस रूटीन फॉर माय डेली लाइफ। माय प्लेस होल्डर्स आर डे जिसमें डे ऑफ़ द वीक आएगा टास्क एक्सरसाइज फूड टेंपलेट ऑन डे डू दिस टास्क एंड डू दिस एक्सरसाइज एंड ईट दिस फूड। अब जब आप इस
टेंपलेट को रन करोगे तो आपको कुछ ऐसा रिजल्ट मिलेगा। मेरा प्रोडक्ट बहुत ही बेसिक था आप लोगों को समझाने के लिए। लेकिन आपको आईडिया लग ही गया होगा कि कैसे आप इसको खुद इस्तेमाल कर सकते हो एक सही तरह से टेंपलेट स्ट्रक्चर बनवा के। यह गुड टाइप ऑफ बेसिक कोडिंग जैसा ही है। नाउ अभी तक हमने एआई की हिस्ट्री देख ली, रेवोल्यूशन देख लिया और साथ ही प्र्प इंजीनियरिंग भी सीख ली और कुछ कॉमन प्र्प पैटर्न्स भी देख लिए। अब आप लोगों को दुनिया के 50% लोगों से ज्यादा बेटर यूज करना आता है एआई को।
लेकिन अभी भी ग्रोथ्स की स्कोप है। आपने यह तो देख लिया कि आप कैसे टास्क करवा सकते हो चैट जीपीटी से। लेकिन सोचिए कुछ ऐसा टास्क हो जो कि हर दूसरे दिन आपको करवाना है। तो क्या आप चैट जीपीटी को हर रोज प्र्प लिखोगे? नहीं। इसका एक बेटर सॉल्यूशन है खुद का एक जीपीटी ट्रेन करना। हां, आपने बिल्कुल सही सुना। आप खुद का जीपीटी बनवा सकते हो और उसे यूज़ भी कर सकते हो। अब ये करना कैसे है वो देख लेते हैं। मेकिंग ऑफ जीपीटी। खुद का जीपीटी बनाने के लिए आपको सबसे पहले साइड बार
पे जाना है और यहां पे एक्सप्लोर जीपीटीस पे क्लिक करना है। जब आप यहां पर क्लिक करोगे तो आप देखोगे कि यहां पे बहुत सारे जीपीटीस ऑलरेडी है जो कि अलग-अलग टास्क के लिए बनाए गए हैं। जैसा कि इमेज क्रिएशन के लिए डाली बना हुआ है। राइटिंग के लिए एआई समराइजर बना हुआ है। एसेट्रा एसेट्रा ये जीपीटी बेसिकली लोगों ने खुद के लिए बनाए थे और बाद में उन्होंने इसको पब्लिक कर दिया ताकि बाकी लोग भी इसे यूज़ कर सके। नाउ आप चाहे तो इनमें से किसी भी मॉडल को यूज़ कर सकते हैं या फिर
आप खुद का भी मॉडल ट्रेन कर सकते हैं। एंड डरिए मत। इसके लिए आपको कोडिंग आने की कोई जरूरत नहीं है। बहुत ही आसान है। आपको टॉप राइट कॉर्नर में क्रिएट पे क्लिक करना है। जिसके बाद आपके सामने कुछ ऐसा इंटरफ़ेस खुल जाएगा। नाउ आपको सिर्फ वो वो करते जाना है जो कि यह चैट जीपीटी आपसे पूछता जाएगा। जैसे कि सबसे पहले इसने हमसे पूछा कि हमें क्या क्रिएट करना है? हमें नया जीपीटी किस चीज के लिए चाहिए? तो अब यह चीज आपके ऊपर है कि आप क्या बनाना चाहते हैं। मेरे केस में मान लीजिए
मुझे एक ऐसा जीपीटी चाहिए जो कि मेरे जैसी YouTube स्क्रिप्ट्स लिख सके। तो मैं इसे कहूंगा कि आई वांट टू मेक अ जीपीटी व्हिच इज एक्सपर्ट इन स्क्रिप्ट राइटिंग ऑफ YouTube वीडियोस। आई वांट इट टू पिक माय राइटिंग स्टाइल एंड प्रोवाइड मी अ स्क्रिप्ट एव्री टाइम आई गिव इट अ टॉपिक एंड द स्क्रिप्ट शुड फॉलो माय टोनाल्टी वे ऑफ़ प्रेजेंटिंग डाटा एंड इनफार्मेशन। नाउ इसके बाद होगा क्या कि यह जीपीटी अपना थोड़ा सा टाइम लेगा और आपके जीपीटी क्रिएट करना स्टार्ट कर देगा। जैसे-जैसे चीजें अपडेट होती रहेगी राइट हैंड साइड में आपको दिखता रहेगा। जैसे
कि जब इसने एनालाइज किया कि स्क्रिप्ट राइटर चाहिए YouTube के लिए तो इसने खुद से ही कुछ प्री बिल्ट क्वेश्चंस यहां पे लिख दिए। नाउ उसे काम समझ आ गया है तो वो आपसे नाम मांगेगा कि आप अपने जीपीटी को क्या कहना चाहते हो। मेरे केस में मैं इसे नाम दूंगा ट्यूब सेंसर स्क्रिप्ट। नाम के बाद यह आपको एक लोगो सजेस्ट करेगा। अगर आपको वो लोगो पसंद आता है तो ठीक है। वरना आप खुद से भी कोई भी लोगो यहां पर अपलोड कर सकते हैं और इसे कह सकते हैं कि लोगो यह रखना है। अगर
आप लोग ध्यान दे रहे होंगे तो देख पा रहे होंगे कि जो जो चेंजेस मैं इसे यहां पे बता रहा हूं राइट हैंड साइड पे वो चेंजेस अपने आप हो रहे हैं। यानी कि हमारा जीपीटी बन रहा है वो भी हमारे सामने हमारे अकॉर्डिंग। नाउ एक बार ब्रांडिंग हो गई। उसके बाद आपको यहां से कॉन्फिगर में आ जाना है जो कि इस जीपीटी का काइंड ऑफ बैक एंड टाइप है। यहां पे आपको जीपीटी का नेम दिख जाएगा, डिस्क्रिप्शन दिख जाएगा और साथ ही इंस्ट्रक्शन भी दिख जाएंगे जो कि इसने आपकी रिक्वायरमेंट के अकॉर्डिंग खुद ही
फीड कर लिया होगा। यहां पे अगर आप चाहे तो अपनी मर्जी से कुछ भी इंस्ट्रक्शन लिख सकते हैं जो कि यह हर कन्वर्सेशन में फॉलो करेगा। एग्जांपल के लिए मान लीजिए कि मुझे अपनी कन्वर्सेशन में कभी भी वाओ वर्ड नहीं चाहिए। तो वो चीज मैं यहां पे लिख सकता हूं और यह जीपीटी उसको लाइफ टाइम फॉलो करेगा। यह कभी भी वाऊ वर्ड का इस्तेमाल ही नहीं करेगा। लेकिन मेरे केस में अभी सब कुछ परफेक्ट है तो मैं इसे छेड़छाड़ नहीं करूंगा। इसके नीचे आपको कुछ स्टार्टर क्वेश्चंस मिल जाएंगे जो कि कन्वर्सेशन स्टार्ट होने से पहले
आपको कुछ इस तरह से दिखाई दिया करेंगे। आप चाहे तो अपने मन से भी यहां पे कोई टास्क या क्वेश्चन लिख सकते हैं अपनी प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने के लिए। इसके नीचे नॉलेज का एक ऑप्शन है जहां पे आप जो भी अपलोड करेंगे ये जीबीटी उसको कंसीडरेशन में रखेगा आपकी हर एक कन्वर्सेशन में। तो मैं क्या करूंगा कि मैं यहां पे अपनी प्रीवियस कुछ स्क्रिप्ट्स को अटैच कर दूंगा ताकि एजीबीटी को पता हो कि मैं किस तरह से स्क्रिप्ट्स लिखता हूं। अगर आप एक स्टॉक ट्रेडर हो तो आप यहां पे चार्ट पैटर्न्स लगा सकते हैं और
हर बार पूछने पे एजीपीटी आपको बता देगा कि क्या पैटर्न चल रहा है या फिर आपको क्या करना चाहिए। इसके बाद नीचे आपको कैपेबिलिटीज बताई गई है आपकी जीपीटी की। जैसे कि यह वेब सर्च कर सकता है, कैनवस बना सकता है, इमेज जनरेट कर सकता है और एक चेक अनटिक्ड है जो कि है एनालिसिस का। तो आप चाहो तो इसे भी चेक कर सकते हो। नाउ एक बार आपने बैक एंड देख लिया अपने जीपीटी का। फिर आपको वापस से क्रिएट पे आना है और इसे ट्रेन करना है। वैसे जीपीटी रेडी तो है यूज़ करने के
लिए। लेकिन खुद के जीपीटी बनाने का फायदा ही क्या है? अगर आप उसे अपने अकॉर्डिंग ट्रेन ना कर सको। फॉर एग्जांपल मैं इसे कहूंगा कि मैंने अपनी स्क्रिप्ट्स अपलोड कर दी है। उनको डीपली एनालाइज कर और पता कर कि मैं कैसे स्क्रिप्ट्स लिखता हूं। कैसे बोलता हूं, क्या पैटर्न फॉलो करता हूं ए्रा। बेसिकली मैं एसजीबीटी को टेस्ट कर रहा हूं कि यह समझ भी पा रहा है कि मैं किस तरह से स्क्रिप्ट लिखता हूं। जब मैंने इसे यह कमांड दिया और अपनी स्क्रिप्ट्स को अटैच कर दिया तो इसने मुझे पूरी तरह से नंगा कर दिया
और यह मैं मजाक में नहीं कह रहा हूं। मैं यह किस तरह से स्क्रिप्ट लिखता हूं यह बात मुझे भी नहीं पता थी क्योंकि मेरे दिमाग में जो भी आता जाता है वो मैं लिखता जाता हूं। लेकिन एजिबिट ने मेरे स्क्रिप्ट्स को इतने अच्छे से एनालाइज किया कि इसकी बताई हुई बातों ने मुझे भी शॉक कर दिया। फॉर इंस्टेंस यह ब्रेकिंग मिसकंसेप्शन वाली बात लिटल में मुझे आईडिया नहीं था कि मैं चीज को इतना कॉमनली यूज करता हूं। इसके सिवाय आप वीडियो को पॉज करके रिजल्ट को खुद पढ़ सकते हैं। इसने काफी अच्छे से मेरे
स्क्रिप्टिंग पैटर्न को समझ लिया है। शायद उतना जितना मुझे खुद को भी नहीं पता। और यही है एआई की पावर। बट एनीवेस आप एक बार कॉन्फिडेंट हो जाओ कि जीपीटी को समझ आ गया है कि क्या करना है। फिर आप उसको थोड़ा सा और ट्रेन कर सकते हो। कुछ टास्क दे के और फीडबैक देके। इसलिए अब मैं एचजीबीटी को बोलूंगा कि यह मेरे लिए एक स्क्रिप्ट लिखे हाउ टू बिल्ड अ पर्सनल ब्रांडिंग के ऊपर। और साथ ही में इसे थोड़ी सी और चीजें बता दूंगा कि कौन-कौन से टॉपिक कवर करने हैं। मैं आप लोगों को
बता दूं कि यह सब जो आप अभी देख रहे हो यह बैक एंड पे हो रहा है जीपीटी के। अभी आपका जीपीटी बना नहीं है बल्कि वो ट्रेन हो रहा है। जब मैंने अपना प्र्ट रन किया तो कुछ सेकंड्स के ब्रेक के बाद इसने मुझे यह रिजल्ट दिया। आप खुद देख सकते हैं कि इसने कितने अच्छे से स्टार्टिंग करी है और लिटरली में मैं हर वीडियो में कुछ इसी तरह से स्टार्ट करता हूं। साथ ही इसने टॉपिक को चैप्टर्स में डिवाइड कर दिया है जैसे कि मैं हर स्क्रिप्ट में करता हूं। अब जब मैंने यह
पूरी स्क्रिप्ट पढ़ी तो मुझे यह तो पता चल गया कि इसने मेरे बोलने का वे तो समझ लिया है। लेकिन कुछ चीजों को इैबोरेट करने में अभी भी यह प्रॉब्लम कर रहा है। इसलिए इस जीपीटी को मैं इस चीज के रिगार्डिंग एक फीडबैक दूंगा। यह सब कुछ मैं आपको एग्जांपल देने के लिए कर रहा हूं। जब आप खुद का जीपीटी बना रहे होंगे तो मैं सजेस्ट करूंगा कि उसे अलग-अलग टास्क देना, कॉम्प्लिकेटेड से कॉम्प्लिकेटेड काम देना और फिर उसे सुधारना और उसे अपना डिजायर्ड रिजल्ट निकलवाना। यह सब करने में भले ही आपको 3 से 4
घंटे क्यों ना लग जाए, लेकिन एक बार आपने 4 घंटे लगा दिए फिर आपको फ्यूचर में कभी भी टाइम की प्रॉब्लम नहीं होगी क्योंकि सारा काम आपका एक चुटकी के अंदर हो जाया करेगा। जब आप इसके रिजल्ट से खुश हो जाओ उसके बाद आपको यहां पे क्रिएट के बटन पे क्लिक करना है जिसके बाद एक पॉपअप आपके सामने आ जाएगा जहां पे अब आपको डिसाइड करना होगा कि यह जीपीटी सिर्फ आप यूज़ कर सकते हो या फिर आप पब्लिक के लिए भी इसे शेयर करना चाहते हो। मैं आपको बता दूं कि अगर आप अपने जीपीटी
को पब्लिक करते हो और अगर बहुत सारे लोग इसे इस्तेमाल करने लग जाते हैं तो आपको अर्निंग भी हो सकती है। अब यह अर्निंग कितनी होती है और कैसे होती है इसका तो मुझे अभी आईडिया नहीं है लेकिन हां यह चीज पॉसिबल है। फिलहाल के लिए जीपीटी को मैं अपने यूज़ के लिए ही रखता हूं। वरना सब मेरे जैसे स्क्रिप्ट्स लिखने लग जाएंगे और ग्रो कर जाएंगे। खैर मजाक से हटके। अब आपका जीपीटी तैयार है जो कि आपने खुद बनाया है। अब आप इसे जो भी टास्क देंगे, यह आपकी दी हुई ट्रेनिंग के अकॉर्डिंग उस
पे वर्क करेगा। आप अपनी जीपीटी को यहां साइड बार से एक्सेस कर सकते हैं। नाउ हम लोग अपने कोर्स में काफी आगे आ चुके हैं। कुछ टाइम पहले तक आपको यह भी नहीं पता था कि जीपीटी का मतलब क्या होता है। लेकिन अब आप खुद का जीपीटी बनाना भी सीख चुके हैं। अब टेक्निकली देखा जाए आपको चैट जीपीटी से रिलेटेड जितनी नॉलेज चाहिए थी वो सब कुछ आपको मिल चुकी है। लेकिन क्योंकि अब मेरे चैनल पे आए हो तो मैं कंटेंट क्रिएशन तो ऑब्वियसली सिखाऊंगा ही सिखाऊंगा। इसलिए अगले चैप्टर में हम देखेंगे कि आप एज
अ कंटेंट क्रिएटर कैसे चैट जीपीटी को यूज़ कर सकते हो अपने मैक्सिमम टू मैक्सिमम टास्क को ऑटोमेट करने के लिए। इसलिए बिना देरी के चलते हैं अपने अगले चैप्टर पे। चैट एपीटी फॉर कंटेंट क्रिएशन। ओके। तो, सबसे पहले तो आपको यह पता होना चाहिए कि कंटेंट क्रिएशन का क्या प्रोसेस होता है और एज अ कंटेंट क्रिएटर आपको क्या-क्या करना चाहिए। कंटेंट क्रिएशन के प्रोसेस में छह स्टेप्स आते हैं। आइडिया, स्क्रिप्टिंग, शूटिंग, एडिटिंग, अपलोडिंग एंड एनालिसिस एंड स्ट्रेटजी बिल्डिंग। नाउ चैटिपटी आपको इन सभी प्रोसेस में कुछ लेवल तक हेल्प कर सकता है। कैसे? अभी देखते हैं।
तो सबसे पहला स्टेप है आईडिया। अब जितना आप लोगों ने प्र्ट इंजीनियरिंग सीखी है उतने की मदद से आप चैट जीपीटी से काफी सारे आईडियाज निकलवा सकते हैं। लेकिन स्टिल आप लोग कई गलती कर दोगे। आप चैट जीपीटी को जो भी प्र्प देंगे उसमें यह डिफाइन नहीं होगा कि एक अच्छा कंटेंट क्या होता है और आपको अच्छे कंटेंट के लिए कैसे आइडियाज चाहिए। तो नॉर्मली तो यह एक एक्सपेरिमेंटल प्रैक्टिस होती है जहां पे आप चैट जीपीटी से एंगेज करते हो और पूरी तरह से ट्राई करते हो अच्छे से अच्छे आइडियाज निकलवाने के लिए। लेकिन हमारे
पास इतना टाइम नहीं है और अगर हम चैट जीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हमें काम जल्दी करना है। इसलिए मैं आप लोगों को ऐसा प्रॉ्ट दे रहा हूं जिसका यूज़ करके आप 3 मिनट में ही 3 महीने का कंटेंट आईडिया निकलवा सकते हो। इस प्र्ट में सबसे पहले तो आपको चैट जीपीटी को बताना पड़ेगा कि एक अच्छा कंटेंट क्या होता है। जिसके लिए हम उसे गैप फार्मूला के बारे में बताएंगे। अगर आपको भी नहीं पता तो मैं बता दूं गैप फार्मूला थ्री एलिमेंट से बना है। जिसमें जी स्टैंड करता है ग्रोथ कंटेंट के
लिए, ए स्टैंड करता है अथॉरिटी कंटेंट के लिए और पी स्टैंड करता है पर्सनल कंटेंट के लिए। अब इनका मतलब क्या होता है वह समझा देते हैं। ग्रोथ कंटेंट वह होता है जो आपको ग्रोथ लाने में हेल्प करता है और ग्रोथ सबसे अच्छी तब मिलती है जब आप ट्रेंडिंग टॉपिक या बंदे के बारे में बात करो। अथॉरिटी कंटेंट वो कंटेंट होता है जो कि आपको बाकियों से अलग करता है। लाइक आप अपनी नीच में एग्जैक्टली क्या बताते हो। ऐसे कौन से टॉपिक्स आप छेड़ रहे हो या कवर कर रहे हो जो बाकी नहीं कर पा
रहे हैं या फिर आप बाकियों से बेटर कैसे हो। फिर आता है पर्सनल कंटेंट। यह वो कंटेंट होता है जिसे आप अपनी ऑडियंस के बीच में अपनी वैल्यू इंक्रीस करते हो या कह लो उनको क्लाइंट्स में कन्वर्ट करते हो। जैसे कि अपनी पर्सनल स्टोरी बता के या अपनी सक्सेस दिखा के एक्सेक्ट्रा। नाउ जिस तरह मैंने आपको बताया कि गैप क्या होता है? ठीक उसी तरह आपको चैट जीबीटी को भी बताना है कि गैप फार्मूला क्या है? और फिर उससे कन्फर्मेशन लेनी है कि उसे समझ आ गया या नहीं। आपको वैसे इतना लिखने की जरूरत नहीं
है। मैं प्र्प्ट अपने Telegram चैनल में शेयर कर दूंगा तो आप वहां से कॉपी पेस्ट कर सकते हैं। अब जब चैट डिबेट को समझ आ जाएगा कि अच्छा कंटेंट क्या होता है। उसके बाद आपको इंफॉर्मेशन देनी है खुद के बारे में। अब जैसा कि मैंने आप लोगों को समझाया था कि बैकग्राउंड देने के टाइम सब कुछ ही नहीं बताना होता। तो उसी चीज का ध्यान रखते हुए हम चैट जीपीटी को अब सिर्फ अपनी अथॉरिटी के बारे में बताएंगे। कैसे अभी देख लीजिए। आपको बस ऐसे ही लिखना है कि हियर इज सम इनफेशन अबाउट मी अथॉरिटी।
और इसके बाद आपके पास जितनी भी अकंप्लिशमेंट्स है, सोशल प्रूफ्स है, रिजल्ट्स है वो सब आप यहां पे शेयर कर सकते हैं। बेसिकली वो चीजें जो आपको बाकियों से अलग करती है। फॉर एग्जांपल मेरे केस में मैं लिखूंगा आई एम वर्किंग ऑन YouTube सिंस आई वास 17। आई हैव थ्री इयर्स ऑफ एक्सपीरियंस इन व्हिच आई हैव वर्क्ड ऑन मल्टीपल निशेस इंक्लूडिंग सेलिब्रिटी, सेल्फ इंप्रूवमेंट, फैक्ट्स, मूवी एक्सप्लेनेशन एंड टेक। आई हैव अ चैनल नेम ट्यूसई ऑन व्हिच आई हैव गेन मोर देन 100 के फॉलोवर्स विद इन वन ईयर एंड राइट नाउ विथ ओनली 65 वीडियोस आई
हैव मोर देन 56ाउजेंड सब्सक्राइबर्स द यूएसपी ऑफ़ दैट चैनल इज इट्स एडिटिंग स्टाइल एंड ट्रांसपेरेंट एंड हाई वैल्यूुएबल इनेशन दैट पीपल सेल इन देयर कोर्सेस बट आई शेयर देम फॉर फ्री नाउ एक बार आपने अपनी अचीवमेंट्स लिख दिए फिर आपको अपनी पर्सनल चीजें शेयर करनी है लाइक आपने अपनी जर्नी में क्या-क्या सीखा आपका काम से रिलेटेड चीजों को लेके क्या पॉइंट ऑफ व्यू है क्या-क्या चीजें इंटरेस्टिंग चल रही है आपके काम में एसेट्रा एक्सट्रा नाउ इस केस में मैं लिख सकता हूं आई हैव हैव रन मल्टीपल चैनल्स इन डिफरेंट लैंग्वेजेस एंड आई हैव लर्न दैट
इंडियन ऑडियंस इज लिटिल डिफरेंट। दे हैव माइंडसेट ऑफ गेटिंग थिंग्स फॉर फ्री और जुगाड़ इंस्टेड ऑफ़ पेइंग फॉर दैट। वेयर एल्स फॉर वेस्टर्न वर्ल्ड इट्स टोटली डिफरेंट। दे आर रेडी टू पे फॉर इवन सिंपलेस्ट वेबसाइट सब्सक्रिप्शन। एंड ड्यू टू दिस फॉरेन क्रिएटर्स आर एबल टू जनरेट $50,000 फ्रॉम एफिलिएट अर्निंग ओनली। वेयर एल्स दिस थिंग इज नियरली इंपॉसिबल विथ इंडियन ऑडियंस। आल्सो ड्यूरिंग माय जर्नी, आई हैव लर्न्ड दैट एव्री निश वर्क्स इन अ डिफरेंट वे। एंड एव्री टाइम यू थिंक यू हैव रीच्ड द टॉप इन योर निश अ न्यू कॉम्पिटिट कम्स फ्रॉम नोवेयर एंड टेक्स अवे
द स्पॉटलाइट। मीनिंग इट्स अ वेरी डायनेमिक एंड ट्रडी बिज़नेस वेयर थिंग्स चेंजेस इन इंस्टेंट। आल्सो देयर इज़ अ लॉट ऑफ़ डिफरेंस इन शॉर्ट्स ऑडियंस एंड लॉन्ग फॉर्म कंटेंट ऑडियंस। वेयर एल्स लॉन्ग फॉर्म ऑडियंस हैव हायर अटेंशन स्पेंड एंड कम्स फॉर एजुकेशन पर्पस। मैक्सिमम शॉर्ट्स ऑडियंस कम फॉर एंटरटेनमेंट एंड दैट टू दे डोंट कंज्यूम फ्रॉम आईज एनीमोर। दे कंज्यूम इट थ्रू देयर फिंगर्स। सोशल मीडिया एप्स आर बिल्ड विथ सो मच साइकोलॉजिकल रिसर्च दैट हाउ इवन अ स्मॉल कलर विल रिएक्ट विथ द ब्रेन इज़ टेस्टेड। एंड देन थिंग्स आर शोन टू द पीपल। अलोंग विथ दिस ऑल
द एरा ऑफ़ एआई चेंजिंग दी मार्केट विद अनएक्सेक्टेड स्पीड। दिस आर द थिंग्स दैट आई हैव सीन एंड लर्न सो फार। नाउ जैसे कि मैंने अपनी पर्सनल लर्निंग यहां पे शेयर कर दी। उसके बाद दोबारा आपको पूछना है कि क्या उसको समझ आया। अब चैट जीपिट को यूनिक कंटेंट क्या होता है? इसके बारे में पता है। आपके काम के बारे में पता है और आपकी पूरी इनेशन भी है इसके पास। अब आपको इसको बताना है कि आपकी ऑडियंस कैसी है और वो कैसे करोगे? अभी देख लेते हैं। माय टारगेट ऑडियंस इज एस्पायरिंग कंटेंट क्रिएटर्स, सोशल
मीडिया इन्फ्लुएंसर्स एंड ऑनलाइन एंटरप्रेन्योर। मैक्सिमम ऑफ माय ऑडियंस इज फ्रॉम द एज ग्रुप ऑफ 13 टू 35 एंड दे ऑल वाच डिफरेंट टाइप ऑफ कंटेंट ऑन माय चैनल दैट कवर्स एआई मेक मनी ऑनलाइन सोशल मीडिया ग्रोथ एंड स्ट्रेटजीस 85% ऑडियंस इज़ मेल फ्रॉम द ईस्टर्न कंट्रीज लाइक इंडिया पाकिस्तान नेपाल एंड बांग्लादेश देयर गोल इज टू मेक अ सोर्स ऑफ़ इनकम टू सोशल मीडिया और अदर ऑनलाइन बिज़नेसेस एंड देयर पेन पॉइंट इज दैट दैट मैक्सिमम ऑफ़ देम डोंट हैव इनफ मनी टू स्टार्ट और इनफ टाइम टू इन्वेस्ट द ऑडियंस फ्रॉम द एज ग्रुप ऑफ़ 13 टू
20 लाख डेडिकेशन एंड कंसिस्टेंसी दैट्स व्हाई दे फेल इवन आफ्टर अंडरस्टैंडिंग एवरीथिंग वेयर एज एस द ऑडियंस फ्रॉम द एज ग्रुप ऑफ़ 30 और अबव फेस प्रॉब्लम विद न्यू कमिंग ट्रेंड्स एंड टैग डेवलपमेंट्स। अब मैंने अपनी ऑडियंस के बारे में भी सब बता दिया है। अब आपको बस एक आखिरी प्रम देना है ताकि चैट जीपिटी अपना काम शुरू कर सके। इस पॉइंट में हम चैट जीपिटी को कहेंगे कि हमसे जरूरत पड़ने पर क्वेश्चंस पूछे ताकि वह बेस्ट से बेस्ट रिजल्ट दे। माय गोल इज टू क्रिएट लॉन्ग फॉर्म कंटेंट फॉर YouTube दैट मेक्स माय टारगेट ऑडियंस
नो लाइक एंड ट्रस्ट मी। यूजिंग द गैप फ्रेम वर्कआउट। प्लीज आस्क मी 25 क्वेश्चंस फॉर ईच कैटेगरी ऑफ़ गैप फ्रेम वर्कआउट दैट डस दिस। यू कैन यूज़ द इनफेशन आई गव यू अबाउट मी टू हेल्प। बट फील फ्री टू आस्क अ क्वेश्चन आउटसाइड दैट। द क्वेश्चन आस्क शुड सेट मी अप सो दैट आई कैन आंसर दैट विद अ साउंड बाइट। डैश अंडर 60 सेकंड। नाउ जब मैंने यह प्र्प्ट रन करा तो आप खुद ही देख सकते हैं कि चैट जिपटी ने मुझे कैसे-कैसे आइडियाज दिए हैं। ये सारे बहुत ही अच्छे आइडियाज हैं। एंड आई एम
श्योर अगर इनमें से किसी भी टॉपिक पे कोई कंटेंट बनाऊं तो वो 100 के से ज्यादा व्यूज गेन करेगी ही करेगी। और खास बात यह है कि इसने गैप स्ट्रेटजी के हर एक एलिमेंट के लिए 25 आइडियाज दिए हैं। यानी कि टोटल 75 आइडियाज। मैं शायद पूरे साल में भी इतना कंटेंट ना बना पाऊं। लेकिन आप पॉइंट समझ गए हैं। आप चैट जीबीटी को इस तरह से अलग-अलग स्ट्रेटजी के लिए ट्रेन करके अनलिमिटेड आइडियाज निकाल सकते हैं। खुद का दिमाग लगाए बिना। पहले मैं भी कंटेंट आइडियाज सोचने में दो से तीन दिन निकाल दिया करता
था। लेकिन अब मेरे पास कंटेंट आइडियाज का भंडार है। इतना भंडार है कि मैं पांच आईडियाटर्स हायर कर लूं तो भी वो आइडियाज अगले 2 साल में खत्म नहीं होंगे। ऑल थैंक्स टू चैट जीपीटी। वैसे आप लोग जो यह वीडियो देख रहे हैं, इसका आईडिया भी चैट जीपीटी ने ही दिया था। नाउ कमिंग टू द नेक्स्ट टाइप ऑफ कंटेंट क्रिएशन दैट इज स्क्रिप्टिंग। देखो स्क्रिप्टिंग के दो तरीके हैं। एक या तो आप खुद का जीपीटी बनाके उसे अपनी पुरानी स्क्रिप्ट देके उसे अच्छे से ट्रेन कर लो ताकि वह आपकी टोनाल्टी में स्क्रिप्ट्स लिख सके। जैसे
कि मैंने वीडियो में पहले दिखाया था। दूसरा आप चैट जीपीटी से सिर्फ बुलेट पॉइंट्स निकलवा लो और फिर अपनी स्क्रिप्ट खुद लिख लो। इसके लिए आप चैट जीपीटी को यह प्र्प्ट दे सकते हैं जिसमें आपको बस अपनी वीडियो का टाइटल लिख देना है और फिर वो आपको आपकी वीडियो टॉपिक के हिसाब से उसकी कुछ बेसिक इनफेशन देगा बुलेट पॉइंट्स के वे में जिसको आप लेटर ऑन यूज़ कर सकते हो। या फिर आप डायरेक्टली भी चैट जीपिटी को बोल सकते हो कि मैं यह वीडियो बना रहा हूं। इस ऑडियंस के लिए बना रहा हूं और इसके
अंदर यह यह चीजें कवर करनी है। तो मुझे बुलेट्स पॉइंट दे दो जो कि मैं अपनी वीडियो में इनवॉल्व कर सकूं। पॉइंट यह है कि चैट जीपीटी आपका है। यह एक क्ले की तरह है। आप इसको जिस मर्जी तरह से ब्लेंड करके अपना काम निकलवा लो डजंट मैटर। आपको प्र्प इंजीनियरिंग आती है सही से बस उतना काफी है। नाउ स्क्रिप्टिंग के बाद आता है शूटिंग वाला पार्ट। और इसमें चैटिबिलिटी आपकी ज्यादा मदद तो नहीं कर सकता क्योंकि इसमें आपको कैमरामैन लगेगा। लेकिन हां, सही प्रॉ्ट देने पे वह आप लोगों को कैमरा एंगल्स बता सकता है
और बता सकता है कि लाइटनिंग वगैरह कैसे सेट करनी है। अब इसके बाद जो अगला स्टेप होता है वो होता है एडिटिंग का। नाउ एडिटिंग सुन के आप लोग सोच रहे होंगे कि चैट डिपटी आपको वीडियो बना के थोड़ी दे देगा। आप एक तरह से सही भी है और एक तरह से गलत भी है। वो आपको प्रॉपर रेडी टू पब्लिश वीडियो भले ही ना दे सके लेकिन यह आपको क्लिप्स और इमेज जरूर दे सकता है। जिसको आप एज अ एसेट यूज़ कर सकते हो एडिटिंग के लिए। अभी तक हमने चैटिटी से सिर्फ टेक्स्ट वाला काम
करवाया है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चैट डिपटी इमेजेस भी बहुत अच्छी जनरेट करता है। और अगर आप इसको प्रॉपर गाइड करो तो यह हर इमेज में थोड़े बहुत चेंजेस भी कर देता है। इसके सिवाय चैट जीपिटी के पास सोरा भी है। जिनको नहीं पता उनको बता दूं सोरा एक ऐसा एआई है जहां पे अगर आप कोई भी चीज को टेक्स्ट के थ्रू एक्सप्लेन करते हो तो यह एi उसकी क्लिप बना देता है। अब यह दोनों चीजें करनी कैसे है वो देख लेते हैं। चाहे जीबीटी से इमेज निकलवाने के आपके पास दो तरीके हैं।
या तो आप नॉर्मल कन्वर्सेशन में यह काम कर सकते हैं या फिर जीपीटीस में जाके डाली पे यह काम कर सकते हैं। दोनों के रिजल्ट्स में कुछ ज्यादा मेजर डिफरेंस नहीं है। तो, यह आपकी इच्छा है। आपको बस चैट जीपीटी को इतना कहना है एक्ट एज एन इमेज जनरेटर एंड एव्री टाइम आई गिव यू अ रॉ आईडिया ऑफ़ एन इमेज। आई वांट यू टू जनरेट अ 16:9 रियलिस्टिक इमेज फॉर इट। एंड आल्सो प्रोवाइड मी अ डिटेल प्र्ट ऑफ द इमेज दैट यू विल जनरेट। सो दैट इफ आई वांट एनी चेंजेस। आई कैन डू इट इज़ली।
गॉट इट। इसके बाद आप अपना आईडिया लिख दीजिए। जिसके बाद यह कुछ सेकंड्स के ही अंदर आपको ऐसी इमेजज़ जनरेट करके दे देगा। नाउ अगर आपको इमेज में कुछ पसंद ना आए तो आप यह चीज भी इसको बोल सकते हो और यह चेंजेस भी कर देगा। लेकिन ऑब्वियसली वीडियो एडिटिंग सिर्फ इमेजेस से थोड़ी होएगी। क्लिप्स भी चाहिए होंगी। तो उसका भी जुगाड़ है। आपको यहां पे सोरा पे जाना है जहां पे आपको कुछ इस तरह का प्र्ट बॉक्स दिखेगा। इसके अंदर आप अपने अकॉर्डिंग सेटिंग्स कर सकते हो। अगर आप सोरा के फीचर पे आओगे तो
आप देख पाओगे कि लोगों ने इस एi से क्या-क्या जनरेट करवा रखा है और यह काफी ज्यादा रियलिस्टिक भी है। नाउ जो इमेज हमने जनरेट करी थी अगर मैं उसी का प्रकर यहां पे पेस्ट कर दूं और स्टोरी बोर्ड की मदद से कुछ एक्शन भी ऐड कर दूं। जिसके बाद अगर मैं जनरेट के बटन पर क्लिक करूंगा तो मेरे सामने कुछ ऐसी क्लिप्स होगी। लोग लिटरली में सोरा का यूज़ करके मूवीस बना रहे हैं और आप भी यह सब कुछ बहुत ईजीली कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको मूवीज नहीं बनानी है, सिर्फ एडिटिंग में यूज़
करना है तो भी आप कर सकते हैं। बहुत ही इजी है। नाउ आपके पास आईडिया है। आपके पास वीडियो की स्क्रिप्ट है और आपके पास एडिटिंग का भी काम हो गया है। अब आता है अपलोडिंग का काम। अब यह मत सोचना कि यह एi खुद से आपका कंटेंट अपलोड कर देगा। लेकिन यह आपकी मदद जरूर कर सकता है। अपलोडिंग में मेन चीज होती है वीडियो का टाइटल या कैलो रील्स का कैप्शन। तो आप चैट जेबीटी को एक परफेक्ट प्र्पों्ट लिख के दे सकते हो जिससे वो आपकी वीडियो को समझ जाएगा और आपकी वीडियो के लिए
एक क्लिक की टाइटल बना देगा। इस काम के लिए भी एक प्र्प्ट है जो कि मैं इस पीडीएफ में शेयर कर दूंगा। यह पीडीएफ आप लोगों को मेरे टेलीग्राम चैनल पे मिलेगी जिसका लिंक डिस्क्रिप्शन में है एंड मेक श्योर कि आप लोग उस telegram चैनल को ज्वाइन कर लें क्योंकि मैं वहां पे ऐसी काम की चीजें देता रहता हूं। नाउ जब आप बहुत सारा कंटेंट ऐसे ही अपलोड कर दोगे तो आपको चीजों को एनालाइज भी करना पड़ेगा और साथ ही मैनेज भी और यह चीज में भी चैट जीपीटी आपकी मदद कर सकते हैं। आपको बस
चैट जीपीटी को कहना है एक्ट एज अ सोशल मीडिया मैनेजर या फिर एक्ट एज अ सोशल मीडिया स्ट्रेटजीस और इसके आगे फिर आपको सेम स्ट्रक्चर को फॉलो करना है जो हमने प्र्ट इंजीनियरिंग में सीखा था और आपका सारा काम निकल जाएगा। वैसे चैट जीबीटी के लिए ऐसे कई सारे प्रम्प्स हैं जो कि अलग-अलग टास्क के लिए बनाए गए हैं। खासकर सोशल मीडिया के लिए और कंटेंट क्रिएशन के लिए और ये सारे प्रों्स मैंने बेसिकली पैसे देके खरीदे हैं ताकि मैं आप लोगों के साथ इसको फ्री में शेयर कर सकूं। तो अगर आप लोगों को भी
100 से ज्यादा क्विक प्र्प चाहिए जो कि आपके टास्क को आसान कर दे तो अगेन आपको Telegram पे ही यह सब कुछ मिलेगा और यह चीज एक गिफ्ट है मेरी तरफ से आप लोगों के लिए क्योंकि आप लोगों ने वीडियो को यहां तक देखा है। नाउ यह वीडियो कंप्लीट हो गई है और चैट जीपीटी से रिलेटेड आपको जितनी नॉलेज चाहिए थी वो सब कुछ आपके पास ऑलरेडी है। अब आप चाहे तो आप अपनी प्रोडक्टिविटी को 10x कर सकते हैं। वो भी बिना ज्यादा मेहनत के। लेकिन चैट जीपीटी की लिमिटेशंस भी है। जैसे कि वॉइस ओवर
नहीं कर सकता, खुद से एडिटिंग नहीं कर सकता और अपलोडिंग जैसी चीजें भी यह नहीं कर सकता। पर मार्केट में इन सब चीजों के लिए भी अलग-अलग एआई सॉलशंस हैं। एंड काफी सारे एआई तो ऐसे हैं जो कि आपके लिए टोटली रेडी टू पब्लिश वीडियोस बना सकती है। तो अगर आपको यह चीजें भी सीखनी है तो कमेंट सेक्शन में ऑटोमेशन लिख दीजिए। अगर मुझे 3000 ऐसे कमेंट्स आते हैं तो मैं एक ऐसी वीडियो बनाऊंगा जिसमें मैं सारे एआई टूल्स के बारे में बताऊंगा और वो भी एक सिस्टमेटिक वे में जिसे आप पूरा वर्क फ्लो अपना
ऑटोमेट कर सको। इस वीडियो को आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करना क्योंकि जो भी बंदा अभी एआई नहीं सीख रहा है वो कुछ सालों में रोएगा। एंड आई एम श्योर कि आप नहीं चाहेंगे कि आपके दोस्त रोए। वीडियो बनाने में काफी मेहनत लगी है तो एक बार फीडबैक जरूर देना कि वीडियो कैसी रही और तब तक अगर आप लोगों ने मेरा यह 7 घंटे का YouTube वाला कोर्स नहीं देखा है तो अभी जाके देख लीजिए। इस कोर्स के अंदर में लाखों रुपए से भी ज्यादा की वैल्यू दे रखी है।
Copyright © 2025. Made with ♥ in London by YTScribe.com