यह है मीवा साडो एक जैपनीज जर्नलिस्ट जो कि 159 आवर्स ओवर टाइम काम करने की वजह से 2013 में यह दुनिया छोड़ के चली जाती हैं वहीं 2018 में मसूरी खुद की जान ले लेती है जो कि अगेन हर हफ्ते बहुत काम करी थी और ऐसे कई सारे हादसे हैं जहां जापान और कोरिया जैसी जगह पे लोग ओवरटाइम की वजह से मारे जाते हैं इस चीज को जापानीज में करोशी कहा जाता है ऐसे इंसीडेंट्स का असर इनकी फैमिली लाइफ पर भी पड़ता है यानी कि लोग जिंदगी जीने से ज्यादा सिर्फ पैसों को इकट्ठा करने में
लगे रह ताकि रिटायरमेंट के बाद वो आराम से अपनी जिंदगी जिए अब एगजैक्टली इसी के अपोजिट चार्ली मंगर जो कि वरन बफिट के पार्टनर हैं उन्होंने इस इंटरव्यू में यह कहा आई ड नॉट इंटें टू गेट रिच आई वां टू गेट इंडिपेंडेंट और यही थॉट्स हम तापसी पन्नू के इस पॉडकास्ट में भी सुन सकते हैं ली अपोजिट मेरे से वो ऐसे खर्च करते हैं सोच सोच के कि मतलब अपने साथ पैसे लेके ही जाएंगे मैं मैं गरीब मरना पसंद करूंगी मैं गरीब जीना नहीं पसंद करूंगी और इसी कांसेप्ट के ऊपर एक पूरी किताब भी लिखी
जा चुकी है आई नो आई नो हम में से कई लोग यह सोच रहे होंगे कि यार हम क्या करें कभी कोई हमसे पैसे सेव करने के लिए बोलता है और यह बुक हमें उल्टा करने के लिए बोल रही है तो इस कंफ्यूजन को दूर करने के लिए पहले इस स्टडी को सुनिए एक रिसर्च में 1000 से भी ज्यादा लोगों को अपनी खुशी को एक से पांच के स्केल में रेट करने के लिए कहा गया जिसमें एक का मतलब था कि वो बहुत डिप्रेस्ड हैं और पांच का मतलब था कि बहुत ज्यादा खुश हैं सरप्राइजिंगली
इस स्टडी में लोगों की एवरेज हैप्पीनेस रेटिंग 2.6 से 2.8 ही रही यानी कि वो तीन भी नहीं थी जो कि बहुत शॉकिंग था स्टडी से यह पता चला कि जिन लोगों की की रेटिंग तीन से नीचे थी वो या तो $1500 से कम कमा रहे थे या फिर $600 से ज्यादा कमा रहे थे यानी कि वो लोग जिनके पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं वो लोग तो खुश नहीं थे लेकिन उनके साथ-साथ जिन लोगों के पास बहुत ज्यादा पैसे भी आ रहे हैं वो भी खुश नहीं थे क्योंकि उनके पास टाइम ही
नहीं बचा था उन पैसों को एंजॉय करने के लिए इसका मतलब है कि इस थ्योरी के अकॉर्डिंग बीच में एक स्वीट स्पॉट है जहां सबसे ज्यादा हम खुशी पा सकते हैं अब सवाल आता है कि अगर हमें सबसे ज्यादा खुशी चाहिए तो हम करें क्या तो इसके लिए इस किताब में पांच चीजें मेंशन की गई है जिसमें सबसे पहला पॉइंट आता है इन्वेस्ट इन एक्सपीरियंस इस वीडियो में हरज के लोगों से यह पूछा गया कि आपकी लाइफ का सबसे बड़ा रिग्रेट क्या है जो जवान लोग थे उन्हें अपने पढ़ाई से रिलेटेड रिग्रेट्स थे पर जैसे-जैसे
ये लोग बुढ़े लोगों से सवाल पूछते हैं तो उनमें से मैक्सिमम लोग ये कहते हैं कि हमें सबसे बड़ा पछतावा यह है कि हम अपनी फैमिली के साथ टाइम स्पेंड नहीं कर पाए एक और डाटा सुनिए डॉर रंगन चैटर्जी अपने पॉडकास्ट में ब्रॉनी वेयर जो कि बहुत ही मशहूर नर्स है उनसे पूछते हैं कि उनके पेशेंट्स के डेथ बेड पर पांच सबसे बड़े रिग्रेट कौन से थे जिस पर वो नर्स बताते हैं कि उन लोगों की सबसे पहला रिग्रेट था कि काश वो अपनी लाइफ अपने हिसाब से जीते और दूसरा सबसे बड़ा रिग्रेट था कि
काश वो इतना ज्यादा काम अपनी लाइफ में ना करते और लाइफ को एक्चुअल में जीते वस आ विश आ हैड वर्क सो हार्ड अब ये सारे रिग्रेट का सबसे बड़ा कारण यह है कि उन्होंने कभी मेमोरी डिविडेंड में अपने पैसे इन्वेस्ट नहीं किए मेमोरी डिविडेंड एक ऐसा इन्वेस्टमेंट है जहां हम अपनी मेमोरीज में पैसा खर्च करते हैं ताकि सालों साल उन मेमोरीज को याद करके हम खुश रह पाएं इंडिया में मेजॉरिटी अपने मेमोरी डिविडेंड के तौर पर शादियों में सबसे ज्यादा पैसा खर्चा जाता है जैसे कि अभी अनंत और राधिका अंबानी की शादी में मुकेश
अंबानी ने 5000 करोड़ से भी ज्यादा रुपए खर्च कर दिए जिसकी वजह से यह शादी दुनिया की सबसे महंगी शादी बन गई वहीं इनके दूसरे बच्चे ईशा और आकाश पे अंबानी ने सिर्फ 800 करोड़ खर्चे थे जो कि शायद मुकेश अंबानी के लिए बड़ी बात नहीं थी पर यह शादी एक मेमोरी डिविडेंड के तौर पर इन्हें और इनके गेस्ट को सालों साल याद रहेगी क्योंकि यह अंबानी के घर में इस जन की आखिरी शादी थी इसके बाद अब इनके घर में अगली शादी कम से कम 20 सालों के बाद आएगी अब इसका मतलब यह भी
नहीं है कि हम अपनी सारी सेविंग शादी में खर्च कर दे और उधार लेने लग जाए अंबानी के लिए 8000 करोड़ उनकी वेल्थ का 5 पर भी नहीं था इस पॉइंट का सिर्फ ये मतलब है कि हमें मेमोरी डिविडेंड बनाने हैं और ये मेमोरीज बहुत सस्ते टूर करके अपनी फैमिली के साथ भी बनाई जा सकती हैं सेकंड पॉइंट कहता है कि डू नॉट वेट फॉर ओल्ड एज स्टीफन स्टर्न अपने काम की वजह से ओवरवेट थे और इसकी वजह से वो बहुत परेशान रहते थे जब वो जवान थे तब उन्होंने जिम जाकर वेट लॉस किया था
और एकदम फिट हो गए थे लेकिन फिर कुछ टाइम के बाद उन्होंने जिम छोड़ दिया जिनकी वजह से उनका वेट दोबारा से बढ़ गया पर फिर जब वो सालों बाद रिटायर हुए तब उन्होंने वापस अपना वेट लॉस करने की ठानी पर तब तक उनके शरीर में इतनी सारी प्रॉब्लम्स हो गई थी जिसकी वजह से वो इंटेंस ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे थे पर फिर भी स्टीफन ने हार नहीं मानी और धीरे-धीरे अपनी ट्रेनिंग कंटिन्यू रखी जिसके बाद जो सालों से उनकी नी पेन थी वो भी चली गई स्टीफन अब वो सारा काम कर सकते हैं
जो एक 30 साल का जवान कर सकता है पर यही इन्वेस्टमेंट अगर वो अपनी हेल्थ पे पहले करते तो शायद आज उन्हें अर्थराइटिस जैसी बीमारी ही नहीं होती यहां तक कि बॉल स्टेट यूनिवर्सिटी के हिसाब से जो लोग अपनी जवानी में एक्सरसाइज करते हैं वो 70 और उसकी बाद वाली उम्र में बहुत हेल्दी रहते हैं दूसरे लोगों के कंपेरटिवली यानी कि अगर हम अपने हेल्थ में 20 में ही इन्वेस्ट करते हैं तो उसका भी बेनिफिट हमें ओल्ड एज में देखने को मिलता है हमें बूढ़े होने का इंतजार नहीं करना चाहिए इसके लिए एक और अमेजिंग
एक्सपेरिमेंट है जिसे कहा गया द ग्रेट ब्रेन एक्सपेरिमेंट इस स्टडी में 25000 लोगों को एक ऐप की मदद से डिफरेंट डिफरेंट गेम्स खिलवा गई इस ऐप में कई सिंपल गेम थी जिसमें रिस्क कम था और कई गेम्स में रिस्क ज्यादा था जैसे कि गैंबलिंग एक्सेट्रा जब रिजल्ट्स बाहर आए तो रिसर्चस को यह पता लगा कि जो बूढ़े पार्टिसिपेंट थे वो गेम में ज्यादा रिस्क नहीं ले रहे थे वहीं जवान लोग बहुत रिस्क ले रहे थे और इसी वजह से हमें 20 और 30 में ज्यादा रिस्क लेना चाहिए जिससे हमें फ्यूचर में ज्यादा रिटर्न मिल पाए
अब ज्यादा रिस्क लेने का मतलब ये नहीं है कि पहाड़ से हम कूद जाए या फिर 10 लोगों के परिवार में अगर सिर्फ हम ही कमाने वाले हैं तो हम नौकरी छोड़ दें रिस्क लेने का मतलब यह है कि हम डर डर के ना जीए फॉर एग्जांपल लेट्स से आपका अच्छा खासा बिजनेस चल रहा है फिर भी आप अपने परिवार के साथ कोई वेकेशन नहीं लेते या किसी शादी में नहीं जाते क्योंकि आपने अपने मन में ठानी है कि जब तक मेरे अकाउंट में 3 करोड़ नहीं होंगे मैं कहीं नहीं जाऊंगा अब खुद की ईगो
के लिए फैमिली को टॉर्चर मत करो आई होप यू गॉट द आईडिया कि रिस्क का मतलब क्या है थर्ड पॉइंट कहता है कि यू शुड स्पेंड मोर इन योर 20 इस तीन ट्रायंगल को ध्यान से देखें ये तीन ट्रायंगल हमारी लाइफ के तीन अलग-अलग फेजेस को रिप्रेजेंट करते हैं जिसमें पहला फेज है जब हमारी उम्र 20 से 30 साल की है हैं इस फेज में हमारे पास हेल्थ और टाइम ज्यादा है पर पैसे थोड़े कम हैं दूसरा ट्रायंगल है जब हम 30 से 60 साल के होते हैं जिसमें हमारे पास हेल्थ वेल्थ और टाइम सब
ऑलमोस्ट बराबर होते हैं और लास्ट में आता है जब हमारी उम्र 60 से ज्यादा हो जाती है इस टाइम पर हमारे पास पैसे भी है और बहुत फ्री टाइम है लेकिन हमारी हेल्थ में बहुत सी प्रॉब्लम्स शुरू हो गई हैं इन तीनों में अगर कोई टाइम सबसे अच्छा है तो वो है पहले के दो ट्रायंगल जिसमें हम एक्चुअल में खुद के लिए मेमोरीज बना सकते हैं और जरूरी नहीं कि मेमोरीज बहुत ही ज्यादा पैसा खर्च करके मोरिशियस में ही बने छोटे लोकल वेल प्लान पिकनिक या मनाली कसौली में खुशी के ट्रिप्स भी वो मेमोरीज क्रिएट
कर सकते हैं इस वीडियो में यह 70 साल का बिलियन एक लाइफ लेसन हमें बता रहा है जो उन्होंने अपनी मां से सीखा जिसकी वजह से वो एक बिलियरटी बने उनके हिसाब से हमें अपने 20 में सबसे ज्यादा एक्सपीरियंस लेनी चाहिए चीजें सीखनी चाहिए 30 में हम ये फिगर आउट कर सकते हैं कि किस चीज में हमारा इंटरेस्ट है और उसके बारे में बहुत डिटेल में सीख सकते हैं 40 में हम उस चीज से बहुत ज्यादा पैसे कमा सकते हैं ताकि 50 और 60 में हमें कोई पैसे की चिंता ना हो अब हम में से
कई लोग सोच रहे होंगे कि रिसर्च कहां है तो इस स्टडी को सुनिए मिशिगन यूनिवर्सिटी के साइकोलॉजिस्ट विलियम जे चोपी को अपनी रिसर्च में ये पता चलता है कि गुड मेमोरीज और हेल्थ में एक पॉजिटिव कोरिले है यानी जिन लोगों के पास बचपन की बहुत अच्छी यादें हैं वो आगे चलकर ज्यादा हेल्दी लाइफ जीते हैं नेक्स्ट पॉइंट कहता है शिफ्टिंग माइंडसेट अबाउट रिचेस अगर मैं आपसे बोलूं कि क्या आप अमीर हो तो हमें से ज्यादा लोग बोलेंगे नहीं यार हम अमीर नहीं है और यही एग्जैक्ट सवाल बॉब माले से इंटरव्यू में पूछा गया गया तो
जिन्हें नहीं पता बॉब माले कौन है तो बॉब माले एक जमेक सिंगर और गिटारिस्ट थे जिन्होंने बहुत फेमस बम बोलेनाथ सॉन्ग भी गाया था एनीवेज इस इंटरव्यू में बॉब माले से पूछा जाता है कि आप तो बहुत फेमस सिंगर हो आपने तो अपने म्यूजिक से बहुत पैसे कमाए होंगे और आप बहुत अमीर होंगे और इस सवाल पर बॉब माले ये कहते हैं आर यू अ रिच मैन व्हाट यू मीन रिच व्हाट यू मीन यू हैव अ लॉट ऑफ पोशंस लट ऑ मनी इन द बैंक प मेक य रिच आई ड आई डों हैव दैट टाइप
ऑफ रिनेस माय रिनेस इ लाइफ फॉवर ऐसा ही कुछ एटीट्यूड टॉम स्लफ पको का है जिनकी 2008 में स्टॉक मार्केट क्रैश की वजह से जॉब चली जाती है और साथ ही साथ उन्हें लगता है कि अब तक मैं किस चीज के लिए जे रहा था उनको समझ नहीं आ रहा होता कि वो क्या करें तब वो डिसाइड करते हैं कि वो दुनिया घूमेंगे और वो बहुत ही कम पैसों में दुनिया घूमने निकल जाते हैं जिसके बाद उन्हें बहुत सारे एक्सपीरियंस मिलते हैं लर्निंग होती है और उनकी बहुत अच्छी मेमोरीज बनती हैं वो वापस आके खुद
की एक ट्रैवलिंग एजेंसी भी खोलते हैं और साथ ही साथ ब्लॉगिंग फोटोग्राफी फंड रेजिंग से भी पैसे बना लेते हैं आज टॉम मिसलर के क्रोशिया में दो रूट्स नाम से जूस और कॉकटेल बार्स हैं इन शॉर्ट रिचेस का मतलब सिर्फ पैसा नहीं है अगर हम ठीक से प्लान करते हैं दूसरे टाइप की अमीरी उसे भी एंजॉय कर सकते हैं नेक्स्ट आता है हाउ टू बैलेंस सेविंग एंड इन्वेस्टिंग अब हम में से कई लोग सोच रहे होंगे यार फिर अब एक्शन प्लान है क्या वैसे तो सबके लिए एक्शन प्लान अलग-अलग होता है पर जनरली एक्सेप्टेड रूल
ये है कि हम 50 30 20 प्रिंसिपल को यूज करें इसे समझने के लिए हम मानते हैं कि हमारी सैलरी ₹1 लाख है आई नो हम में से बहुत से लोगों की सैलरी ₹1 लाख नहीं है बट क्योंकि इसमें गणित करना आसान है तो इस नंबर को मान लेते हैं अब 1 लाख का % हुआ 50000 पे तो इस 50000 को हमें अपने बेसिक नीड्स पूरे करने में यूज करना है जैसे कि रेंट खाना पेट्रोल बिजली एक्सट्रा फिर 30 पर हम अपने डिजायर के लिए यानी वेकेशन और एंजॉयमेंट जैसी जगहों में खर्च कर सकते हैं
लेकिन कम से कम % यानी 0000 हमें सेव और इन्वेस्ट करने हैं और ये 0000 पर मंथ 12 पर के हिसाब से 20 सालों में बहुत बन जाते हैं अब इसका रिवर्स भी हम कैलकुलेट कर सकते हैं कि 20 सालों के बाद अगर हम हर महीने ₹5000000 निकालें तो कित कितने टाइम तक हमारे ये पैसे चलेंगे अगर बैंक से उस वक्त भी हमें 7 पर रिटर्न मिल रहा होगा अपने फाइनल अमाउंट पर इसे एडब्ल्यूपी कहा जाता है यानी सिस्टमैटिक विथड्रावल अब हां मैं जानता हूं कि इसमें मैंने इंफ्लेशन टैक्स और ये सब चीजें नहीं ऐड
की है ये एग्जांपल मैंने सिर्फ थिंकिंग मॉडल समझाने के लिए लिया है आप इन कैलकुलेटर को यूज करके खेल सकते हैं और जो भी वेरिएबल आपको लगता है आप इसमें ऐड कर सकते हैं बट ओवरऑल गेम यही है अब हो सकता है कई लोग कमेंट कर रहे होंगे कि यार आपने भी इतनी सारी वीडियोस बनाई है जिसमें आप कहते हो कि सेविंग करो इसका मतलब मेरे लिए यही है कि या तो आपने वन पूरी वीडियो नहीं देखी या फिर टू आपको वीडियो समझ ही नहीं आ देखिए रियल लाइफ के सवालों का आंसर हां या ना
में नहीं होता ये एक बैलेंसिंग एक्ट है कि लाइफ की किस सिचुएशन में क्या करना है और ये सारे पॉइंट्स जिसके बारे में हमने इस वीडियो में बात करी है इवन शुरू के एग्जांपल में जब हमने 1500 और $2000 की बात करी थी कि कहां पर खुशी मिलती है ये सारी चीजें एक बैलेंस को फाइंड करने के लिए ही है अब हमारे लिए ओबवियसली ये नंबर अलग-अलग हो सकते हैं अगर ये वाले स्टेप्स जो इस बुक में दिए गए हैं डाइव विथ जीरो आपके साथ ज्यादा कनेक्ट करते हैं तो मैं रिकमेंड करूंगा कि आप इसकी
बुक्स समरी हिंदी में सुनिए गग ए पर जहां पर 200 से ज्यादा बुक सरीज हिंदी में फ्री में अवेलेबल है जिन्हें आप पढ़ भी सकते हैं और सुन भी सकते हैं इसका लिंक मैं डिस्क्रिप्शन और फर्स्ट कमेंट में दे दूंगा और हां जो हमारे फ्रेंड्स इस बैलेंस को नहीं समझ पा रहे हैं और हर वक्त काम करते ही रहते हैं उनके साथ यह वीडियो आप जरूर शेयर कीजिए मिलते हैं दोबारा नेक्स्ट वीडियो में जय हिंद