जहां नए-नए क्रिएटर सिर्फ youtube4 बना के ही महीने भर के अंदर मिलियन सब्सक्राइबर्स क्रॉस कर रहे हैं वहीं आपके शॉर्ट्स पे व्यूज ही नहीं आ रहे या फिर स्टार्टिंग में आपके शॉर्ट्स पे व्यूज आ गए थे लेकिन उसके बाद आपके व्यूज फ्रीज हो गए हैं या फिर 1018 व्यूज पे गिर गए हैं लेकिन ऐसा हो क्यों रहा है क्या youtube's कैसे वायरल होते हैं कैसे क्रिएट किए जाते हैं किस कैटेगरी में शॉर्ट्स बनाने चाहिए ए शॉर्ट्स वायरल हो रहे हैं या नहीं हो रहे शॉर्ट्स से कितनी अर्निंग होती है और शॉर्ट्स अपलोड करने से क्या
आपके मेन चैनल पे नुकसान हो होगा या नहीं आज की वीडियो में इन सभी टॉपिक्स को कवर करेंगे वीडियो के किसी भी हिस्से को गलती से स्किप करने की कोशिश मत करना वरना काफी इंपॉर्टेंट इंफॉर्मेशन मिस कर दोगे और हो सकता है इस वजह से आपका शॉर्ट्स का चैनल कुछ ऐसा दिखे अगर आप नहीं चाहते आपके साथ कुछ ऐसा हो तो वीडियो के साथ लास्ट तक बने रहना अब इससे पहले कि मैं शॉर्ट्स के बारे में आप लोगों को कुछ और बताऊं आप लोगों का एक क्वेश्चन मुझे हर वीडियो पे आता है कि भाई इतनी
हाई क्वालिटी थंबनेल्स कैसे अपलोड करता हूं और मेरी वीडियोस 4k में कैसे होती है तो मैं आपको बता दूं कि यह काम आप किसी भी एन एंसर के साथ बड़े आसानी से कर सकते हैं राइट नाउ एक सॉफ्टवेयर जो बहुत ही ज्यादा अच्छे से वर्क कर रहा है वो है वंडर शेयर यून कन्वर्टर इस सॉफ्टवेयर के थ्रू आप अपने थंबनेल्स को लो क्वालिटी से हाई क्वालिटी में सिर्फ एक क्लिक से ही कन्वर्ट कर सकते हैं जैसा कि आप देख सकते हैं यहां हमारे थंबनेल में कितने इजली इसने स्मूथ एरियाज को इंक्रीज कर दिया साथ में
कलर को भी थोड़ा बहुत एनस कर दिया है जो कि बहुत आसानी से हमारे सीटीआर को इंक्रीज कर देगा इसके सिवाय यूनिक कन्वर्टर में आपको वीडियो एनहांसिंग का भी एक फीचर दिया गया है जहां पे अगर आप अपनी वीडियो को अपलोड करेंगे तो आप उसकी फ्रेम रेट को इंक्रीज कर सकते हैं उसमें नॉइजिंग अपनी वीडियो की क्वालिटी को 2x या 4x कर सकते हैं जैसा कि आप यहां पे फर्क दे सकते हैं कि कि मेरी वीडियो कितनी शार्प हो गई है और उसके कलर्स भी एनस हो गए हैं और यून कन्वर्टर्स के फीचर यहीं पे
खत्म नहीं होते आपके साथ ऐसा कई बार हुआ होगा कि आपने हैं जिसकी वजह से आपकी स्टोरेज भरी जा रही है तो यहां यूनिक कन्वर्टर में आपको वीडियो कंप्रेस करने का भी एक ऑप्शन दिया गया है जैसा कि आप यहां पे देख सकते हैं कि हमारी 3gb की फाइल को ये बड़े आराम से 2gb में कन्वर्ट कर देगा और वो भी सिर्फ एक क्लिक से ये वीडियो 17 मिनट लंबी है लेकिन इसने कुछ सेकंड्स का टाइम लेके उसे कन्वर्ट कर दिया और ऐसे मैंने अपने फोन में 1gb की स्टोरेज बचा ली और यून कन्वर्टर के
फीचर्स यहीं पे खत्म नहीं होते बल्कि यहां पे एआई टूल्स का पूरा भंडार है आप एआई से स्क्रिप्ट जनरेट करवा सकते हैं टेक्स्ट टू स्पीच में कन्वर्ट करवा सकते हैं सबटाइटल एडिटर आपको मिलता है वटर मार्क रिमूवर आपको मिलता है गाने से आप वोकल रिमूव कर सकते है बैकग्राउंड रिमूव कर सकते हैं अपनी वीडियो से और ऐसे ही काफी सारे यूनिक फीचर्स आपको दिए गए हैं अगर आप एक यूबर है और एक इन्फ्लुएंस है तो आपको इन फीचर्स की जरूरत कदम-कदम पे पड़ने वाली है इसलिए आप मेरे डिस्क्रिप्शन में दिए हुए लिंक से जाके यूनिक
कन्वर्टर को डाउनलोड कर सकते हैं और इसके सभी यूनिक फीचर्स को इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे आपका काम काफी आसान हो जाएगा ओके तो अब स्टार्ट करते हैं सबसे बेसिक क्वेश्चन से youtube4 है क्या आई नो यू मस्ट बी थिंकिंग कि टाइम वेस्ट क्यों कर रहा है इतना तो हमें पता ही है लेकिन एक्चुअल में आपको सिर्फ इतना ही पता है कि youtube4 से एक फीचर है जहां पे आप 1 मिनट की वीडियो अपलोड कर सकते हैं 9:1 में और और वहां से व्यूज गेन कर सकते हैं लेकिन ये सिर्फ अपर व्यू है इसके नीचे
एक बहुत ही डार्क सिस्टम है जिसको आपको जानना बहुत ही जरूरी है शॉर्ट्स को क्रिएट किया गया था एक ऐसी ऑडियंस के लिए जिनको फास्ट कंटेंट चाहिए था जिनका डोपर माइन लेवल इतना ज्यादा हो गया है कि उनको लॉन्ग फॉर्म वीडियोस अब बोरिंग लगती है और उनको ज्यादा से ज्यादा कंटेंट जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी कंज्यूम करना है आज की जनरेशन के 14 साल से लेकर 25 साल के मैक्सिमम लोग इसी तरह की कैटेगरी में आते हैं और यही आपकी ऑडियंस भी बनने वाली है और एक चीज आपको इस ऑडियंस के बारे में अच्छे
से पता होना चाहिए ये ऑडियंस कभी भी आपकी लॉन्ग फॉर्म कंटेंट की ऑडियंस नहीं बन सकती है और यही रीजन है कि मिस्टर बी जैसे बड़े यूट्यूब ने भी शॉर्ट्स फॉर्म कंटेंट बनाना ही बंद कर दिया इसके सिवाय शॉर्ट्स में आपको सिर्फ एक मिनट दिया जाता है वो काम करने के लिए जो कि आप एक लॉन्ग फॉर्म कंटेंट में 10 मिनट के अंदर करते थे और क्योंकि यहां पे आपको सिर्फ एक मिनट मिला है इसका मतलब ये नहीं है कि आपकी यहां पे मेहनत कम लगेगी बल्कि हो सकता है यहां पे आपकी लॉन्ग फॉर्म कंटेंट
से ज्यादा ही मेहनत लग जाए क्योंकि यहां पे आपको चीजें फास्ट करनी है ज्यादा बेटर वे में करनी है और ऐसे करनी है कि 1 मिनट के अंदर सारी मेहनत आपकी दिख जाए और एक बार के लिए इन सब चीजों को अगर हम साइड में रख भी दें तो शॉर्ट्स का एल्गोरिथम लॉन्ग फॉर्म कंटेंट से काफी अलग ग जिसकी आदत आपको अभी नहीं पड़ी है और उसे एनालाइज करना तो आपको बिल्कुल भी नहीं आता अब आइए पहले ये समझ लेते हैं कि शॉर्ट्स का एल्गोरिथम वर्क कैसे करता है आई एम शोर आपकी 90 पर प्रॉब्लम
तो यहीं पे सॉल्व हो जाएगी अगर आपने कभी अपने शॉर्ट्स के एनालिटिक्स में जाके देखा होगा तो आपको कुछ ऐसा ग्राफ दिखा होगा जहां पे आपके ग्राफ में पहले आपको रीच मिलती है फिर वो एकदम से स्टेबल हो जाता है और फिर एकदम से ही बढ़ जाता है और उसके बाद वो दोबारा स्टेबल हो जाता है या फिर गिर ही जाता है अब ये ग्राफ बनता कैसे है बीच में ऐसा कौन सा झटका लगता है आपके शॉर्ट को जो वो एकदम से उड़ ही जाता है अभी समझाता हूं शॉट्स एक टू फेस सिस्टम पे वर्क
करता है जहां पे आप जब भी एक नया शॉट डालते हैं तो वो पहले एक्सप्लोर करता है यानी कि वो ढूंढता है अपनी टारगेट ऑडियंस को अपनी सीड ऑडियंस से अब ये सीड ऑडियंस क्या है बेसिकली youtube2 ऑडियंस बोलते हैं अब आपकी सीड ऑडियंस कैसे रिएक्ट करती है आपके शॉर्ट पे इसी से पता चल जाता है कि आपका शॉर्ट इंगेजिंग है या नहीं और में जो व्यूज आते हैं वो इसी टाइम पे आते हैं जब youtube2 ऑडियंस तक पहुंचा रहा होता है इस पूरे प्रोसेस को हम एक्सप्लोरेशन फेज बोलते हैं क्योंकि यहां पे youtube1 दम
से फ्रीज हो जाएगा और स्टेबल हो जाएगा और उसपे कुछ सिंगल डिजिट्स में ही व्यूज आएंगे तो इस टाइम पे हो क्या रहा है कि youtube0 सीड ऑडियंस को आपकी शॉट दिखाई थी अगर उन्होंने उसपे अच्छे से एंगेज किया तो आपका ग्राफ सीधा ऊपर जाता रहेगा लेकिन मैक्सिमम केसेस में ऐसा नहीं होता है एक्सप्लोरेशन फेज के बाद youtube's को इतनी ज्यादा रीच नहीं देता है और धीरे-धीरे लोगों को दिखाता है ताकि वो पता कर सके कि आपकी टारगेट ऑडियंस है कौन सी और जैसे ही आपकी शॉर्ट की टारगेट ऑडियंस मिलती है आपका एक्सप्लोइटेशन फेज स्टार्ट
हो जाता है जहां पे एकदम से आपका शॉर्ट वायरल हो जाता है और आप बहुत सारे व्यूज एकदम से गेन कर लेते हैं लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता रहता एक टाइम के बाद एक्सप्लोइटेशन फेज भी खत्म हो जाता है और आपके शॉर्ट्स के व्यूज अगेन फ्रीज हो जाते हैं या फिर स्लो हो जाते हैं अब इन दोनों फेजेस की साइकिल चलती रहती है जिससे आपको व्यूज आते रहते हैं रुकते रहते हैं आते रहते हैं रुकते रहते हैं और youtube4 का एल्गोरिथम कुछ इसी तरह का है अब इस पूरे सिनेरियो में मैंने यह कहा कि youtube2
ऐसे हैं जिनको स्टार्टिंग में भी व्यूज नहीं मिलते और इस चीज के पीछे ये सारे रीजंस हो सकते हैं अगर आपने कल सोचा था कि आप एक शॉर्ट्स का चैनल क्रिएट करेंगे और उसके लिए आपने जल्दी-जल्दी एक वीडियो भी बना ली और आज एक चैनल क्रिएट करके उसपे वो वीडियो डाल दी तो 90 पर चांसेस है कि उस वीडियो पे कोई भी व्यूज नहीं आएंगे रीजन यह है कि वो एक नया अकाउंट है आप youtube1 दिन अच्छे से चलाएं हर रोज उस आईडी से कम से कम आधे घंटे कुछ ना कुछ चीजें देखिए और हो
सकता है तो उन्हीं टॉपिक्स को देखना जिससे रिलेटेड आप कंटेंट डालना चाहते हैं इससे होगा क्या कि जिस बेसिस पे वो आपकी एक सीड ऑडियंस क्रिएट कर लेगा और स्टार्टिंग में आपको व्यूज मिलेंगे आपको यह बिल्कुल भी नहीं करना है कि आज ही आपने चैनल क्रिएट किया और आज ही उसपे एक वीडियो डाल दी या फिर एक सा दिन के अंदर ही उसपे वीडियो डाल दी कम से कम 10 दिन आपको उस आईडी को यूज़ करना है जिसके बाद आप अपनी पहली वीडियो या शॉर्ट कुछ भी डाल सकते हैं अब अगर आपका पुराना ही कोई
चैनल था जिसपे लॉन्ग फॉर्म कंटेंट आपने पहले से डाल रखा था और उसे डिलीट करके आप उसे एक शॉर्ट्स का चैनल बना देते हैं तो भी चांसेस है कि आपकी शॉर्ट्स पे व्यूज नहीं आएंगे स्टार्टिंग में रीजन ये है कि को बिल्कुल भी नहीं पसंद कि आप उसके प्लेटफॉर्म से कुछ डिलीट करें और इसलिए वो आपके इंप्रेशन ऑफ व्यूज कम कर देगा तो आपको ऐसे कोई भी चैनल को कन्वर्ट नहीं करना है शॉर्ट्स के लिए जिस पे आप पहले से कंटेंट डाल चुके थे या जिसको आपको डिलीट करना पड़ रहा है अगर आपने किसी यूटर
को यह बोलते हुए सुना है कि अगर आपके शॉर्ट्स वर्क नहीं कर रहे हैं तो उस शॉर्ट को अनलिस्ट करके या डिलीट करके उसी शॉर्ट को दोबारा से री अपलोड करो तो वो शॉर्ट चलने लग जाएगा तो मैं आपको बता दूं ये गलती आप गलती से भी मत करना क्योंकि youtube0 के अंदर काउंट करता है पर आपके चैनल की रीच वो एकदम से कम कर देगा क्योंकि आपने कम्युनिटी गाइडलाइंस को ब्रेक किया होगा अगर आप अपने चैनल पे पहले लॉन्ग फॉर्म कंटेंट डालते थे और ट्रेंड को देख के आप अपने चैनल पे शॉर्ट्स भी डालना
स्टार्ट कर दिए तो हो सकता है स्टार्टिंग में आपको व्यूज ना आए या फिर जो व्यूज आए वो एक टाइम के बाद आपके फ्रीज हो जाए ऐसा इसलिए होगा क्योंकि आपकी सीड ऑडियंस आपके सब्सक्राइबर्स ही होंगे और हो सकता है वो आपके शॉर्ट के साथ उस तरह एंगेज ना करें जैसे वो आपके लॉन्ग फॉर्म कंटेंट के साथ एंगेज करते हैं क्योंकि इन दोनों फॉर्म ऑफ कंटेंट की ऑडियंस बिल्कुल ही अलग है तो डबर्स को ही आपकी सीड ऑडियंस मान के उनको आपके शॉर्ट को प्रमोट कर देगा जिसके बाद वो लोग अच्छे से एंगेज नहीं करेंगे
और आगे वो आपके शॉर्ट को पुश नहीं करेगा अब यहां तक मैंने आपको शॉर्ट्स का एल्गोरिथम समझा दिया और चीजें अगर एल्गोरिथम के अकॉर्डिंग नहीं चल रही होगी तो उसके रीजंस भी बता दिए अब मैं आपको वो मैट्रिक्स बता देता हूं जिसका आपको ध्यान रखना है और एनालाइज करना है अगर आप अपने शॉर्ट्स को वायरल करना चाहते हैं तो जनरली जब हम लॉन्ग फॉर्म कंटेंट डालते हैं तो हम इंप्रेशन सीटीआर और वच टाइम को देख के अपने वीडियो की सक्सेस का पता लगाते हैं लेकिन शॉर्ट्स में ये चीजें अलग हैं यहां पे सीटीआर की जगह
हुक है इंप्रेशन की जगह व्यूज है और वच टाइम की जगह ऑडियंस रिटेंशन पे ध्यान देना है अब इन सब चीजों को मैं एक-एक करके एक्सप्लेन कर देता हूं आपके शॉर्ट्स पे मैक्सिमम व्यू शॉर्ट्स फीड से आते हैं जहां पे लोग स्वाइप कर रहे होते हैं और जो शॉर्ट उनको ज्यादा पसंद आती है उसे वो थोड़ी देर ज्यादा देखते हैं लेकिन ये कौन से शॉर्ट्स होते हैं जो उनको पसंद आती है और आपके शॉर्ट्स लोग क्यों नहीं देखते रीजन है हुक जब लोग बिना सोचे समझे शॉर्ट्स देख रहे होते हैं और स्वाइप किए जा रहे
होते हैं उस टाइम अगर ऐसा कोई शॉर्ट आ जाए जिसमें एक हुक हो यानी कुछ ऐसा हो जो उस बंदे का ध्यान खींच ले या फिर उस बंदे का स्वाइप करना रुकवा दे तो वो शॉट कंफर्म वायरल जाएगी वैसा हुक आप कैसे क्रिएट कर सकते हैं आंसर बहुत ही सिंपल है इमोशंस के साथ खेल के ठीक जिस तरह आपकी एक्स ने आपके साथ खेला बस फर्क इतना होगा कि हमारे पास तीन महीने की जगह सिर्फ 3 सेकंड का टाइम होगा एक हुक को डिलीवर करने के लिए मैं आपको कुछ फेमस हुक्स दिखाता हूं जिस पे
आप भी कभी ना कभी रोके जरूर होंगे डू यू नो अबाउट द ब्लैक बेबी टेस्ट नो हैव यू एवर हर्ड ऑफ द रीजन बेटा पैराडॉक्स यू माइट बी सफरिंग फ्रॉम इट राइ नाउ अ ये दोनों सेंटेंसेस एक्चुअली में हुक्स थे जो कि इनकी एटर्स ने जानबूझ के बोला था ताकि आपका ब्रेन जो अभी तक सिर्फ जॉम्बीज की तरह स्क्रोल किए जा रहा था वो एकदम से एक्टिव हो जाए और सोच में पड़ जाए अब जब ऐसा होगा तो ओबवियसली आप स्क्रॉल नहीं कर पाओगे और जो शॉर्ट आप सिर्फ 3 सेकंड के अंदर अभी स्क्रॉल करने
वाले थे उसे बिना जाने आराम से 10 से 15 सेकंड देख जाओगे क्योंकि आपका ब्रेन अभी चीजें प्रोसेस कर रहा होगा और इसी तरह ये क्रिएटर्स इजली अपना फायदा निकाल लेंगे और अपनी शॉर्ट्स को वायरल कर लेंगे मैं आपको थोड़े और हुक्स का एग्जांपल दिखाता हूं आई नेवर बाय सिल्क एंड दिस इज द स्ट्रेंज रीजन वई वार्स ओल्ड वन आई फाउंड दिस आउट अब अगर आप यहां पे ध्यान देंगे तो इन दोनों क्रिएटर्स ने य अपने हुक के साथ आपके मन के अंदर एक क्यूरियोसिटी पैदा कर दी इन दोनों क्रिएटर्स ने अपने पर्सनल एक्सपीरियंस शेयर
किए हैं ताकि ऑडियंस उससे कनेक्ट कर पाए और ये इन्होंने कुछ ऐसी लाइंस बोल के किया है आई विल नेवर बाय दिस या फिर आई वाज टूडे ईयर ओल्ड ये सुनते ही आपके मन में एक क्यूरियोसिटी जाग जाएगी कि ये बंदा ऐसा क्यों नहीं कर रहा या फिर इसको क्या पता चला है और आगे फिर वो इसी क्यूरियोसिटी का आंसर देते हैं आई विल नेवर बाय सिल्क क्लोथ एंड दिस इज द रीजन व्हाई आई वाज डे इयर्स ओल्ड व्हेन आई रियलाइफ जहां पे पहले आप सिर्फ बातें सुन रहे थे और देख रहे थे वहीं पे
अब आपका ब्रेन एंगेज हो गया है और वो जानना चाहता है कि आगे क्या होने वाला है और इसको क्या पता चला है या फिर ये ऐसा क्यों नहीं कर रही है लोग जिस चीज से रिलेट कर पाते हैं उस चीज से वो ज्यादा एंगेज करते हैं ठीक इसी तरह हुक्स के कई सारे एग्जांपल्स हैं और हुक्स इतने क्रिएटिवली बनाए जा सकते हैं कि मैं इस टॉपिक पे बिल्कुल एक अलग ही वीडियो बना सकता हूं अगर आप चाहते हैं कि मैं हुक्स के ऊपर एक अलग से ही वीडियो बनाऊं तो कमेंट सेक्शन में जाके हुक
लिख दीजिए अगर 2000 कमेंट्स आते हैं जिसमें आप लोगों ने हुक लिखा होगा तो मैं इस टॉपिक पे एक अलग से वीडियो बना दूंगा अब एक बार आपने अपनी ऑडियंस को शॉर्ट पे हुक कर लिया है इसके बाद आपको ध्यान देना है कि वो आपके शॉर्ट को पूरा देखें जहां लॉन्ग फॉर्म कंटेंट को इस बेसिस पे प्रमोट किया जाता है कि वो कितना ट्रेंडिंग है या फिर कितना सर्चेबल है वहीं शॉर्ट फॉर्म कंटेंट को इस बेसिस पे प्रमोट किया जाता है कि लोगों ने उसे कितना देखा है और इसी चीज को हम ऑडियंस रिटेंशन बोलते
हैं आपको ट्राई करना है कि आपकी ऑडियंस रिटेंशन हमेशा 100% के करीब हो या फिर ज्यादा से ज्यादा सिर्फ 90 पर तक गिरे अगर आपकी ऑडियंस रिटेंशन इससे भी ज्यादा गिर रही है तो इसका मतलब यह है कि आपकी ऑडियंस आपके शॉर्ट के साथ ज्यादा एंटरटेन नहीं हो रही है और बहुत ही जल्द youtube0 है है कि उसके प्लेटफॉर्म पे लोग जितनी ज्यादा देर तक हो सके उतनी ज्यादा देर तक रुके और क्योंकि शॉर्ट स्पीड में आपको चीजें सर्च नहीं करनी पड़ती बल्कि youtube0 ट्राई करेगा कि वो आपके सामने बेस्ट चीज रखे ताकि आप उसके
प्लेटफार्म को छोड़ के ना जाए और ये बेस्ट चीज होगी क्या वो शॉट जो ज्यादा देर तक लोगों को एंटरटेन कर पा रही है ना कि वो जिसको देख के ही लोग स्वाइप कर दे रहे हैं या फिर अपना मूड चेंज कर दे रहे हैं अब आई नो आप में से काफी सारे स्मार्ट क्रिएटर्स होंगे जो सोचेंगे कि मैं सिर्फ एक 10 सेकंड का शॉट बनाता हूं जिसमें हुक के साथ ऑडियंस रिटेंशन गेन करना तो बहुत ही आसान होगा और क्योंकि मैं ये ऑडियंस रिटेंशन बहुत ज्यादा होगी तो youtube1 फॉर्नर youtube4 जो कि 50 से
60 सेकंड्स के होते हैं उनको youtube1 से 15 सेकंड्स के होते हैं youtube0 तो चाहता है कि आपकी ऑडियंस रिटेंशन अच्छी हो लेकिन वो ये भी चाहता है कि ऑडियंस रिटेंशन लंबी भी हो ताकि उसे ज्यादा शॉर्ट्स के साथ एक्सपेरिमेंट ना करना पड़े तो आप क्या कर सकते हैं कि आप 30 से 40 सेकंड्स के शॉर्ट्स बना सकते हैं जिसमें आपको ऑडियंस रिटेंशन गेन करना बहुत ही आसान रहेगा और youtube-dl नहीं होने वाले हैं और काफी सारे शॉर्ट्स ऐसे भी होंगे जो काफी कम व्यूज लाएंगे और काफी शॉर्ट्स ऐसे होंगे जो कि अनएक्सपेक्टेडली ज्यादा ही
चल जाएंगे अब जैसे-जैसे आप अपने चाय पे ज्यादा शॉर्ट डालते रहेंगे आपको उनको स्टडी भी करना है और आपको पता करना है कि उन शॉर्ट्स में कमियां क्या है लेकिन ये आप कैसे पता कर सकते हैं बड़ा ही सिंपल सा आंसर है एनालिटिक्स से अब लॉन्ग वीडियोस की तरह हमारे पास यहां पे कुछ ज्यादा एनालिटिक्स तो नहीं होते हैं लेकिन यहां पे कुछ ऐसे एनालिटिक्स है जिस पे आपको खास ध्यान देना है पहला है स्वाइप अवे इस एनालिटिक्स से ये पता चलता है कि कितने लोगों ने आपकी शॉर्ट्स को देखा जब वो उनकी शॉर्ट फीड
में आया और कितने लोगों ने उसे स्वाइप कर दिया अगर आपका स्वाइपिंग का रेशियो 20 पर से ज्यादा है यानी 80 पर से कम लोग आपकी वीडियो देख रहे हैं तो इसका मतलब है आपको हुक पे और ज्यादा काम करने की जरूरत है आप दूसरे क्रिएटर्स के हुक से आईडिया ले सकते हैं उसे अपने कंटेंट के साथ किसी तरह ब्लेंड कर सकते हैं और करेक्शन करके एक नए शॉट को बना सकते हैं और उसको एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं अब दूसरा एनालिटिक जिस पे आपको ध्यान देना है वो ये है कि आपको व्यूज कहां से आ
रहे हैं अब मैंने शॉर्ट से रिलेटेड काफी सारी वीडियोस देखी लेकिन इस चीज को किसी भी यूटर ने कवर नहीं किया और ये काफी ज्यादा इंपॉर्टेंट पॉइंट है आप में से हर एक क्रिएटर को शॉर्ट फीट से व्यूज नहीं आने वाले हैं कई सारे ऐसे क्रिएटर्स भी होंगे जिनको ब्राउजिंग फीचर से व्यूज आ रहे होंगे अगर आप भी ऐसे क्रिएटर है जिसको ब्राउजिंग फीचर से ज्यादा व्यूज आते हैं या फिर आपके काफी सारे शॉर्ट्स ऐसे हैं जिसमें आपको ब्राउजिंग फीचर से ज्यादा व्यूज आ रहे थे कंपेयर्ड टू शॉर्ट फीड से तो आपको ऐसे टॉपिक्स पे
शॉर्ट्स बनाने चाहिए जो कि सर्चेबल है या फिर ट्रेंडिंग है क्योंकि आपका चैनल ऑलरेडी इस चीज पे रैंक कर रहा है अगर आपने कोई ऐसी कैटेगरी या नीज चूज करी है जिसमें आपको लोग सर्च करके ढूंढ रहे हैं तो आपको शॉर्ट्स भी उसी तरह की बनानी चाहिए जो कि ज्यादा इंफॉर्मेशन हो और ज्यादा सर्चेबल हो वहीं अगर आपको शॉर्ट फीड से ही व्यूज आ रहे हैं तो आपको बस दो चीजों का ध्यान देना है एक हुक और दूसरा ऑडियंस रिटेंशन अब अगर आपने किसी ऐसी कैटेगरी में अपना शॉर्ट्स का चैनल बनाया है जिस पे लोग
सर्च करके आते हैं या फिर आपको ब्राउजिंग फीचर से व्यूज मिलते हैं तो आपको फायदा ये होगा कि आपको लॉन्ग टर्म में व्यूज मिलते रहेंगे आपकी व्यूज कभी भी फ्रीज नहीं होंगे और आपके व्यूज कभी भी रुकेंगे नहीं भा अगर आपको शॉर्ट फीट से व्यूज आते हैं तो आपको बस यहां पे एक डीम रिट है वो यह है कि आपको हमेशा कंटेंट डालते रहना पड़ेगा और प्रीवियस क्वालिटी से अच्छा करके डालते रहना पड़ेगा वरना एक टाइम के बाद आपके सारे शॉर्ट्स पे व्यूज आना बंद हो जाएंगे और आपके व्यूज फ्रीज हो जाएंगे अब आप लोगों
को एक चीज समझने की जरूरत है जिन लोगों को ब्राउजिंग फीचर से व्यूज आ रहे हैं और जिन लोगों को फीड से व्यूज आ रहे हैं इन दोनों की ऑडियंस में काफी डिफरेंस है आपको हमेशा ट्राई करना है कि आप अपने ऑडियंस की बेसिक से बेसिक एक्टिविटी के पीछे भी अच्छे से लॉजिक ढूंढे अगर आप अपनी ऑडियंस की माइक्रो एक्टिविटीज को भी अच्छी तरीके से समझने लग जाएंगे उनके एक्शंस के पीछे का रीजन समझने लग जाएंगे तो आपको कोई भी सक्सेसफुल होने से नहीं रोक सकता क्योंकि अल्टीमेटली youtube4 को देख रहे हैं वो मैक्सिमम वे
ली जनता है वो एंटरटेनमेंट के लिए आई है वहीं जो लोग सर्च करके कोई चीज देख रहे हैं वो या तो इंफॉर्मेशन लेने आई है या फिर कुछ चीज के बारे में जानने आई है और इन दोनों के ही माइंडसेट में काफी डिफरेंस होगा और इनकी एक्टिविटीज भी डिफरेंट होगी एज अ क्रिएटर ये आपकी रिस्पांसिबिलिटी है जानना कि आपके चैनल पे किस तरह की ऑडियंस है और उनको किस तरह कनेक्ट कर सकते हैं और एंगेज करवा सकते हैं अपने साथ और अपने कंटेंट के साथ अब हम लोगों ने शॉर्ट्स के एल्गोरिथम को समझ लिया व्यूज
फ्रीज क्यों होते हैं उसकी रीजंस देख लिए शॉर्ट्स वायरल करने और स्टडी करने के तरीके भी देख लिए अब आते हैं मेन क्वेश्चन पे शॉर्ट्स किस निश में स्टार्ट करें और किस तरह की शॉर्ट्स मोनेटाइज होते हैं तो सबसे पहली बात तो यह है कि आप किसी भी कैटेगरी में शॉर्ट्स का चैनल स्टार्ट कर सकते हैं और बेटर होगा अगर आप उसी नीच में अपने चैनल को स्टार्ट करें जिसकी आपके पास ऑलरेडी नॉलेज है या जिसमें आपका इंटरेस्ट है इसके सिवाय अगर आप नहीं चाहते कि आपके तीन-चार शॉर्ट्स पे अच्छे व्यूज आए और उसके बाद
आपके शॉर्ट्स पे व्यूज आना ही बंद हो जाए तो आपको अपने कंटेंट क्रिएशन की अप्रोच को थोड़ा चेंज करना पड़ेगा आपको स्टार्टिंग के कुछ शॉर्ट्स लगभग एक महीने का कंटेंट ऐसे डालना होगा जैसे ज कि आप एक प्लेलिस्ट बना रहे हैं जिस तरह एक प्लेलिस्ट किसी नीश की सब कैटेगरी होती है ठीक उसी तरह आपको अपने शॉर्ट चैनल के स्टार्टिंग के 30 शॉर्ट्स सेम नीश की सब कैटेगरी के अंदर ही रखने हैं तभी आपको ग्रोथ दिखाई देगी और आपका चैनल एकदम से डेड नहीं होगा और अगर आपको दो महीने के बाद भी कोई ग्रोथ ना
दिखाई दे तो आप नीज चेंज करने के बारे में सोच सकते हैं अभी के टाइम पे एआई मोटिवेशन हिस्ट्री स्पोर्ट्स फैक्ट्स ये सारे शॉर्ट्स के नीश काफी ज्यादा वायरल हो रहे हैं और आप भी नीच के अंदर एंटर कर सकते हैं लेकिन मैं पर्सनली आपको एडवाइज करूंगा कि मोटिवेशन ईश के अंदर मत जाना क्योंकि यहां पे ऑलरेडी काफी ज्यादा सैचुरेशन हो गई है बल्कि आप ऐसे निशस ढूंढिए जिस पे अभी शॉर्ट्स बनना स्टार्ट हुए नहीं है लॉन्ग फॉर्म कंटेंट उससे रिलेटेड ओबवियसली एजिस्ट करते होंगे लेकिन शॉर्ट फॉर्म में वो अभी नहीं आए हैं तो अगर
आप ऐसा को ढूंढ के कुछ एक नई नीश क्रिएट करते हैं तो उसके वायरल होने के चांसेस काफी ज्यादा हो सकते हैं फॉर एग्जांपल ये डार्क साइकोलॉजी वाले शॉर्ट्स या फिर रिडल्स वाले शॉर्ट रही बात एआई शॉर्ट्स बनाने की तो आप एआई वॉइस के साथ ही अपने शॉर्ट्स बना सकते हैं और वो मोनेटाइज भी हो जाएंगे लेकिन बस आपको एक चीज का ध्यान रखना है कि आप किसी और क्रिएटर या किसी सेलिब्रिटी की वॉइस को क्लोन करके किसी वीडियो को मैनिपुलेट करके कोई शॉट ना बनाए फॉर फ एग्जांपल आप सभी ने मोदी जी के गाने
वाले शॉर्ट्स सुने होंगे या फिर आपने मोदी और रोनाल्डो के बीच वाले कन्वर्सेशन के शॉर्ट्स देखे होंगे इस तरह के शॉर्ट्स मोनेटाइज नहीं होंगे क्योंकि यहां पे आप पहली बात मिस इंफॉर्मेशन फैला रहे हैं आप किसी और की आवाज को यूज कर रहे हैं और कुछ ऐसा दिखा रहे हैं जो कभी हुआ ही नहीं है ये बेसिकली youtube4 रिव्यू में जाएगा तो वो रिजेक्ट हो जाएगा आप एआई का इस्तेमाल कर तो सकते हैं लेकिन खुद की क्रिएटिविटी के लिए किसी और बंदे की ब्रांड वैल्यू के साथ आपको छेड़छाड़ नहीं करनी है इसके सिवाय अगर आप
सिर्फ एडिटिंग शॉर्ट्स बनाते हैं या फिर बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ कुछ इस तरह के कोट्स वाले शॉर्ट्स बनाते हैं तो आपका भी चैनल मोनेटाइज नहीं होगा youtube-dl ऐड नहीं की है अब जरा शॉर्ट्स की अर्निंग के बारे में बात कर लेते हैं अब पर्सनली मैंने हर नीज की अर्निंग तो नहीं देखी है क्योंकि ये काफी सारे फैक्टर्स पे वैरी करती है लेकिन एक इंग्लिश पोर्ट चैनल जिस पे शॉर्ट्स अपलोडेड हो वो आराम से $0.02 से लेके 0.04 तक आरपीएम गेन कर सकता है यानी कि 10 मिलियन व्यूज पे आपको $400 की अर्निंग हो जाएगी और
10 मिलियन व्यू शॉर्ट्स पे गेन करना मुश्किल काम नहीं है अगर आपने मेरे प्रीवियस सारे पॉइंट्स को अच्छे से फॉलो किया मैं आपको पर्सनली एडवाइज करूंगा कि आप हर रोज कम से कम एक शॉट तो डालें या फिर हफ्ते में कम से कम तीन शॉट्स डालें अगर आपकी क्वांटिटी इससे कम है तो आपका वायरल होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है अब नीज डिसाइड करने के बाद आपको अपनी शॉर्ट्स की एडिटिंग करनी होगी नाउ हर नीश की एडिटिंग अलग होती है लेकिन कुछ कॉमन चीजें है जो हर एक शॉर्ट फॉलो करता है पहला आपके शॉर्ट्स में
सबटाइटल्स होने ही चाहिए और वो एक इंगेजिंग वे में लिखे होने चाहिए ऐसा नहीं कि सिर्फ ऑटो कैप्शन ऑन करके आपने सबटाइटल्स ऐड करती है बल्कि उनको एनिमेशन दो इफेक्ट्स दो उनके कलर्स के साथ खेलो और उनको और भी अच्छा बनाओ सेकंड चीज आपके हर 3 सेकंड के बाद आपकी क्लिप्स चेंज होनी चाहिए मैंने आपको वीडियो की स्टार्टिंग में बताया था कि जो लोग शॉर्ट्स देखते हैं उनका डॉपर माइन लेवल बहुत ही ज्यादा होता है उनको हर चीज जल्दी जल्दी चाहिए होती है इसलिए अगर आप हर 3 सेकंड के बाद अपनी क्लिप को चेंज नहीं
करेंगे तो उनको आपकी शॉर्ट बोरिंग लगेंगी और वो उसे स्वाइप अवे कर देंगे नंबर थर्ड इज यूज स्टीकर्स मैंने जितनी भी वायरल रीज देखी है वो इस चीज को फॉलो कर रहे हैं और छोटे यूट्यूब इस चीज को उतना ही इग्नोर कर रहे हैं मैक्सिमम वायरल रील्स में आपने ये एरो सर्कल या फिर इमोजी वाले स्टीकर्स देखे होंगे और ये चीज आपकी शॉर्ट्स को काफी ज्यादा इंगेजिंग बनाते हैं तो मैं आपको प्रेफर करूंगा कि आप भी इन चीजों का यूज़ करें अब हम लोगों ने इस वीडियो में हर एक उस एलिमेंट को कवर कर लिया
है जो आपके शॉर्ट्स को वायरल करने के लिए और आपके शॉर्ट्स वाले चैनल को ग्रो करने के लिए इंपॉर्टेंट है लेकिन अगर आप लोग एक प्रैक्टिकल नॉलेज चाहते हैं और चाहते हैं कि मैं एक 30 दिन का चैलेंज लूं जहां पे मैं एक शॉर्ट चैनल को 30 दिन के अंदर ग्रो करके दिखाऊं तो कमेंट सेक्शन में आई चैलेंज टब सेंसर लिख दीजिए अगर आप लोगों ने ऐसे 1000 कमेंट पूरे कर दिए तो मैं आपके चैलेंज को एक्सेप्ट करूंगा और 30 दिन के अंदर एक शॉर्ट्स के चैनल को ग्रो करके दिखाऊंगा और उसकी पूरी एक डॉक्यूमेंट्री
बना के आपको प्रेजेंट भी करूंगा तब तक के लिए अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके नए बनाए शॉर्ट चैनल पे व्यूज क्यों नहीं आ रहे हैं तो इस वीडियो को जरूर देखना हो सकता है आपको इस वीडियो में आपका आंसर मिल जाए