खुद से जीतने वालों को मेरा सलाम सबकॉन्शियस माइंड की ऐसी गहरी नॉलेज वो भी इतनी क्लेरिटी के साथ कर्म योग में मिलेगी ऐसी मुझे उम्मीद नहीं थी चौथे पॉइंट के खत्म होते-होते आपको बहुत क्लेरिटी मिलेगी इसलिए वीडियो को आखिर तक देखिए सफलता सबकॉन्शियस और कर्म के रहस्य को समझने के लिए हमें कर्म योग से कुछ बातें समझनी होंगी सबसे पहली बात मेंटल वाइब्रेशन एंड थॉट वेव्स यहां स्वामी जी हमें दो सीक्रेट बता आते हैं पहले स्वामी जी कहते हैं कि जब आप कुछ करते हो या कुछ सोचते हो तो आपका मन एक वाइब्रेशनल स्टेट में
आ जाता है और उसी प्रकार की थॉट वेव्स पूरे ब्रह्मांड में ट्रांसमिट करता है जैसे आप अच्छे विचार सोचो तो मन हाई फ्रीक्वेंसी पर वाइब्रेट करता है नेगेटिव विचार सोचो या चिंता करो तो लो फ्रीक्वेंसी पर वाइब्रेट करता है और उसी प्रकार की थॉट वेव्स पूरे ब्रह्मांड में फैलती हैं दूसरी बात स्वामी जी कहते हैं जैसे प्रकाश की किरणें नष्ट नहीं होती बल्कि हजारों वर्ष की यात्रा करके हमारी आंखों में पड़ती हैं तब जाकर हमें अनंत दूरी पर तारे टिमटिमाते देखते हैं उसी प्रकार आपकी थॉट वेव्स पूरे ब्रह्मांड में फैल करर हर जगह विचर हैं
जब तक उन्हें रिसीव करने वाला उसी वाइब्रेशनल स्टेट का मन ना मिल जाए स्वामी जी यह नॉलेज हमें उपयोग करने के लिए दे रहे हैं पहला उपयोग जो हम नौजवानों को समझना चाहिए कि थॉट वेव्स तब तक बनी रहती हैं जब तक वो रिसीव ना हो हो जाए इसका मतलब है कि साहस प्रेरणा इंस्पिरेशन सॉल्यूशन और खुशी के विचार इस समय आपके मन में घुसने का प्रयास कर रहे हैं आपको बस शुरुआत करने की अपने मन को उस वाइब्रेशन में ले जाने की जरूरत है स्वामी जी कहते हैं ध्यान दीजिए उसका उल्टा भी सच है
जो व्यक्ति नेगेटिव मेंटल स्टेट में है लगातार नेगेटिव बातें सोच रहा है बुरे कर्म कर रहा है उसका मन नेगेटिव थॉट वेव्स को ग्रहण करके और नेगेटिव हो जाता है इसलिए जब आप दुखी होते हो तो परेशान करने वाले कई बार ऐसे विचार आते हैं जिसकी कल्पना आप नॉर्मल स्थिति में कर भी नहीं सकते इसलिए सुबह जल्दी उठने का मन को शांति और स्थिरता से भरने का महत्व है ताकि आप पॉजिटिव वाइब्रेशन में आ जाओ जिससे आप पूरा दिन पॉजिटिव वाइब्रेशन वाले विचार अपनी तरफ आकर्षित करते रहे प्रैक्टिकल टिप इसलिए हर दिन अपना मेंटल स्टेट
रिसेट करो सुबह जल्दी उठकर विजुलाइज करो हर दिन सुबह प्रेरणा देने वाले विचार पढ़ो जिससे आपका मेंटल स्टेट लगातार बेहतर होता चला जाएगा दूसरी बात स्वामी जी कहते हैं सावधान रहिए आपके द्वारा सोचा गया नेगेटिव विचार आपके मन का वाइब्रेशनल स्टेट तो बदलता ही है साथ में ब्रह्मांड में फैलता है और उन लोगों को और परेशान करता है जो उसी तरह के नेगेटिव मेंटल वाइब्रेशन में है इसलिए जब लोग नफरत करने लगते हैं मतलबी और मटेरियल इसिक हो जाते हैं तब पूरी सोसाइटी के मेंटल वाइब्रेशन यानी चेतना का स्तर गिरता है क्योंकि थॉट वेव्स का
असर चारों ओर हो रहा है एक बार आदमी नेगेटिव हुआ या डर गया तो उसी तरह की थॉट वेव्स उसे ज्यादा परेशान करती हैं इसलिए हर युग में आम इंसान की चेतना का स्तर अलग होता है सतयुग में चेतना का स्तर ऊपर था इंसान बहुत सारी बातें उसके मन के लिए क्या सही है क्या बुरा है वो अपने आप ही महसूस कर लेता था कलयुग में इंसान इतना अलर्ट नहीं रह पाता कमजोर करने वाले विचारों और आदतों को भी अपना लेता है इसलिए दूसरी जरूरी बात कि जब तक आपके मन पर संपूर्ण कंट्रोल नहीं है
तब तक हमेशा अच्छे विचार रखने वाले प्रेरणा और स्फूर्ति बनाए रखने वाले लोगों के साथ ही रहे नहीं तो आप कुछ दिन अच्छा और कुछ दिन बुरा महसूस करेंगे आपकी मनोदशा स्थिर नहीं रहेगी कर्म योग में दूसरी बात जो आपको सफल होने में मदद करेगी वो है लाइफ इज द कंपाउंड इफेक्ट ऑफ ऑल स्ट्रगल स्वामी जी कहते हैं कि जीवन सरलता से चलने वाली प्रक्रिया नहीं है बल्कि यह जीवन सभी संघर्षों का कुल योग है यानी कंपाउंड इफेक्ट है लाइफ इज नॉट अ सिंपल एंड स्मूथली फ्लोइंग थिंग बट इट इज अ कंपाउंड इफेक्ट ऑफ ऑल
द स्ट्रगल जैसे कई बैक्टीरिया वायरस लगातार आपके अंदर प्रवेश कर रहे हैं और आपका इम्यून सिस्टम लगातार इनसे संघर्ष कर रहा है धमनिया पूरे शरीर में लगातार खून पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं स्वामी जी कहते हैं वैसे ही जीवन निरंतर चल ने वाला संघर्ष है जिस पल यह संघर्ष रुक गया उस पल जीवन भी खत्म हो गया इसलिए संघर्ष जीवन नहीं है बल्कि यह पूरा जीवन ही संघर्ष है सफलता का यह मतलब नहीं है कि आपके जीवन से संघर्ष या स्ट्रगल खत्म हो जाए नहीं तो आप निष्क्रिय हो जाओगे और खत्म हो जाओगे
स्वामी जी कहते हैं इस बात से हमें सफलता की सही डेफिनेशन मिलती है सफलता का मतलब है कि आप इतने लायक हो जाओ कि जब कठिनाई आए तो उनसे जूझ करर बेहतर होते जाओ संघर्ष का सामना करके आप और शक्तिशाली बनते जाओ इसी काबिलियत इसी मानसिक स्थिति को सफलता कहते हैं इसलिए संघर्ष और तकलीफ से भागो मत बल्कि इस अफसर को अपनाओ शरीर और मन को साधो और खुद को बेहतर करते जाओ इस देश को ऐसे कई नौजवानों की जरूरत है जो जीवन भर संघर्ष करने और बेहतर होने को तत्पर है तो हम नौजवानों को
सवाल पूछना चाहिए कि संघर्ष करने की शक्ति कहां से आती है आत्मा से स्वामी विवेकानंद कहते हैं जीवन संघर्ष है तो आत्मा शक्ति है स्वामी जी कहते हैं जब तक इंसान की आत्मिक शक्ति का विकास नहीं होगा तब तक शारीरिक और तुच्छ सांसारिक जरूरतें भी कभी पूरी नहीं हो सकती क्योंकि सारे शारीरिक और मानसिक कर्म एक ही शक्ति से पूरे होते हैं और इस शक्ति का स्त्रोत आत्मा है यानी आत्मिक विकास के बिना कोई भी इच्छा पूर्ति असंभव है स्वामी जी कहते हैं जिस इंसान की आत्मा जागी हुई है वह जीवन के हर क्षेत्र में
प्रभावशाली होगा तो सवाल है कि आत्मा कैसे शक्तिशाली होगी द होल सीक्रेट इज इन प्रैक्टिसिंग स्वामी जी कहते हैं सारा सीक्रेट अभ्यास में है इस ब्रह्मांड के सारे रहस्य अभ्यास से ही खुलेंगे तो अभ्यास कैसे करते हैं स्वामी जी कहते हैं बाय कांस्टेंट हियरिंग एंड थिंकिंग सबसे पहले लक्ष्य के बारे में बार-बार सोचो अपने अंदर छाको कि आप लक्ष्य को क्यों पाना चाहते हो आपके जीवन का उद्देश्य कितना मायने रखता है इस प्रकार लगातार चिंतन करने से मन में उद्देश्य क्लियर होना शुरू हो जाता है जैसे-जैसे क्लेरिटी बढ़ती है वैसे-वैसे फीलिंग बदलती है और फीलिंग
बदलने से इच्छा शक्ति प्रकट होती है स्वामी जी कहते हैं फर्स्ट फीलिंग अपीयर्स देन इट बिकम विलिंग एंड फ्रॉम विलिंग अपीयर्स ट्रिमेंडस फोर्स फॉर वर्क स्वामी जी कहते हैं इच्छा शक्ति में प्रकट होने से प्रचंड बल पैदा होता है शरीर का एक एक सेल एक एक मांसपेशी काम करने के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हो जाती हैं स्वामी जी कहते हैं इस प्रकट हुई शक्ति से केवल लक्ष्य नहीं मिलता बल्कि चरित्र भी बनता है इस प्रकार यदि कोई व्यक्ति अच्छे शब्द सुने अच्छे विचार सोचे इनसे प्रेरणा लेकर अच्छे कर्म करें तो सबकॉन्शियस में बैठे
अच्छे इंप्रेशंस कॉन्शियस माइंड की सतह पर आ जाते हैं यानी इंसान का मन अच्छे इंप्रेशन से भर जा जाता है और अब इंसान के अंदर श्रेष्ठ कर्म करने की तीव्र इच्छा पैदा हो जाएगी इरेजिस्टिबल टेंडेंसी विल राइज इन हिम टू डू गुड और उसके द्वारा अपने आप ही अच्छे कर्म होने लगेंगे बाय कंटीन्यूअस रिफ्लेक्स ऑफ गुड थॉट्स एंड गुड एक्शंस अलोन विल कैरेक्टर बी एस्टेब्लिश जब इस प्रकार अच्छे कर्म करने की टेंडेंसी बढ़ती है तो मन ताकतवर होने लगता है इंसान अपने आप ही इंद्रियों को नियंत्रित करने लगता है जब इंद्रियों पर नियंत्रण होता है
तो इंसान का चरित्र शूद्र शक्तिशाली हो जाता है जिसका चरित्र सूत्रण है ऐसे इंसान को आप किसी भी स्थिति किसी भी संगत में छोड़ दीजिए उसे कोई नुकसान नहीं होगा वो दूसरों को लाभ ही पहुंचाएगा केवल ऐसा इंसान ही कर्मयोगी हो सकता है स्वामी जी कहते हैं सावधान रहो एक बार उद्देश्य के बारे में सोच पढ़ लेने से इच्छा शक्ति पैदा नहीं होगी कभी चरित्र नहीं बदलेगा इसलिए भूल कर भी खाली मत बैठना लक्ष्य को सतत विजुलाइज करो आंखों के सामने रखो और आगे बढ़ते चलो जब तक अंदर से यह यकीन ना हो जाए कि
मैं और लक्ष्य एक है तब तक मन को शक्तिशाली विचारों से भरते रहो इसी प्रकार सारे लक्ष्य पूरे होते हैं यही प्रैक्टिस का सीक्रेट है अगली बात स्वामी जी कर्म योग में कहते हैं कि हर कर्म के साथ फल चलता है यह नियम अभंग है स्वामी जी कहते कते हैं कि ब्रह्मांड में ऐसी कोई शक्ति नहीं जो कर्म के फल को नष्ट कर सके ऐसा नियम है आपके द्वारा किए गए हर एक एक्शन का रिएक्शन लौटकर आता ही है यानी आपके द्वारा अच्छे कर्मों का फल भी अवश्य प्रकट होगा और बुरे कर्मों का भी यह
जानकर सचेत रहते हुए उचित कर्म करो लगातार कर्म में लीन रहो तो जीवन उज्जवल होना निश्चित है अगली बात स्वामी जी कहते हैं कि अगर आप इस दुनिया में रहना चाहते हो तो इस बात को समझो कि पूरी दुनिया सुंदर बनाने का रहस्य है सेल्फ कंट्रोल स्वामी जी कहते हैं संसार में दो तरह के लोग हैं पहली तरह के लोग कहते हैं कि इस दुनिया में कदम-कदम पर धोखा है दुख और तकलीफ है दूसरे कुछ विरले हैं जो कहते हैं कि दुनिया बहुत सुंदर आश्चर्य और प्रेरणा से भरी है स्वामी जी कहते हैं जिन लोगों
ने अपने मन के रिएक्शन को कंट्रोल नहीं किया वे नेगेटिव होते जाएंगे उनको यह संसार कभी अच्छा नहीं लग सकता उन्हें हमेशा परेशानी ही दिखेगी दूसरी तरफ व्हेन वी बिकम द मास्टर्स ऑफ आवर माइंड वर्ल्ड विल बिकम टू अस एन ऑप्टिमिस्टिक वर्ल्ड मन के रिएक्शन को कंट्रोल करने से मन पॉजिटिव होता जाएगा इंसान हर स्थिति में अच्छा देखेगा और धीरे-धीरे मन का मालिक बन जाएगा हिस माइंड हैज बिकम फ्री सच अ मैन अलोन इज फिट टू लिव वेल इन द वर्ल्ड जिसने ऐसा सेल्फ कंट्रोल पा लिया है वही इस संसार में खुशी और शक्ति से
रहने का हकदार है मन कंट्रोल करने का क्या मतलब है जो शिकायत नहीं करता संघर्ष को अपनाता है सतत अपने मन को उच्च विचारों से भरता है महान अभ्यास ही करता है हमेशा लक्ष्य की तरफ बढ़ता है सतत निस्वार्थ भावना से उद्देश्य को बड़ा करता है वही कर्म योगी है और वही उच्चतम योग को प्राप्त करेगा समरी वाइब्रेशन एंड थॉट वेव्स वेव्स पूरे ब्रह्मांड में फैली हुई है और तब तक बनी रहती है जब तक वह रिसीव ना हो जाए इस समय भी आपका दिमाग सारी प्रकार की थॉट वेव रिसीव कर सकता है इसलिए अपने
मन को उच्च वाइब्रेशनल स्टेट में रखो हर दिन सुबह अपना मेंटल स्टेट रिसेट करो ध्यान करो विजुलाइज करो प्रेरणा देने वाले विचार पढ़ो उनको बार-बार सोचो ताकि आपका मेंटल स्टेट लगातार बेहतर से बेहतर होता चला जाए लाइफ इज अ कंपाउंड इफेक्ट ऑफ ऑल स्ट्रगल जिस पल य ष रुक गया उस पल जीवन खत्म हो जाएगा सफलता का मतलब है कि आप इतना आत्मविश्वास प्राप्त करो इतना चेतना का स्तर बढ़ा लो इतनी शक्ति जगा लो कि आप हर कठिनाई से बेहतर होते जाओ इसी स्थिति को सफलता कहते हैं संघर्ष करने की शक्ति कहां से आती है
जीवन संघर्ष है तो आत्मा शक्ति है स्वामी जी कहते हैं जिस इंसान की आत्मा जगी हुई है वह जीवन के हर क्षेत्र में प्रभावशाली होगा नहीं तो इंसान छोटी-छोटी जरूरत के लिए भी परेशान होता रहेगा अगली बात स्वामी जी कहते हैं द होल सीक्रेट इज इन प्रैक्टिसिंग बार-बार सुनने सोचने विजुलाइज करने और चिंतन करने से मन में उद्देश्य क्लियर होना शुरू हो जाता है क्लेरिटी से फीलिंग बदलती है और इससे इच्छा शक्ति प्रकट होती है और इंसान अपने अंदर प्रचंड फोर्स महसूस करता है और अपने आप ही अच्छे कर्म होने लगते हैं इससे मन मजबूत
होता है ऐसा इंसान इंद्रियों पर नियंत्रण पाता है जिससे इंसान का चरित्र सुदृढ होता है ऐसा इंसान ही कर्मयोगी हो सकता है असल में ऐसा इंसान ही लीडर बनने के लायक भी होता है स्वामी जी कहते हैं एक बार सोच बढ़ लेने से ना इच्छा शक्ति पैदा होगी ना चरित्र बदलेगा इसलिए भूलकर भी कभी खाली मत बैठना इसलिए लक्ष्य को सतत विजुलाइज करो आंखों के सामने रखो और कर्म करो यही अभ्यास का रहस्य है और इसी से हर लक्ष्य भी हासिल होता है अगली बात स्वामी जी कर्म योग में कहते हैं कि कर्म और फल
का अभंग नियम है ब्रह्मांड में ऐसी कोई शक्ति नहीं जो कर्म के फल को नष्ट कर सके अगर आप इस संसार में जीना चाहते हो और सफल होना चाहते हो तो इस बात को समझो कि पूरी दुनिया सुंदर बनाने का रहस्य सेल्फ कंट्रोल है मन के रिएक्शन को कंट्रोल करने से मन पॉजिटिव होता जाता है इंसान हर स्थिति में अच्छा देखने लगता है और धीरे-धीरे मन का मालिक बन जाता है स्वामी जी कहते हैं कि जिसने सेल्फ कंट्रोल पा लिया वही इस संसार में खुशी और शक्ति से रहने का हकदार है दोस्तों अगर आपको यह
वीडियो पसंद आया तो सेल्फ डिसिप्लिन पर अगला वीडियो देखिए ब्रायन ट्रेसी कहते हैं कि मात्र इन तीन प्रिंसिपल्स को अपनाने से आप लॉन्ग टर्म गोल के लिए अंदर से सेल्फ डिसिप्लिन पैदा कर सकते हो इस वीडियो को अभी देखिए या बाद के लिए सेव कर लीजिए आपके समय से कोई वीडियो कोई ऐप कोई न्यूज कीमती नहीं है मैं काम के किस्से लाता रहूंगा हिम्मत हरकत होशियारी हम जीतेंगे