इजिप्ट दुनिया की पहली बड़ी सुपर पावर फिरौन की सिटी इसी इजिप्ट के बारे में आप सल्लल्लाहु अल वसल्लम ने अपनी वफात से पहले ही क्लीयरली बता दिया था कि तुम मुसलमान जरूर एक दिन इजिप्त को फतह करोगे लेकिन याद रखना जब तुम इजिप्त को फतह करो तो वहां के आम लोगों के साथ नेकी से पेश आना क्योंकि वह तुम्हारे रिश्तेदार हैं नाउ आप सल्लल्लाहु अ वसल्लम की वफात के कुछ ही अर्से बाद मुसलमानों ने उमर बिन खता की लीडरशिप में रोमन और पर्जन एंपायर को हराकर उनसे यह सारे इलाके फतह कर लिए लेकिन जैसे ही
मुसलमानों ने यह सारे इलाके फतह किए अचानक यहां पर एक बहुत बड़ा मसला हुआ इन नए इलाकों में एक बहुत ही खतरनाक बीमारी ऊन हर तरफ फैल गई जिससे मुसलमानों की स्पीड तो खत्म हो ही गई लेकिन इस बीमारी से मुसलमानों के सारे बड़े जनरल्स शहीद हो गए और नए जनरल्स को चांस मिला कि वह आगे आकर मुसलमानों को लीड कर सके तो अब इन बड़े जनरल्स के शहीद होने की वजह से हजरत उमर ने इन इलाकों में नए जनरल्स लगाए और यहां पर मुसलमानों का आर्मी चीफ अमर बिन आस रज अल्ला ताला अन्हो को
बनाया अमर बिन आस के आर्मी चीफ बनने के बाद आहिस्ता आहिस्ता यह बीमारी खत्म हो गई और जब हजरत उमर को मदीना में इसका पता चला तो वो खुद हालात को कंट्रोल करने के लिए मदीना से मुसलमानों की फौज की तरफ गए लेकिन ऑफकोर्स जाने से पहले उन्होंने मदीना और पूरे अरब का कंट्रोल हजरत अली रजला ला अ के हवाले किया मतलब ऑफकोर्स अगर हजरत उमर को इस सफर में कुछ हो जाता तो ऑटोमेटिक हजरत अली रजला ताला अ इस पूरी एंपायर के नए खलीफा बन जाते जैसे ही हजरत उमर सीरिया पहुंचे वहां उनकी मुलाकात
नए आर्मी चीफ अमर बिन आस से हुई और उन्होंने खलीफा उमर के सामने एक नया जबरदस्त प्लान रखा कि अब हमें रुक के बजाय एक नई दुनिया की तरफ जाना चाहिए इजिप्ट परट इजिप्ट ही क्यों मुसलमान तो रोमन एंपायर के कैपिटल की तरफ भी जा सकते थे क्योंकि इजिप्ट कोई आम इलाका नहीं था और पिछले हजारों साल से इजिप्ट दुनिया के सबसे रिच इलाकों में से एक था जिसकी ताकत को कुरान में भी बार-बार एक्सप्लेन किया गया है लेकिन आखिर इजिप्ट इतना पावरफुल बना कैसे आज से 5000 साल पहले दुनिया के हालात कुछ ऐसे कि
दुनिया की सबसे इंपोर्टेंट चीज सिर्फ एक ही थी पानी और जिसके पास दुनिया में सबसे ज्यादा पानी होता था वही पूरी दुनिया पर राज करता था एंड ऑफ कोर्स उस जमाने से लेकर आज तक दुनिया की सबसे बड़ी रिवर इजिप्त में ही थी नाइल रिवर और आहिस्ता आहिस्ता इसी दरिया के पानी की ताकत की वजह से पूरी दुनिया से लोग इजिप्ट में आकर आबाद होने लगे जिसकी वजह से इजिप्ट दुनिया का सबसे ताकतवर इलाका बना और यहां के लोग दुनिया के सबसे रिच लोग बने जिसके बाद इन्हीं लोगों में से एक आदमी खड़ा हुआ किंग
नार्मल जिसने पूरे इजिप्ट को यूनाइट करके यहां पर दुनिया की सबसे पहली बादशाहत बनाई बट वेट ये तो 5000 साल पुरानी कहानियां है तो आज हमें इस सब का कैसे पता है इन दो टैबलेट्स को गौर से देखें आज तक आपने जिंदगी में जितनी भी इजिप्शियन राइटिंग्स देखी हैं उन सब में दुनिया की सबसे पुरानी इजिप्शियन राइटिंग्स यही दो टैबलेट्स हैं जिसमें किंग नार्म को क्लीयरली देखा जा सकता है आहिस्ता आहिस्ता यही इजिप्शियन एंपायर ताकतवर होती गई और अगले 1000 साल तक इजिप्ट ही पूरी दुनिया पर राज करता रहा 1000 साल तक दुनिया की सुपर
पावर रहने के बाद अब इजिप्शियन फिरौन को यह बात कंफर्म हो चुकी थी कि उनसे बड़ा इस पूरे यूनिवर्स में कोई भी नहीं है जिसके बाद पहली बार उन्होंने एक ऐसा दावा किया जो उनसे पहले किसी ने नहीं किया था इजिप्त के फिरौन ने अपने आप को बादशाह नहीं बल्कि खुदा कहा और इन फिरों नेने इजिप्त में एक ऐसा रिलीजन बनाया कि फिरौन तो दुनिया में एक खुदा है लेकिन तुम आवाम सिर्फ और सिर्फ तभी जन्नत जा सकते हो जब तक तुम अपने खुदा फिरौन के गुलाम रहो ताकि कभी भी इजिप्ट के लोग फिरौन के
खिलाफ बगावत ना कर सके तो अब पूरा इजिप्ट फिरों की इबादत करने लगा लेकिन आहिस्ता आहिस्ता इन फिरों के रिलीजन में भी कुछ चेंजेज आने लगी और आखिर यहां पर एक बहुत ही अजीब कांसेप्ट आया कि हर फिरौन खुदा नहीं है बल्कि सिर्फ वही फिरौन खुदा रहेगा जिसका जिस्म उसके मरने के बाद भी हमेशा के लिए टिल दी एंड ऑफ टाइम बिल्कुल ठीक ठाक रहे तो अब इन फिरौन की आपस में एक रेस स्टार्ट हुई कि कौन अपने जिस्म को हमेशा के लिए सेफ रख सकता है तो अब फिरौन अपने जिस्मों के साथ एक्सपेरिमेंट्स करने
लगे जिससे दुनिया में पहली बार ममीज का कांसेप्ट आया तो अब जैसे ही कोई फिरौन मरता था तो उस जमाने के सर्जेंस सबसे पहले उस फिरौन के जिस्म से सारा खून निकाल देते थे और उसके बाद उस फिरौन की नाक में कुंडा एक हुक डालकर उसके दिमाग को उसके नाक से ही बाहर खींच लेते थे जिसके बाद उसके जिस्म से सारे ऑर्गन्स लंग्स जिगर कुर्दे सब निकाल लिए जाते थे लेकिन सिर्फ दिल को बिल्कुल सेफ एक जार में रख दिया जाता था जिसके बाद इस फिरौन के खाली जिस्म को बहुत ही केयरफुली अगले 40 दिन
के लिए पानी में रख दिया जाता था और इस पानी में एक स्पेशल नमक मिक्स किया जाता था 40 दिन के बाद फिरौन को निकालकर उसके खाली जिस्म को रेत से भर दिया जाता था ताकि वो हमेशा के लिए अपने सही शेप में रहे और फिर फाइनली फिरौन के जिस्म पर तेल और हनी लगाकर उसके जिस्म पर हमेशा के लिए वाइट पट्टियां बांधी जाती थी और फिर उसे एक बहुत ही महंगे ताबूत में बंद कर दिया जाता था इस ताबूत में फिरौन की जिस्म के साथ-साथ खाने पीने की चीजें बहुत सारा सोना और मोस्ट इंपोर्टेंट
उसका दिल उसके साथ दफना दिया जाता था आहिस्ता आहिस्ता मरने के बाद हर फिरौन अपनी मम्मी बनाने लगा और ये बिल्कुल एक आम सी बात बन गई तो अब मरने के बाद खुदा बनने की यह रेस मम्मी से भी आगे निकल गई और आने वाले नए फिरौन सिर्फ ममीज ही नहीं बल्कि अपने ममीज के ऊपर बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स बनाने लगे जो पहले पहले तो सिर्फ नॉर्मल बिल्डिंग्स और टेंपल्स थे लेकिन आहिस्ता आहिस्ता यह बिल्डिंग्स बड़ी होती गई और इस तरह दुनिया में पहली बार पिरामिड्स का कांसेप्ट आया तो अब जो भी फिरौन मरता था वो अपनी
मम्मीस पर एक से बढ़कर एक बड़े-बड़े पिरामिड्स बनाने लगे और हर फिरन यह चाहता था कि उसका पिरामिड पिछले फिरौन से भी बड़ा पिरामिड हो और आहिस्ता आहिस्ता ये पिरामिड्स इतने बड़े हो गए कि आखिर एक फिरौन [संगीत] खुफूका दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग का टाइटल इसी पिरामिड के पास था लेकिन 3500 साल बाद आखिर इस पिरामिड का रिकॉर्ड लंदन के इस चर्च ने तोड़ दिया लेकिन यह चर्च भी ज्यादा अरसा अपनी जगह पर खड़ा नहीं रह सका और इसके गिरते ही पिरामिड दोबारा दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग बनी लेकिन आने वाले वक्त में आफल
टावर और बाकी बिल्डिंग्स ने पिरामिड्स का यह रिकॉर्ड तोड़ दिया आज दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग बुर्ज उल खलीफा है वी ऑल नो दैट जिसकी हाइट तो सबसे ज्यादा है लेकिन वजन के हिसाब से अगर 12 बुर्ज खलीफा को मिला लिया जाए तब भी यह एक पिरामिड ज्यादा भारी है मतलब यह पिरामिड इतना बड़ा है कि इस पिरामिड के अंदर 2000 बड़ी-बड़ी ट्रक्स आसानी से पार्क की जा सकती हैं नाउ सारे फिरौन ये पिरामिड्स तो बना ही रहे थे लेकिन इन पिरामिड्स को बनाते हुए उन्हें इस बात का पता नहीं चला कि इनको बनाने के
लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च होता था इसीलिए यह पिरामिड आज दुनिया का सबसे बड़ा पिरामिड है और इस पिरामिड के बाद आने वाले पिरामिड्स का साइज आहिस्ता आहिस्ता छोटा होने लगा और सिर्फ पिरामिड्स ही नहीं बल्कि इन पिरामिड्स की वजह से पूरी इजिप्ट की इकॉनमी भी कमजोर होने लगी और हजारों साल में पहली दफा ऐसा लग रहा था कि फाइनली इजिप्ट अपने सुपर पावर होने का टाइटल खो देगा जैसे इजिप्ट की इकॉनमी बहुत ही कमजोर हुई यह एगजैक्टली वही टाइम था जब मिस्र के बाजार में एक छोटा सा बच्चा गुलाम बनाकर बेचा जा रहा था
लेकिन यह बच्चा बाकी सारे बच्चों से बिल्कुल डिफरेंट था मतलब उस जैसा खूबसूरत वहां कोई भी नहीं था जिसकी वजह से इस बच्चे को मिसर के एक बहुत ही पावरफुल मिनिस्टर ने अडॉप्ट कर लिया और फिर आगे जाकर यही गुलाम बच्चा य यूसुफ अल सलाम पूरे इजिप्ट का प्राइम मिनिस्टर बना यूसुफ अल सलाम ने बादशाह के साथ मिलकर इजिप्ट की पूरी इकॉनमी को कंट्रोल किया और वो इजिप्ट जो इससे पहले बिल्कुल टूटने वाला था दोबारा उसे एक सुपर पावर बनाया लेकिन उनकी वफात के बाद यूसुफ अल सलाम और उनके भाइयों की औलाद बनी इसराइल यहीं
इजिप्त में रहने लगे और कुछ ही अरसे में इजिप्त के सबसे पावरफुल लोग बन गए लेकिन जैसे ही बनी इसराइल अपनी ताकत की पीक तक पहुंचे अचानक इजिप्ट में दो बड़ी ताकतों के दरमियान एक बहुत बड़ी बड़ी जंग शुरू हुई जिसमें एक नए फिरौन ने आकर पुराने खानदान को खत्म कर दिया और इजिप्ट में एक नई बादशाहत बनाई इस नए फिरौन ने इजिप्त के पुराने सारे रूल्स को तोड़कर एक नया निजाम बनाया जिसमें सबसे इंपॉर्टेंट रूल यह था कि आज के बाद बाहर से आए हुए लोगों को इजिप्त में बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
जिसके बाद ऑफकोर्स बनी इसराइल पर इजिप्ट में बहुत सख्त जुल्म किया जाने लगा जिस तरह आज भी अमेरिका के नए सदर डोनाल्ड ट्रंप ने आते ही बिल्कुल उसी तरह अमेरिका से इमीग्रेंट को निकालने का प्लान बनाया है अब इजिप्ट के सारे बनी इसराइल को नए फिरन ने आते ही बनी इसराइल के सारे कारोबार बंद कर दिए और उन्हें अपना गुलाम बना दिया और इसी तरह अगले 400 साल तक बनी इसराइल इजिप्त के लोगों के गुलाम रहे लेकिन इन 400 सालों में बनी इसराइल के दिलों में सिर्फ एक ही उम्मीद थी कि एक दिन जरूर उनका
एक पैगंबर आएगा जो उन्हें इस सख्त गुलामी से निकालकर आजाद कर देगा और एगजैक्टली ऐसा ही हुआ 400 साल बाद अचानक एक दिन फिरौन के पास एक नजूमी आया और उसने आकर फिरौन को बताया कि बहुत जल्द इजिप्ट की जमीन पर एक बच्चा पैदा होगा जिसका ताल्लुक बनी इसराइल के खानदान से होगा जो तुम फिरों की इस 3000 साल की एंपायर को खत्म कर देगा यह सुनकर फिरौन बिल्कुल हैरान रह गया और उसने फौरन हुकम दिया कि बनी इसराइल में आज के बाद जो भी लड़का पैदा होगा उसको पैदा होते ही मार दिया जाए जिसके
बाद उसके सोल्जर्स हर घर में जाकर माओ से बच्चे छीनकर उनको मारने लगे लेकिन जिस बच्चे को वो असल में ढूंढ रहे थे मूसा अल सलाम वो उनके हाथ ना आ सका उसे वो मार नहीं सके बल्कि इस बच्चे को फिरौन अपने ही घर में पालने लगा यहां से आगे जो हुआ वो हम सबको बताए मतलब मूसा अल सलाम ने पैगंबर बनने के बाद फिरौन के सामने आकर एक ही डिमांड रखी कि मेरे खानदान बनी इसराइल को गुलामी से आजाद कर दिया जाए और बहुत सारे मिरेकल्स के बाद आखिर फिरौन ने उनकी बात मान ली
और बनी इसराइल को आजाद करके इजिप्त से निकल की इजाजत दे दी जिसके बाद बनी इसराइल के 6 लाख लोग एक ही रात में 400 साल के बाद इजिप्त को छोड़कर फलस्तीन की तरफ रवाना हुए लेकिन अचानक पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि उस वक्त के फिरौन रसिस ने बनी इसराइल को इजाजत देने के बाद भी अपना किया हुआ वादा तोड़ दिया और अपनी पूरी फौज को जंग के लिए तैयार होने का हुकम दिया जिसके बाद रसेस अपनी फुल ताकत के साथ मूसा अल सलाम का पीछा करने लगा लेकिन जैसे ही वो बनी इसराइल को
खत्म करने के लिए उनके बिल्कुल करीब पहुंच एग्जैक्ट उसी वक्त अल्लाह ने मूसा अल सलाम और बनी इसराइल को बचा लिया और रसेस फिरौन और उसकी पूरी फौज को इस पानी में खर्क कर दिया अब यहां पर एक बहुत बड़ा मसला है कि मूसा अल सलाम का जिक्र इजिप्त की पूरी हिस्ट्री टैबलेट्स राइटिंग्स में कहीं भी नहीं है मूसा अल सलाम की स्टोरी हमें सिर्फ बाइबल और कुरान में मिलती है लेकिन एक चीज हिस्ट्री और इन आसमानी किताबों में कॉमन है मतलब आज दुनिया का हर हिस्टोरियन इस बात को मानता है कि मूसा मूसा अल
सलाम के दौर के फिरौन रेंसिस के मरने के बाद इजिप्त कभी भी दोबारा अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सका मतलब मूसा अल सलाम ने सिर्फ एक फिरौन को नहीं बल्कि इजिप्ट के पिछले 3000 साल की हुकूमत को हमेशा के लिए खत्म करने की शुरुआत की थी रसिस इजिप्त का आखिरी बड़ा फिरौन था जिसने अपने आप को और अपनी पूरी फौज को अपने गुरूर की वजह से खत्म कर दिया था जिसके बाद पूरी दुनिया को यह समझ आ गई कि फिरौन कोई खुदा नहीं बल्कि सिर्फ एक आम इंसान है जिसके बाद बा यहां से पहली
दफा इजिप्ट अपना सुपर पावर का टाइटल आहिस्ता आहिस्ता खोने लगा और यहां के हालात इतने खराब हुए कि आज तक इस दौर को डार्क एजेस के नाम से याद किया जाता है जिसके कुछ ही अर्से बाद इजिप्त के पास फलस्तीन में दुनिया की एक नई सुपर पावर सामने आई जिसके बादशाह का नाम था सुलेमान अल सलाम इसी तरह आने वाले वक्त में इजिप्त की ताकत कमजोर होती गई और इतनी कमजोर हुई कि बहुत सारी अंपायर्स ने यहां पर हमला करके इसे फतह किया जिनमें से एक बादशाह का नाम था अलेक्जेंडर द ग्रेट लेकिन एलेग्जेंडर द
ग्रेट की एंपायर के बाद फाइनली एक नई सुपर पावर द ग्रेट रोमन एंपायर ने आखिर इजिप्त को फुल ताकत के साथ फतह किया और अगले 600 साल तक रोमन एंपायर ही इजिप्त पर राज करती रही और कोई भी उनसे इजिप्त छीन नहीं सका लेकिन अब फाइनली 600 साल के बाद रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की हदीस के पूरे होने का टाइम आ चुका था और मुसलमान उमर बिन खत्म की खिलाफत में रोमन एंपायर से इजिप्ट छीनने के के लिए उसके दरवाजे पर खड़े थे सब्सक्राइब